Traffic Rules in Hindi: हर दिन सड़कों पर लाखों वाहन चलते हैं और हर दिन हमें न्यूज़ पेपर में वाहन दुर्घटनाओं की खबर सुनने को मिलती है। भारत में ज्यादातर दुर्घटनाएं सड़क पर वाहन के जरिए होती है और यह उन ड्राइवर के कारण होती है, जो ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं।
कुछ वाहन चालक जो यातायात नियम का पालन नहीं करते हैं, उनके कारण सड़क पर चलने वाले अन्य वाहन चालकों की भी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हर एक व्यक्ति ट्रैफिक नियम का पालन करें।
सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने यातायात के नियम बनाए है। अगर हर वाहन चालक इस यातायात के नियम को अच्छे से समझ के इसका पालन करें तो कभी भी सड़क पर दुर्घटना नहीं होगी।
इसीलिए आज के इस लेख में हम भारतीय यातायात के नियम (Traffic Rules in Hindi) लेकर आए हैं, जिसमें आपको भारत में वाहन चलाते वक्त किन-किन नियमों का पालन करना चाहिए, उनसे संबंधित सारी जानकारी मिलेगी।
भारतीय यातायात के नियम (Traffic Rules in Hindi)
सड़कों पर लगातार हो रहे दुर्घटना को रोकने के लिए ही सरकार के द्वारा भारतीय यातायात के नियम बनाए गए हैं। हर एक वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए।
अगर यातायात के नियमों का पालन करके वाहन चलाएं तो सड़क दुर्घटना को काफी हद तक रोका जा सकता है। भारतीय यातायात के नियम इस प्रकार हैं:
ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखें
भारतीय yatayat ke niyam में से एक महत्वपूर्ण नियम ड्राइविंग लाइसेंस बनाना भी है। सड़क पर वाहन चलाते समय हर एक वाहन चालक को अपने साथ ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन संबंधित अन्य दस्तावेज रखना अनिवार्य है।
अगर कोई भी वाहन चालक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। इसीलिए बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कभी भी सड़क पर वाहन नहीं चलना चाहिए।
फॉर व्हील वाहन चलाते हुए सीट बेल्ट जरूर पहनें
भारतीय यातायात नियमों में से एक महत्वपूर्ण नियम फोर व्हीलर वाहन चलाते समय सीट बेल्ट पहनाना भी है। सीट बेल्ट पहने बिना वाहन चलाने से भारी दुर्घटना होने की संभावना होती है।
अगर कभी भी फोर व्हीलर वाहन में अचानक से ब्रेक लगाते हैं तो आगे बैठने वाले यात्री और वाहन चालक को आगे की ओर झटका लगता है।
ऐसे में अगर वह सीट बेल्ट पहने रहते हैं तो घायल होने की संभावना कम हो जाती है। इसीलिए फोर व्हीलर वाहन चलाते समय सीट बेल्ट जरूर पहनना चाहिए।
टू व्हीलर चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें
भारतीय yatayat ke niyam के अनुसार भारत में हर एक टू व्हीलर वाहन चालक एवं सहयात्री को हेलमेट पहन के ही वाहन चलाना चाहिए। हेलमेट पहनने से उनके मस्तिष्क को दुर्घटना होने पर सुरक्षा मिलती है, वह घायल नहीं होता है।
क्योंकि शरीर के किसी अन्य भाग में चोट लगने पर इंसान बच सकता है लेकिन मस्तिष्क में चोट लगने पर बचने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इसीलिए बिना हेलमेट के बाइक या स्कूटर चलाने पर जुर्माना तक भरना पड़ सकता है।
इमरजेंसी वाहन को जगह दे
सड़क पर वाहन चलाते समय यातायात नियमों में से एक नियम इमरजेंसी वाहन को जगह देना भी है जैसे कि एंबुलेंस, फायर टेंडर आदि। क्योंकि इस तरह के वाहन का दुर्घटना स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचना जरूरी होता है।
वाहन ड्राइव करते समय फ़ोन पर बात ना करें
वाहन चलाते समय यातायात का एक महत्वपूर्ण नियम है फोन पर बात ना करते हुए वाहन चलाना। फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने से दुर्घटना हो सकती है। इससे वाहन चालक का ध्यान भटक जाता है।
