वो कहते है ना हमारा दिल कभी भर आता है, कभी वह बाग-बाग हो जाता है। कभी हम दिल हार जाते हैं तो कभी दिल जीत लेते हैं। जब हमें किसी से भी कृतज्ञता जतानी हो तो कह देते हैं, तहे दिल से शुक्रिया।
कभी हमारा दिल गलती कर बैठता है तो कभी दिल दरिया होता है। दिल की चित भी है, दिल की ही पट भी और जब सिक्का उछलता है तब दिल धक से बैठ भी जाता है। वैसे तो दिल को केंद्र में रखकर कई शायरियां लिखी गई है।
आज हम इस आर्टिकल में सबसे बेहतरीन दिल शायरी (Dil Shayari in Hindi) का कलेक्शन लेकर आये है।
आप अपने व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि सोशल मीडिया नेटवर्क के माध्यम से इस दिल पर शायरी के बारे में अपनी भावनाओं को अपने दोस्तों और अपने प्यार को व्यक्त कर सकते हैं।
इस दिल की सरहद को पार न करना, नाज़ुक है मेरा दिल इस पर वार न करना, खुद से बढ़कर भरोसा किया है तुम पर, इस भरोसे को तुम बेकार न करना।
मेरे दिल की धड़कनो को, तूने दिल बर धड़कना सीखा दिया, जब से मिली है मोहब्बत तेरी मेरे दिल को, गम में भी हंसना सीखा दिया।
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है, बड़ी मुश्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है, किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो, पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है।
अपने आँचल से बाँध लूं दिल को, कहीं तेरे ख्यालों के साथ उड़ न जाये, थाम लूँ हाथ इसका कसकर, कहीं तेरी यादों में राह से मुड़ न जाये।
काश की खुदा ने दिल शीशे के बनाये होते, तोड़ने वाले के हाथों में जख्म तो आए होते।
दिल लगाना शायरी
इक छोटी सी ही तो हसरत है इस दिल ए नादान की, कोई चाह ले इस कदर कि खुद पर गुमान हो जाए।
तुम कभी भी मोहब्बत, आज़माकर देखना मेरी, हम जिंदगी से हार जायेंगे, मोहब्बत से नहीं।
दिल में हर बात आज भी वही है ज़ाहिर है तुझ पे मेरा हक़ नहीं है देखते देखते यु मंज़र बदल गया तू मेरा होकर भी मेरा नहीं है।
अब जिसके जी में आये वही पाये रौशनी, हमने तो दिल जला कर सरेआम रख दिया।
Dil Shayari in Hindi
बहुत देता है तू उसकी गवाहियाँ और सफाईयां, समझ नहीं आता तू मेरा दिल है या उसका बकील।
राज़-ए-हक़ीकत जानने वाले देखिये क्या कहते हैं, दिल को मेरा दिल नहीं उनकी तमन्ना कहते हैं।
मैंने हक दिया है तुझको मेरे साथ दिल्लगी का, मेरे दिल से खेल जब तक तेरा दिल बहल न जाये।
कभी पत्थर कहा गया तो कभी शीशा कहा गया, दिल जैसी एक चीज़ को क्या-क्या कहा गया।
किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस खुदा ही जानता है, दिल अगर बेनकाब होता तो सोचो कितना फसाद होता।
ग़म-ए-दिल अब किसी के बस का नहीं, क्या दवा क्या दुआ करे कोई तेरे लिए।
किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी, हमारी चीज थी हमने जहाँ जानी वहाँ रख दी, जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो, जरा सी चीज़ थी हमने न जाने कहाँ रख दी।
dil ki shayari
अभी कमसिन हो रहने दो कहीं खो दोगे दिल मेरा, तुम्हारे लिए ही रखा है ले लेना जवान हो कर।
समझाउंगी इसे प्यार से, बहलाउंगी अलग-अलग अंदाज़ से, अपन गले से लगाकर रखूंगी इसे, कहीं तेरे दिल से फिर न जुड़ जाये।
हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका, मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया।
मेरे लबों का तबस्सुम तो सबने देख लिया, जो दिल पे बीत रही है वो कोई क्या जाने।
ऐसा नहीं था कि, दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी, बस इतना समझ लो की, हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी।
इतना दिल से ना लगाया करो, मेरी बातो को, कोई बात दिल में रह गई, तो हमे भुला नहीं पाओगे . .
