Omicron Kya Hai: पिछले साल कोरोनावायरस ने सबकी जिंदगी को असामान्य बना दिया और चारों तरफ डर का माहौल फैला दिया था। लेकिन धीरे-धीरे वैक्सीन लेने के बाद लोगों में नई उम्मीद थी कि अब महामारी खत्म हो चुकी है। लेकिन कुछ महीने से ओमीक्रोन का डर सता रहा है। जिस चीज का लोगों को डर था, वही हुआ।
हालांकि बहुत से लोगों को नहीं पता कि ओमीक्रोन क्या है?, क्या यह कोरोनावायरस से ज्यादा खतरनाक है?, इसके लिए क्या उपचार है?, क्या वैक्सीन लिए लोगों पर भी ओमीक्रोन का असर होगा? इत्यादि सभी सवालों का जवाब हम इस लेख में आपको देने वाले हैं बस लेख को अंत तक पढ़े।
ओमीक्रोन क्या है?, इसके लक्षण, उपचार, सावधानी और घरेलू उपाय | Omicron Kya Hai
ओमीक्रोन क्या है?
ओमीक्रोन कोई नया वायरस नहीं है बल्कि कोरोनावायरस का ही एक नया वेरिएंट है।
इसके बारे में सबसे पहले 14 नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका से खबर आई। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के किसी एक शख्स में ओमीक्रोन के लक्षण दिखाई दिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे “वेरिएंट ऑफ कंसर्न” घोषित करके इस वेरिएंट को कोरोनावायरस की तुलना में ज्यादा खतरनाक बताया और इसके प्रति सावधानी बरतने के लिए निर्देश जारी किए।
यह वेरीएंट साउथ अफ्रीका से निकलकर अब धीरे-धीरे सभी देशों में अपना प्रभाव डाल रहा है। भारत में सबसे पहले कर्नाटक में दो लोगों में इस वेरिएंट संक्रमण के मामले आए, जिनमें से एक व्यक्ति 66 साल का था और दूसरा व्यक्ति को 46 साल बताया गया।
ओमीक्रॉन कितना खतरनाक है?
जानकारों के अनुसार बताया जा रहा है कि ओमीक्रोन के 50 से भी ज्यादा म्यूटेशन हो चुके हैं। यह कोरोनावायरस की तुलना में 5 गुना ज्यादा ताकतवर है और उतनी ही तेजी से फैल भी रहा है। हालांकि अभी तक इस बात की निश्चिता नहीं हो सकी है कि कोरोनावायरस के लिए बनी वैक्सीन क्या ओमीक्रोन पर असर डाल पाएगी।
अभी तक तो यही देखा गया कि अस्पताल में जितने भी लोग भर्ती हुए एवं ओमीक्रोन से जितने भी लोग संक्रमित हुए हैं, वे वैक्सिंन के दोनों डोज को नहीं लिए थे। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन ओमोक्रोन पर भी असरदार हो सकती है।
लेकिन कुछ विशेषज्ञों के अनुसार ओमीक्रोन मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थैरेपी पर भी बेअसर हो सकता है। हो सकता है यह वैक्सीन को भी चकमा दे दें। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि ओमीक्रोन नेचुरल इंफेक्शन से होने वाले इम्युन रिस्पॉन्स पर भी बेअसर है।
हालांकि अभी तक ओमीक्रोन कितना ज्यादा खतरनाक है, उस बात की निश्चित पुष्टि नहीं की जा सकती। क्योंकि अभी ओमीक्रोन का संक्रमण शुरुआती पड़ाव पर है।
ओमीक्रोन लक्षण क्या है?
कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन के मामले धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ओमीक्रोन अब तक के सभी वेरीएंट में सबसे ज्यादा संक्रामक है। लेकिन कोरोना के लक्षण में जिस तरह तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, कमजोरी, सुगंध ना ले पाना, खाने के स्वाद का पता न चल पाना जैसे लक्षण थे।
वहीँ ओमीक्रोन में उस तरह बिल्कुल भी लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। ओमीक्रोन के लक्षण कोरोना के लक्षण की तुलना में काफी अलग बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि अब तक जितने भी ओमीक्रोन के संक्रमित मरीजों का पता चला है, उनमें कोविड-19 जैसे लक्षण नहीं पाए गए हैं। यहां तक कि इसमें कोरोना की तरह निमोनिया की समस्या भी नहीं देखी जा रही। यहां तक कि जिस डॉक्टर को सबसे पहले इस वेरिएंट के बारे में पता चला उनके अनुसार भी उस मरीज में कोविड-19 की क्लासिक लक्षण नहीं पाए गए थे।
ऐसे में सबका यही सवाल है कि आखिर ओमीक्रोन के क्या लक्षण है? कैसे पता चलेगा कि कोई व्यक्ति ओमीक्रोन से संक्रमित है या नहीं?
विशेषज्ञों से पता चला कि ओमीक्रोन के तीन प्रमुख लक्षण जिनमें बदन दर्द, सिर दर्द और बहुत ज्यादा थकान शामिल है। इसके अतिरिक्त इसमें मांसपेशियों में बहुत दर्द के लक्षण देखने को मिलते हैं। हल्का बुखार, गले में खराश भी महसूस हो होती है।
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि ओमीक्रोन से संक्रमित मरीज में सबसे पहले गले के अंदर खराश, गले का छिल जाना, आवाज का बैठ जाना जैसी समस्या का जिक्र किया जा रहा है। इसके अलावा नाक बंद होना, सूखी खांसी और पीठ की नीचे की तरफ दर्द की समस्या भी धीरे-धीरे मरीजों में आ रही है।
वैक्सीनेटेड लोगों पर अमीक्रोन का असर होगा?
कोरोनावायरस का नया वेरिएंट अमीक्रोन फैलते ही लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि क्या वैक्सीन लिए हुए लोगों पर भी ओमीक्रोन का असर होगा?
हालांकि ओमीक्रोन के प्रकृति को समझने के लिए अभी भी इस पर अध्ययन जारी है। फिर भी बहुत से एक्सपर्ट ने वैक्सीन लिए लोगों पर ओमीक्रोन के असर के बारे में बताया है? एक्सपर्ट क्या कहते हैं यह जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि वैक्सीन किस तरीके से काम करता है।
बता दे अधिकांश वैक्सीन वायरस स्पाइक प्रोटीन एरिया पर निशाना लगाते हैं। कोई भी वायरस स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही मनुष्य के कोशिका में प्रवेश करता है। वैक्सीन मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है, जिससे जब भी कोई वायरस शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करता है तो वह उसे नष्ट कर देता है।
लेकिन ओमीक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा म्यूटेशन पाए गए हैं। फिर भी एक्सपर्ट के अनुसार जो वैक्सीन कोरोना की स्पाइक प्रोटीन को नष्ट कर सकता है, वह ओमीक्रोन पर भी असरदार होगा।
कुछ एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि जिस वैरीअंट को हमारा शरीर पहले से पहचानता हो, उसी पर वैक्सीन का असर होगा। जिससे ओमीक्रोन एक नया और कोरोना से ज्यादा भयानक वायरस है। ऐसे में हमारे शरीर को ओमीक्रोन की पहचान नहीं है, जिसके कारण यह हमारी कोशिका और एंटीबॉडी को बेअसर कर सकता है।
कुछ और एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि अब तक ओमीक्रोन के वजह से जितने भी लोग अस्पताल में भर्ती हुए, उन्हें वैक्सीन नहीं लगा था।
कुछ एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि ओमीक्रोन वेरिएंट अधिक संक्रामक लग रहा है लेकिन वैक्सीन लेने के बाद इसका असर जरूर कम होगा। क्योंकि अब तक ओमीक्रोन का लक्षण वैक्सीन लेने की तुलना में वैक्सीन ना लिए हुए लोगों में ज्यादा देखा जा रहा है। इस तरीके से कुल मिलाकर देखा जाए तो विशेषज्ञों के अनुसार टीकाकरण वाले लोगों पर ओमीक्रोन का असर कम है।
ओमीक्रोन उपचार क्या है?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक ओमीक्रोन का उपचार भी कोरोना के अन्य वेरीएंट की तरह ही किया जाएगा। इस वायरस का भी लक्षण पता चलने पर ब्लड टेस्ट और एक्स-रे होगा।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा। यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
ओमीक्रोन के लिए सावधानी क्या रखे?
