Jack Ma Biography In Hindi :”लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।” इस लाइन पर अगर किसी की जीवनी सही बैठती है तो उनका नाम जैक मां है। आपको बता दें कि जैक मा वर्तमान समय में alibaba.com नाम के कंपनी के मालिक हैं और चीन के सबसे रईस इंसान होने के साथ-साथ सदियों तक एशिया के सबसे रईस इंसान रहे है। वर्तमान समय में इस इंसान की संपत्ति 2,80,000 करोड़ रूपए की है।
जैक मां का जन्म 10 सितंबर 1964 को चीन के एक गरीब परिवार और बहुत छोटे से गांव में हुआ। बचपन से अंग्रेजी विषय में उनकी अधिक रूचि थी। इसके बाद गरीब परिवार होने की वजह से उन्होंने अलग-अलग तरह की नौकरियों में आवेदन किया मगर लगातार इतनी अधिक असफलताओं का सामना करने के बाद उन्होंने अपना व्यापार शुरू किया जिसके साथ आगे बढ़ते हुए आज जैक मा में हजारों नौजवानों के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरे हैं।
इसलिए हर व्यक्ति को एक बार जैक मा का जीवन परिचय पढ़ना चाहिए ताकि आप समझ सके कि चाहे जीवन में कितनी भी असफलता आ जाए, अगर आप अपने सपनों का दृढ़ संकल्प कर चुके हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। इस लेख में हम जानेंगे कि एक छोटे से गांव में नौकरी की तलाश करने वाले जैक मा किस प्रकार चीन के सबसे रईस इंसान बने और कैसे उन्होंने खुद को दुनिया के दिग्गजों में शामिल किया।
जैक मा का जीवन परिचय | Jack Ma Biography In Hindi
जैक मा का संक्षिप्त परिचय
नाम | जैक मा |
असली नाम | Ma Yun |
कंपनी का नाम | Allibaba |
पत्नी का नाम | Zhang Ying |
शिक्षा | B.A (English) |
जन्म दिन | 10 सितंबर 1964 |
उम्र | 55 वर्ष |
संपति | 2030 करोड़ डॉलर |
कौन है जैक मा?
Jack ma विश्व की प्रचलित थोक में ऑनलाइन सामान खरीदने वाली ऑनलाइन पोर्टल alibaba.com के मालिक है। चीन में सबसे ज्यादा शॉपिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली यह वेबसाइट विश्व के अलग-अलग क्षेत्रों में ऑनलाइन थोक सामान खरीदने के लिए भी इस्तेमाल की जाती है।
यह एक बहुत ही प्रचलित वेबसाइट है, जिसके व्यापार ने जैक मा को कई दशकों तक एशिया का सबसे अमीर आदमी बना कर रखा है। इसके अलावा कई दशकों से वर्तमान समय तक जैक मा चीन के सबसे रईस इंसान है।
जैक मा का जीवन परिचय
जैक मा का जन्म 10 सितंबर 1964 को चीन के एक बहुत छोटे से गांव में हुआ था। जैक मा एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। बचपन से ही उनको अंग्रेजी विषय में बहुत रूचि थी। आपको बता दे की चीन में अग्रेजी सीखना जरूरी नहीं है। मगर इसके बावजूद जैक मा ने 9 साल तक टूरिस्ट गाइड के रूप में काम किया और चीन घूमने आए यात्रियों को घुमाने के दौरान अंग्रेजी की शिक्षा हासिल की।
इस नौकरी से उनकी पढ़ाई भी हो जाती थी और घर का खर्च भी चल जाता था। हम आपको बताना चाहेंगे कि जैक मा का असली नाम Ma Yun है। असल में गाइड का काम करने के दौरान उनकी दोस्ती एक अंग्रेज इंसान से हो गई थी, जो इनका नाम नहीं बोल पाते थे इसलिए जब भी वे इन्हें खत लिखते थे या इनसे बात करते थे तो इन्हे Jack के नाम से संबोधित करते थे इसलिए चीन से बाहर निकलने के बाद उन्होंने अपना नाम Jack Ma रखा।
जब चीन में लगभग हर तरह की नौकरी में विफल हो जाने के बाद उन्होंने अपना व्यापार शुरू किया और ऑनलाइन उस वक्त शुरू हो रहा था, जिस वजह से इनकी वेबसाइट काफी से प्रचलित होती चली गई। उस वक्त थोक सामान खरीदने के लिए कोई भी वेबसाइट मौजूद नहीं थे। इसलिए b2b बिजनेस में इनकी वेबसाइट का नाम बहुत प्रचलित हुआ।
