हम महाकाल नाम की शमा के छोटे से परवाने है, कहने वाले कुछ भी कहे हम तो महाकाल के दिवाने है..
शिव की ज्योति से नूर मिलता है, सबके दिलों को सुरूर मिलता है; जो भी जाता है भोले के द्वार, कुछ न कुछ ज़रूर मिलता है!
किसी ने मुझसे कहा इतने ख़ूबसूरत नहीं हो तुम, मैंने कहा महाकाल के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ, भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।
पागल सा बच्चा हूँ, पर दिल से सच्चा हूँ, थोड़ा सा आवारा हूँ पर महादेव तेरा ही दीवाना हूँ..!!
मिलावट है भोलेनाथ तेरे इश्क में इत्र और नशे की तभी तो मैं थोडा महका हुआ और थोडा बहका हुआ हूँ.
ये दिल तुमसे ये जान तुमसे है, तुम्हे कैसे भूल सकता हूँ महाकाल मेरा तो जहानँ तुमसे है जय श्री महाकाल.
ये कैसी घटा छाई हैं, हवा में नई सुर्खी आई हैं, फैली हैं जो सुगंध हवा में, जरूर महादेव ने चिलम जलाई हैं।
भांग से सजी है सूरत तेरी करू कैसे इसका गुणगान, जब हो जायेगी आँखे मेरी भी लाल तभी दिखेगे महाकाल..!
मुझे अपने आप में कुछ यु बसा लो, के ना रहू जुदा तुमसे, और खुद से तुम हो जाऊ. जय भोलेनाथ.
भले ही मुर्ति बनकर बैठे है, पर मेरे साथ खड़े है आये संकट जब भी मुझ पर, मुझ से पहले मेरे भोलेनेथ लड़े है। हर हर महादेव, जय महाकाल
चिंता नहीं हैं काल की, बस कृपा बनी रहे मेरे महाकाल की।
खुल चूका है नेत्र तीसरा शिव शम्भू त्रिकाल का, इस कलयुग में वो ही बचेगा जो भक्त होगा महाकाल का.
जैसे हनुमानजी के सीने में तुमको सियापति श्री राम मिलेंगे सीना चीर के देखो मेरा तुमको बाबा महाकाल मिलेंगे।
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वही सुखी, वही निराला, वही किस्मत वाला, जिसका देवो के देव महादेव हो रखवाला।
मैँ और मैरा भोलेनाथ दोनो ही बङे भुलक्कङ है, वो मेरी गलतियां भूल जाते है और मै उनकी मेहरबानियों को.
भोलेनाथ हो जिसके भी साथ. उसको चिंता की क्या बात.
कुत्तो की बढी तादाद से शेर मरा नही करते, और महाकाल के दिवाने किसी के बाप से ड़रा नही करते।
जिनके रोम-रोम में शिव हैं वही विष पिया करते हैं , जमाना उन्हें क्या जलाएगा , जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं.
जिन्दगी एक धुआँ हैं, जाने कहा थम जायेगा, कर ले मेरे महाकाल की भक्ति, जीवन सफल हो जायेगा
भोले तने तो सारी दुनिया पार तारी हे
कदे मेरे सर पे बी हाथ धर क कह दे चाल बेटे आज तेरी बारी हे जयमहाकाल
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिव का नाम लिये जा शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जा शिव शिव शिव ऊँ: नम: शिवाय
Mahakal Attitude Shayari in Hindi
तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी, उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ हैं सब की डोरी।
मृत्यु के समय कोई तुम्हारी नही सुनेगा कर्म की गति ही बताएगी तुम्हे कहा घसीटा जायेगा महाकाल
भांग से सजी हैं सूरत तेरी, करू कैसे इसका गुणगान, जब हो जायेगी आँखे मेरी भी लाल तभी दिखेगे महाकाल।
लोग कहते हैं किसके दम पे उछलता है तू इतना मैंने भी कह दिया जिनकी चिलम के हुक्के की दम पर चल रही ये दुनिया है .उन्हीं महाँकाल के दम पे उछलता ये बंदा है जय राजा महाँकाल।
जो आसमां ने पिया जाम महाकाल का ज़हरीला उसी को पी के हुआ रंग-ए-आसमान नीला…. जय श्री महाकाल
माया को चाह ने वाला बिखर जाता हैं। ओर महाकाल को चाह ने वाला निखर जाता हैं। हर हर महादेव
