Essay on Kerala in Hindi: नमस्कार दोस्तों! आज हम आप सभी लोगों के सामने प्रस्तुत हुए हैं, केरल राज्य पर निबंध लेकर। केरल राज्य हमारे दक्षिणी पश्चिमी सीमा प्रांत का एक प्राकृतिक सौंदर्य वाला राज्य है। केरल राज्य भारत वर्ष के अनेक प्राकृतिक सौंदर्य युक्त राज्यों में से एक है। केरल राज्य को संपूर्ण भारतवर्ष के नागरिकों के द्वारा सराहनीय करार दे दिया गया है। आज हम सभी लोग इस निबंध के माध्यम से केरल राज्य के विषय पर निबंध जान पाएंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
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केरल पर निबंध | Essay on Kerala in Hindi
केरल राज्य पर निबंध (250 शब्द)
केरल हमारे भारतवर्ष का बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है, जोकि प्राचीन समय में भारत के दक्षिण में स्थित पूर्व मद्रास के राज्य का ही एक हिस्सा था। केरल राज्य को प्राचीन समय में चेरलम भी कहा जाता था। केरल राज्य की राजधानी तिरुवंतपुरम अर्थात त्रिवेंद्रम है। केरल राज्य में मलयालम बोली जाती है, मलयालम भी यहां की स्थानीय भाषा मानी जाती है। केरल राज्य में हिंदू एवं मुस्लिम के अलावा भी ईसाई समुदाय बड़ी ही भारी तादाद में रहते हैं। केरल राज्य अरब सागर और शहाद्री पर्वत के साथ अपनी सीमा बनाए रखता है।
देश के बहुत ही महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्थलों में से एक केरल राज्य पर्यटकों को अपनी तरफ बहुत ही ज्यादा आकर्षित करता है। अतः केरल राज्य को देश विदेश के बहुत से पर्यटक को अपनी तरफ आकर्षित करने का केंद्र बना रहा है। केरल में प्रत्येक सप्ताह देश विदेश से लालबाग लाखों लोग आते हैं। केरल भी एक स्वतंत्रता पूर्व राज्य है। अभी हाल ही में वर्ष 1949 ईस्वी में तिरुविटंकुर और कोचिंग को एक साथ मिलाकर तिरुकोच्ची बना दिया गया। इसके बाद केरल राज्य का जन्म अर्थात इस राज्य का नाम केरल तब पड़ा, जब 1956 ईस्वी में तिरुकोच्ची के साथ मालाबार क्षेत्र को मिला दिया गया।
केरल में बहुत ही ज्यादा मात्रा में नारियल के पेड़ होते हैं और संपूर्ण भारतवर्ष में नारियल का निर्यात केरल एवं ऐसे ही दक्षिणी राज्यों से होते हैं। केरल समुद्र के किनारे स्थित एक राज्य है, जहां पर सुंदर एवं प्राकृतिक परिवेश में किले के चारों और नारियल के पेड़ होते हैं, जोकि ऐसे किले की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। केरल राज्य में समुद्रों के तटों पर बहुत से छोटे-छोटे जल द्वीप है, जिसे देखकर लोगों का मन बहुत ही ज्यादा खुश हो जाता है। केरल के मालाबार क्षेत्र में पर्याप्त मसालों के साथ-साथ औषधियां भी पर्याप्त मात्रा में प्राप्त है। केरल संपूर्ण भारत वर्ष के औषधि केंद्र में से सबसे बड़ा औषधि केंद्र माना जाता है। इतना ही नहीं संपूर्ण दुनिया भर से लोग आयुर्वेदिक औषधियों से उपचार हेतु केरल आते हैं।
केरल पर निबंध (800 शब्द)
प्रस्तावना
केरल राज्य भारत के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है, केरल में प्रति सप्ताह घूमने हेतु लगभग लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। केरल प्राकृतिक स्थलों में से एक माना जाता है, यहां पर अनेक ऐसे छोटे-छोटे जल द्वीप है, जो कि लोगों का दिल अपनी और आकर्षित कर लेते हैं। केरल के पर्यावरण में काफी ज्यादा शुद्धता होती है, यहां पर मोटर गाड़ियों का आवागमन अन्य राज्यों की तुलना में कम होता है, और यहां पर लोग स्वयं का कोई ना कोई व्यवसाय तो करते ही हैं। केरल राज्य में बहुत ही अधिक मात्रा में मसाले पाए जाते हैं, मसालों के साथ-साथ केरल में आयुर्वेदिक औषधियों काफी भंडारण है। अतः केरल को भारत का सबसे बड़ा औषधि केंद्र माना जाता है।
