यदि आप बैंक में खाता खुलवाना चाहते हैं और आपको बैंक अकाउंट कैसे खोलते है (Bank Me Khata Kaise Khole) की जानकारी नहीं है तो इस लेख के अंत तक बने रहे। इस लेख में खाता खोलने से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी दी है।
आज के समय में बैंक में खाता होना बहुत आम हो चुका है क्योंकि आज हर किसी व्यक्ति के पास बैंक अकाउंट होना बहुत जरूरी है। फिर चाहे वह किसी प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहा हो या किसी सरकारी सेक्टर में। आप जहां भी काम करते हैं सैलरी आपको नगद में ना देकर सीधे बैंक में ट्रांसफर की जाती है।
इसके अतिरिक्त कई प्रकार की सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए भी बैंक खाते की बहुत जरूरत होती है। आज हर क्षेत्र में पैसे की लेनदेन बैंक के जरिए ही होती है और यह सुरक्षित होता है। इसीलिए आज हर किसी के पास खाता बैंक खाता होना बहुत जरूरी है।
बैंक में खाता खुलवाने के फायदे
- आपके द्वारा जमा की गई रकम सुरक्षित रहती है और आपको उसकी सुरक्षा का कोई डर नहीं रहता।
- घर में पैसा रहते हुए उसमें कोई वृद्धि नहीं होगी लेकिन बैंक में पैसा जमा रहने पर बैंक उस पर निश्चित दर पर ब्याज भी देती है।
- बैंक में कई प्रकार के खाते होते हैं। आपकी कोई कंपनी या कोई व्यापार है और आपको ज्यादा रुपए की लेनदेन की जरूरत पड़ती है तो बैंक में खाता होने से यह काम बहुत आसानी से हो जाता है।
- अब बैंक में खाता खुलवाने की सुविधा भी ऑनलाइन हो गई है, जिसके कारण अब बैंक में घंटों खड़े रहने का भी झंझट खत्म हो गया है।
- अब किसी भी बैंक के विभिन्न खाते पर दी जाने वाली सुविधा उनके द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर और अन्य जानकारी को लेने के लिए समय निकालकर बैंक जाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे उसके आधिकारिक वेबसाइट पर सभी प्रकार की जानकारी ले सकते हैं।
- यदि आप बैंक में खाता खुलवाते हैं तो बैंक के द्वारा अब ऑनलाइन नेट बैंकिंग की सुविधा दी जाती है, जिसके तहत आपको एटीएम दिया जाता है और उस एटीएम के पासवर्ड और अकाउंट नंबर के जरिए आप ऑनलाइन घर बैठे लोगों को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं और ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं।
- बैंक में खाता खुलवाने का यह भी फायदा है कि जिस बैंक में आपका लंबे समय से खाता रहता है और आप उस बैंक के विश्वासपात्र ग्राहक बन चुके होते हैं तो आपको जरूरत पड़ने पर बहुत आसानी से लोन भी मिल जाता है।
- यदि आपके पास बैंक अकाउंट है और क्रेडिट कार्ड है तो आपके पास पैसे ना होने के बाद भी आप शॉपिंग कर सकते हैं, बाद में उसे बैंक को वापस कर सकते हैं। इस तरीके से जरूरत पड़ने पर आपको किसी और की मदद लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
बैंक खाते के प्रकार
बैंक में खाते मुख्यतः चार प्रकार के होते है:
- चालू खाता
- बचत खाता
- सावधि जमा खाता
- आवर्ती जमा खाता
बचत खाता
बचत खाता आम खाता होता है, जिसे कोई भी न्यूनतम रुपए के जमा पर खुलवा सकता है। बचत खाता खुलवाने के लिए कितनी न्यूनतम रुपए जमा करवानी पड़ती है, यह रकम अलग-अलग बैंकों द्वारा निश्चित होती है। हालांकि न्यूनतम ₹500 जमा करने पड़ते हैं।
यह खाता खुलवाने का यह फायदा है कि इसमें खाताधारक जब चाहे तब पैसा डिपॉजिट और निकाल सकता है। बचत खाते से पैसा निकालने के लिए चेक या फिर एटीएम का प्रयोग किया जा सकता है। इसमें प्रति दिन के शेष पैसे के आधार पर अलग-अलग बैंकों के द्वारा तय की गई दर पर ब्याज भी मिलता है।
इस प्रकार के खाते से पैसा निकालने के लिए अलग-अलग बैंक का अलग-अलग नियम होता है और यह नियम अक्सर बदलते रहते हैं। बैंक के नियमों के अनुसार खाता धारक को इस खाते में कुछ निश्चित रकम शेष रखनी पड़ती है।
चालू खाता
चालू खाता व्यापारिक उद्देश्य से खुलवाया जाता है। बड़ी-बड़ी कंपनियां, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल जैसी संस्थान, बड़े-बड़े व्यापारी प्रतिदिन हजारों लाखों रुपए का लेनदेन करते है ऐसे में वे चालू खाता खुलवाते हैं। क्योंकि इसमें बचत खाते की तरह पैसे निकालने और जमा करने की कोई सीमा नहीं होती है।
