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देश प्रेम पर निबंध

Desh Prem Essay in Hindi: हम यहां पर देश प्रेम पर निबंध हिंदी में (Desh Prem Par Nibandh) शेयर कर रहे है। इस निबंध में देश प्रेम के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेयर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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Desh Prem Nibandh

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देश प्रेम पर निबंध | Desh Prem Essay in Hindi

देश प्रेम पर निबंध 100 शब्द (Essay on Desh Prem in Hindi)

देश प्रेम शब्द से ही बात जाहिर होती है कि देश के प्रति प्रेम और वफादारी की भावना देशप्रेम है। जो लोग अपना महत्वपूर्ण समय और अपनी भूमिका देश प्रेम के लिए निभाते हैं। देश में रहते हुए हमें हमारे देश के प्रति हर तरह से सहयोग और विकास में बढ़ावा देना चाहिए।

देश के प्रति सम्मान की भावना देश के प्रति निस्वार्थ प्रेम की भावना ही देश प्रेम और देशभक्ति है। हमारे देश में देशभक्तों का एक समूह जो देश के विकास के लिए हर समय तैयार रहता है और उनके मन में देश प्रेम का एक अलग ही जुनून है।

लेकिन देश प्रेम और देशभक्ति की यह भावना प्रतिस्पर्धा के चलते लुप्त होती जा रही है। एक जाति और दूसरे जाति के बीच होने वाली प्रतिस्पर्धा देश प्रेम की भावना को सदा के लिए मिटा रही है। हमें अपने देश के प्रति एकजुट होकर रहना और निस्वार्थ प्रेम के जरिए देश को आगे बढ़ाना चाहिए।

देश प्रेम पर निबंध 200 शब्द (Rashtra Prem Par Nibandh)

अपने देश से निस्वार्थ तौर पर प्रेम देश प्रेम चलाता है। देश के प्रति अच्छी भावना की देश प्रेम को बढ़ावा दे रही है। देश प्रेम को अपने देश के प्रति देशभक्ति की वफादारी से परिभाषित किया जा सकता है। किसी भी व्यक्ति का देश के प्रति प्रेम और भक्ति की भावना देश प्रेम या देश भक्ति चलाता है। भारत के लोगों के बीच देशभक्ति की भावनाएं ब्रिटिश शासन काल में देखने को मिली थी।

ब्रिटिश शासन काल में देशभक्ति की भावना उमड़ने की वजह से ही देश आजाद हुआ था। लेकिन आज के समय में आज की युवा पीढ़ी के अंदर देशभक्ति की भावना और देश प्रेम की भावना बहुत कम है। क्योंकि लोग एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा के चलते देश प्रेम को बिल्कुल भूल जा रहे हैं।

आज के समय में व्यक्ति अपने जीवन को अपने काम में उलझा रहा है। देश भक्ति और देश प्रेम से दूर रहने का प्रयास कर रहा है। देशवासियों के लिए एक संदेश कि हम सभी को एक साथ भाई चारे के साथ और प्रेम के साथ रहना चाहिए। देश का हर व्यक्ति देश हित के लिए सोचेगा तो एक दिन हमारा देश अन्य देशों के मुकाबले मजबूत और कई गुना आगे बढ़ेगा।

देश में देशभक्ति और देशप्रेम को बढ़ावा देना बहुत ही जरूरी है अन्यथा समय के साथ-साथ देशभक्ति और देशप्रेम लुप्त हो जाएगा। युवा जनरेशन अपने काम में इतनी उलझी हुई है कि उन्हें अन्य लोगों से मतलब ही नहीं है। इतना ही नहीं लोग प्रतिस्पर्धा के चलते भी स्वार्थी होते जा रहे हैं। हमें अपने जीवन को निस्वार्थ करना चाहिए और देशप्रेम और देश भक्ति में अपना मुख्य योगदान देना चाहिए।

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देश प्रेम पर निबंध 250 शब्द (Desh Prem Par Nibandh in Hindi)

देश प्रेम दो शब्दों के मिलन से बना है, जिस का तात्पर्य है अपनी मातृभूमि से प्रेम करना। चाहे प्राणी हो या मनुष्य हर जीव अपनी जन्भूमि के साथ एक अनोखे रिश्ते से जुड़ा हुआ होता है। अपनी मातृभूमि हर व्यक्ति को प्राणों से भी प्यारी होती है क्योंकि उसका जन्म और लालनपालन देश की मिट्टी में हुआ होता है।

