ईगो शायरी
Ego Shayari In Hindi Ego Shayari In Hindi |ईगो शायरी मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारीकी उम्मीद रहती हैकिसी का भी हो सरक़दमों में सर अच्छा नहीं लगता किसी ख्वाब की इतनी औकात नहीं,जिसे हम देखे और वो पूरा ना हो
Ego Shayari In Hindi Ego Shayari In Hindi |ईगो शायरी मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारीकी उम्मीद रहती हैकिसी का भी हो सरक़दमों में सर अच्छा नहीं लगता किसी ख्वाब की इतनी औकात नहीं,जिसे हम देखे और वो पूरा ना हो
Aansu Shayari in Hindi आँसू शायरी |Aansu Shayari in Hindi ये तड़प ये आंसू मेरे रातों के साथी है…बस तेरी यादें मेरे जीने के लिए काफी है। समंदर में उतरता हूँतो आँखें भीग जाती हैं,तेरी आँखों को पढ़ता हूँतो आँखें
Chahat Shayari in Hindi चाहत शायरी |Chahat Shayari in Hindi ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी,तुझे देखने की चाहत है। एक ख्वाब एक ख़याल एक हकीक़त है तू,जिंदगी में पाने वाली हर ज़रूरत है तू,जिसको रोज़ प्यार करने
लट् लकार (वर्तमान काल), वाक्य, उदाहरण और अर्थ) | Lat Lakar in Sanskrit वर्तमान लट् लकार का प्रयोग आधुनिक समय में किया जाता है। क्रिया का वह रूप जिसमें क्रिया वर्तमान काल में होती है, वर्तमान काल कहलाती है। धातु
Aarzoo Shayari in Hindi आरज़ू शायरी| Aarzoo Shayari in Hindi न खुशी की तलाश हैन गम-ए-निजात की आरजू,मैं खुद से भी नाराज़ हूँतेरी नाराजगी के बाद।. ख्वाइश बस इतनी सी है कि,तुम मेरे लफ़्ज़ों को समझो,आरज़ू ये नही की लोग,वाह
लकार (संस्कृत की लकारें, प्रकार और भेद) | Lakar in Sanskrit संस्कृत भाषा में लकारें दस प्रकार के होती हैं। इनमें से केवल पांच ही आज प्रचलन में हैं। जो यहाँ है लट् लकार, लङ् लकार, लृट् लकार, लोट् लकार
Dosti Shayari in Hindi दोस्ती पर शायरी |Dosti Shayari in Hindi यादों के भंवर में एक पल हमारा हो,खिलते चमन में एक गुल हमारा हो,जब याद करें आप अपने दोस्तों को,उन नामों में बस एक नाम हमारा हो. आग तो
Intezaar Shayari in Hindi Intezaar Shayari in Hindi |इंतज़ार शायरी एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के। फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,देखे हुए किसी को ज़माना गुजर
Judai Shayari in Hindi जुदाई शायरी |Judai Shayari in Hindi सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है,यादों में भी गम की परछाई मिलती है,जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है। आपकी आहट
संस्कृत में संधि, संधि विच्छेद (संस्कृत व्याकरण) | Sandhi in Sanskrit किसी दो निकटवर्ती वर्णों के आपस में मेल से जो विकार क्या परिवर्तन होता है, वह संधि कहलाता है। जैसे: शिव + अलाय= शिवालय, देव + इंद्र = देवेंद्र।