इसमें हर दिन जितना चाहे, उतना पैसा निकाल सकते हैं। क्योंकि इस प्रकार के खाते में बैंक खाता धारक को जब चाहे तब पैसा जमा करने और निकालने की सुविधा देती है, इसीलिए बैंक इस प्रकार के खाते में जमा रकम पर कोई भी ब्याज नहीं देते। बल्कि खाताधारक को ही बैंक द्वारा दी जाने वाली सुविधा के बदले में हर साल एक निश्चित रकम का भुगतान करना पड़ता है।
इसके अतिरिक्त इस प्रकार के खाते में बैंक द्वारा एक निश्चित रकम को हमेशा ही जमा करके रखना पड़ता है, वरना उससे कम रकम होने पर बैंक पेनल्टी काट लेती है।
इस प्रकार के खाते में बैंक ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट सुविधा भी देती है, जिसके तहत ग्राहक अपने खाते में जमा राशि से भी अधिक रुपए की निकासी कर सकते हैं।
सावधि जमा खाता या मियादी जमा खाता
यह खाता वैसे लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनके पास ज्यादा पैसा है और वे उसे इन्वेस्ट करना चाहते हैं। लेकिन शेयर बाजार या अन्य चीजों में इन्वेस्टमेंट करने का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। इस प्रकार के खाते में खाताधारक जितना चाहे, उतनी राशि जमा कर सकता है।
हालांकि बचत खाते में भी जितना चाहे, उतनी रकम जमा कर सकते है। परंतु सावधि जमा खाते में डिपॉजिट की गई रकम एक निश्चित समय के लिए होती है। यह अवधी 1 साल से लेकर 10 साल तक का भी हो सकता है और इतने साल के लिए बैंक जमा राशि पर बचत खाते की तुलना में ज्यादा ब्याज देती है।
हालांकि यदि कोई खाता धारक निश्चित अवधि से पहले अपने जमा राशि को निकाल लेता है। तो उस पर बैंक पेनल्टी चार्ज भी लगाती है।
आवर्ती जमा खाता
जिन लोगों की प्रतिमाह एक निश्चित आय होती है और उस आय में से वे एक निश्चित रकम की बचत कर सकते हैं तो ऐसे लोगों के लिए आवर्ती जमा खाता फायदेमंद होता है। क्योंकि इस प्रकार के खाते में खाताधारक को एक निश्चित समय या फिर 1 महीने या फिर 1 साल पर एक निश्चित रकम बैंक में जमा करते रहनी पड़ती है।
उसके बाद एक निश्चित समय पूरा हो जाने के बाद वह बैंक में कुल जमा राशि पर ब्याज के साथ मूलधन पा सकता है। इस प्रकार के खाते में बैंक बचत खाते से ज्यादा ब्याज देती है। परंतु सावधि जमा खाते से कम ब्याज मिलता है क्योंकि इसमें प्रति निश्चित समय के बाद पैसे जमा होते रहते हैं।
परंतु सावधि जमा खाते में एक साथ ही एक निश्चित रकम लंबे समय के लिए डिपॉजिट रहता है। इसीलिए इसमें सावधि जमा खाते से कम ब्याज मिलता है।
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में अंतर के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बैंक में खाता खोलने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
जब आप किसी भी बैंक में खाता खुलवाते हैं तो आपको निम्नलिखित दस्तावेजों को संग्रह करके रखना पड़ेगा।
- पासपोर्ट साइज की फोटो
- पैन कार्ड
- एड्रेस प्रूफ के रूप में बिजली बिल या टेलीफोन बिल
- पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी में से कोई भी एक दस्तावेज।
बैंक अकाउंट कैसे खोलते है (Bank Me Khata Kaise Khole)
- जिस बैंक में आप खाता खुलवाना चाहते हैं, उस बैंक के नजदीकी ब्रांच में जाएं।
- बैंक में बहुत सारे काउंटर बने होते हैं। आप उस काउंटर पर जाएं, जहां पर नया खाता खुलता है। वहां पर आप नए खाते खुलवाने के लिए आवेदन प्रपत्र मांग सकते हैं। इसके साथ ही अपने खाते से संबंधित दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी जान सकते हैं।
- इसके बाद फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी जैसे कि नाम, पता, माता का नाम, पिता का नाम, जन्म तारीख, मोबाइल नंबर सभी जानकारी को काले या नीले पेन से भरें।
- यदि आप एटीएम कार्ड या फिर चेक बुक चाहते हैं तो फॉर्म में इस विकल्प पर टिक करना पड़ेगा।
- फोन में आपको अपनी तस्वीर भी चिपकानी होगी और दो तीन जगह पर सिग्नेचर भी करना होगा।
