API Kya Hai Aur API Ke Fayde: एपीआई एक प्रकार का सॉफ्टवेयर इंटरफ़ेस होता है, जो दो एप्लीकेशन को बिना बिना किसी कठिनाई के एक दूसरे के साथ डाटा को इधर-उधर करता है या आपस में शेयर करता है। एपीआई का पूरा नाम एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस है।
एपीआई का प्रयोग करके हम लोग किसी भी एप्लीकेशन के ऑपरेटिंग सिस्टम में उपस्थित डाटा को एक दूसरे एप्लीकेशन में आसानी से पहुंचाया जा सकते है। आजकल के समय में इंटरनेट बहुत सारी एप्लीकेशन मौजूद है, जिसका प्रयोग किसी दूसरे वेबसाइट के डाटा बेस की डाटा को आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं या पहुंचा सकते हैं। जिसका उपयोग करके हम लोगों को अपने समय को बर्बाद करने और पैसों को खर्च होने से बचा सकते हैं।
एपीआई (API) क्या है? (प्रकार, फायदे, नुकसान और उदाहरण) | API Kya Hai Aur API Ke Fayde
API के प्रकार
एपीआई चार प्रकार का होता है।
- इंटरनल एपीआई
- ओपन एपीआई
- पार्टनर एपीआई
- कंपोजिट एपीआई
इंटरनल एपीआई: इंटरनल एपीआई का प्रयोग अधिकतर किसी बड़ी कंपनी या ऑर्गनाइजेशन के अंदर किया जाता है। इंटरनल एपीआई को प्राइवेट एपीआई भी कहा जाता है क्योंकि यह कंपनी के अंदर टीम और सिस्टम के बीच डाटा को सही तरीके से और साफ-सुथरे ढंग से रखता है।
ओपन एपीआई: ओपनएपीआई को हम लोग पब्लिक एपीआई के नाम से भी जानते हैं क्योंकि ओपन एपीआई प्रयोग करने के लिए पैसों की आवश्यकता नहीं होती है। इसका प्रयोग कोई भी कर सकता है। बड़े-बड़े डेवलपर भी इसका प्रयोग करते हैं और इसका लाभ उठाते हैं। ओपन एपीआई के अंदर जनहित की भावना होने के कारण इसका प्रयोग सार्वजनिक तरीके से किया जाता है।
पार्टनर एपीआई: पार्टनर एपीआई का प्रयोग ज्यादातर बड़े-बड़े बिजनेसमैन लोग ही करते हैं क्योंकि पार्टनर एपीआई का प्रयोग करने के लिए एक लाइसेंस की जरूरत होती है। पार्टनर एपीआई प्रयोग सभी के लिए नहीं होता है।
कंपोजिट एपीआई : कंपोजिट एपीआई का प्रयोग ज्यादातर माइक्रोसर्विस आर्किटेक्चर में किया जाता है। कंपोजिट एपीआई बहुत सारे डाटा सोर्सेस और सर्विसेस का एकत्रित समूह होता है, जो अपने साथ कई सारी डाटा और सेवाओं को आपस में जोड़ कर रखे रहता है। इसका प्रयोग केवल रिक्वेस्ट के द्वारा ही किया जाता है।
API के फायदे
● एपीआई का उपयोग करने के बहुत सारे फायदे हैं।
● एपीआई का प्रयोग करके हम लोग पैसों की बचत कर सकते हैं।
● एपीआई का प्रयोग करके कस्टमर अपने एक्सपीरियंस को बड़ा सकता है।
● यह रेवेन्यू के नए-नए तरीके बताता रहता है।
● एपीआई का प्रयोग कनेक्टिविटी और सहयोग में बहुत लाभदायक होता है।
● एपीआई प्रोडक्टिविटी की सेवाओं को बढ़ाता है।
● एपीआई इनोवेशन को अत्यधिक छपा हुआ बनाता है।
API का प्रयोग करने से होने वाले नुकसान
● एपीआई का प्रयोग करने से सबसे ज्यादा हमारा कीमती समय बर्बाद होता है।
● एपीआई को बनाने के लिए हम लोगों के पास एक फिक्स्ड सेल का होना बहुत आवश्यक है।
● एपीआई को बनाने में बहुत अधिक समय लगता है।
● एपीआई के मेंटेनेंस को बरकरार रखने के लिए बहुत पैसों की आवश्यकता होती है, जो हर किसी लोगों के बस की बात नहीं होती।
● एपीआई के अधिकतर फंक्शन बहुत कम ही लोगों के पास होते हैं।
एपीआई का प्रयोग कैसे होता हैं?