यूँ तसल्ली दे रहे हैं हम दिल-ए-बीमार को, जिस तरह थामे कोई गिरती हुई दीवार को।
उसके सिवा किसी और को, चाहना मेरे बस में नहीं है, ये दिल उसका है, अपना होता तो और बात होती।
दिल की शायरी
लाखों में इंतेखाब के काबिल बना दिया, जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया, पहले कहाँ ये नाज थे यह इशवा-ओ-अदा, दिल को दुआएं दो तुम्हे कातिल बना दिया।
इजहार-ए-इश्क करूं या पूछ लूं तबियत उनकी, ऐ दिल कोई तो बहाना बता उनसे बात करने का।
तेरी खामोशी जला देती है इस दिल की तमन्नाओं को, बाकी सारी बातें अच्छी है तेरी तस्वीर में।
जिंदगी तेरे बिना अब कटती नहीं है, तेरी याद मेरे दिल से मिटती नही, तुम बसे हो मेरी निगाहो में, आँखो से तेरी सूरत हटती नहीं !
काश उसे चाहने का अरमान न होता, मैं होश में रहते हुए अनजान न होता, ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको, या फिर कोई पत्थर दिल इंसान न होता।
फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका ग़ुरूर, फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कुसूर।
दिल के लिए शायरी
आकर तू देख ले दिल पे लिखा है नाम तेरा, अगर कहे तो दिल चीर के दिखाऊ तुझको।
समझा न कोई दिल की बात को, दर्द दुनियां ने बिन सोचे ही दे दिया, जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।
जितना जलाया है तुमने प्यार में मुझको, दिल तो करता है कि मैं भी जलाऊं तुझको।
ज़माने भर की रुसवाईयां और बेचैन रातें, ऐ दिल कुछ तो बता ये माज़रा क्या है?
अजनबी होता तो ऐसा कर भी लेता शायद , मगर तू तो अपना है कैसे सताऊं तुझको।
मेरी बहार-ओ-खिजान जिसके इख़्तियार में थी, मिजाज़ उस दिल-ए-बे-इख़्तियार का न मिला।
आज भी कितना नादान है, दिल समझता ही नहीं, बाद बरसों के उन्हें देखा, तो दुआएं मांग बैठ।
कुछ ठोकरों के बाद नज़ाक़त आ गई मुझ में, अब दिल के मशवरों पे मैं भरोसा नहीं करता।
राजे हकीकत जान ने वाले देखिये क्या कहते हैं, दिल को मेरा दिल नहीं उनकी तमन्ना कहते हैं।
इन दिनों दिल अपना सख्त बे-आराम रहता है, इसी हालत में लेकर सुबह से शाम रहता है।
वादे वफ़ा करके क्यों मुकर जाते हैं लोग, किसी के दिल को क्यों तड़पाते हैं लोग, अगर दिल लगाकर निभा नहीं सकते, तो फिर क्यों दिल लगाते हैं लोग।
Dil Shayari in Hindi
काश,,,बनाने वाले ने दिल काँच का बनाया होता, दिल तोड़ने वाले के हाथों में ज़ख्म तो आया होता, जब भी वो देखता अपने हाथों की तरफ, कम से कम उसे मैरा ख्याल तो आया होता।
दिल लगता नहीं है अब तुम्हारे बिना, खामोश से रहने लगे है तुम्हारे बिना, जल्दी लौट के आ जाओ अब… वरना जी ना पाएँगे तुम्हारे बिना।
दिल एक है तो, कई बार क्यों लगाया जाये, बस एक इश्क़ ही काफी है, अगर निभाया जाये।
तू ही बता ए दिल कि तुझे समझाऊं कैसे, जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे, यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा, मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे।
दिल की बातें हर किसी के, समझ में नहीं आती, सिर्फ उन्हें है आती, दिल में जिनके मोहब्बत घर कर जाती।
दिल लगाने की शायरी
ए दिले नादान तुझे हुआ क्या है, आखिर इस दर्द की दवा क्या है, हमको उनसे है उम्मीद वफ़ा की, जो जानते ही नहीं वफ़ा क्या है।
दिल से ख़याल-ए-सनम भुलाया न जाएगा, सीने में दाग़ है कि मिटाया न जाएगा।
अब उसके साथ रहूँ या फिर उस से किनारा कर लूँ, जरा ठहर जा ऐ दिल मैं ये फैसला दोबारा कर लूँ।
दिल की नाज़ुक धड़कनो को… मेरे सनम तुमने धड़कना सिखा दिया, जब से मिला है तेरा प्यार दिल को, ग़म मे भी मुस्कुराना सिखा दिया।
अच्छी सूरत पे गजब टूट के आना दिल का, याद आता है हमें हाय… ज़माना दिल का, इन हसीनों का लड़कपन ही रहे या अल्लाह, होश आता है तो याद आता है सताना दिल का।
दिल मेरा भी कम खूबसूरत तो न था, मगर मरने वाले हर बार सूरत पे ही मरे।