जैक मा की शिक्षा
जैक बचपन से घूमने फिरने के बहुत शौकीन थे। गाइड के काम के दौरान दो अलग-अलग जगह घूम कर रहे थे और विदेशियों से उनकी भाषा में बात करने की कोशिश करते रहते थे। इस वजह से उनका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था।
जैक 2 बार 4th कक्षा में और 4 बार आठवीं कक्षा में फेल हुए। इसके बाद पसंदीदा कॉलेज में वह पढ़ना चाहते थे उसके एंट्रेंस एग्जाम में 5 बार फेल हुए। तब उन्हें समझ में आया कि वह पढ़ाई लिखाई में अच्छे नहीं है जैसे तैसे अंग्रेजी विषय में स्नातक की डिग्री हासिल की और छोटी-मोटी नौकरी की तलाश में जुट गए।
नौकरी ढूंढने के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया और KFC में वेटर के लिए भी आवेदन किया। इस तरह कुल 30 अलग-अलग नौकरियों में आवेदन करने के बाद भी हर नौकरी से उन्हें निराशा ही मिली। फिर 1988 में अलिबाबा ग्रुप की स्थापना हुई और उन्होंने वर्तमान समय तक 14 खरब की संपत्ति खड़ी की। इस रोचक कहानी की जानकारी आगे दी गई है।
जैक मा का परिवार
जैक मा का कोई भाई बहन नहीं है। इनके परिवार में इनके माता-पिता के अलावा इनकी पत्नी और इनका एक बेटा है।
Father name | Ma Laifa |
Mother’s name | Cui Wencai |
Wife name | Zhang Ying |
Children | Ma Yuankun |
जैक मा का करियर
जैक मा के करियर की शुरुआत बहुत अधिक असफलताओं से भरी हुई थी। वो जानते थे कि वह पढ़ाई में अच्छी नहीं है इसलिए शायद ही उन्हें कोई अच्छी नौकरी मिलेगी इस वजह से स्नातक की पढ़ाई करने के दौरान हि उन्होंने अलग-अलग तरह की नौकरियों में आवेदन करना शुरू कर दिया था।
पहले तो अपने टूरिस्ट गाइड के काम को ही को आगे बढ़ाना चाहते थे मगर इससे उनका घर ठीक से नहीं चलता था और उस फील्ड में कंपटीशन बहुत तेजी से बढ़ रहा था। इस वजह से घरवालों के सुझाव पर उन्होंने नौकरी के लिए आवेदन किया।
सबसे पहले उन्होंने चीन में एक सरकारी ऑफिसर के तौर पर नौकरी के लिए आवेदन किया। मगर शारीरिक रूप से अनफिट बताकर उन्हें नौकरी नहीं दी गई। इसके बाद ये वह दौर था जब चीन में पहली बार KFC आया था, और उसमे कुछ वेटर की जरूरत थी 24 लोगों के साथ जैक ने भी इस होटल में आवेदन किया। मगर उन 24 लोगों में से 23 लोगों की नियुक्ति हो गई और एक जैक मा को निकाल दिया गया।
इस तरह लगातार उन्हें 29 नौकरियों में असफलता मिली। किसी नौकरी में शारीरिक रूप से अनफिट होने के कारण तो, किसी नौकरी में ज्यादा ना पढ़े लिखे होने के कारण उन्हें नौकरी नहीं दी जाती थी। मगर उन्हें चीन के एक बहुत ही बड़े स्कूल में इंग्लिश पढ़ाने की नौकरी मिली क्योंकि उनकी इंग्लिश बहुत अच्छी थी।
कुछ दिनों तक वहां इंग्लिश टीचर के रूप में काम करने के बाद उन्हें एक कंपनी में ट्रांसलेटर की नौकरी मिली, जहां मालिक और कर्मचारी के बीच होने वाले बातचीत को वे अंग्रेजी में ट्रांसलेट करके दूसरे क्लाइंट को समझाते थे।
इसी कंपनी में काम करने के दौरान उन्हें एक बार अमेरिका जाने का मौका मिला। उस दौरान वे अपने उस टूरिस्ट दोस्त से मिलने उसके पास गए और वहां बातों ही बातों में पहली बार कंप्यूटर और इंटरनेट का जिक्र हुआ। इससे पहले जैक मा ने कभी भी इंटरनेट नहीं चलाया था। उनके दोस्त ने उन्हें समझाया कि इंटरनेट कंप्यूटर से चलता है और उस पर दुनिया की कोई भी जानकारी मिल जाएगी।