किसी ने खूब कहा है ‘मां और मातृभूमि तो स्वर्ग से भी महान है’। देश प्रेम इस दुनिया का सबसे श्रेष्ठ प्रेम माना जाता है क्योंकि इस प्रेम में सबसे पहले देश का हित आता है बाद में सब कुछ। देश प्रेम को इस दुनिया का सबसे श्रेष्ठ त्याग भी माना जाता है क्योंकि देश के लिए अपना घर, अपना परिवार तथा अपनी जान तक न्योछार करनी पड़ती है।

देशभक्ति दुनिया की सबसे शुद्ध भावनाओं में से एक है। क्योंकि एक देशभक्त अपने देश के लिए निस्वार्थ भाव से देश के कल्याण के काम करता है और बदले ने कुछ भी वसूल नहीं करता। स्वतंत्रता संग्राम ने विभिन्न देश प्रेमियों को जन्म दिया, जिसकी हिम्मत और बहादुरी के चर्चे आज भी होते है।

रानी लक्ष्मी बाई, शिवाजी, गांधी जी, सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह और मौलाना आजाद जैसे कई देश प्रेमियों है, जिन्होंने देश के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया और अपने देश के प्यार के लिए शहीद हो गए।

देश प्रेम की वास्तविक भावना के साथ जिम्मेदारी की भावना आती है। देश प्रेम भाईचारे को बढ़ावा देता है। देश प्रेम देशवासियों के बीच भ्रष्टाचार और स्वार्थ को दूर करने में भी मदद करती है। देश के नागरिकों में जितना अधिक देश प्रेम होगा इतना अधिक देश मजबूत बनेगा और विकासपथ पर आगे बढ़ेगा।

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देश प्रेम पर निबंध 300 शब्द

प्रस्तावना

देश प्रेम की भावना हर व्यक्ति में अपने आप आती है। कहने का मतलब यह है कि जिस माता की गोद में व्यक्ति खेलकूद कर बड़ा होता है, उससे प्यार उसे खुद हो जाता है। इसलिए देश की मातृभूमि पर पनपने वाला हर इंसान अपनी मातृभूमि से एक अनोखा लगाव करता है और देश की मिट्टी से उसे अच्छा लगाव हो जाता है।

लेकिन धीरे-धीरे व्यक्ति के मन में देश प्रेम की भावना कम होती जा रही है। आने वाली जनरेशन में अगर ऐसा ही चलता रहा तो देश प्रेम खत्म होता दिखाई देगा। आज के समय में प्रतिस्पर्धा और एक दूसरे के प्रति घृणा की भावना देश प्रेम को कम कर रही है। लोगों को हिल मिलकर और सब के साथ रिश्ता बना कर रहना चाहिए।

देश प्रेम के अनोखे उदाहरण

देश प्रेम जो पूरी तरह से निस्वार्थ होता है और देश प्रेम व देश भक्ति मैं अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले कई भारतीय आज देश प्रेम के अनोखे उदाहरण बने हुए हैं।

  • शहीद भगत सिंह
  • राजगुरु
  • सुखदेव
  • चंद्रशेखर आजाद
  • लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
  • महात्मा गांधी
  • लाला लाजपत राय

इन सभी ने अपने देश के खातिर अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए और उन्हीं की बदौलत आज हम आजादी से देश में घूम रहे हैं। अन्यथा आज भी ब्रिटिश सरकार का साम्राज्य हमारे देश में रहता और हम आज भी ब्रिटिश सरकार के गुलाम ही रहते। लेकिन इन सुर वीरों ने देश प्रेम दिखाते हुए और देशभक्ति दिखाते हुए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने आप को देश के लिए न्योछावर कर दिया।

आज के समय के देशभक्त के मुख्य उदाहरण

आज के समय में भी देश प्रेम की भावना लोगों के मन में है। हमारी इंडियन आर्मी की तीनों सेनाएं देशभक्ति और देश प्रेम की एक मिसाल है। आए दिन सैकड़ों लोग देश प्रेम और देश भक्ति के लिए हंसते-हंसते शहीद हो जाते हैं।

उदाहरण को देखते हुए हमें भी अपने आप में देश प्रेम की भावना को जगाना चाहिए और देश के प्रति हमें अपने कर्तव्य निभाने चाहिए जितना हो सके, देश भक्ति में अपना योगदान देना चाहिए, इसी से हमारा देश आगे बढ़ सकता है।

देश प्रेम पर निबंध 500 शब्द

प्रस्तावना

मातृभूमि के प्रति प्रेम हर व्यक्ति को अपने आप पैदा होता है और वही प्रेम देशप्रेम कहलाता है। देश में रहने वाले हर व्यक्ति और हर बच्चे को देश से प्रेम होना चाहिए। देश के प्रति भक्ति की भावना हर मनुष्य के मन में होनी जरूरी है।

