Yadi Main Pradhanmantri Hota: भारत देश में प्रधानमंत्री देश का मुख्या होता है। यह मंत्रीमंडल का निर्माण करता है और व्यवस्थित रूप से देश की सरकार का संचालन करता है। सभी देश के छोटे-बड़े और महत्वपूर्ण फैसले प्रधानमंत्री की देखरेख में होते है।
प्रधानमंत्री पद अपने आप में एक जिम्मेदारी और महत्वपूर्ण पद होता है। इस पद पर जो भी व्यक्ति होता है, उस पर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां होती है और देश की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होता है।
विद्यार्थियों को yadi me pradhanmantri hota essay in hindi लिखने के लिए दिए जाते हैं। जिसमें उनको यह सब लिखना होता है कि यदि प्रधानमंत्री पद पर खुद को रखते तो वह किस प्रकार देश की सरकार का संचालन कर पाते।
इसलिए यहां पर यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में अगर yadi main pradhanmantri hota के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेयर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
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यदि मैं प्रधानमंत्री होता Essay in Hindi (200 शब्द)
हमारा देश भारत आज के समय में प्रगति की रफ्तार में चल रहा है। लेकिन यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो मैं देश में कई प्रकार से नए विकास करने का प्रयास करता। देश के हर सिस्टम को डिजिटल पर ऑनलाइन ले जाने का पूरा प्रयास करता।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो देश में महिला शिक्षा को बढ़ावा देता। महिलाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाता। साथ ही साथ बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाने का प्रयास करता।
भारत का प्रधानमंत्री होने के नाते में देश से भ्रष्टाचार और आतंकवाद को पूरी तरह से मिटाने का पूरा प्रयास करता। देश में आज भी कई जगहों पर भ्रूण हत्या हो रही है, उनको खत्म करने का प्रयास करता।
भारत का प्रधानमंत्री होने के नाते में देश में जनसंख्या वृद्धि को रोकने का पूरा प्रयास करता। जनसंख्या वृद्धि रोकने के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने का काम करता और जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए नेशनल पापुलेशन कंट्रोल जैसे नियम देशभर में लागू करता।
प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए मैं देश में शिक्षा दर और साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजनाएं और अभियान चलाने का काम करता। देश में खासतौर से गरीब और किसान वर्ग के लोगों के लिए नई योजनाएं चलाता और देश में भुखमरी दूर करने का प्रयास करता।
इसके अलावा मैं देश में निशुल्क इलाज के लिए योजना चलाता और देश में सभी नागरिकों को निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास करता।
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो पर निबंध 300 शब्दों में
हमारे देश में प्रधानमंत्री का पद बहुत ही महत्वपूर्ण पद होता है, इसीलिए प्रधानमंत्री बनना देश के हर नागरिक के लिए बहुत गौरव की बात है। प्रधानमंत्री का पद बहुत ही जिम्मेदारी भरा होता है, इसीलिए प्रधानमंत्री बनना बहुत जिम्मेदारी का काम है।
देश का हर नागरिक प्रधानमंत्री बनने का सपना देखता है कि अगर मैं भी अपने जीवन में कामयाबी की बुलंदियों पर रहा तो मेरे लिए यह बहुत ही गौरव की बात होगी। यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो मैं देश की उन्नति के लिए अपनी समस्त क्षमताओं का उपयोग करके उसका गौरव बढ़ाने का भरपूर प्रयास करता।