जब कोरोनावायरस आया था तब लोगों ने बहुत लापरवाही दिखाई थी, जिसके कारण उह वायरस से काफी लोग प्रभावित हुए थे। लेकिन इस बार कोरोनावायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन है, जो कोरोनावायरस से ज्यादा तेजी से फैलने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे में अभी भी पूरी सावधानी रखने की जरूरत है। वैक्सिंन के दोनों डोज को लेना जरूरी है। साथ ही यदि कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके आइसोलेट हो जाए।
बाहर जाए तो मास्क जरूर पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का अभी भी पालन करना है। खाने पीने में भी सावधानी बरतनी है और अभी फिलहाल कुछ समय के लिए कहीं की भी यात्रा कैंसल कर दें।
ओमीक्रोन से सांस संबंधित समस्या क्यों नहीं?
जहां कोरोना वायरस के संक्रमण के समय लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती थी। क्योंकि वह संक्रमित के ऊपरी श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता था और शासन के दौरान फेफड़ों में पहुंचकर उसे नुकसान करता था, जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत होती थी।
वहीँ कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन में सांस संबंधित समस्या का लक्षण नहीं देखा जा रहा। हालांकि इसके बाद लोगों का यह प्रश्न है कि ओमीक्रोन भी करोना का हीं वेरिएंट है तो फिर इसके कारण संक्रमित को सांस की समस्या क्यों नहीं होती?
इस प्रश्न पर विशेषज्ञों का कहना है कि जहां कोरोनावायरस फेफड़ों में अपनी संख्या को बढ़ाता था, वहीँ ओमीक्रोन यह प्रक्रिया गले में ही शुरू कर देता है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यह असामान्य नहीं है क्योंकि एक ही वायरस के अलग-अलग वैरीअंट भिन्न-भिन्न तरीके के लक्षण प्रकट कर सकते हैं और ओमीक्रोन के साथ भी कुछ ऐसा ही है, जिसके कारण इस वायरस से संक्रमित लोगों को सांस लेने में तकलीफ नहीं हो रही है।
चूंकि यह फेफड़े से ज्यादा गले को प्रभावित करता है, इसीलिए सांस लेने में दिक्कत नहीं हो रही है। हालांकि ओमीक्रोन में कोरोना की तुलना में हल्के लक्षण देखने को सुना जा रहा है। यहां तक कि इसमें निमोनिया जैसी समस्याओं का भी कम संभावना की उम्मीद जताई जा रही है।
ओमीक्रोन कितने देशों में फैल चुका है?
ओमीक्रोन का लक्षण सबसे पहले अफ्रीका के लोगों में देखने को मिला। लेकिन 24 नवंबर तक तो यह 2 देशों में फैल गया। वहीं अब तक 56 से ज्यादा देशों को अपनी चपेट में ले चुका है और दिन प्रतिदिन बहुत तेजी से फैलते जा रहा है। अब तक पूरी दुनिया में 7000 से भी अधिक इसके मामले आ चुके हैं।
बात करें भारत की तो भारत में अब तक 25 से ज्यादा मामले आ चुके हैं और यह मामला दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। अब तक जिन लोगों में भी ओमीक्रोन का पॉजिटिव रिपोर्ट आया है, उनमें बिल्कुल कोरोनावायरस की तरह ही कुछ लक्षण देखने को मिले हैं।
खास करके जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लिया है, उनमें यह प्रभाव ज्यादा देखने को मिल सकता है। इसीलिए सरकार सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन की दोनों डोज लेने की सलाह दे रही है और सावधानी बरतने को कहा रही है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदम
जैसे ही ओमीक्रोन के मामले भारत में भी देखा गया वैसे ही केंद्र सरकार काफी सतर्क हो चुकी है। ओमीक्रोन को देश में फैलने से पहले ही उसे कंट्रोल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक करके विभिन्न राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
- सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने के निर्देश दिए है। साथ ही जब तक यह रिपोर्ट नहीं आ जाते तब तक यात्रियों को हवाई अड्डे पर ही इंतजार करना होगा।