Jack Ma ने बियर शब्द सबसे पहले इंटरनेट पर सर्च किया, वहां दुनिया के अलग-अलग देश के बीयर की जानकारी आई मगर चीन के बियर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद जैक ने चीन से जुड़ी अलग-अलग जानकारी को सर्च किया मगर इंटरनेट पर उन्हें चीन के बारे में कोई भी खास जानकारी नहीं मिली। इससे उन्हें आहत भी महसूस हुई और एक व्यापार करने का आइडिया भी आया।
चीन वापस आकर उन्होंने अपने दोस्त को यह बात बताई और थोड़ा रिसर्च करने के बाद उन्होंने एक ऐसी वेबसाइट बनाने की कोशिश की जिस पर दुकानदारों के समान भेजेंगे और कोई भी व्यक्ति इंटरनेट से उन सामानों को खरीद सकता है। इस वेबसाइट को उन्होंने द चाइना येलो पेज का नाम दिया। मगर चीन में इंटरनेट की प्रचलिता ना होने के कारण उन्हें फंडिंग भी नहीं मिली और China yellow page अच्छे से चल नहीं पाया।
उस वक्त जैक मा को लगता था कि इंटरनेट का चीन में तेज होना बहुत जरूरी है। इसलिए उसे अच्छे से समझने के लिए उन्होंने चीन के अलग-अलग हिस्सों में घूमना शुरू किया। नौकरी से छुट्टी ले ले कर उन्होंने चीन के लगभग हर जगहों पर घूमने की कोशिश की उन्हें पता चला कि E bay नाम की एक अमेरिकन कंपनी इस तरह का काम चीन में करती है। उस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स साइट E Bay थी।
जैक मा को समझ में आया कि उनका कांसेप्ट बहुत अच्छा है। इसलिए उन्होंने वापस आकर अपनी पत्नी और अन्य 20 लोगों के साथ इस तरह के ई-कॉमर्स साइट पर काम करने का विचार रखा और लोगों ने alibaba.com के नाम का सुझाव दिया। यहां सबसे पहले अली बाबा ने b2b बिजनेस में हिस्सा लेने की कोशिश की, क्योंकि सीधे ग्राहकों तक जाने के लिए चीन के इंटरनेट ज्यादा प्रचलित नहीं था और अधिकतर जगहों पर E Bay काम कर रहा था।
इसलिए दुकानदारों के सामान को थोक में अपने वेबसाइट पर बेचने का काम alibaba.com ने शुरू किया। आपको बता दें कि ये 1998 का दौर था जब alibaba के स्थापना हुई।छोटे से ज्यादा से इस व्यापार को शुरू करने की वजह से इस कंपनी को भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।
मगर अमेरिका में जैक मा के जान पहचान होने के कारण उन्हें एक अमेरिकन कंपनी की तरफ से छोटा सा निवेश मिला, जिससे उन्होंने कंपनी को कुछ दूर तक चलाया और उसके बाद सॉफ्टबैंक से एक अच्छा खासा निवेश मिला और इस तरह 4 साल तक कंपनी बिना परेशानी के चल पाई और अपने स्थापित होने के 5 साल के अंदर चीन से E Bay को बाहर किया और चीन की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स साइट बन गई।
धीरे-धीरे अलीबाबा ने अलग-अलग फील्ड में निवेश करना शुरू किया और अलग-अलग तरह के बिजनेस में काम किया और अलीबाबा ग्रुप देखते ही देखते 2020 में 3520 करोड डॉलर हो गई जो कमाई फेसबुक कंपनी से भी ज्यादा है।
अलीबाबा के शुरुआती दिन
जैक मा बताते है कि वे अपने दोस्तों के साथ बहुत ही छोटे से जगह में रहते थे और उस वक्त इंटरनेट का प्रचलित नहीं था। इस वजह से उनकी वेबसाइट को शुरू में चलने में बहुत दिक्कत होती थी। वेबसाइट के प्रचार-प्रसार के लिए पैसे की जरूरत होती थी और शुरू में केवल वे दो दोस्तों इतना नहीं कर पाते।
इसलिए उन्होंने अपने सभी दोस्तों को बुलाया और कुल 20 दोस्त जो उनकी शादी में आए थे, उन लोगों के साथ उन्होंने अपने वेबसाइट का प्रचार प्रसार शुरू किया। सब ने अपनी तरफ से थोड़ा थोड़ा पैसा निवेश किया मगर इससे भी कंपनी ज्यादा प्रचलित नहीं हो पाई।
हालांकि 1994 में वे अमेरिका गए थे जिसकी कुछ साल बाद 1998 में अलीबाबा की शुरुआत उन्होंने की। अमेरिका से उनके जान पहचान और उनके दोस्त इस काम में उनकी मदद करने को तैयार हो गए और वहां से उनको कुछ पैसे मिले जिससे कुछ दूर तक चलने के बाद सॉफ्टबैंक नाम की कंपनी ने 1995 में 24 मिलियन डॉलर का निवेश किया जिसने अली बाबा को कभी भी पीछे देखने नहीं दिया।
