Speech on Pollution in Hindi : प्रदूषण भारत में ही नहीं बल्कि यह विश्व की बहुत ही बड़ी समस्या है। प्रदूषण इसके बारे में हमें बहुत ही ज्यादा चर्चा करने की आवश्यकता है। चर्चा करने के साथ-साथ लोगों के सहयोग की भी बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है। जैसा कि आप जानते हैं प्रदूषण की वजह से प्राकृतिक वातावरण बहुत ही ज्यादा नष्ट हो रहा है। जिसकी वजह से कई बीमारियां उत्पन्न हो रही है और हमें अन्य कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपके सामने प्रदूषण पर भाषण पेश करने जा रहे हैं, जो आपके लिए और विद्यार्थियों के लिए बहुत ही सहायक हो सकता है।
प्रदूषण पर भाषण | Speech on Pollution in Hindi
प्रदूषण पर भाषण (500 शब्द)
माननीय अतिथि गण, प्रधानाध्यापक जी, शिक्षक गण, एवं समस्त सहपाठियों आप सभी को मेरा सुप्रभात। आज मैं आप सभी के समक्ष प्रदूषण वातावरण और मानव जीवन के बारे में वार्तालाप करने जा रहा हूं। यह हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, जिसके बारे में हमें चर्चा करना बहुत ही आवश्यक है।
आज पूरे भारत में ही नहीं बल्कि देश के लोगों को पर्यावरण की वजह से बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे समक्ष बहुत सारे ऐसे विषैले पदार्थ हैं जिनकी वजह से बहुत प्रकार के प्रदूषण फैलते जा रहे हैं, जैसे कि जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, ऊष्मीय प्रदूषण अन्य कई प्रदूषण ऐसे पनपते जा रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जितने भी उद्योग और कारखानों से धुआं निकलता है वह सब हवा में मिल जाता है, जिसकी वजह से वायु प्रदूषण होता है और यह फेफड़ों के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता है। इसी के साथ जितने भी अपशिष्ट पदार्थ होते हैं वह सब पानी के जरिए पानी में प्रवाहित हो जाते हैं, जिसकी वजह से वह पानी प्रदूषित हो जाता है और उसके जरिए रोगाणु, बैक्टीरिया, जहरीले पदार्थ, वायरस इन सभी चीजों का निर्माण होता है। जो मनुष्य पशु पौधों और जलीय जीवो के स्वास्थ्य पर बहुत ही ज्यादा असर डालता है।
आजकल देखा जाए तो यातायात ध्वनि प्रणाली विद्युत उपकरण इन सभी के जरिए ध्वनि प्रदूषण बहुत ही अधिक बढ़ रहा है। जिसकी वजह से वातावरण बिल्कुल भी शांत नहीं रहता है। ऐसे प्रदूषण की वजह से कानों के प्राकृतिक सहनशीलता को बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। लाउडस्पीकर वाहन का शोर इतना ज्यादा बढ़ गया है, जिसकी वजह से बुजुर्ग और छोटे बच्चों को अक्सर कान की समस्या या बहरेपन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।
जैसा कि आप जानते हैं लोगों के द्वारा प्लास्टिक का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है, जो प्रतिकूलता में जंगली जीवन को बहुत ही अधिक प्रभावित कर रहा है। इसी के साथ जलीय जीवो और पौधों के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक स्थिति उत्पन्न हो रही है क्योंकि पानी में ऑक्सीजन के स्तर का कम होना और कार्बन डाइऑक्साइड का बढ़ना, यह सब बीमारियों को बढ़ावा दे रहा है।
अगर हम अपने आसपास देखते है, तो अनेक प्रकार के प्रदूषण हमें दिखाई देते हैं। इसके लिए सरकार को जिम्मेदारी लेनी होगी और सख्त से सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो, निरंतर बीमारियां बढ़ती ही जाएगी और आम जनता को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
मैं अंत में केवल इतना ही कहूंगा कि सरकार के साथ-साथ हम सबको प्रदूषण को रोकने में सहयोग करना चाहिए। यह हम सब का कर्तव्य और जिम्मेदारी है।
धन्यवाद!