- इसके अतिरिक्त पॉजिटिव रिपोर्ट आने वाले लोगों के जिनोम सीक्वेंसिंग कराने का भी निर्देश दिया गया है। साथ ही उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों का पता लगाने को कहा गया है।
- ओमीक्रोन से ज्यादा संक्रमित वाले देशों से आने वाले यात्रियों पर ज्यादा कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है।
- इन सबके अतिरिक्त अभी जिस राज्य में ओमीक्रोन के लक्षण ज्यादा देखने को मिल रहे हैं, उस राज्य में बच्चों के स्कूल को दोबारा बंद करने के आदेश जारी हो चुके हैं।
ओमिक्रोन के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय
- यदि ओमीक्रोन या अन्य प्रकार के वायरस से भी बचना है तो हमारे शरीर के रोग प्रतिकारक शक्ति का मजबूत होना जरूरी है और रोग प्रतिकारक शक्ति को मजबूत करने के लिए आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।
- हर दिन फिजिकल एक्टिविटी करें, एक्सरसाइज करें। जरूरी नहीं कि जिम में जाकर ही एक्सरसाइज करें आप घर पर भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। क्योंकि इस महामारी के समय में घर पर रहना ज्यादा सुरक्षित है।
- हरी साग सब्जियां खाएं, साथ ही मौसमी फल खाएं।
- अभी ठंडी का मौसम है और इस मौसम में सुबह का धूप शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जो आपके शरीर को विटामिन डी देता है और वह भी आपके शरीर के रोग प्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के लिए जरूरी है, इसीलिए सुबह-सुबह धूप सेंके।
- जरा भी सर्दी, जुखाम, बुखार या खांसी के लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। उसके बाद घर पर बने हुए काढा का सेवन करें।
- यदि आपको सर्दी जुखाम नहीं हुई है तब भी आप हर दिन हल्दी का दूध पीएं।
- हर दिन गर्म भोजन और हेल्थी भोजन करें, बासी भोजन ना करें। खाना सही से पका हुआ होना चाहिए।
- अपने सेहत के साथ-साथ अपनी मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। क्योंकि बहुत बार तनाव आपकी मानसिक स्थिति को कमजोर कर देती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी घटा सकती हैं। ऐसे में अपनी मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए हर दिन मेडिटेशन करें।
- हर दिन अच्छी नींद लें।
- इस तरीके से इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप स्वस्थ रह सकते हैं। साथ ही अपने रोगप्रतिकारक शक्ति को भी बढ़ा सकते हैं, जो किसी भी वायरस को नष्ट करने के लिए जरूरी है।
ओमीक्रोन से क्या मरीजों की मृत्यु हो सकती है?
ओमिक्रॉन वैरिएंट अभी नया वेरिएंट है और इसके प्रकृति का अध्ययन जारी है। धीरे-धीरे अध्ययन से इसके लक्षण के बारे में पता चल रहा है लेकिन इस वेरीएंट से संक्रमित अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों पर मृत्यु का खतरा काफी कम है। हालांकि इसके प्रकृति के बारे में जानने के लिए अभी भी अधिक विस्तृत अध्ययन किया जा रहा।
FAQ
ओमीक्रोन कोरोना का एक नया वेरिएंट है जिसमें 50 से भी ज्यादा म्यूटेशन हो चुके हैं।
ओमीक्रोन का पहला मामला 14 नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका से आया।
विशेषज्ञों से पता चला कि ओमीक्रोन के तीन प्रमुख लक्षण जिनमें बदन दर्द, सिर दर्द और बहुत ज्यादा थकान शामिल है। इसके अतिरिक्त इसमें मांसपेशियों में बहुत दर्द के लक्षण देखने को मिलते हैं। हल्का बुखार, गले में खराश भी महसूस हो होती है।
अस्वीकरण: यहाँ पर उलेखित सामग्री केवल सामान्य जानकारी के लिए उपलब्ध कराई है और यह इंटरनेट पर उपलब्ध विभिन्न स्त्रोतों से ली गई है। हम इस जानकारी की सटीकता का दावा नहीं करते।
निष्कर्ष
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