जैक मा अपने इंटरव्यू में बताते है की एक छोटा सा लड़का जो चीन के बहुत ही छोटे से गांव में रहता था, जिसके पास खर्च करने के लिए ₹1 भी नहीं था उसने दुनिया की कुछ चुनिंदा बड़ी कंपनियों में शामिल अलीबाबा की स्थापना की और ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि उसने नई चीजों को सीखने की कोशिश की और कभी ना हार मानने का जज्बा हमेशा अपने अंदर जिंदा रखा।
जैक मा के अन्य काम
बहुत कम लोग जानते है कि जैक मा एक गायक और अभिनेता भी है। अलीबाबा के बाद चीन में जैक मा की प्रचलित बहुत तेजी से बढ़ गई। उन्हें राजनीति में एक उच्च पद दिया गया और जब उन्होंने बताया कि उन्हें काम करने का बहुत शौक था तो, 2017 में डबल 11 शॉपिंग कार्निवल के साथ उन्होंने “गोंग शो दा” नाम की एक कुंग फू फिल्म बनाई।
उसी वर्ष उन्होंने एक गायन अवसर में भी भाग लिया जहां स्टेज पर सबके सामने उन्होंने गाना गाकर हर किसी का दिल जीत लिया। 2017 में जब अलीबाबा अपनी 18वीं वर्षगांठ मना रहा था तब जैक मा ने ऑफिस में डांस भी किया था। वहां लोगों को इनके अंदर छुपी एक और प्रतिभा के बारे में पता चला।
जैक मा को दिए गए पुरस्कार
अलीबाबा की प्रचलित था जैसे-जैसे बढ़ती चली गई जैक की चीन के सबसे अमीर इंसान बन गए और धीरे-धीरे एशिया के सबसे अमीर इंसान बन रहे हैं। दुनिया के कुछ टॉप 10 अमीर इंसानों में जैक मा का नाम आया। उनकी कंपनी की ओवरऑल कमाई से पता चला कि अलिबाबा ग्रुप फेसबुक से भी ज्यादा कमाता है। इन सबके बाद लगभग पूरी दुनिया से लोगों ने उनका इंटरव्यू लेना चाहा और अलग-अलग तरह के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जिसकी सूची नीचे दी गई है।
- 2004 में चाइना सेंट्रल टेलीविजन के द्वारा चीन के 10 सबसे आर्थिक रूप से ताकतवर इंसान की सूची में उनका नाम था।
- 2005 में फार्च्यून ने एशिया के 25 सबसे ताकतवर व्यवसायियों में उनका नाम भी चुना।
- बरौन के द्वारा वर्ल्ड के टॉप 30 CEO में उनका नाम भी शामिल किया गया।
- Business week ने जय को चीन के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति में चुना।
- 2010 में चीन में आई आपदा में मदद करने के कारण जया को हीरो ऑफ परोपकार अवार्ड से सम्मानित किया।
- नवंबर 2013 में जैक मा को हांगकांग यूनिवर्सिटी की तरफ से विज्ञान और उद्योग के क्षेत्र में डॉक्टरेट की डिग्री से सम्मानित किया गया। (यह कॉलेज उनकी कुछ पसंदीदा कॉलेज में से एक थी जहां वे दाखिला लेना चाहते थे)
- जैक मा 2013 में हवाई ब्रदर्स और सॉफ्टबैंक कंपनी के बोर्ड सदस्य बने।
- 2014 में फॉर्ब्स कंपनी के द्वारा प्रकाशित एक लिस्ट में जैक मा विश्व के तीसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति बने।
जैक मा पर अलीबाबा को बेचने की कॉन्ट्रोवर्सी
2011 के दौर में अलीबाबा के संस्थापक जैक मा अलग-अलग कंपनी के बोर्ड ऑफ मेंबर थे। उनके ऊपर अचानक यह आरोप लगता है कि बिना अपने किसी अन्य कंपनियां सहयोगीयों को बताए उन्होंने अलीबाबा को बाजार से कम कीमत में बेच दिया है।
स्वामित्व विवाद पर बहुत दिनों तक जैक मा ने कुछ भी बयान नहीं दिया और उसके बाद बताया कि लेन देन के बारे में अलीबाबा समूह के निदेशक मंडल को जानकारी थी। स्वामित्व के बाद कोई याहू के द्वारा 2011 में हल किया गया था और इसी के साथ अलीबाबा याहू के भी बोर्ड ऑफ मेंबर बने थे।
जैक मा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी
- Jack ma बहुत अधिक असफलताओं के बाद सफलता हासिल की है।
- जैक मा पढ़ाई में बिल्कुल भी अच्छे नहीं थे। वे चौथी कक्षा में 2, और आठवीं कक्षा में 3 बार फेल हो चुके थे। इसके अलावा जिस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते थे। वहां एंट्रेंस एग्जाम में 5 बार फेल हुए थे।
- उन्होंने 30 अलग-अलग नौकरी में आवेदन किया है, जहां हर बार उन्हें रिजेक्ट दिया गया।
- जैक मा को वेटर के पद से भी रिजेक्ट कर दिया गया था।
- बचपन से ही चीन में आए विदेशियों के साथ अंग्रेजी में बात करना और अंग्रेजी भाषा सीखने का शौक होने का कारण, उनकी अंग्रेजी काफी अच्छी थी और इस वजह से कई सालों तक अंग्रेजी टीचर के रूप में काम किया।
- जिस स्कूल में जैक मा टीचर के रूप में पढ़ाते थे, वहीं उनकी मुलाकात उनकी वर्तमान पत्नी झांग यिंग से हुई थी।
- अलीबाबा को शुरू करने से पहले China yellow page के नाम से उन्होंने एक ऑनलाइन व्यापार शुरू किया था जो बुरी तरह से विफल हो गया था।
जैक मा की नेटवर्थ
अगर हम इनकी वर्तमान कमाई पर गौर करें तो आपको बता देना चाहते हैं कि जैक मा की कंपनी अलीबाबा की शुरुआत बहुत छोटे पैमाने पर हुई थी, जहां उनके बीच दोस्त मिल कर भी उसे चला नहीं पा रहे थे। मगर महज 5 साल के अंदर वह कंपनी 50 मिलियन डॉलर के ऊपर की कंपनी बन गई थी।
2020 के हिसाब Jack mark की कुल कमाई 4032 करोड डॉलर की थी। उनकी कंपनी 800 मिलियन डॉलर के ऊपर की कमाई कर रही थी, जो फेसबुक और बिक शायर हेथवे से भी अधिक है। वर्तमान समय में 2022 में पेश किए गए ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार जैक मा की कमाई 2030 करोड़ डॉलर की हो गई है। वर्तमान समय में उन्होंने कंपनी से रिटायरमेंट ले लिया है।
FAQ
JACK MA का असली नाम Ma Yun है।
जैक मा की पूरी कमाई उनकी कंपनी अलीबाबा पर निर्भर है। पहले अलीबाबा थोक में सामान बेचती थी और एक b2b इकॉमर्स वेबसाइट थी। मगर वर्तमान समय में अलीबाबा अलग-अलग तरह के व्यापार में भी निवेश करती है और बहुत सारे कंपनी की मालिक है।
वर्तमान समय में जैक मा अलीबाबा से रिटायर हो चुके है और उनकी कुल कमाई दो हजार करोड़ डॉलर है। इससे पहले दिन की कमाई 4000 करोड़ डॉलर थी।
चीन की कंपनी alibaba.com अलग-अलग तरह के व्यापार करती है जिस की कमाई 2020 के हिसाब से आठ सौ मिलियन डॉलर की थी, जो फेसबुक से भी बड़ी कंपनी मानी जाती है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को जैक मा का जीवन परिचय ( Jack Ma Biography In Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी दी है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित हुई होगी और आपको जैक मा का जीवन परिचय भी पसंद आया होगा।
अगर आपको जैक मा के बायोग्राफी से कुछ सीखने को मिला है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले ताकि आप के जरिए अन्य लोगों को भी इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता चल सके और उन्हें ऐसा ही इंस्पिरेशनल बायोग्राफी पढ़ने के लिए कहीं और बार-बार भटकने के बिल्कुल भी आवश्यकता ना हो।
अगर आपके मन में हमारे आज के इस महत्वपूर्ण लेख से संबंधित कोई भी महत्वपूर्ण सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया का जवाब शीघ्र से शीघ्र देने का पूरा प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरू से लेकर अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो।
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