इसके अलावा मैं अपने देश में जो भी योजनाएं और जो भी प्रतिक्रिया हैं, उन सभी में परिवर्तन लाने की पूरी कोशिश करता। यह सब बातें सिर्फ कहने के लिए ही नहीं है, मैं देश के हित के लिए सभी कार्यों को करता। देश में फैल रहे अत्याचार, महिलाओं पर बढ़ते हुए अत्याचार, गरीबों का शोषण, भ्रष्टाचार, गरीबी आदि सब पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो देश में सभी योजनाओं और कार्यक्रमों की सही ढंग से जांच करवाता। इससे जो भी जनता से जुड़े हुए काम है, वह जल्दी हो सके और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई बेईमानी या भ्रष्टाचार ना हो।
देश के हित के लिए लोगों की भलाई के लिए ऐसी योजनाओं का चयन करता, जो कि हमारे देश की जनता के लिए बहुत लाभदायक हैं। देश में सही प्रकार की न्याय व्यवस्था, सुरक्षा और शिक्षा की व्यवस्था को बेहतर तरीके से करवाता।
इसके साथ देश में गरीबी भ्रष्टाचार मिटाने का काम ही करता ताकि निम्न वर्ग के लोग और देश की आम जनता का शोषण ना हो।
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यदि मैं प्रधानमंत्री होता निबंध
प्रधानमंत्री देश का सरकार होता है, जिसके हाथों में देश की संपूर्ण बाग डोर होती है। देश का विकास उन्नति के लिए महत्वपूर्ण निर्णय और कदम प्रधानमंत्री लेते हैं। यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो सबसे पहले अपने भारत देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास करता।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो अपने देश को दुनिया के अन्य देशों से सबसे आगे ले जाता ताकि हर एक क्षेत्र में हमारे देश का नाम दुनिया के सभी देशों से ऊपर होता।
एक प्रधानमंत्री के रूप में मैं देश की शिक्षा व्यवस्था को और ज्यादा मजबूत करता। “पढेगा देश तभी बढ़ेगा देश” मैं इस सोच के साथ देश में शिक्षा के स्तर को और ज्यादा बढ़ाता। आज कल विद्यालयों में पढ़ाई से ज्यादा व्यवसाय होता है, जिसके कारण मध्यम वर्ग के लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए पैसे नहीं जुटा पाते हैं।
ऐसे मैं मेरा पहला प्रयास होता शिक्षा को सस्ता बनाना ताकि हर एक बच्चे शिक्षा पा सके। गरीब लोगों के लिए गांव में विद्यालय तो बने हुए हैं लेकिन शिक्षकों की लापरवाही के कारण अच्छे से पढ़ाई नहीं होती है। यहां तक कि वहां पर बच्चों को अच्छी व्यवस्था भी नहीं मिलती है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद में गांव के सभी सरकारी स्कूलों की स्थिति का जांच करवाता और जरूरत के अनुसार वहां पर हर चीज की व्यवस्था कराता ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर सके।
देश में ऐसे कई सारे गांव है, जो देश में तो है लेकिन वहां रहने वाले लोगों को देश में न होने का एहसास होता है और इसका कारण है शहरों से कनेक्टिविटी ना होना। देश में जितने भी गांव है, जो शहरों से जुड़े हुए नहीं हैं मैं उन गांवों और शहरों के बीच रोड़ मार्ग के जरिए अच्छी कनेक्टिविटी बनाता ताकि उन गांव के लोगों के लिए परिवहन आसान हो जाए।
सरकार देश में गरीबों के उत्थान के लिए अलग-अलग योजनाएं शुरू करती है। देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं भी तरह-तरह की योजना लाता लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी काम यह करता कि मैं सुनिश्चित करता कि शुरू की गई योजना देश के हर एक गांव तक पहुंचे।
हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है बेरोजगारी। देश की आधी से भी ज्यादा आबादी बेरोजगार है। उनके पास अच्छी शिक्षा अच्छी स्किल होने के बावजूद उन्हें रोजगार नहीं मिल पाता।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो मैं रोजगार के विभिन्न स्रोत उत्पन्न करता ताकि हर एक युवा को उनके स्कील के अनुसार रोजगार मिल सके। पढ़े लिखे युवा के लिए रोजगार के अवसर बहुत होते हैं लेकिन जो लोग अनपढ़ होते हैं या कम पढ़े-लिखे होते हैं ऐसे लोगों के लिए भी मैं रोजगार की व्यवस्था कराता।