इसीलिए वाहन चलाते समय फोन को साइलेंट मोड पर रखना चाहिए या फिर अगर फोन उठाना अनिवार्य है तो वाहन को साइड में रोक कर बात करना चाहिए।
टू व्हीलर वाहन हो या फोर व्हीलर वाहन अगर वाहन चालक फोन पर बात करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भरना पड़ सकता है।
ओवरस्पीड में गाड़ी ना चलाएं
सड़क पर बहुत से लोग जल्दबाजी में वाहन चलाते हैं, जिसके कारण वह अक्सर ओवर स्पीड में वाहन चलाते हैं और स्पीड में वाहन चलाने से वाहन चालक खुद के साथ ही अन्य लोगों की भी जान खतरे में डालता है।
सड़क पर ओवर स्पीड में वाहन चलाने से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन होता है। ऐसे में वाहन चालक को 1000 से 2000 रुपए तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
ट्रैफिक सिग्नल को जंप करना
कई बार वाहन चालक जल्दबाजी में होते हैं और जिसके कारण वे कई बार ट्रैफिक सिग्नल को जंप कर जाते हैं। अगर वाहन चालक ट्रैफिक सिग्नल पर लाल लाइट जलने के बावजूद वहां नहीं रुकते हैं तो उन्हें ₹5000 तक का जुर्माना और 1 साल की जेल तक हो सकती है।
नशें में वाहन ना चलायें
भारतीय yatayat ke niyam में सड़क पर नशे में धुत ना होकर वाहन चलाना भी है। अगर सड़क पर कोई भी वाहन चालक नशे में वाहन चलाता हुआ पकड़ा जाता है तो भारतीय मोटर व्हीकल एक्ट के तहत उसे ₹10000 तक का जुर्माना और 7 महीने तक की जेल भी हो सकती है।
वाहन का इंश्योरेंस ना होने पर
भारतीय यातायात नियम में वाहन का इंश्योरेंस होना भी एक महत्वपूर्ण नियम होता है। भारत में सड़क पर चलने वाले हर एक वाहन का इंश्योरेंस होना जरूरी होता है।
अगर किसी भी वाहन का इंश्योरेंस नहीं है तो वाहन चालक को यातायात मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत ₹2000 से ₹4000 तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
अपने वाहन की पार्किंग का ध्यान रखे
किसी भी जगह पर वाहन पार्किंग करते समय वहां पर पार्किंग करने की अनुमति है या नहीं इस बात का ध्यान जरूर रखें। इसके साथ ही वाहन पार्किंग करते समय किसी अन्य को असुविधा ना हो इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
सड़क पर ड्राइव करते समय ओवेरटेक ना करे
भारतीय यातायात के नियम में ओवरटेक ना करना भी है। बहुत से वाहन चालक जल्दबाजी करते हैं और वे दूसरो से आगे निकलने के चक्कर में आगे के वाहन से टकरा जाते हैं और इससे बहुत बड़ी दुर्घटना हो जाती है।
इसीलिए सड़क पर ड्राइविंग करते समय ओवरटेक करना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन होता है, जिसके लिए कड़ी सजा मिल सकती है।
बहुत ज्यादा और लगातार हॉर्न का उपयोग न करें
सड़कों पर ट्रैफिक जाम होने के बाद लोग ट्रैफिक को हटाने के लिए लगातार हॉर्न बजाते हैं। लेकिन लगातार हॉर्न बजाने से आमने-सामने के वाहन चालकों को बहुत असुविधा होती है, उन पर दबाव बनता है इसके साथ ही ध्वनि प्रदूषण भी होता है।
इसीलिए सड़कों पर लगातार हॉर्न बजाने से अच्छा है कि ट्रैफिक हटने तक थोड़ा इंतजार करें।
यातायात के नियम पर निबंध जानने के लिए यहां क्लिक करें।
ट्रैफिक लाइट से संबंधित महत्वपूर्ण नियम
जहां पर सड़क चार दिशाओं में जाती है, वहां पर ट्रैफिक लाइट लगी होती है। यह ट्रैफिक लाइट पैदल आने-जाने वाले लोगों के सुरक्षा के लिए होती है।
इस तरह के मोड पर वाहन चारों दिशाओं से आती है। ऐसे में पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पार करने में असुविधा हो सकती है।
इसीलिए ट्रैफिक लाइट के जरिए उन्हें सड़क पार करने में आसानी होती है। ट्रैफिक लाइट में तीन रंग दिखाई देते हैं लाल, पीला और हरा। इन तीनों रंगों का अलग-अलग मतलब होता है, जो इस प्रकार है:
