Essay on Jharkhand in Hindi: हम यहां पर झारखंड राज्य पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में झारखंड राज्य के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
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झारखंड राज्य पर निबंध | Essay on Jharkhand in Hindi
झारखंड राज्य पर निबंध (250 शब्द)
हमारे देश में झारखंड राज्य में सबसे अधिक हरियाली होने के कारण तथा इस राज्य में अधिक झाड़ी होने की वजह से इसका नाम झारखंड पड़ा है। झारखंड का अर्थ ‘झार’ अर्थात ‘झाड़ी’ और खंड मतलब ‘जगह’ अर्थात ‘झाड़ियों वाला स्थान’। इसीलिए इसको झारखंड कहा जाता है। झारखंड में खनिजों का भी भरपूर भंडार है।
अगर झारखंड राज्य को शब्दों के अर्थ के रूप में देखा जाए, तो इसका शाब्दिक अर्थ वन प्रदेश भी होता है और भारत के सबसे अधिक वन क्षेत्रों की भूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर वनसंपदा बहुत अधिक पाई जाती है। सबसे पहले झारखंड शब्द का प्रयोग ऐतरेय ब्राह्मण उपनिषद में हुआ था, जिसको पुंड शब्द भी कहा है। इसके अलावा पद्मावत में अकबरनामा और कबीर की रचनाओं में भी इस राज्य को झारखंड प्रदेश की कहा गया था।
झारखंड राज्य का विस्तार पूर्व, पश्चिम ,उत्तर ,दक्षिण चारों दिशाओं में क्रमशः बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और बंगाल राज्य की सीमाओं तक फैला हुआ है।झारखंड में धनबाद, बोकारो, और जमशेदपुर इन शहरों में औद्योगिक विकास बहुत ज्यादा है इसलिए इनको बड़े शहरों के रूप में इन को शामिल किया है।
यहाँ अधिकतर आदिवासी समुदाय से जुड़े हुए लोग रहते हैं इसी वजह से उस राज्य के लोगों के जीवन और संस्कृति में भी इस समुदाय की छाप देखी जा सकती हैं। यहां जितिया पूजा, करमा पूजा, सरहुल यहां आदिवासी समाज के मुख्य रिवाज है। यहां पर सभी लोगों को अपनी प्रकृति से बहुत ही ज्यादा लगाव है। सभी लोग प्रकृति प्रेमी हैं और अपने अपने घरों के आंगन को हमेशा हरा भरा रखते हैं।
झारखंड राज्य पर निबंध (850 शब्द )
प्रस्तावना
आजादी के पहले भारत के हॉकी के एक खिलाड़ी ने भारत के कुछ दक्षिणी हिस्सों को एक जिले के रूप में बनाने की योजना सरकार के समक्ष रखी थी। इसके बाद सन 2000 में झारखंड को एक राज्य का दर्जा दे दिया गया। झारखंड में औद्योगिकरण का विकास बहुत अच्छा है। यहां पर स्टील का बड़ा कारखाना जमशेदपुर में है। उसका भारत में पहला और विश्व में पांचवें स्थान पर आता है। झारखंड नक्सलियों से प्रभावित क्षेत्र भी है।
क्या है झारखंड का मुख्य आकर्षण
झारखंड में बहुत ही सुंदर जलवायु है क्योंकि चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे हैं । इसलिये ही अधिक वन संपदा के होने के कारण वहां की जलवायु और वातावरण सभी लोगों को अपनी और आकर्षित करता हैं। इसके साथ कोयला और अभ्रक की खाने है। वहां के जंगलों में विभिन्न प्रकार के पेड़ और उनकी सुखी लकड़ियां, फलों से लदे हुए वृक्ष, फूलों पर बैठी हुई तितलियां और बहुत ही दर्शनीय नदी, वहां के मनमोहक मैदान, पर्वत ,पहाड़ और भोले भाले आदिवासी समुदाय के लोग और इसके साथ बहुत सुंदर-सुंदर वहां की घाटियां और उन में बहने वाले झरने सभी लोगों को अपनी और आकर्षित करते है। इसीलिए झारखंड भारत के ही नहीं, बल्कि विश्व के लोगों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है।
झारखंड राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थान
यहाँ अनेक धार्मिक स्थान है, उनमें से सबसे ज्यादा प्रमुख भगवान शिव का बैजनाथ धाम है और बासुकीनाथ का मंदिर है। बैजनाथ धाम भगवान के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है, जोकि सभी लोगों की आस्था का केंद्र है। इसके अलावा रजरप्पा का मंदिर, छिन्नमस्तिका मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर, रांची का पहाड़ी मंदिर, अंजनी धाम, चतरा का भद्रकाली मंदिर और संथाल के लोगों के पहाड़ आदि बहुत से प्रमुख धार्मिक स्थान है, जो लोगों की धार्मिक मान्यताओं और आस्था का केंद्र है।
झारखंड में पर्यटन के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्थान
झारखंड में पर्यटन की दृष्टि से घूमने के लिए बहुत सुंदर हिल स्टेशन और अन्य कुछ पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी कुछ इस तरह से है।