मैं झुक नही सकता, मैं शौर्य का अखँड भाग हूँ, जला दे जो अधर्म की रुह को, मैं वही महादेव का दास हूँ।
घनघोर अँधेरा ओढ़ के… मैं जन जीवन से दूर हूँ… श्मशान में हूँ नाचता… मैं मृत्यु का ग़ुरूर हूँ… Jay Mahakal
सबसे बड़ा तेरा दरबार हैं, तू ही सब का पालनहार हैं सजा दे या माफी महादेव, तू ही हमारी सरकार हैं।
राम भी उसका।रावण भी उसका। जिवन उसका मरण भी उसका।– जय श्री महाकाल
मैं नही कहता मैं साधु हूँ, ना ही संत हूँ, मैं तो महादेव का एक तुच्छ सा भक्त हूँ। मैं तो महादेव से ही शुरू हूँ और महादेव पर ही अंत हूँ।
राजनीति नही, दिलो पर राज करने की इच्छा हैं, यही मेरे गुरू बाबा महाकाल की शिक्षा हैं।
बम भोले डमरू वाले शिव का प्यारा नाम है भक्तो पे दर्श दिखता हरी का प्यारा नाम है शिव जी की जिसने दिल से है की पूजा शंकर भगवान ने उसका सवारा काम है! जय महाकाल
भूल कर एक भक्त के दर काल आ गया, उस भक्त की जुबां पर महाकाल आ गया सुनकर महाकाल का नाम काल बेहाल हो गया।
जब सुकून नही मिलता दिखावे की बस्ती में, तब खो जाता हूँ मेरे महाकाल की मस्ती में।
अकाल मृत्यु वो मरे जो कर्म करे चांडाल का, काल उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का जय महाकाल
माया को चाहने वाला बिखर जाता हैं, और महाकाल को चाहने वाला निखर जाता हैं।
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खुल चूका है नेत्र तीसरा शिव शम्भू त्रिकाल का,,, इस कलयुग में वो ही बचेगा जो भक्त होगा महाकाल का !
नीम का पेड़ कोई चन्दन से कम नही, उज्जैननगरी कोई लंडन से कम नही, जहाँ बरस रहा है मेरे महाकाल का प्यार, वो दरबार भी कोई जन्नत से कम नही।
दिखावे की मोहब्बत से दूर रहता हूँ, इसलिये मैं महाकाल के नशे में चूर रहता हूँ।
मझधार में नैया है बड़ा दूर किनारा है अब तू ही बता मेरे महाकाल यहां कौन हमारा है ।
ना महीनों की गिनती, ना सालों का हिसाब हैं, मोहब्बत आज भी महाकाल से बेइंतहा बेहिसाब हैं। जय श्री महाकाल
Mahakal Attitude Shayari in Hindi
सर्पों के बीच रहने वाला क़लापी , दिगम्बर, मशान ही मेरा मूल स्थान है रूद्र , अघोरा मेरे रूप है मैं प्रलय रूद्र हूँ
मैं महाकाल हूँ ख़ाक मज़ा हैं जीने में, जब तक महादेव ना बसें अपने सीने में.
अघोर हूँ मैं, अघोरी मेरा नाम, महाकाल हैं आराध्य मेरे, और श्मशान मेरा धाम।
किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर, महाकाल बैठा है, तू हिसाब ना कर… जय श्री महाकाल
दौलत छोड़ी, दुनिया छोड़ी, सारा खजाना छोड़ दिया, महाकाल के प्यार में दिवानों ने, राज घराना छोड़ दिया।
तेरा गुणगान करूँ तेरी ही भक्ति करूँ तेरा सानिध्य हो अलंकरण हो, भक्ति का अनुकरण हो मेरे महाकाल शत् – शत् नमन
ना किसी बात की चिंता ना किसी बात का हिसाब है. मोहब्बत महाकाल से बेहिसाब है.
बहुत दिल भर चुका है खूब रोना चाहता हूँ मैं महाकाल तेरी गोद में सिर रख कर सोना चाहता हूँ । जय श्री_महाकाल
महाकाल तुम से छुप जाए मेरी तकलीफ ऐसी कोई बात नही, तेरी भक्ती से ही पहचान हैं मेरी वरना मेरी कोई औकात नही।
मेरे महाकाल तुम्हारे बिना मैं शून्य हूँ ….. तुम साथ हो महाकाल तो में अनंत हूँ महाकाल Mahakal
मौत को मैं मुठ्ठी में रखता हुँ, मेरे हर सास को सावधान रखता हुँ अरे ! कोई मेरे अरमानों की होली क्या करेगा महाकाल का भक्त हुँ, दिल में सुलगता समशान रखता हुँ।
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।