Anchoring Shayari in Hindi: मंच संचालन करने के लिए जोश, उत्साह, जूनून आदि की जरूरत रहती है। जितना मंच संचालन अच्छा होता है, कार्यक्रम में उतना ही ज्यादा रंग और जोश होता है। मंच संचालन अच्छा होने से सामने मौजूद लोगों में जोश आ जाता है।
एंकरिंग करते समय यदि कुछ शायरी का प्रयोग किया जाएं तो कार्यक्रम में मौजूद भीड़ कार्यक्रम का पर्याप्त आनंद लेती है। किसी को मंच पर बुलाने के लिए शायरी या एंकरिंग के लिए शायरी का प्रयोग करना दर्शकों को रोके रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
यहां पर हम मंच संचालन शायरी इन हिंदी (Anchoring Shayari in Hindi) और मंच संचालन हेतु कविता शेयर कर रहे हैं। इनका प्रयोग आप कार्यक्रम में आप दर्शकों में मनोरंजन करवाने में कर सकते हैं।
मंच संचालन के लिए शायरी (Anchoring Shayari in Hindi)
बिन बूंदो के बारिश का एहसास कैसे होगा,
जूनून हो दिल में जिसके वो हताश कैसे होगा,
कार्यक्रम के इस रंग का मिज़ाज़ कैसा है,
बिन ताली के हमें यह एहसास कैसे होगा
तौड़ के हर एक पिंजरा उड़ चलो आसमा की और,
चाहे लाख लगा ले कोई बंदिशें, तौड़ दो हर एक छोर
करना है हर सपने को पूरा बस थान लो एक बार,
हर मुश्किल हल होगी जब इरादा होगा तुम्हारा कठोर।
एंकरिंग के लिए शायरी in hindi
ये नन्हे फुल तब महकते हैं
जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं
इन नन्हे मुन्हे फरिश्तो क लिए
जोरदार तालियाँ तो बनती हैं।
मुद्दत से आता हर दिन
ज़िन्दगी में नई उम्मीद जागे
आज का दिन बख्शे खुशियां आपको
नेक कामोंसे सबके नसीब जागे।
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,
उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।
इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,
तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,
करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,
बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,
तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात।
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तो
हमको मिल सकता है तुमसे बेहतर
लेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तो
कुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
गिर गिर गिरके यारों मुझको खूब संभलना आता है
जलकर बुझना आता है बुझ कर जलना आता है
अपने ही किस्मत लिखता हूं खुद अपने ही हाथों
मुझको सारी महफिल का अंदाज बदलना आता है।
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मंच संचालन शायरी इन हिंदी
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती है
सही मायनों में यही जिंदगी होती है
और हंसना किसी इबादत से कम नहीं
किसी और को हंसा दो तो बंदगी होती है।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,
गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,
दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,
कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए।
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जाये
टूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जाये
हर पल बरसती है नियामतें कायनात की
बस हर दिन की मुबारक देना आ जाए।
दिलों में विश्वास पैदा करता है,
हम सुब में कुछ आस पैदा करता है।
मिटटी की बात तो अलग है,
इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।
मंच संचालन के लिए शायरी
बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,
नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,
यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,
जनाब आपकी एक ताली तो बनती है।
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी से
गमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी से
हर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भी
खुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,
समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,
शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,
जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,
हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में।
पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,
इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
मंच संचालन शायरी
ख़ुद से हो जाये मुहब्बत ऐसा कुछ इज़ाद करें
ख़ुद के ही विचारों से ख़ुद को आबाद करें
नफरत छोड़ आज के दिन मना लें खुशियां इतनी
कल ना रहें तो पंछी भी चहक चहक कर याद करें।
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,
हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,
तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर।
मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,
तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
कव्वाल की शोभा कव्वालियों से होती है,
गुलाब की शोभा उसकी लालियो से होती है,
कलाकार की शोभा कलाकारियो से होती है,
और दर्शको की शोभा उनकी तालियों से होती है।
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मंच पर बोलने वाली शायरी
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढ
वरना जिंदगी यूं ही कट जाएगी
कभी बेवजह मुस्कुरा के देख
तेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी।
सवेरा होते ही दुनिया आबाद होती है।
पलके खुलते ही इस दिल में तुम्हारी याद होती है
खुदा करे भर जाए तुम्हारा दामन ख़ुशियों से
हमारे लबों पर बस यही फ़रियाद होती है।
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,
लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,
बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,
अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,
ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती है
पुरे दिन के नेक संकल्प सजाती है
जिसने जाना हर दिन है होता शुभ
ये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है।
एंकरिंग शायरी इन हिंदी
माटी का पुतला हूँ, आपसे जुदा नहीं हूँ।
गलती हो तो माफ़ करना, इन्सान हूँ खुदा नहीं हूँ।।
कौन कहता है कि आसमां में सुराख़ नहीं होता,
इक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।।
कौन पहुंचा है कभी अपनी आखरी मंजिल तक,
हर किसी के लिए थोडा आसमान बाकि है।
ये तुझको लगता है तू उड़ने के काबिल नहीं,
सच तो ये है की तेरे पंखों में अभी भी उड़न बाकि है।।
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दा
मन की उमंगों को पँख लग जायेंगे
भर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिन
तो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
भ्रमर परागों पर बैठेगें धरी रहेगी रखवाली,
खुश्बू ख़ुद उड़ने को आतुर क्या कर लेगा जी माली,
हम तो खुशी बांटने आये, खुशी बांटकर जायेंगे,
चलो बजा दो सारे मिलकर, एक बार खुलकर ताली।
अंदाज़ ऐसे हों की किसी के गले का हार बन जाए
जिस महफ़िल में चले गए वो महफ़िल परिवार बन जाए
किसी ख़ास त्यौहार पर ही जाने क्यों होती हैं खुशियां
जीना ऐसा हो की अपना हर दिन त्यौहार बन जाए।
बेस्ट मंच संचालन शायरी
इस ख़ास उत्सव को कुछ इस तरह मनाकर देखें
अपनों की तरह गैरों को भी अपना बनाकर देखें
ऊँचे ओहदे,ज़ागीर, क़ारोबार से तो सज गये
आज से जिंदगी को नेक नियति से सजाकर देखें।
जो गर चलना हो साथ, तो अपना हाथ बढ़ा दीजिये…
हो गर मन में प्रेम तो फिर मुस्कुरा दीजिये।
है आज हमारा, क्या पता कल हो ना हो….
कोई गीत हो मन में तो फिर गुनगुना दीजिये।।
यहां पर मंच संचालन के लिए शायरी के लिए शेयर की है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह पसंद आई होगी। इसे आगे शेयर जरूर करें और कमेंट बॉक्स में बताएं कि आपको यह मंच संचालन शायरी कैसी लगी।
BAHOT HI ACHHI ACHHI SAYARI LIKHI HAI, THANKS FOR NICE PRACTICE, MAI BHI IS ME SE KUCH KA UPYOG ANCHORING ME KARUNGA.
Bahut khoob
बहुत बहुत आभार bahut achi lagi shayri