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सांसदों को सस्पेंड क्यों किया जाता है?, क्या है नियम

Sansad Ko Suspend kyu kiya jata hai

Sansad Ko Suspend kyu kiya jata hai: राजनीति बड़ी विचित्र है, जहां पर संसद जैसे बड़े पंचायती मंदिर के अंदर देश के हर एक कोने से प्रतिनिधि जनता का विचार रखने के लिए आते हैं। जिसको लेकर कभी-कभी वह इतने अग्रसर हो जाते हैं कि उन्हें सस्पेंड तक कर दिया जाता है।

इस लेख में जानेंगे कि किस नियम के तहत सांसद सस्पेंड होते हैं? (Sansad Ko Suspend kyu kiya jata hai) साथ ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी जानेंगे।

संसद को सस्पेंड करने का मुद्दा

भारत में तकरीबन एक साथ 92 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं, जिनमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसद आते हैं। सांसदों का सस्पेंड होना नई बात नहीं है। राजीव गांधी की सरकार में भी एक साथ 63 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं, तब इनको लेकर किसी भी प्रकार की राजनीतिक गलियारों में हल्ला गुल्ला नहीं किया गया था।

लेकिन आज मोदी सरकार में जब राज्यसभा और लोकसभा के सांसद एक साथ सस्पेंड हुए, जिनकी संख्या 141 (95 लोकसभा व 46 राज्यसभा) बताई जा रही है। उसको लेकर हर तरफ राजनीतिक गलियों में हाहाकार मचा हुआ है।

राजनीतिक दलों ने संसद सस्पेंड को गहन मुद्दा बना लिया है। आखिरकार संसद को सस्पेंड करने के नियम क्या है? इस का उल्लेख हम आगे करेंगे।

संविधान के अनुसार किस नियम के तहत सांसदों को सस्पेंड किया जा सकता है?

संविधान रचने वालों की जानकारी के अनुसार देखें तो पांच ऐसे नियम है, जिसके तहत सांसदों को सस्पेंड किया जा सकता है। जिसमें लोकसभा में तीन नियम और राज्यसभा में दो नियम निर्धारित किए गए हैं।

लोकसभा की बात करें तो लोकसभा में 373 के अनुसार संसद की कार्रवाई में अगर कोई सांसद रुकावट डालता है, तो उस सांसद को सस्पेंड किया जा सकता है या कुछ समय के लिए आउट ऑफ सदन भेजा जा सकता है।

इसके अलावा 374 नियम के अनुसार अगर कोई भी सांसद सभा पीठ, अध्यक्ष की बात को ना माने और उसकी अवहेलना करें तब उस सांसद को सस्पेंड कर दिया जाता है।

इसके अलावा 5 दिसंबर 2001 में एक नया नियम 374A के तहत जोड़ा गया था। जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि अगर सांसद सभा पीठ की कुर्सी के पास आकर नारेबाजी करते हैं, तो उनको भी सस्पेंड करने का प्रावधान संविधान में है।

राज्यसभा की बात करें तो इसमें नियम 255 के अनुसार अगर कोई सांसद सदन में सभापति के साथ गलत व्यवहार करें या सांसद का व्यवहार गलत हो। तब सभापति 256 नियम के अनुसार उसे सांसद को सदन से बाहर कर सकता है।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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