केरल राज्य का क्षेत्रफल एवं वहा की जनसंख्या
अब से पहले वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार केरल राज्य की कुल जनसंख्या 3 करोड़ के आसपास है। केरल की जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या 3 करोड़ 33 लाख 87 हजार 677 है। यदि आबादी के दृष्टिकोण से देखा जाए तो केरल भारत में अन्य राज्यों की तुलना में 12 में स्थान पर है।
केरल राज्य का क्षेत्रफल
केरल को एक स्वतंत्र राज्य बनाते समय की गई गणना के अनुसार केरल का कुल क्षेत्रफल लगभग 38863 वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से केरल का संपूर्ण भारतवर्ष में 21वां स्थान है। अतः इस अनुसार से केरल का क्षेत्रफल तो कम परंतु यहां की आबादी ज्यादा है।
केरल में बोली जाने वाली भाषा
केरल में अनेकों प्रकार की भाषाएं बोली जाती हैं। केरल में मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा मलयालम है और मलयालम के साथ-साथ यहां पर हिंदी और अंग्रेजी बोली जाती है। मलयालम केरल की व्यापक रूप से बोली जाने वाली 1 भाषा है।
केरल राज्य की साक्षरता दर
वर्तमान समय में सभी राज्यों के निवासी काफी ज्यादा साक्षर हो गए हैं, अतः इसी दृष्टिकोण से केरल की साक्षरता दर लगभग 93.91% है। केरल के सभी लोग साक्षर होकर अपने अनेक परिवारों का काफी ख्याल रख रहे हैं, अतः केरल में साक्षरता दर काफी अच्छी होने के कारण राज्य का काफी विकास भी हो रहा है। केरल राज्य में लगभग हर व्यक्ति साक्षर है और अपना कोई ना कोई व्यवसाय करता है।
केरल राज्य की सीमाएं
केरल राज्य पर्यटक की दृष्टि से बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है, यह देश के विभिन्न सुंदर एवं प्राकृतिक सौंदर्य से भरे राज्यों में से एक है। केरल राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु और लक्ष्यदीप सागर से घिरा हुआ है। केरल की सीमाएं इन राज्यों से जुड़ी हुई है और केरल का अंतिम सीमा लक्ष्यदीप सागर के पास है।
केरल में कुल कितने जिले हैं?
वर्तमान समय में केरल में कुल 14 जिले स्थित है। यह सभी जिले काफी विकसित भी हैं, यहां पर पर्याप्त मात्रा में आपको सभी संसाधन देखने को मिल जाएंगे। केरल के सभी जिले के नाम नीचे निम्नलिखित हैं;
- तिरुवंतपुरम
- कोल्लम
- पंत नंदिता
- आलप्पुषा
- कोट्टायम
- इदुक्की
- एरडाकुलम
- ट्रीसुर
- पलक्कड़
- मल्लपुरम
- वायनाड
- कोषीक्कोड
- कड्डूर
- कशरगोड
घूमने के लिए केरल में सबसे अच्छा समय
यदि आप केरल में घूमने के लिए जाना चाहते हैं, तो आपको यहां पर घूमने के लिए नवंबर या अप्रैल में जाना चाहिए। नंबर के शुरुआत से लेकर अप्रैल के अंत तक यहां का मौसम काफी ज्यादा सुहाना होता है। लोगों को बहुत से पांच प्राकृतिक घटनाएं देखने को मिलती है। यह सभी प्राकृतिक घटनाएं स्वयं में बहुत ही ज्यादा अद्भुत होती हैं।
केरल में घूमने के लिए अच्छा स्थान कौन कौन सा है?
यदि आप केरल में घूमने के लिए जाने वाले हैं, तो आपको केरल के बहुत ही लोकप्रिय क्षेत्रों में जाना पसंद होगा। केरल के लोकप्रिय आकर्षक क्षेत्रों में समुद्री तट उष्णकटिबंधीय हरियाली ब्लैक वाटर इत्यादि बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण स्थल है।
निष्कर्ष
केरल भारत के बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य में से एक है। केरल में आप सभी लोगों को विशेष रूप से प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलेगा। यह सिद्ध हो चुका है, कि वर्तमान में अभी कोई घनघोर प्राकृतिक सौंदर्य का सबसे बड़ा स्रोत है, तो वह है, दक्षिण भारत जिसमें से केरल प्रथम स्थान पर है।
अंतिम शब्द
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