Dr Swati Mohan Biography in Hindi: हमारी धरती से लाखों मील दूर मंगल ग्रह पर शुक्रवार को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का “मार्स 2020” मिशन का पर्सिवरेंस रोवर सफलतापूर्वक लैंड हुआ। पर्सिवरेंस रोवर ने 472 मिलियन किलोमीटर की दूरी को पार करने में 203 दिन का समय लिया।
आपको बता दें कि 7 महीने पहले धरती से यह मार्स पर्सिवरेंस रोवर मंगल ग्रह के लिए रवाना हुआ था तब से ही अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की टीम इस पर अपनी नजर बनाये हुए है।
जब पूरी दुनिया इस ऐतिहासिक लैंडिग को देख रही थी तब अंतरिक्ष एजेंसी के नियंत्रण कक्ष से एक आवाज सुनाई दी जो “टचडाउन कंर्फम्ड” इसका मतलब होता है कि सफलतापूर्वक उतर गया है। यह आवाज कंट्रोल रूम में नासा की टीम की महिला की थी जो भारतीय सुहागिन महिला की तरह अपने सिर पर बिंदी लगाये हुए, इस पर्सिवरेंस रोवर पर अपनी नजर बनाये बनाये हुई थी।
यह महिला भारतीय मूल अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. स्वाति मोहन की थी जो पूरी प्रोजेक्ट टीम और जीएन एंड सी सबसिस्टम को लीड कर रही थी।
डॉ स्वाति मोहन कौन है?
डॉ स्वाति मोहन बायोग्राफी (Dr Swati Mohan Jeevan Parichay)
भारतीय मूल की डॉ स्वाति मोहन अमेरिका में एयरोस्पेस इंजीनियर है, जो वर्तमान में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में अपनी सेवा दे रही है। नासा के ‘मार्स 2020’ मिशन में पर्सिवरेंस रोवर सफलतापूर्वक लैंडिंग में डॉ स्वाति का अहम योगदान है।
भारत के बैंगलोर में जन्मी डॉ स्वाति जब एक वर्ष की थी तब भारत से अमेरिका चली गई थी। डॉ स्वाति ने अपना बचपन अमेरिका के उत्तरी वर्जीनिया-वाशिंगटन डीसी मेट्रो क्षेत्र में गुजारा है। जब स्वाति मात्र 9 वर्ष की थी तब पहली बार ‘स्टार ट्रेक’ देखा। ‘स्टार ट्रेक’ देखने के बाद स्वाति ब्रह्मांड के नए क्षेत्रों के सुंदर चित्रणों से बेहद हैरान थी। उसके बाद से स्वाति के मन में ब्रह्मांड की दुनिया के बारे में जानने के बारे दिलचस्पी बढ़ गई।
तब से स्वाति ने मन ही मन में यह विचार कर लिया था कि वह ब्रह्मांड में नए-नए स्थान खोजने के लिए काम करेगी। डॉ स्वाति के करिअर की बात करें तो स्वाति बाल रोग विशेषज्ञ बनना चाहती थी। लेकिन 16 वर्ष की उम्र के बाद स्वाति ने अंतरिक्ष अन्वेषण में अपना कैरिअर बनाने के लिए फिजिक्स में इंजीनियरिंग करने का फैसला किया।
स्वाति के शिक्षा की बात करें तो स्वाति ने अपने ग्रेजुएशन की डिग्री कॉर्नेल विश्वविद्यालय से की है। स्वाति मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में विज्ञान में ग्रेजुएट है। अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद स्वाति ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एयरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स से अपनी मास्टर डिग्री और पीएचडी पूरी की।
डॉ स्वाति ने नासा के कई सफ़ल मिशन में अपना योगदान दिया है और नासा के जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला में शुरुआत से ही मार्स रोवर मिशन की मेंबर रही हैं। GRAIL (चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उड़ाए जाने की एक जोड़ी) और कैसिनी (शनि के लिए एक मिशन) में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी है।
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