श्री कनकधारा स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित
Kanakadhara Stotram in Sanskrit With Hindi Meaning श्री कनकधारा स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Kanakadhara Stotram in Sanskrit With Hindi Meaning अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्तीभृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्।अङ्गीकृताखिलविभूतिरपाङ्गलीलामाङ्गल्यदास्तु मम मङ्गलदेवतायाः।।भावार्थ:हरि के शरीर में हर्षित पुलक के अलंकार की तरह सदा निवास करने