- उसके बाद फॉर्म में मांगी गई सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म के साथ संलग्न करके दोबारा अपने उसी नजदीकी बैंक के ब्रांच में जाकर इसे वहां के कर्मचारी के पास जमा करना है।
- बैंक के अधिकारी द्वारा आपके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों का संपूर्ण रूप से वेरिफिकेशन किया जाएगा और फिर एक-दो दिन में आपका खाता खुल जाएगा।
- एक-दो दिन के बाद दुबारा आप उस ब्रांच में जाकर पासबुक ले सकते हैं, जिसमें आप के खाते का अकाउंट नंबर भी लिखा होगा।
- बैंक कर्मचारी द्वारा दिए गए पासबुक में आपको अपनी पासपोर्ट साइज फोटो लगवा कर बैंक मैनेजर के पास लेकर जाना पड़ेगा, जहां बैंक मैनेजर उस पासबुक पर सील लगाकर उस पर अपना हस्ताक्षर कर देगा। इस तरीके से आपके पास बुक का सत्यापन हो जाएगा।
- यदि फॉर्म में एटीएम या चेक बुक पर टिक किया होगा तो खाता खोलने के 10 से 15 दिन के बाद आप की स्थाई निवास पर पोस्ट के जरिए इसे भेज दिया जाएगा।
ऑनलाइन बैंक में खाता कैसे खोलते हैं
आज के ऑनलाइन समय में हर चीज घर बैठे हो जाती है। आप किसी भी बैंक में ऑनलाइन घर बैठे खाता खुलवा सकते हैं। पहले जहां लोगों को बैंक जाना पड़ता था, बैंक में भीड़ रहती थी तो लाइन में खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब बिना किसी परेशानी के घर रहकर ही खाता खुलवा सकते हैं।
बता दें कि आप घर बैठे ना केवल लैपटॉप से बल्कि मोबाइल से भी खाता खुलवा सकते हैं। लेकिन बहुत से लोगों पता नहीं होता है कि ऑनलाइन खाता कैसे खुलवाएं? इसीलिए हमने यहां नीचे ऑनलाइन खाता खोलने का प्रक्रिया बताई है, जिसे फॉलो करके आप घर बैठे खाता खोल सकते हैं।
- सबसे पहले उस बैंक के ऑफिसर वेबसाइट पर जाएं, जिस बैंक में खाता खुलवाना चाहते हैं।
- आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा, जहां पर आपको अपने जिले का चयन करना है और अपने ब्रांच का चयन करना है।
- उसके बाद आप जिस प्रकार का खाता खुलवाना चाहते हैं, उस विकल्प पर क्लिक करें।
- उसके बाद आपके सामने फार्म खुलकर आ जाएगा।
- यहां पर आपसे आधार कार्ड का नंबर और फोन नंबर, ईमेल, आईडी इत्यादि मांगी जाएगी, जिसे सावधानीपूर्वक भरना है और फिर वेरिफिकेशन के लिए आपके मोबाइल में ओटीपी आएगी। उस ओटीपी को यहां पर डालकर इसे वेरीफाई करना है।
- इसके बाद अंत में आपसे पासबुक के साथ अन्य कौन सी सुविधा लेना चाहते हैं जैसे कि एटीएम, फेसबुक, मैसेज अलर्ट इत्यादि उसका चयन करना है। जानकारी के लिए बता दें कि बैंक के द्वारा दी जाने वाली इन सुविधाओं के लिए भी अलग से चार्ज लिया जाता है। इसीलिए आप आवश्यक होने पर ही एक विकल्प पर क्लिक करें।
- सारी जानकारी को भरने के बाद अंत में आपको मांगी गई सभी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना पड़ेगा। हालांकि कुछ-कुछ बैंक ऑनलाइन दस्तावेजों को स्कैन करने के बदले उसे ऑफलाइन ही ब्रांच में जमा करने के लिए कहती है।
- जब फॉर्म भरा जाएगा, तब आपको एक नंबर दिया जाएगा, जिसे संभाल कर रखना है। जिसे आपको अपने उस बैंक की ब्रांच में जाकर दिखाना होगा, जहां पर आपको पासबुक दिया जाता है।
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रत्येक बैंक का अपना हेल्पलाइन नंबर होता है। यदि ऑनलाइन उस बैंक में खाता खोलने में आपको किसी प्रकार की परेशानी हो रही है तो आप उस नंबर पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं।
बैंक में खाता खोलने के लिए कुछ प्रचलित बैंकों की वेबसाइट
क्र. सं. | बैंक का नाम | वेबसाइट का लिंक |
01 | ऐक्सिस बैंक | axisbank.com |
02 | एचडीएफसी बैंक | hdfcbank.com |
03 | बैंक ऑफ बड़ौदा | bankofbaroda.in |
04 | स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया | sbi.co.in |
05 | आईसीआईसीआई बैंक | icicibank.com |
06 | कोटक बैंक | kotak.com |
07 | पंजाब नेशनल बैंक | pnbindia.in |
08 | बैंक ऑफ इंडिया | bankofindia.co.in |
09 | यस बैंक | yesbank.in |
10 | आईडीबीआई बैंक | idbibank.in |
11 | इंडियन बैंक | indianbank.in |
बैंक में खाता खुलवाते समय किन बातों का ध्यान रखें?