व्यक्ति के मन में देश प्रेम की भावना तो पैदा होती ही है लेकिन व्यक्ति कई अन्य कारणों की वजह से देश प्रेम के प्रति अपना योगदान नहीं दे पाता है और ऐसा ही आज के समय में देखने को मिल रहा है।

देश प्रेम की परिभाषा

अपने देश के प्रति प्रेम और वफादारी देशप्रेम कहलाती है। देश के प्रति अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निस्वार्थ निभाना ही देश प्रेम है। प्रेम और देशभक्ति की भावना एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति के करीब लाती है और देश के विकास में भी बढ़ावा देती है।

देश प्रेम का महत्व

देश को आगे बढ़ाने और देश को मजबूत बनाने के लिए देश में रहने वाले हर नागरिक में देश प्रेम की भावना होना बेहद जरूरी है। देश प्रेम ही देश को आगे बढ़ाने और देश के विकास में मुख्य भूमिका निभाते हैं। जहां पर देश प्रेम नहीं है, उस देश की तरक्की भी नहीं होती है। ऐसा अक्सर कहा जाता है कि गुड में हमेशा शक्ति होती है।

इसी प्रकार से यदि हमारे देश के हर नागरिक के मन में देश प्रेम के प्रति भावना होगी तो देश मजबूत शक्ति की तरह बढ़ेगा और कोई भी दुश्मन देश सामने देखने से पहले सोचेगा। देश प्रेम की भावना देश में जो कुछ लोगों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और कालाबाजारी को भी खत्म कर सकता है। देश प्रेम देश के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण पहलू है।

देश प्रेम के प्रति कर्तव्य

जो व्यक्ति अपने देश के प्रति प्रेम करता है तो उस व्यक्ति को हमेशा निस्वार्थ प्रेम करना चाहिए। देसी हमारे कई कर्तव्य प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। लेकिन हमारा देश से अब यदि निस्वार्थ प्रेम है तो हम देश को आगे बढ़ाने में मुख्य योगदान दे रहे हैं।

हम सभी का कर्तव्य यह रहता है कि अपने देश के लिए त्याग की भावना बनाए रखना और एक दूसरे से अमिता प्यार के साथ पेश आना। हर व्यक्ति को अपने देश प्रेम और देश के प्रति कर्तव्य की पालना करनी चाहिए, जिससे देश में पल रहे गद्दारों का नाश किया जा सके और देश को मजबूत बनाया जा सके।

उपसंहार

हमारे देश में हजारों देशभक्त और देश प्रेमियों के उदाहरण मिल जाएंगे। स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ राजा महाराजाओं के टाइम में भी कई महाराणा उन्हें अपने प्राण न्योछावर इस देश की संस्कृति को बचाने के लिए कर दिए थे।

उनमें राजस्थान के सपूत महाराणा प्रताप का नाम भी शामिल है। महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाना स्वीकार कर लिया लेकिन हार स्वीकार नहीं की। यह देश भक्ति का एक सच्चा उदाहरण है। दूसरी तरफ देश में कई गद्दार भी पैदा हुए हैं।

देश प्रेम पर निबंध (800 शब्द)

प्रस्तावना

एक माँ के प्रति हर बच्चे को प्रेम, आदर और सन्मान भाव होता है क्योंकि माँ बच्चे को जन्म देती है और उनकी गोद में खेलकर बच्चा बड़ा होता है। ठीक वैसे ही हर व्यक्ति को अपने देश के प्रति प्रेम होता है क्योंकि देश की मिटटी में वो पले बड़े होते है। देश की मातृभूमि के साथ हर व्यक्ति को एक अनोखा लगाव होता है।

देश प्रेम का अर्थ है अपने देश के लोगों, देश की मिट्टी, संस्कृति और मातृभाषा से प्यार करना, देश की प्रगति और समृद्धि के लिए काम करना और जरुरत पड़ने पर देश के लिए अपनी जान न्योछार करना। एक देश प्रेमी के लिए देश का विकास ही अपने जीवन का एक मात्र ध्येय होता है। देश प्रेम राष्ट्र को गौरव की ऊंचाइयों तक ले जाता है। किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत वहां के नागरिकों का देश के प्रति प्रेम है।

देश प्रेम का महत्व

इमर्सन ने कहा है कि “सच्चे देशभक्त राष्ट्र की संपत्ति होते हैं”। देश की प्रगति और देश को मजबूत बनाने के लिए हर नागरिक में देश प्रेम होना बेहद जरुरी है। जिस देश के नागरिकों में देशप्रेम नहीं हैं, वह राष्ट्र कभी तरक्की नहीं कर सकता। वह राष्ट्र हमेशा दुश्मनों के बुरे मंसूबों का शिकार होता है। देश प्रेम व्यक्ति को एक जिम्मेदार नागरिक बनाता है। देश प्रेम नागरिकों  के बीच एकता और भावचारे की भावना को बढ़ाता है, जो राष्ट्र को सतत प्रगति की ओर ले जाता है।

