दोना पत्तल बनाने का व्यवसाय ना केवल आज का बल्कि प्राचीन समय से ही चला आ रहा है। क्योंकि शादी ब्याह जैसे कई तरह के फंक्शन में भारतीय संस्कृति में सदियों से ही पत्ते के बर्तन पर खाना परोसने की परंपरा चली आ रही है।
हालांकि वर्तमान में इसकी जगह थर्माकोल या प्लास्टिक के बर्तन ने ले लिया है। आजकल ज्यादातर शादियों में थर्माकोल की प्लेट और कटोरी का प्रयोग किया जाता है, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक होता है। क्योंकि यह अच्छे तरीके से नष्ट नहीं होता।
लेकिन इसी जगह पर पत्ते से बने प्लेट तुरंत नष्ट हो जाते हैं, जो पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते।
ऐसे में अगर आप दोना पत्तल बनाने का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इस व्यवसाय के जरिए आप लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जागरुक भी कर सकते हैं और इस व्यवसाय से लाभ भी कमा सकते हैं।
आज के इस लेख में 500 शब्दों में दोना पत्तल उद्योग पर निबंध (Essay on Dona Pattal Industry in Hindi) लिखकर आए हैं ताकि इस व्यवसाय से संबंधित सारी जानकारी आपको मिल सके।
वर्तमान विषयों पर हिंदी में निबंध संग्रह तथा हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
दोना पत्तल उद्योग क्या होता है?
आज के समय में किसी भी तरह के फंक्शन में आमतौर पर डिस्पोजल बर्तन प्रयोग किए जाते हैं, जो या तो प्लास्टिक के होते हैं या पत्ते के होते हैं।
प्लास्टिक वाले बर्तन पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं और वह अच्छे से नष्ट नहीं होते वहीं पत्तों से बने बर्तन आसानी से नष्ट हो जाते हैं। इसीलिए इस तरह के बर्तन की मांग काफी ज्यादा है।
इसके साथ ही यह अन्य डिस्पोजल बर्तन की तुलना में काफी सस्ते होते हैं। पत्तों से बना पारंपरिक दोना पत्तल केले और सरगी के झाड़ियों के पत्तों को काटकर और बांस की छड़ियों के समर्थन से बनाया जाता है और उन्हें प्लेट और कटोरे का आकार दिया जाता है।
दोना पत्तल उद्योग के लिए सामग्री और मशीन
दोना पत्तल बनाने के लिए कच्ची सामग्री में ज्यादा चीजों की जरूरत नहीं पड़ती है। क्योंकि दोना पत्तल मुख्य रूप से पत्ते से बनाए जाते हैं।
इसीलिए इसमें बस पेड़ और पत्ते की जरूरत पड़ती है। आमतौर पर दोना पत्तल केले के पत्तो से बनाए जाते हैं।
बात करें दोना पत्तल बनाने के लिए मशीन की तो वैसे बिना मशीन के भी दोना पत्तल का उद्योग शुरू किया जा सकता है।
लेकिन मशीन की मदद से कम समय में ज्यादा दोना पत्तल की मैन्युफैक्चरिंग की जा सकती है और मशीन पत्तों को बर्तन का सही आकार देने में मदद करता है।
दोना पत्तल के उद्योग में आमतौर पर दो प्रकार के मशीनों का प्रयोग किया जाता है। पहला मशीन होता है सिंगल डाई मशीन यह हैंड प्रेस होती है।
उसके बाद दूसरा मशीन होता है हैंड प्रेस डबल डाई मशीन जो पहले वाली मशीन से थोड़ी बड़ी होती है।
यह दो प्रकार की डाई इस्तेमाल करती है, जो पत्ते को सही आकार देने में मदद करता है। इन दोनों उपकरण के अलावा एक कप बनाने की भी मशीन आप लगा सकते हैं।
डोना पत्तल बनाने की प्रक्रिया
दोनों पत्तल बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान होती है। गांव तरफ आज भी जिस पत्तल का प्रयोग किया जाता है, वह हाथों से ही बनाया जाता है, जिसे बनाने के लिए बांस के छोटे-छोटे ढंडल का प्रयोग किया जाता है।
उन दंडल के समर्थन से पत्तों को आपस में जोड़कर उन्हें प्लेट का आकार दिया जाता है। हालांकि इससे पहले इसका प्रशिक्षण लेना जरूरी होता है, जो आप इस काम में माहिर किसी भी व्यक्ति से प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके बाद यह काम आसान हो जाता है।
अगर आप मशीन की सहायता से दोना पत्तल बना रहे हैं तो इसमें आमतौर पर पेड़ से बड़े पत्ते काटकर लाने होते हैं। पत्ते इतने बड़े होने चाहिए कि उन्हें प्लेट का आकार दे सके।
पत्तों को काटने के बाद उन्हें मशीन में डालने से पहले अच्छे से साफ करना जरूरी होता है। पतियों से सारी गंदगी साफ कर देने के बाद उन्हें आकार देने के लिए मशीन में डाला जाता है।
इस तरह दोना पत्तल बनाने की प्रक्रिया कठिन नहीं होती है। लेकिन इसके लिए प्रशिक्षण की जरूरत है और दोना पत्तल की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करना जरूरी होता है।
दोना पत्तल उद्योग की लागत
दोना पत्तल के बिजनेस में लगने वाली लागत आपके इस उद्योग के स्तर पर निर्भर करता है। अगर आप इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं तो आपको ज्यादा लागत लगेगी वहीं कम लागत में आप इस व्यवसाय को अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं।
दोना पत्तल के उद्योग में कच्चे माल यानी की पत्ते की जरूरत पड़ती है, जिसके लिए आपको कोई खर्च नहीं आता है। आप आसपास के पेड़ के पत्ते तोड़ कर ला सकते हैं।
इसमें सबसे मुख्य लागत मशीन की होती है और मशीन की अनुमानित कीमत अधिकतम ₹10000 से ₹20000 तक होता है।
इसके अतिरिक्त अगर आप फैक्ट्री लगाने के लिए किराए पर जमीन लेते हैं तो आपको उसका किराया अपने लागत में जोड़ना होगा। इस तरह 20000 से 25000 में दोना पत्तल के उद्योग को शुरू कर सकते हैं।
दोना पत्तल उद्योग से कमाई
दोना पत्तल का उद्योग भले ही एक छोटा सा उद्योग हो लेकिन इस व्यवसाय में ना ही ज्यादा समय की जरूरत है ना हीं ज्यादा लागत की जरूरत है।
लेकिन इसमें मुनाफा काफी ज्यादा होता है। इस व्यवसाय को शुरू करके आप हर महीने करीबन ₹40000 से ₹45000 आसानी से कमा सकते हैं।
अंतिम शब्द
विद्यार्थियों को अपनी कक्षाओं में दोना पत्तल उद्योग पर निबंध लिखिए का प्रश्न पूछा जाता है तो यहां पर सरल शब्दों में दोना पत्तल उद्योग पर निबंध (Essay on Dona Pattal Industry in Hindi) शेयर किया है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबन्ध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरुर करें। यदि इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।
यह भी पढ़े