- जब आप खाता खुलवाना चाहते हैं तो सबसे पहले यह निश्चित कर लें कि आप कौन से बैंक में और कौन से प्रकार का खाता खुलवाना चाहते हैं।
- यदि आप सावधि जमा खाता या आवर्ती जमा खाता खुलवाना चाहते हैं तो इस पर अलग-अलग बैंकों का अलग-अलग ब्याज दर होता है। इसलिए जिस भी बैंक में आप खाता खुलवाने जा रहे हैं, सबसे पहले उस बैंक की ब्याज दर की जानकारी लें।
- यदि आप ऑनलाइन किसी बैंक में खाता खोल रहे हैं तो सावधानी पूर्वक खोलें और बैंक के आधिकारिक वेबसाइट से ही खाता खोलें। क्योंकि इंटरनेट पर बहुत सारी फेंक वेबसाइट होती है, जो बैंक के नाम पर लोगों से पैसा ठगते हैं।
- जब आप बैंक से एटीएम जैसी नेट बैंकिंग सुविधा लेते हैं तो आपको इसे बहुत संभाल कर रखना पड़ता है और एटीएम की पासवर्ड को किसी को बताना नहीं होता है। वरना पासवर्ड की जानकारी से कोई भी आपके खाते से पैसे निकाल सकता है।
- जब आप ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं तो दस्तावेजों को जमा करने के लिए बैंक में आप स्वयं जांए ना कि किसी अन्य को भेजें। क्योंकि ऐसी स्थिति में आप की गोपनीय जानकारी लीक हो सकती है और आगे परेशानी होने की संभावना हो सकती है।
FAQ
बैंक में खाता खुलवाने के लिए कितने न्यूनतम रुपए जमा करनी पड़ेगी यह अलग-अलग बैंकों पर और अलग-अलग प्रकार के खाते पर निर्भर करता है। यदि आप सामान्य बचत खाता खुलवाते हैं तो न्यूनतम ₹500 जमा करनी पड़ती है।
यदि कोई भी व्यक्ति खुद का खाता खुद ओपरेट करना चाहता है तो उसकी न्यूनतम उम्र 18 साल होनी चाहिए। वरना इससे कम उम्र के नाबालिक बालकों का बैंक खाता खुलवाने के बाद उसके बैंक अकाउंट को उसके माता-पिता ऑपरेट करते हैं।
बैंक अकाउंट से एक बार में कितना पैसा निकाल सकते हैं यह अलग-अलग बैंकों पर और अलग-अलग खाते पर निर्भर करता है।
चालू खाते में 50 लाख तक रुपए जमा करने की सीमा होती हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के नियम के अनुसार एक बैंक में खाता धारक एक ही प्रकार के खाते को एक से अधिक नहीं खुलवा सकता है। हालांकि वह एक ही बैंक में अलग-अलग प्रकार के खाते को खुलवा सकता है। जैसे कि चालू खाता, बचत खाता, सावनी जमा खाता, आवर्ती जमा खाता।
निष्कर्ष
आज के लेख में बैंक में खाता कैसे खोले?, प्रकिया, डॉक्यूमेंट और फॉर्म (Bank Me Khata Kaise Khole) की जानकारी दी है। इसके अतिरिक्त बैंक में कितने प्रकार के खाते होते हैं?, खाता खुलवाने के क्या फायदे होते हैं? और इससे संबंधित अन्य भी जानकारी दी है।
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो आप कमेंट में जरुर बताएं। लेख अच्छा लगा हो तो अपने सोशल मीडिया अकाउंट व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के जरिए अन्य लोगों में जरूर शेयर करें।
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