Essay on National Flag in Hindi: हमारा राष्ट्रीय झंडा हमारा मान-सम्मान हैं। इस तिरंगे के लिए हमारे देश के जवानों ने कई कुर्बंनिया हैं। हर देशवासी इस झंडे का सम्मान करता हैं और करना भी चाहिए।
हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में राष्ट्रीय धवज निबंध (Essay on national flag in Hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।
Read Also: हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध
राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध | Essay on National Flag in Hindi
राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध (250 शब्द)
हमारे देश के ध्वज को हम तिरंगा के नाम से जानते हैं। तिरंगा जिसे देख कर हमारी छाती गर्व से चौड़ी हो जाती हैं। हमारे देश का ध्वज तीन रंगों से बना हैं। इन कलर में सबसे ऊपर केसरिया कलर होता हैं। बीच में में सफ़ेद और अंतिम में हरा रंग होता है।
तिरंगे के तीनों कलर के बीच में एक चक्र होता हैं, जिसे अशोक चक्र कहते हैं। यह अशोक चक्र इस तिरंगे का सबसे महत्पूर्ण भाग होता हैं। तिरंगे को देखते ही हमारे मन में एक बात आती हैं कि तिरंगा काफी खूबसूरत हैं और इसके लिए कई क्रांतिकारियों और वीरों ने अपने प्राण न्योछावर किये हैं।
हमारे देश के तिरंगे में हर एक कलर का अपना महत्त्व हैं। इस तिरंगे में केसरिया रंग जो कि साहस और बलिदान का प्रतिक माना जाता हैं। तिरंगे में सफ़ेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतिक माना जाता हैं। तिरंगे में हरा रंग सम्पनता और हरियाली का प्रतिक माना जाता हैं।
तिरंगे में बना अशोक चक्र तिरंगे का एक महत्पूर्ण भाग होता हैं। इस अशोक चक्र में 24 लाईन होती हैं और इस चक्र के बीच से शुरू होती हैं पर इस चक्र के उपरी बिंदु पर मिलती हैं। अशोक चक्र को अशोक स्तम्भ से लिए गया हैं।
हमारे देश का तिरंगा हमारे देश के लिए जाने देने वाले वीरों की याद दिलाता हैं। तिरंगा हमारे देश की शान हैं। तिरंगे का सम्मान ही हमारे देश का सम्मान हैं।
राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध (800 शब्द)
प्रस्तावना
भारत का राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से बना एक झंडा हैं। यह तीन रंगों से बना हैं, इसलिए इसे तिरंगा कहते हैं। हमारा राष्ट्रीय ध्वज देखते ही हमारे मन में उन शहीदों की बातें याद आती हैं, जिन्होंने हमारे देश को आजादी दिलाने के लिए अपना लहू का एक-एक कतरा बहाया था।
हमारे देश के इस ध्वज का काफी महत्त्व हैं। हमारा राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से बना हैं, जो केसरिया, सफ़ेद और हरे रंग का समावेश हैं। इस तिरंगे में एक अशोक चक्र भी हैं, जिसका अपना इतिहास हैं। अशोक चक्र को अशोक स्तम्भ से लिया गया हैं। हमारे राष्ट्रीय ध्वज के अपने मायने हैं। राष्ट्रीय ध्वज लहराता हुए हमें देश के लिए शहीद हुए उन वीरों की याद दिलाता हैं।
हमारे राष्ट्रीय ध्वज में बने इस अशोक चक्र में 24 लाईन बनी हुई हैं। यह अशोक चक्र इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण अशोक स्तम्भ से लिया हुआ हैं।
तिरंगे का इतिहास
हमारे देश का जो वर्तमान ध्वज हैं, उसे 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था। इससे पहले यह और 5 चरणों से गुजरा था। हमारे देश का पहला राष्ट्रीय ध्वज 1905 में पारसी बगान चौक कोल्कता में फेहराया गया था। इस ध्वज को पीले हरे और लाल रंग की पट्टियों से बनाया गया था।
देश का दूसरा ध्वज पेरिस में फहराया गया था। देश का यह दूसरा ध्वज 1907 में फ़हराया गया था। इस झंडे को देश की क्रांतिकरियो ने फ़हराया था।
देश का तीसरा झंडा 1917 में देश के लोकमान्य तिलक द्वारा राष्ट्रीय आन्दोलन के दोहरान फहराया गया था।
देश का चौथा राष्ट्रीय ध्वज जो कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 1921 में फ़हराया गया था। इस झंडे को आंध्रप्रदेश के एक युवक ने महात्मा गांधी को दिया था।
देश का पांचवा राष्ट्रीय ध्वज 1931 में अपनाया गया था। यह ध्वज वर्तमान स्वरूप के समान था, परन्तु इसमें अशोक चक्र की जगह चरखा था।
देश के इस वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज को 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था। इस ध्वज को मुक्त भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था। भारत का वर्तमान ध्वज यही हैं।
तीन रंगों से बना झंडा
हमारे देश का तिरंगा मुख्य रूप से तीन रंगों से बना हुआ हैं। तिरंगे में यह तीनों कलर अपनी-अपनी अलग-अलग परिभाषा और और उसके महत्त्व के बारे में बताते हैं। इन तीनों कलर की अपना-अपनी विशेषता है।
- केसरिया – तिरंगे के सबसे ऊपर की तरफ केसरिया रंग की की पट्टी होती हैं। तिरंगे में बना यह कलर ऊपर बलिदान और साहस का प्रतिक हैं। इस तिरंगे की शान के लिए जिन वीर जवानों को हमने खोया हैं। यह केसरिया कलर हमें उसकी याद दिलाता हैं।
- सफ़ेद कलर – तिरंगे के बीच में एक सफ़ेद कलर होता हैं, जो शांति और पवित्रता का प्रतिक हैं। यह रंग हमारी शान तिरंगे के के तीनों कलर के बीच होता हैं। तिरंगे में यह रंग शांतिप्रिय कलर हैं।
- हरा कलर – तिरंगे में यह तीसरा कलर हरियाली का प्रतिक होता हैं। सफ़ेद कलर के नीच की तरह तिरंगे में हरे रंग की पट्टी होती हैं। यह रंग भी हमारे तिरंगे की शान हैं।
इन तीनों रंगों के बिना हमारा तिरंगा एकदम अधुरा हैं। तिरंगा जो हमारे देश की शान हैं। इस तिरंगे के बीच में एक चक्र भी होता हैं जिसे अशोक चक्र कहते हैं।
अशोक चक्र का महत्त्व
हमारे देश में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में तीनों रंगों के साथ एक अशोक चक्र बना होता हैं। इस अशोक चक्र में 24 लाईन होती हैं जिसे धारिया कहते हैं। इस अशोक चक्र को प्राचीन काल के महान शासक सम्राट अशोक मौर्य के अशोक स्तम्भ से लिया गया है। प्राचीन कला की इस कला को ही हमारे देश की शान अशोक चक्र में जोड़ा गया है।
निष्कर्ष
हमारा देश का राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश की आन, बान और शान हैं। हमारा राष्टीय ध्वज तीन रंगों से बना हुआ हैं। इस ध्वज में केसरिया, सफ़ेद और हरा कलर होता हैं। रष्ट्रीय ध्वज में एक अशोक चक्र भी हैं, जो तिरंगे की सुन्दरता पर चार चाँद लगता हैं।
अंतिम शब्द
हमने यहां पर “राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध (Essay on national flag in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं, कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Reed also