लाल लाइट (Red Light)
ट्रैफिक सिग्नल में जब लाल लाइट जलता है तो इसका अर्थ होता है रुकना। जैसे ही यह लाइट जलती है और जब तक लाल लाइट जले रहती है तब तक वाहन चालक को अपनी गाड़ी रोक के ही रखनी पड़ती है। अगर वाहन चालक इस नियम को तोड़ता है तो उसे जुर्माना भरना पड़ सकता है।
पीली लाइट (Yellow Light)
ट्रैफिक सिग्नल में पीली लाइट जैसे ही जलती है इसका अर्थ है कि अब वाहन चालक चलने के लिए तैयार हो सकते हैं और जब तक यह लाइट जल रही है तब तक उन्हें तैयार रहना है।
हरी लाइट (Green Light)
ट्रैफिक सिग्नल में हरी लाइट के जलने का अर्थ होता है कि अब वाहन चला सकते हैं। जब तक ट्रैफिक सिग्नल में हरी लाइट जलती रहती है तब तक वाहन की आवा जाही होते रहती है। इस बीच किसी भी पैदल यात्री को सड़क पार नहीं करना चाहिए।
यातायात के संकेत चिन्हों से संबंधित महत्वपूर्ण नियम व उनके अर्थ
सड़क पर वाहन चलाते समय आपने जगह-जगह पर कई सारे यातायात संबंधित नियम के बोर्ड लगे हुए देखे होंगे, जिसमें आपको तरह-तरह के चिन्ह दिखाई देते हैं।
अलग-अलग चिन्ह का अलग-अलग अर्थ होता है। उन चिन्ह को समझकर वाहन चलाने से आप यातायात के नियमों का सही से पालन कर सकते हैं।
यहां पर भारतीय यातायात के संकेत चिह्न से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।
क्रमांक | यातायात का चिन्ह | चिन्ह का नाम | चिन्ह का अर्थ |
1 | एक तरफा ट्रैफिक | गलत साइड में वाहन चला नहीं सकते हैं। | |
2 | दोनों दिशा में वाहन चलाना वर्जित है। | दोनों तरफ से आवागमन वर्जित है। | |
3 | टू वे ट्रैफिक | यहां पर वाहन सड़क के दोनों तरफ से आ जा सकते हैं। | |
4 | बाएँ हाथ में नहीं मुड़ना है। | आप अपने बाएं हाथ की ओर नहीं मुड़ सकते हैं। | |
5 | दाएँ हाथ में नहीं मुड़ना है। | आप अपने दाएं हाथ की ओर वाहन नहीं मोड सकते हैं। | |
6 | नो ओवरटेकिंग | किसी भी वाहन को ओवरटेक करके आगे नहीं जा सकते हैं। | |
7 | नो पार्किंग | यहां पर वाहन खड़ा नहीं कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है। | |
8 | नो स्टॉपिंग | यहां पर वाहन को नहीं रोक सकते हैं। उस स्थान पर वाहन रोकने की मनाही होती है। | |
9 | यू–टर्न | इस सड़क पर आगे चलकर फिर से वापस पीछे की ओर नहीं मुड़ सकते हैं। | |
10 | ट्रक वर्जित हैं। | इस जगह पर ट्रक या किसी अन्य भारी वाहन का प्रवेश वर्जित है। | |
11 | रेलवे क्रासिंग | आगे रेल की पटरी पार करनी होगी। ऐसे में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। | |
12 | साइकिल वर्जित हैं। | इस क्षेत्र के यातायात मार्ग पर साइकिल चलाना वर्जित है। | |
13 | बैल गाड़ी, तांगा या हाथ गाड़ी वर्जित हैं। | किसी भी प्रकार के हाथ गाड़ी जैसे कि बैलगाड़ी, टांगा या फिर रिक्शा चलाना अलाउड नहीं है। | |
14 | पैदल चलने वाले व्यक्ति वर्जित हैं। | पैदल चलने वालों लोगों के लिए यह मार्ग पूरी तरह से बाधित है। | |
15 | सभी मोटर वाहन वर्जित हैं। | किसी भी तरह के वाहन का प्रवेश वर्जित है। |
भारत में यातायात के कुछ प्रमुख और महत्वपूर्ण चिन्ह
क्रमांक | यातायात के प्रतीक | यातायात के प्रतीक का नाम | यातायात के प्रतीक का मतलब |
1 | स्पीड लिमिट | इस क्षेत्र में वाहन चलाने की एक लिमिट निर्धारित की गई है। इस क्षेत्र में वाहन चालक अपने वाहन को निर्धारित सीमा में ही चलाएँ। | |
2 | नो हॉर्न | यहां पर हॉर्न बजाने की मनाही होती है। ज्यादातर इस तरह के संकेत ज्यादा ट्रैफिक जमा वाले एरिया में होते हैं। | |
3 | स्पीड ब्रेकर | आगे सड़क पर स्पीड ब्रेकर मिलेगा। ऐसे में आपको स्पीड कम करके वाहन चलाने की जरूरत है। | |
4 | बयां मोड़ | आगे जाकर बाई दिशा में मुड़ना है। | |