जैसे ही हम लोग वेबसाइट पर जाते हैं वेबसाइट ओपन करते ही हम लोगों को एक फेसबुक गूगल से लॉगिन करने का ऑप्शन दिखाई देता है। जिसके बाद जब हम लोग दोनों में से किसी एक ऑप्शन को सिलेक्ट कर लेते हैं और किसी एक ऑप्शन से फेसबुक या गूगल में किसी एक से लॉगिन कर लेते हैं तो, वेबसाइट तुरंत एपीआई का प्रयोग करके हम लोगों को उस वेबसाइट पर पहुंचा देता है जिसको हम लोगों मैं ओपन करने के लिए खोला होता है।
API के उदाहरण
- यूट्यूब एपीआई
- गूगल मैप एपीआई
- गूगल साइन इन एपीआई
- पेमेंट गेटवे एपीआई
- टिकट बुकिंग एपीआई
- ई-कॉमर्स एपीआई
यूट्यूब एपीआई: यूट्यूब एपीआई का प्रयोग यूट्यूब के किसी भी वीडियो को वेबसाइट या एप्लीकेशन में इंटीग्रेट करने के लिए किया जाता है जिसके कारण उस वेबसाइट या एप्लीकेशन में जाकर यूट्यूब के उस वीडियो को देखा जा सकता है। जिस वीडियो को हम लोग देखना चाहते हैं, यूट्यूब एपीआई का प्रयोग एकदम मुफ्त में किया जाता है इसके लिए किसी को भी कोई भी कीमत नहीं चुकानी पड़ती है।
गूगल मैप एपीआई: गूगल मैप एपीआई का प्रयोग किसी भी एप्लीकेशन और वेबसाइट में सुझाव देने के लिए किया जाता है। जैसे ही हम लोग गूगल मैप में किसी भी लोकेशन को सर्च करते हैं तो, गूगल मैप एपीआई तुरंत एप्लीकेशन में उस जगह को सर्च करके हम लोगों तक उसकी लोकेशन पहुंचाता है। जिससे हम लोग उस गंतव्य तक पहुंच सकते हैं जहां हम लोग जाना चाहते हैं। इसका भी प्रयोग करने के लिए किसी भी प्रकार के धन की आवश्यकता नहीं होती है। इसका प्रयोग एकदम मुफ्त किया जाता है।
गूगल साइन इन एपीआई: गूगल साइन इन एपीआई का प्रयोग किसी भी एप्लीकेशन और वेबसाइट में गूगल से एप्लीकेशन और वेबसाइट को साइन इन करने के लिए किया जाता है। जिसके कारण हम सभी लोग गूगल के अकाउंट को लॉगइन करके किसी भी वेबसाइट या एप्लीकेशन में एंटर कर सकते हैं जिस भी एप्लीकेशन में हम लोग जाना चाहते हैं।
किसी भी गेम की एप्लीकेशन को हम लोग लॉगइन करते हैं तो, उस पर गूगल से लॉगिन करने का ऑप्शन होता है। जैसे ही हम लोग उस ऑप्शन को गूगल से कनेक्ट कर लेते हैं तो हमारा गेम लॉगिन हो जाता है जिसे हम लोग एक अकाउंट बनाने से बच जाते हैं।
पेमेंट गेटवे एपीआई: पेमेंट गेटवे एपीआई को हम सभी लोग पेमेंट प्रोसेसिंग एपीआई के नाम से जानते हैं। पेमेंट गेटवे एपीआई का प्रयोग किसी भी अलग एप्लीकेशन या वेबसाइट के साथ इंटीग्रेट करने के लिए किया जाता है जिसके कारण हम लोगों को एक दूसरे को पैसे ट्रांसफर करने में आसानी होती है।
टिकट बुकिंग एपीआई: टिकट बुकिंग एपीआई का प्रयोग हम लोग किसी भी प्रकार की टिकट को बुक करने के लिए करते हैं। जैसे हम लोगों को कहीं जाना होता है तो हम लोग ट्रेन की टिकट को बुक करते हैं तो आईआरटीसीटी की वेबसाइट पर जाकर टिकट को बुक करते हैं। आईआरसीटीसी टिकट बुकिंग एपीआई का ही प्रयोग करता है जिससे हम लोगों को टिकट बुक करने में आसानी होती है। ट्रेन की टिकट के साथ बस की, मूवी की, फ्लाइट की टिकट बुक करते है इन सभी में भी का टिकट बुकिंग एपीआई प्रयोग होता है ।
ई-कॉमर्स एपीआई: ई-कॉमर्स एपीआई का प्रयोग किसी दूसरी कंपनी प्रोडक्ट को किसी दूसरी की वेबसाइट में अपलोड करने के लिए किया जाता है जिससे कोई भी ग्राहक उस पर साइट पर जाकर उस कंपनी के प्रोडक्ट को खरीद सकता है। जैसे जब हम लोग ऑनलाइन कुछ भी प्रोडक्ट खरीदने के लिए उस प्रोडक्ट पर क्लिक करते हैं तो उसमें ई-कॉमर्स एपीआई का प्रयोग हुआ होता है, जिससे हम लोग आसानी से इस प्रोडक्ट को देख सकते हैं और खरीद सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों उम्मीद करते हैं आपको एपीआई क्या है? और इसके फायदे ( API Kya Hai Aur API Ke Fayde) के बारे में डिटेल में माहिति मिल गई होगी। यदि यह पोस्ट आपको पसंद आए तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें धन्यवाद।
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