Essay on Importance of Yoga in Hindi: नमस्कार दोस्तों! आज हमारे सभी लोगों को बताने वाले हैं, एक ऐसे महत्वपूर्ण निबंध के बारे में जो कि हमारे सेहत से ही जुड़ा हुआ है। जी हां आपने बिल्कुल सही समझा हम बात करेंगे आज के इस लेख में योग के महत्व के विषय में।
यह निबंध ना केवल हमारे हेल्थ से संबंधित है, हेल्थ से संबंधित होने के साथ साथ यह हमारे परीक्षा से भी संबंधित है, क्योंकि परीक्षाओं में अक्षर योग के महत्व पर निबंध पूछा जाता है, तो आइए जानते हैं, योग के महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध।
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योग के महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Yoga in Hindi
योग के महत्व पर निबंध (250 शब्द)
योग अभ्यास का एक बहुत ही पुराना रूप है, जो कि भारतीय लोगों के द्वारा हजारों वर्ष पहले ही विकसित हो चुका था। हजारों वर्षों के बाद से लगातार योग का अभ्यास किया जा रहा है। योग एक प्रकार का व्यायाम होता है, जिसे किसी भी व्यक्ति को सेहतमंद रहने के लिए और विभिन्न रोग एवं अक्षमताओं से छुटकारा प्राप्त करने के लिए बताया जाता है। योग ध्यान लगाने की एक बहुत ही मजबूत विधि है, जो हमारे मन एवं शरीर को काफी आराम देती है।
संपूर्ण विश्व भर में वर्तमान समय में योग विकसित हो चुका है और लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग भी करते हैं। योग को मॉडर्न युग में मेडिटेशन कहा जा रहा है। एक सर्वेक्षण के मुताबिक संपूर्ण विश्व में लगभग 2 अरब लोग योग का अभ्यास करते हैं। मानव शरीर मन एवं आत्मा को शांत रखने के लिए योग काफी मददगार सिद्ध होता है, इतना ही नहीं योग करने से हमारी शारीरिक नियंत्रित होने के साथ साथ हमारे मानसिक अनुशासन के नियंत्रण क्षमता भी बढ़ती जाती है।
हमारे जीवन में योग का काफी महत्व है, योग करके हम अपने जीवन के सभी तनाव को कम कर सकते हैं। वर्तमान समय में तनाव का कोई भी कारण नहीं है, लोग वर्तमान समय में काफी डिप्रेशन में रहते हैं, यदि ऐसे लोग मेडिटेशन अर्थात योग करते हैं, तो यह उनके लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। तनाव के कारण लोगों को सोते समय सिर में दर्द गर्दन में दर्द पीठ में दर्द इत्यादि जैसी काफी भयंकर बीमारियां हो सकती हैं। योग ऐसी बीमारियों को दूर करने के लिए काफी कारगर सिद्ध हो रहा है।
योग के महत्व पर निबंध (800 शब्द)
प्रस्तावना
योग एक प्रकार का अभ्यास होता है, जो कि मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक विकार को दूर कर देता है। योग हमारे शरीर मन एवं आत्मा के सभी गतिविधियों को नियंत्रित करता है, अर्थात योग करके हम अपने शरीर के सभी आध्यात्मिक संतुलन को बनाए रख सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो “योग एक प्रकार का ध्यान केंद्रित करने का जरिया है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने ध्यान को किसी एक जगह स्थाई कर सकता है और अपने मन के सभी विकारों को दूर कर सकता है”
योग करने से हमारे शरीर को क्या लाभ प्राप्त होता है?