हमारा देश कृषि प्रधान देश है। अगर किसान खुश रहेंगे तभी हमारे देश का असल विकास होगा। यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो किसानों के जीवन स्तर को सुधारने की कोशिश करता, कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने का प्रयास करता।
हमारा देश आज भी दुनिया के विकासशील देशों में आता है लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद मेरा लक्ष्य अपने देश को एक विकसित देश बनाना होता। कोई भी देश केवल सरकार के जरिए विकसित नहीं होता है। इसमें देश की जनता का भी साथ देना जरूरी होता है।
प्रधानमंत्री के रूप में मैं अपने भारत देश की जनता से अनुरोध करता कि वह भी देश को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे। इसके लिए जरूरी है कि वे भारत देश के नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं।
कोई भी नागरिक भ्रष्टाचार या कानून के साथ खिलवाड़ होते हुए देखते हैं तो उनका कर्तव्य है कि वे इसकी सूचना पुलिस को दें ताकि पुलिस कार्यवाही करें और देश में कानून व्यवस्था बनी रहे। देश में जब कानून व्यवस्था बनी रहेगी तभी देश अपराध मुक्त रहेगा और हर कोई स्वतंत्रता पूर्वक अपना जीवन जी पाएगा।
भ्रष्टाचार हमारे देश के विकास की सबसे बड़ी अड़चन है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकारी अफसर जिनकी जिम्मेदारी है भ्रष्टाचार को दूर करना। वे खुद भ्रष्टाचार लेते हैं और सामान्य नागरिक डर के मारे इसका विरोध नहीं कर पाते।
लेकिन यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करता, जिससे वे सीधे मुझसे संपर्क कर पाते और देश में हो रहे भ्रष्टाचार और अन्य समस्याओं के बारे में मुझे सूचना देते, जिससे मैं सीधे तौर पर देश के हर एक नागरिकों की मदद कर पाता।
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता निबंध (850 शब्द)
प्रस्तावना
देश का प्रधानमंत्री बनना बहुत ही गौरव और हर्ष की बात है। देश के मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री का पद सबसे प्रमुख होता है क्योंकि जो दूर तक देखने की नजर रखता हो और उसके कार्य की कुशलता के आधार पर ही देश का भविष्य टिका होता है।
इसलिए यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो अपने आप को बहुत ही किस्मत वाला समझता। क्योंकि देश की सेवा करने का मौका हर किसी के नसीब में नहीं होता है। माना कि यह पद बहुत ही जिम्मेदारी भरा होता है लेकिन हर किसी की किस्मत में भी नहीं होता।
आम जनता की मूलभूत आवश्यकताओं का ध्यान
मनुष्य की जरूरी मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा, मकान है, इनके बिना इंसान कुछ नहीं है। आज हमारे देश की दुर्दशा बहुत बुरी है क्योंकि यहां पर करोड़ों लोगों को पेट भरने के लिए भोजन, पहनने के लिए कपड़ा और रहने के लिए घर नहीं है। यह तीनों चीजें इंसान की सबसे जरूरी आवश्यकताओं में एक है।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो सबसे पहले इन लोगों की इन जरूरी आवश्यकताओं को पूरा करने की पूरी कोशिश करता। मजदूर वर्ग के लोग, कारीगर आदि सभी के कल्याण के लिए विशेष प्रकार के रोजगारओं का आयोजन करता। देश के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास करता, जो देश के लिए और देश की गरीब जनता के लिए बहुत जरूरी है।
भारत की विदेश नीति में सुधार
प्रधानमंत्री के पद पर होने के बाद में सभी देशों के साथ आपसी सहयोग और मित्रता का व्यवहार रखता। गुट-बंदी वाले देशों के साथ भी मित्रता का व्यवहार रखता। परमाणु शस्त्रों पर प्रतिबंध लगाने का पूरा समर्थन करता।
मैं भारत के सभी विद्यालयों में सैनिकों की शिक्षा को अनिवार्य करता तथा देश के लोगों को सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाता। इसके अलावा जहां तक संभव हो सके देश को युद्ध से दूर रखता और अन्याय पूर्ण जो भी आक्रमण होते हैं, उनका मुंह तोड़ जवाब देता।