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प्रदूषण पर भाषण (500 शब्द)
आप सभी प्रियजनों को मेरा सादर नमस्कार। मैं आज आप सभी के समक्ष एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने जा रहा हूं, जिसका नाम है प्रदूषण। जैसा कि आप जानते हैं प्रदूषण हम सभी के लिए बहुत ही बड़ी समस्या बनता जा रहा है, जिसकी वजह से हमें बहुत सारी परेशानी ही नहीं बल्कि बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है, जो हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही ज्यादा बुरा प्रभाव डाल रही है। इसी के साथ ग्लोबल वार्मिंग पर्यावरण जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इन समस्याओं के रोकथाम के लिए हमें उपाय ढूंढने होंगे आशा करता हूं, आप इन सभी चीजों में मेरा सहयोग देंगे।
इस समय हम पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से बहुत ही ज्यादा जूझ रहे है, परंतु हम इसे नकार नहीं सकते हैं क्योंकि यह हमारे ही द्वारा उत्पन्न किया गया है। इस समय हम प्राकृतिक साधनों का भरपूर उपभोग करने लगे हैं, जिसकी वजह से आधुनिक जीवन शैली को बढ़ावा मिला है। प्रदूषण बहुत ही तेजी से शहरीकरण वनों की कटाई औद्योगिकीकरण तकनीकी करण और उद्योग और कारखानों में से जितने भी अपशिष्ट पदार्थ निकल रहे हैं, उन सभी का यह परिणाम है। इसी के साथ खेतों में उर्वरक के उच्च स्तरीय उपभोग, चिमनी उत्सर्जन, मोटर वाहन से निकलने वाले धुंआ, इत्यादि इन सभी का परिणाम है।
इस समय मोटर वाहन की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि जनसंख्या बढ़ती हुई नजर आ रही है, जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है वैसे-वैसे वाहन की संख्या भी बढ़ती जा रही है और उसकी वजह से ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण बहुत ही अधिक बढ़ रहा है। ऐसे में हमें इन सभी प्रदूषण को नियंत्रित करने की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है।
आपको पता है हम सब अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इतनी ज्यादा वस्तुओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम केवल यही सोचते हैं कि हमारा शरीर ज्यादा से ज्यादा काम ना करके, आराम करें और हम आरामदायक चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि ac, टीवी, बिजली विद्युत उपकरण, उर्वरक, कपड़े धोने की मशीन, इत्यादि चीजों का इतना ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं कि उनकी वजह से प्रदूषण बहुत ही अधिक फैलने लगा है।
बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से हमें सांस लेने तक में बहुत ही ज्यादा दिक्कत होती है। इसी के साथ ताजी हवा, पीने के लिए ताजा पानी, स्वस्थ फसल इन सभी की बहुत ही अधिक कमी होती जा रही है। यह सब केवल हमारी असावधानी और लापरवाही की वजह से हो रहा है।
हमें एक प्राकृतिक और शुद्ध वातावरण इसी के साथ वास्तविक शारीरिक एवं मानसिक शांति के लिए बहुत ही ज्यादा परिश्रम करने की आवश्यकता है। अगर हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और अन्य प्रभावी कदमों की तरफ खुद को बढ़ावा दें, तो हम अपने जीवन को सुरक्षित कर सकते हैं और सभी प्रकार के प्रदूषण से खुद को बचा सकते हैं।
अंत में मैं केवल इतना ही कहूंगा कि इसके लिए केवल सरकार ही नहीं बल्कि हम सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए और खुद को सुरक्षित और स्वस्थ रखना चाहिए।
धन्यवाद!
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको प्रदूषण पर भाषण ( Speech on Pollution in Hindi ) दिया है। अगर आप भी किसी स्कूल कॉलेज या किसी भी समारोह में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदूषण के बारे में बताना चाहते हैं, या प्रदूषण से जुड़ी समस्या के बारे में बात करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए सहायक हो सकता है। इसी के साथ आपको भी जागरूक होना चाहिए और प्रदूषण को रोकने के लिए सहयोग करना चाहिए।
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