नियमित रूप से योग करने से हमारे शरीर को बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं, इन लाभ को बुलेट प्वाइंट के द्वारा नीचे दर्शाया गया है।
- योग हमारे शरीर के आसन एवं एलाइनमेंट को ठीक कर देता है।
- योग करने से हमारे सभी आंतरिक अंग मजबूत रहते हैं।
- नियमित रूप से योग करने से अस्थमा के मरीज में काफी सुधार देखने को मिल सकता है।
- योग करके कोई भी डायबिटीज का पेशेंट अपने डायबिटीज को कम कर सकता है।
- योग करने से लचीली मांस पेशियों में सुधार आ जाता है।
- योग के द्वारा दिल से संबंधित समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।
- योग करने से हमारा शरीर चिंता तनाव एवं अवसाद इत्यादि से मुक्त रहता है।
- हमारे शरीर को एकाग्र चित्त करने में काफी सहायता मिलती है।
- योग करने की वजह से बढ़े हुए वजन वाले लोग अपने वजन को कम कर सकते हैं।
- योग करने की वजह से शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ावा मिलता है।
- योग करने की वजह से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है।
योग करने के महत्व
योग करने के बहुत से महत्व हैं, इसी कारण संपूर्ण देश में 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। हमारी भारत सरकार भी इस दिन लोगों को उनके हेल्थ के लिए काफी सहायता करती है और उन्हें मोटिवेशनल स्पीच के द्वारा योग के प्रति मोटिवेट किया जाता है। योग के महत्व को नीचे कुछ बिंदुओं के द्वारा समझाया गया है।
- स्वास्थ्य: ऐसा क्या सभी लोग जानते हैं, एक स्वास्थ्य व्यक्ति दूसरे अस्वस्थ व्यक्ति की तुलना में अधिक कार्य कर सकता है, क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति के पास काफी ज्यादा एनर्जी होती है। वर्तमान समय में हम सभी लोगों के आस-पास बहुत ही ज्यादा प्रदूषण है, जिसके कारण हमें काफी ज्यादा तनाव भी रहता है। भोर के समय केवल 10 से 20 मिनट तक योग करके हम अपने शरीर के तनाव को दूर कर सकते हैं और कई सारी समस्याओं से छुटकारा भी प्राप्त कर सकते हैं।
- लचीलापन: वर्तमान समय में छोटे-छोटे बच्चे भी अनेकों प्रकार के दर्द से ग्रसित हो जाते हैं, जैसे कि उनके पैर की अंगुलियों छूने या नीचे झुकने में काफी ज्यादा दर्द होता है। यदि वह व्यक्ति जो इस प्रकार के किसी भी रोग से ग्रसित है योग करता है, तो वह निश्चित ही स्वयं को ऐसी परेशानियों से दूर कर सकता है।
- ध्यान केंद्र शक्ति: हम सभी लोग इतनी ज्यादा बिजी हो जाते हैं, कि स्वयं के जीवन पर ध्यान ही नहीं देते अतः हम अपना ध्यान किसी एक जगह पर केंद्रित भी नहीं कर पाते। ऐसी स्थिति में योग हमारे शरीर के ध्यान केंद्र की शक्ति को काफी ज्यादा विकसित कर देता है जैसे कि हम अपना ध्यान किसी एक स्थान पर लगा सकते हैं। योग ना केवल हमारे ध्यान केंद्र की शक्ति को बढ़ाता है, बल्कि इसके साथ साथ हमारे शरीर को शांति एवं तनाव मुक्त करता है।
- सक्रियता: वर्तमान समय में लोग आलस पन, थकावट, अनिद्रा इत्यादि काफी ज्यादा महसूस करते हैं। सभी तकलीफों की वजह से वे अपने जीवन में मौज मस्ती कर ही नही पाते। ऐसे लोग यदि योग करते हैं, तो उनके शरीर की सक्रियता बढ़ जाती है अर्थात आलस पन, थकावट, अनिद्रा दूर हो जाती है और वह पूर्ण रूप से किसी भी कार्य को करने के लिए सक्रिय हो जाते हैं।
निष्कर्ष
इस निबंध को पढ़ने के बाद यह अनुमान लगाया जा सकता है, कि योगा एक चमत्कार से कम नहीं है, यदि कोई भी व्यक्ति से करता है, तो वह अपने जीवन का मार्गदर्शन स्वयं कर सकता है, योगा उसे इतना सक्षम तो बना ही देता है। योगा करने से मार्गदर्शन शक्ति इतनी ज्यादा इसलिए बढ़ जाती है, क्योंकि हमारे शरीर के सभी तनाव थकावट इत्यादि दूर हो जाते हैं और हमारा ध्यान भी एक जगह केंद्रित हो पाता है।
अंतिम शब्द
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