दिल पर चोट पड़ी है तब तो आह लबों तक आई है, यूँ ही छन से बोल उठना तो शीशे का दस्तूर नहीं।
उनके हाथों ने छू लिया होगा मुझको, वरना पत्थर दिल कहाँ पिघलते हैं।
खामोशियाँ…. बहुत कुछ कहती हैं, कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो।
दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है।
दिल शायरी हिंदी
दिल के दो हिस्से जो कर डाले थे इश्क़ ने, एक सहरा बन गया और एक गुलशन हो गया।
दिल के ज़ख्मों पर मत रो मेरे यार, वक़्त हर ज़ख्म का मरहम होता है, दिल से जो सच्चा प्यार करे… उसका तो खुदा भी दीवाना होता है।
तुम चाहे बंद कर लो दिल के दरवाजे सारे, हम दिल मे उतर आएंगे कलम के सहारे।
ना तसवीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये, ना तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये, ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम, ना कुछ कहा जाये ना तुम बिन रहा जाये।
तेरा नाम था आज अजनबी की जुबान पर, बात जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया।
जीने के लिए तुम्हारी याद ही काफी है, इस दिल में बस अब तुम ही बाकी हो, आप तो भूल गए हो हमें अपने दिल से, लेकिन हमें आज भी तुम्हारी तालाश बाकी है।
दिल की धड़कन बनकर दिल में रहोगे तुम, जब तक सास है मेरे साथ रहोगी तुम।
शायरी लिखना कौन जाने, शायरी तो खुद-बा-खुद बन जाती है, जब दिल भर आता है तो, कलम खुद-बा-खुद चल जाती है।
dil par shayari
तेरा ख़याल तेरी तलब और तेरी आरज, इक भीड़ सी लगी है मेरे दिल के शहर में !
पलकों से रास्ते के कांटे हटा देंगे, फूल तो क्या हम अपना दिल बिछा देंगे, टूटने न देंगे हम इस प्यार को कभी, बदले में हम खुद को मिटा देंगे।
नजरें मिला कर किया दिल को ज़ख़्मी, अदाएं दिखा कर सितम ढहा रहे हो, वफाओं का मेरी खूब सिला दिया है, तड़पता हुआ छोड़ कर जा रहे हो।
Dil Shayari in Hindi
बेनाम सा यह दर्द ठहर क्यों नही जाता, जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता, वो एक ही चेहरा तो नही सारे जहाँ मैं, जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नही जाता।
दिल को इसी फ़रेब में रखा है उम्रभर, इस इम्तिहां के बाद कोई इम्तिहां नहीं।
चमक रहा है ख़ेमा-ए-रौशन दूर सितारे सा, दिल की कश्ती तैर रही है खुले समुंदर में।
कुछ ठोकरों के बाद, नजाकत आ गयी मुझमे, अब दिल के मशवरों पे, मैं भरोसा नहीं करता।
अब जिस तरफ़ से चाहे गुज़र जाए कारवाँ, वीरानियाँ तो सब मेरे दिल में उतर गईं।
बेहतर तो है यही कि न दुनिया से दिल लगे, पर क्या करें जो काम न बे-दिल-लगी चले।
उतर जाते हैं कुछ लोग, दिल में इस कदर, जिन्हें दिल से निकालो तो, जान निकल जाती है।
dil status hindi
अजीब अंधेरा है ऐ इश्क़ तेरी महफ़िल में, किसी ने दिल भी जलाया तो रोशनी ना हुई।
दिल के मामले में मुझे दख़्ल कुछ नहीं, इसके मिज़ाज में जिधर आए उधर रहे।
मुमकिन अगर हो सके तो वापस कर दो, बिना दिल के अब हमारा दिल नहीं लगता।
धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर, आप तो पूरे दिल पर कब्जा किये बैठे हैं।
खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से, तुम जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।
तेरे शहर के कारीगर बड़े अजीब हैं ऐ खुसूस-ए-दिल, काँच की मरम्मत करते हैं पत्थर के औजारों से।
पास आ जरा दिल की बात बताऊँ तुझको, कैसे धड़कता है दिल आवाज़ सुनाऊं तुझको।
आज दिल कर रहा था, बच्चों की तरह रूठ ही जाऊँ, पर फिर सोचा, उम्र का तकाज़ा है मनायेगा कौन।
ऐ दिल मत कर इतनी मोहब्बत किसी से, इश्क में मिला दर्द तू सह नहीं पायेगा, टूट कर बिखर जायेगा अपनों के हाथो से, किसने तोड़ा ये भी किसी से कह नहीं पयेगा।
सारी उम्र में एक पल भी आराम का न था, वो जो दिल मिला किसी काम का न था, कलियाँ खिल रही थी हर गुल था ताज़ा, मगर कोई भी फूल मेरे नाम का न था।
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।