नेतरहाट – यह है वह खूबसूरत जगह है जिसको छोटानागपुर कि रानी भी कहा जाता है यह एक हिल स्टेशन और यह एक पठार के ऊपर कि चारों तरफ घने जंगलों से घिरा हुआ है इसीलिए यह बहुत प्रसिद्ध जगह है ।
जुबली लेक– यह जी जमशेदपुर के जुबली पार्क के अंदर स्थित है इसको जयंती सरोवर के नाम से भी जाना गया है इसमें लोग पिकनिक मनाने के लिए आते हैं तथा पानी में नाव के द्वारा घूम कर बहुत मौज मस्ती आनंद का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जुबली पार्क में बहुत ही प्राकृतिक खूबसूरती देखने के लायक है वही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
खंडोली – यह एक ज्वालामुखी शंकु के समान सैंडलनुमां आकृति में बना हुआ है खंडोली नामक एक पहाड़ी की चोटी पर इसीलिए पर्यटन की दृष्टि से यह भी बहुत अच्छी घूमने की जगह है।
सूर्य मंदिर रांची का – रांची में स्थित सूर्य मंदिर बहुत ही सुंदर जगह है। एक पहाड़ी पर बनाई गई एक विशेष प्रकार की वास्तुकला का नमूना है इसमें सात घोड़े 18 पहिए वाले विशाल रथ को खींचते दिखाई दे रहे हैं।
टैगोर हिल – महान कवि रविंद्र नाथ टैगोर के नाम पर इस खेल का नाम रखा गया है कहते हैं रविंद्र नाथ टैगोर ने अपना बहुत अधिक समय इस पहाड़ी पर बिताया था इसीलिए इसको टैगोर हिल नाम दिया। इस पहाड़ी पर आप रॉक क्लाइंबिंग रॉकिंग कर सकते हैं और कुछ बहुत सुंदर मंदिर भी इस पहाड़ी पर बनाए गए हैं।
नक्षत्र वन– यह एक बहुत सुंदर पार्क है और यह राज भवन के सामने स्थित है इस पार्क को ज्योतिषी के आधार पर नक्षत्रों की गणना और विभिन्न वर्गों में बहुत ही अलग प्रकार से बनाया गया है जो कि इसकी सुंदरता देखने योग्य है।
और भी बहुत ही सुंदर सुंदर देखने के लिए और घूमने का सपाटे के लिए बहुत ही जगह है। वहां के अलग-अलग जगह पर स्थित झरने ,मंदिर, घाटीआदि जगहों पर भी आप घूम कर मनोरंजन कर सकते हैं
झारखंड की प्रमुख समस्याएं
झारखंड की प्रमुख समस्या यह है कि वहां पर राज्य के निर्माण को 19 साल पूरे होने के बाद भी झारखंड में गरीबी कमजोर प्रशासन की स्थिति अभी बनी हुई है क्योंकि राज्य की 33% आबादी अभी तक जीवन गरीबी रेखा के नीचे ही अपना जीवन गुजार रही है, 25% बच्चे कुपोषण और भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।
और इसके अलावा झारखंड की सबसे बड़ी जो समस्या है वह नक्सलवाद की है। यहां पर आज भी 21 जिले नक्सलवाद से प्रभावित है। इसके अलावा नगरों का विकास बहुत धीमी गति से हो रहा है और किसानों की खेती से जुड़ी समस्याओं पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है।
अपने उद्योगों के लिए झारखंड का नाम
झारखंड में खनिज के उत्पादन किया जाता है। कोयला, कच्चा लोहा, चूना ,पत्थर ,तांबा ,बॉक्साइट, चीनी मिट्टी, डायनामाइट, डोलोमाइट, ग्रेफाइट, बोटो नाइट ,साबुन पत्थर, बिल्लोरी रेट और सिलिका बालू आदि प्रमुख खनिज है। इसके अलावा यहां पर जमशेदपुर में टाटा स्टील का बहुत बड़ा प्लांट है और यहां पर सीमेंट की फैक्ट्री स्टील के अन्य फैक्ट्री भी है, जिससे लोगों को रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जाते हैं।
झारखंड की संस्कृति भाषा
यहाँ आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं ,इसलिए वहां पर उनके जीवन और संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। इसके अलावा जितिया पूजा, करमा पूजा सभी आदिवासी समाज के प्रमुख त्यौहार है।
वैसे तो झारखंड में बहुत ही भाषाएं बोली जाती है लेकिन हिंदी भाषा सभी लोग आसानी से बोल लेते हैं इसके अलावा संताली हो और मदारी भाषा वहां की प्रमुख भाषा है झारखंड में आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं ,इसलिए वहां पर उनके जीवन और संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। इसके अलावा जितिया पूजा, करमा पूजा सभी आदिवासी समाज के प्रमुख त्यौहार है।
निष्कर्ष
झारखंड राज्य जब से नए राज्य के रूप में बना है यह बहुत खुशी की बात रही है, परंतु नए राज्य के रूप में 20 साल होने के बाद भी यहां पर सही तरीके से विकास कार्य नहीं हो पा रहा है,जिसके कारण जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बच्चों को भी कुपोषण और बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा जरूरत हमारी सरकार को वहां पर जागरूक होने की है और इसके साथ-साथ लोगों को भी बहुत जागरूक होना पड़ेगा ।
अंतिम शब्द
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