देश की स्वतंत्रता और शांति के लिए देश प्रेम की भावना होना जरुरी है। देश के सुधार और विकास के लिए देश प्रेम की भावना होना आवश्यक है। देशप्रेम किसी भी स्वार्थी और हानिकारक तत्वों को नाबूद करता है, जिसके चलते भ्रष्टाचार को कम होता है। इसी तरह जब सरकार भ्रष्टाचार मुक्त होगी तो  देश तेजी से विकास करेंगा।

देश प्रेम के गुण

देश प्रेम होना एक महान गुण है। देश से प्रेम करने वाला एक राष्ट्र भक्त में अपना सर्वोच्च त्याग करना, निस्वार्थ होना और सर्वस्व समर्पण का भाव जैसे गुण होते है। वतन के प्रति  प्रेम व वफादारी और मर मिटने की भावना होती है। देश को प्रेम करना एक तपस्या है। जीवन भर काँटों की सेज पर चलना पड़ता है। देशप्रेम की भावना में ओत-प्रोत होकर ही सैनिक सीमा पर और खिलाड़ी खेल के मैदान पर असाधारण प्रदर्शन कर जाते हैं।

सिर्फ सीमा पर लड़ने वाला सैनिक ही देशप्रेमी नहीं होता लेकिन विश्व में देश का नाम रोशन करने वाले वैज्ञानिक, खिलाड़ी, कवि, लेखक, समाज सुधारकों, कलाकारों और समाज सेवकों भी महान देशभक्तों की श्रेणी में आते हैं। देश में बसने वाला हर एक आम नागरिक भी एक देशप्रेमी होता है, भले ही देश प्रेम के प्रति उनका सहयोग छोटा क्यों ना हो।

सच्चा देश प्रेमी अपनी मातृभूमि को स्वर्ग से भी उच्च मानता है। अपने तन, मन और धन से देश की सेवा करता है। देश पर अपने प्राणों की आहुति देने वाला देश प्रेमी मर के भी कभी नहीं मरता और सदा के लिए वो अमर हो जाता है। उनकी समाधी पर फूल और लोगों के मेले लगते है और उसके जीवन से लोग प्रेरणा लेते है।

भारत के महान देशभक्त

भारत में शुरू से ही देश प्रेमियों के कई किस्से रहे है। स्वतंत्रता संग्राम ने विभिन्न देशभक्तों को जन्म दिया है। भारतीय स्वतंत्रता सेनानी देशभक्ति से ओतप्रोत थे, इसलिए इन देशभक्तों ने देश के फलने-फूलने और समृद्ध होने के लिए अपने प्राणों का बलिदान तक दे दिया है। उनके नाम इतिहास आज भारत के सुवर्ण इतिहास में बड़े गर्व और सन्मान के साथ जोड़े गए है।

देशभक्त शिवाजी, राणा प्रताप, वीर कुंवर सिंह, रानी लक्ष्मी बाई, शहीद भगत सिंह, मौलाना आजाद, नेताजी बोस, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे अनगिनत लोगों ने अपनी खुद की परवाह किए बिना निस्वार्थ भाव से देश की रक्षा और सम्मान के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

आज हम लोग अपने देश में सुख, शांति औरआनंद से रहते है। क्योंकि भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने देश प्रेम में रंगकर अपना सर्वस्य त्याग कर देश की आज़ादी के लिए अपने प्राण का बलिदान दे दिया।

निष्कर्ष

आज देश प्रेम की भावना धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। पिछली पीढ़ियों के लोगों की तरह आज के युवा अपने देश के प्रति उतनी मजबूत भावना महसूस नहीं करते हैं। आज देश प्रेम सिर्फ 15 अगस्त और 6 जनवरी को ही देखने को मिलता है, उसके दूसरे ही दिन देश प्रेम कमजोर हो जाता है।

बुजुर्गों को अपने बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए स्कूल-कॉलेज जैसे संस्थानों को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। देश के युवाओं को अपने देश को प्यार और सम्मान देना चाहिए और इसे मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए। अगर देश पर अगर हमारा अधिकार है तो उसके प्रति हमारे बहुत से कर्तव्य भी है। हमें देश के सभी कर्तव्य को ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए।

अंतिम शब्द

हमने यहां पर “देश प्रेम पर निबंध (Desh Prem Essay in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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