आतंकवादी गतिविधियों पर भी विशेष टीमों का निर्माण कर उन पर प्रतिबंध लगाने की पूरी कोशिश करता। हमारा भारत एक शांति प्रिय देश है। मैं भारत की विदेश नीति को सही करने के लिए दुनिया भर में शांति को बढ़ाता और परस्पर आपसी सहयोग की सभी के अंदर भावना को जागृत करता।
शिक्षा पद्धति में सुधार
मैं अक्सर देखता हूं कि हमारे देश की शिक्षा पद्धति बिल्कुल सही नहीं है। मैं प्रधानमंत्री के पद पर होने के बाद इस पर विशेष ध्यान देता। हमारे देश के हर नागरिक को शिक्षित करने के पूरे प्रयास करता।
इसके अलावा मैं शिक्षा के महत्व को बढ़ाने के लिए सभी विद्यालय, महाविद्यालय में अच्छे से अच्छे प्रकार की शिक्षा तथा अच्छे शिक्षकों की नियुक्ति कर करता।
देश में बढ़ रही बुराइयों का अंत
सबसे पहले मैं देश के हर नागरिक का नैतिक स्तर को सुधारने की पूरी कोशिश करूंगा। इसके अलावा आतंकवाद, नशीली दवाओं का सेवन, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, दहेज प्रथा, शराब का अधिक मात्रा में प्रयोग इन सभी बुराइयों को मिटाने की पूरी कोशिश करूंगा।
इसके अलावा लोगों में देशभक्ति की भावना को जागृत करूंगा ताकि लोग देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक बन सके।
देश के बुजुर्गों का राष्ट्र के प्रति उद्देश्य
बुजुर्गों से ही हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। अगर इन्हें बुजुर्ग व्यक्तियों के द्वारा हमें अपने जीवन को सुधारने के कुछ तरीके मिल जाए या फिर देश हित के लिए कुछ सही जानकारियां मिल जाए तो यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी बात होगी।
आज हमारे देश में बुजुर्गों को अपने जीवन मे बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से हमारे देश के हजारों बुजुर्ग व्यक्ति ओल्ड ऐज होम और वृद्ध आश्रमों में अपना जीवन गुजार रहे हैं।
इसके लिए उनकी स्वास्थ्य सेवा और पेंशन आदि की व्यवस्था करके, उनके जीवन को खुशहाल बनाने का पूरा प्रयास मैं प्रधानमंत्री बनने के बाद करूंगा।
लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर
हमारे देश में बढ़ रही बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए देश के लोगों के लिए लघु उद्योग और ग्रामीण उद्योगों को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने की जरूरत है।
इसके लिए एक ऐसे बजट को स्थापित करना होगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के सभी लोगों के लिए रोजगार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके।
अच्छे मंत्रियों के द्वारा मंत्रिमंडल का गठन
मेरे प्रधानमंत्री के पद पर बैठने के बाद में मेरे कैबिनेट में अच्छे मंत्रियों का गठन में करूंगा। इसके लिए मैं देश के सुयोग्य और अनुभवी व्यक्तियों को इसमें शामिल करूंगा ताकि देश की भलाई के लिए उनकी काबिलियत ओर समझ काम आ सके।
उपसंहार
देश की प्रगति के लिए हार वह कार्य करूंगा, जो प्रधानमंत्री के पद पर रहकर किए जाते हैं। वैसे तो प्रधानमंत्री बनने के लिए अभी मेरे अंदर इतनी काबिलियत और तजुर्बा नहीं है, फिर भी मैं प्रधानमंत्री अगर बना तो पूरी इमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियों को बहुत अच्छे से निभाऊंगा।
देश की उन्नति और विकास के लिए जो भी सही कदम या फैसले लेने पड़े, वह हर कार्य करूंगा। देश की उन्नति के लिए एक इमानदार समझदार और सही फैसले लेने वाले प्रधानमंत्री की इस देश को जरूरत है।
निष्कर्ष
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Ye bhut aacha essey tha me agar desh Ka prdhanmantri hora valee pr I hope mere is pr pure number milega