E Passport Kya Hai: 1 फरवरी को हमारे देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल का मतलब 2022 का बजट जारी किया, जिसमें उन्होंने पासपोर्ट लॉन्च करने का ऐलान किया। पासपोर्ट क्या होता है यह तो आप सभी को पता है। लेकिन ई-पासपोर्ट क्या होता है, अभी का सवाल बन चुका है।
आखिर e-passport सामान्य पासपोर्ट से कितना अलग होगा और इसके क्या फायदे होंगे?, किस तरीके से यह काम करेगा? इन सभी सवालों का जवाब हम आज के लेख में देंगे तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
ई पासपोर्ट क्या है और यह कैसे काम करेगा? | E Passport Kya Hai
ई पासपोर्ट क्यों जारी किया जाएगा?
जैसा आप सभी जानते हैं कि पासपोर्ट किसी भी व्यक्ति की एक पहचान कार्ड होता है, जिसकी जरूरत अन्य देश की यात्रा करने के लिए होती है। बिना पासपोर्ट के आप किसी भी देश में जा नहीं सकते।
अभी का जो पासपोर्ट है, वह बुकलिस्ट के रूप में होता है। जिसमें उस पासपोर्ट धारक की सभी बायोमैट्रिक डाटा जैसे कि उसका नाम, जन्म, उसके परिवार संबंधित कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां होती है, जिसे बहुत आसानी से कॉपी करके फर्जीवाड़े किए जा सकते हैं और ऐसे कई सारे मामले आते ही रहते हैं।
पासपोर्ट के ऐसे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए निर्मला सीतारमण ने इस साल के बजट में e-passport लाने का ऐलान किया। इससे काफी बदलाव हो सकता है। अब सामान्य पासपोर्ट को ई पासपोर्ट में बदल दिया जाएगा।
ई पासपोर्ट क्या होता है?
ई-पासपोर्ट वर्तमान की सामान्य पासपोर्ट से काफी अलग होगा। यह एक डिजिटल पासपोर्ट होगा, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाया जाएगा। इस चिप में पासपोर्ट धारक की सभी बायोमैट्रिक डाटा स्टोर की जाएगी, जिससे पासपोर्ट के नाम पर होने वाले जालसाजे को रोका जा पाएगा। ई पासपोर्ट में लगे चिप का आकार पोस्टेड स्टैंप से भी छोटा होगा, जिसमें 64 किलोबाइट तक की मेमोरी स्पेस होगी।
इस छोटे से चीप में 30 यात्रियों की जानकारी को स्टोर करने की क्षमता हो सकती है। नया जारी होने वाला यह e-passport इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन के स्टैंडर्ड के मुताबिक होगा।
सामान्य पासपोर्ट और पासपोर्ट में अंतर
ई पासपोर्ट सामान्य पासपोर्ट से काफी अलग होगा। दोनों में काफी अंतर देखा जा सकता है, जो निम्नलिखित होंगे:
- सामान्य पासपोर्ट एक प्रिंटेड बुकलेट होता है, जिसमें पासपोर्ट की नकल करना बहुत आसान होता है। लेकिन नई तकनीकी से जारी e-passport में चिप की सुविधा होगी, जिसे कॉपी नहीं किया जा सकता।
- अभी का पासपोर्ट एक साधारण बुकलेट है लेकिन नए जारी e-passport में दोनों और कवर लगे होंगे, जिसमें पीछे के कवर में छोटा सा सिलिकॉन का चिप लगाया जाएगा।
- सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन करने पर आवेदक को हस्ताक्षर करना होता है, जिसकी कॉपी की जा सकती है। लेकिन इस इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट में डिजिटल तरीके से हस्ताक्षर होगा, जिसे चिप में स्टोर किया जाएगा। जिससे कोई भी हस्ताक्षर की कॉपी नहीं कर पाएगा।
- जहां सामान्य पासपोर्ट में पासपोर्ट धारक की सभी जानकारियों को पढ़ा जा सकता है, वहीँ ई पासपोर्ट में चिप को स्कैन करने पर ही सभी जानकारियों को पढ़ा जा पाएगा।
- वर्तमान में सामान्य पासपोर्ट धारक की पेपर फोटो होती है, जिस पर आसानी से जालसाजी कर लेते हैं। लेकिन ई पासपोर्ट में मेमोरी स्पेस में ही फोटो और फिंगरप्रिंट को स्टोर किया जाएगा।
ई पासपोर्ट के फायदे
ई पासपोर्ट के निम्नलिखित फायदे हैं:
- ई पासपोर्ट का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे पासपोर्ट के नाम पर होने वाली जालसाजी को रोका जा सकेगा।
- ई पासपोर्ट के जरिए यात्रियों के इमीग्रेशन प्रक्रिया काफी आसान बन जाएगी।
- पासपोर्ट के कारण नागरिकों की सभी बायोंमैट्रिक्स जानकारी सुरक्षित और गोपनीय रहेगी।
- जहां सामान्य पासपोर्ट के वेरिफिकेशन में ज्यादा समय लगता था वहीँ ई पासपोर्ट को स्केन करने में काफी कम समय लगेगा। जिससे इमिग्रेशन काउंटर पर भीड़ भी कम लगेगी।
- इस बायोमेट्रिक फीचर वाले पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट से लेकर आंखों तक की पहचान मौजूद होगी, जिस तरीके से फिलहाल आधार कार्ड में यह सुविधा मौजूद है।
- जहां साधारण पासपोर्ट के खोने, जलने या भिंगने की शिकायत रहती थी वहीं इस पासपोर्ट में ऐसी कुछ भी शिकायत नहीं होगी।
अन्य देशों में भी ई पासपोर्ट की सुविधा है?
निर्मला सीतारमण ने भारत में ई पासपोर्ट जारी करने के लिए कहा तो अब ऐसा नहीं है कि केवल भारत में ही डिजिटल ईपासपोर्ट की सुविधा दी जा रही है।
बल्कि इस तकनीक को तो 1998 में ही लांच कर दिया गया था और अभी 100 से भी ज्यादा देशों ने ईपासपोर्ट की सुविधा को अपनाया है, जिसमें अमेरिका समेत ब्रिटेन जापान जर्मनी जैसे देश भी शामिल है, जो ई पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रही हैं।
FAQ
ई पासपोर्ट डिजिटल तकनीकी से लैस पासपोर्ट होगा, जिसमें चिप का इस्तेमाल किया जाएगा।
ई पासपोर्ट में बहुत छोटे साइज का चिप इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें 64 किलोबाइट तक का स्पेस होगा।
नहीं, ई पासपोर्ट की कॉपी नहीं की जा सकती है।
निष्कर्ष
अभी तक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर केवल 20,000 राजनयिकों को ही ई पासपोर्ट जारी किए गए हैं लेकिन विदेश मंत्रालय आम नागरिकों के लिए भी पासपोर्ट जारी करेगी। इस तरीके से बहुत ही जल्द आम जनता भी ई पासपोर्ट का फायदा उठा पाएगी।
हमें उम्मीद है कि इस लेख के जरिए आपको ई पासपोर्ट क्या होता है और किस तरीके से इसका इस्तेमाल किया जाएगा से संबंधित सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा। यदि लेख से संबंधित कोई भी समस्या है तो कमेंट सेक्शन में जरूर लिखें।
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