5 | पशु | आगे के क्षेत्र में पशु होने की संभावना है तो वाहन चालक अपने वाहन को सावधानी पूर्वक चलाएँ। | |
6 | साइकिल क्रासिंग | आगे साइकिल क्रासिंग है तो सावधानी रखे। | |
7 | चट्टानों का गिरना | आगे आने वाले रास्ते में चट्टानें मौसम के कारण गिर सकती है। | |
8 | नौका | आगे नदी है और उसमें नौकायन मौजूद है। | |
9 | बाएँ हैर्पिन मोड़ | यह तब उपयोग किया जाता है जब दिशा में परिवर्तन इतना महत्वपूर्ण होता हैं कि वह दिशा के रेवेर्सल के बराबर होता हैं। यहाँ यह संरेखण के आधार पर बाएँ ओर झुका हुआ हैं। | |
10 | बाएँ हाथ का कर्व | इसका उपयोग तब किया जाता है जब संरेखण की दिशा बदलती हैं, यह गति को कम करने और सावधानी से चलने के लिए चेतावनी होता हैं। | |
11 | बाएँ रिवर्स मोड़ | इसका उपयोग तब होता है जब रिवर्स मोड़ की प्रकृति आवागमन तक पहुँचने के लिए स्पष्ट नहीं हैं। | |
12 | खुली बजरी | तेज हवा के कारण वाहन पर बजरी आदि गिर सकती है। | |
13 | कार्य प्रगति पर है | आगे कार्य प्रगति पर है। कार्य पूरा हो जाने पर इसे तुरंत हटा दिया जाता है। | |
14 | नैरो ब्रिज | नैरो का अर्थ होता है शंकरा। आगे शंकरा पूल आएगा, जहां पर आपको सावधानीपूर्वक वाहन चलाना है। | |
15 | नैरो रोड | आगे फुटपाथ की चौड़ाई अचानक कम हो रही है। इस चिन्ह का अधिक प्रयोग ग्रामीण इलाकों में किया जाता है। | |
16 | पैदल चलने वालों की क्रासिंग | सड़क के आगे लोगों के पार करने के लिए ज़ेबरा क्रॉसिंग बना हुआ है। ऐसे में आपको वाहन की स्पीड कम करके सावधानी पूर्वक वाहन चलाना चाहिए। | |
17 | दाएँ हैर्पिन मोड़ | यह तब उपयोग किया जाता है जब दिशा में परिवर्तन इतना महत्वपूर्ण होता हैं कि वह दिशा के रेवेर्सल के बराबर होता हैं। यहाँ यह संरेखण के आधार पर दाएँ ओर झुका हुआ हैं। | |
18 | दाएँ रिवर्स मोड़ | इसका उपयोग तब होता है जब रिवर्स मोड़ की प्रकृति आवागमन तक पहुँचने के लिए स्पष्ट नहीं हैं। | |
19 | दाएँ हाथ का कर्व | इसका उपयोग तब किया जाता है जब संरेखण की दिशा बदलती हैं। यह गति को कम करने और सावधानी से चलने के लिए चेतावनी होता हैं। | |
20 | सड़क मार्ग | यह संकेत अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र में पाया जाता है, जहाँ चौड़ाई में अचानक वृद्धी से यातायात के लिए खतरा पैदा होता है। जैसे कि दो लेन की सड़क, अचानक दोहरी गाड़ी के मार्ग को चौड़ा कर देती हैं। | |
21 | स्कूल | आगे स्कूल, बड़ी इमारत, मैदान आदि है। वाहन चालक अपने वाहन को सावधानीपूर्वक चलाएँ। | |
22 | Airport ahead | आगे रास्ते में आपको हवाई अड्डा मिलेगा। | |
23 | सड़क में फिसलन | आगे फिसलन भरी सड़क है। | |
24 | खड़ी चढ़ाई | आगे मार्ग पर आपको खड़ी चढ़ाई करनी पड़ेगी। | |
25 | ढलान | आगे मार्ग ढलान वाला है। |
ट्रैफिक रूल्स चार्ट इन हिंदी
अनिवार्य संकेत चित्र
सावधान करने वाले संकेत
सूचनाप्रद संकेत
FAQ
भारत में यातायात से जुड़े नियम, सड़क परिवहन से संबंधित कानून, परिवहन अनुसंधान के निर्माण और राष्ट्रीय राजमार्ग तथा प्रशासन यह सभी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधीन आता है।
भारत के यातायात संबंधित सभी प्रकार के नियम और जानकारी के लिए भारत के परिवहन मंत्रालय के ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते हैं। जिसका एड्रेस है https://parivahan.gov.in/
निष्कर्ष
उपरोक्त लेख में यातायात के नियम एवं सावधानियां (traffic rules information in hindi) और ट्रैफिक रूल्स चार्ट इन हिंदी के बारे में जाना। हमें उम्मीद है कि उपरोक्त लेख के जरिए आपको भारतीय यातायात के सभी नियम अच्छे से पता चल गए होंगे।
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