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छोटू सिंह रावणा का जीवन परिचय

Chotu Singh Rawna Biography in Hindi: छोटू सिंह रावणा जिन्हें पहले शायद ज्यादा लोग ना जानते हो लेकिन आज अपने भजन गायन के कारण यह न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत भर में प्रसिद्ध है। आज इनके भजन को सुनने के लिए लाखों की तादाद में लोग इकट्ठा होते हैं।

राजस्थानी भजनों की दुनिया में छोटू सिंह रावणा ने अपना एक अहम स्थान बनाया है‌। अपने मधुर गायन शैली से इन्होंने लोगों के दिल में अपना स्थान बनाया है।

इन्होंने राजस्थानी भजनों को नया आयाम और एक नया अंदाज दिया है, जिसके कारण इन्हें राजस्थान के सिरमौर भी कहा जाता है।

Chotu Singh Rawna Biography in Hindi
Chotu Singh Rawna

इनके भजन की सबसे अच्छी खासियत यह है कि भजन लोक भावों से भरे हुए होते हैं और न केवल उत्साह और धार्मिक भावना को जगाते हैं बल्कि इनके भजनों में समाज के कुरीतियों पर भी कटाक्ष किया जाता है।

तो चलिए इस लेख में हम छोटू सिंह रावणा के जीवन परिचय (Chotu Singh Rawna Biography in Hindi) और इनके भजन गायक बनने तक के सफर के बारे में जानते हैं।

छोटू सिंह रावणा का जीवन परिचय (Chotu Singh Rawna Biography in Hindi)

नामछोटू सिंह रावणा
जन्म और जन्मस्थान4 अक्टूबर 1996, कोटडा गांव, बाड़मेर (राजस्थान)
पेशाराजस्थानी भजन गायक
पिता का नामनेमीचंद रावणा
माता का नामधीरजबाई रावणा
वैवाहिक स्थितिविवाहित
शिक्षास्नातक
कॉलेजपीजी कॉलेज, बाड़मेर
धर्महिंदू
जातिरावणा राजपूत

छोटू सिंह रावणा का प्रारंभिक जीवन

छोटू सिंह रावणा राजस्थान राज्य के बाड़मेर जिले के कोटड़ा गांव के रहने वाले हैं। इनका जन्म 4 अक्टूबर 1996 को हुआ था।

इनके परिवार की आर्थिक स्थिति मध्यम थी। इन्हे बचपन से ही संगीत से काफी लगाव था और बचपन से ही इन्होंने संगीत गायन की शुरुआत कर दी थी।

बात करें इनके परिवार की तो इनके परिवार में इनके माता-पिता और दो भाई और दो बहन है। इनके पिता का नाम नेमीचंद रावणा है, जो पेशे से एक कृषक हैं। इनकी माता का नाम श्रीमती धीरजबाई रावणा है।

छोटू सिंह रावणा की शिक्षा

छोटू सिंह रावणा की प्रारंभिक शिक्षा इनके गांव बाड़मेर के विद्यालय से पूरी हुई। उसके बाद इन्होंने बाड़मेर के पीजी कॉलेज में एडमिशन करवाया और वहां से इन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की।

अपनी स्नातक शिक्षा के दौरान ही इन्होंने संगीत के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला किया और फिर संगीत की ओर ध्यान दिया।

छोटू सिंह रावणा के बारे में रोचक तथ्य

  • छोटू सिंह रावणा अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं। इनकी पत्नी भी इनके संगीत से जुड़ी हुई हैं।
  • छोटू सिंह रावणा संगीत के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। ये हर एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इनका ऑफिशल अकाउंट बना हुआ है, जहां पर वे अपने रूटीन को लोगों के साथ शेयर करते हैं।
  • छोटू सिंह रावणा स्वास्थ्य को भी लेकर काफी सतर्क रहते हैं। यह अपनी शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान देते हैं। यह एक फिटनेस एंथूजियास्ट हैं। यह हर दिन योगा और व्यायाम करते हैं।
  • छोटू सिंह रावणा को संगीत के साथ खाने का भी काफी शौक है। यह अलग-अलग व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए अक्सर विभिन्न स्थानों पर यात्रा करते हैं।

प्रकाश माली (भजन सम्राट) का जीवन परिचय विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।

छोटू सिंह रावणा के करियर की शुरुआत

वैसे तो छोटू सिंह रावणा ने अपने करियर की शुरुआत अपने स्नातक शिक्षा के दौरान ही कर दिया था। लेकिन इस क्षेत्र में इन्हें बचपन से ही रुचि थी और बचपन से ही घर में होने के बावजूद संगीत के सुरों को समझने का प्रयास किया करते थे।

बाद में इन्होंने अपने संगीत के सुर और लय को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया और फिर इस क्षेत्र में अपना करियर बनाते हुए साल 2012 में इन्होंने अपना पहला भजन “म्हारा म्हारा गाम बाड़मेर” रिलीज किया।

उसके बाद भी इन्होंने कई सारे अन्य भजन भी रिकॉर्ड किये और उन सभी भजन को उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया।

कुछ समय तक इन्होंने राजस्थान के कई संगीत निर्माता के साथ काम किया। इस दौरान इन्होंने खुद का दो एल्बम ‘जोरदार बैंगन’ और ‘जयपुर था जीता’ में भी काम किया और यह दोनों एल्बम काफी लोकप्रिय हुए।

इसी तरह आगे बढ़ते रहे और कई भजनों का निर्माण किया। ना केवल राजस्थान बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों में भी इन्होंने अपनी आवाज दी।

अनिल कपूर और कृति सेनन की सुपरस्टार फिल्म “एक विलन” में भी इन्होंने एक विलन का गाना गाया था। वहीं आयुष्मान खुराना और जितेंद्र कुमार की फिल्म “शुभ मंगल ज्यादा सावधान” में इन्होंने कन्हैया टाइटल वाला गाना गाया था। इन्होंने श्री श्याम प्रोडक्शन द्वारा निर्मित फिल्म “दास देव” में “माला गिरधारी” का भजन गाया।

छोटू सिंह रावणा न केवल संगीत एल्बम बल्कि कई संगीत लाइव शो में भी जाते हैं। भारत के कई हिस्सों में इनके संगीत लाइव शो आयोजित हो चुके हैं, जहां पर इन्होंने लाखों लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। इन्हें उनके बेहतरीन संगीत के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है।

छोटू सिंह और रमण ने अब तक कई सारे भजन गए हैं और इनके ज्यादातर भजन प्रसिद्ध है। इनके कुछ प्रसिद्ध जमुना जी के पानी, आठ पहरीया घालीया खाम्मा, “म्हारे गाम का पानी” और “अम्बे तू है जगदम्बे काली” है।

इसके साथ ही इनके कुछ ऐसे भजन है, जिसमें क्रांतिकारी भावना देखने को मिलती है, जो इस प्रकार है “अमर रहे स्वाभिमान तेरा”, रानी पद्मावती”, ‘रूपादे रानी’ और “वायक आया गुरुदेव” आदि ।

छोटू सिंह रावणा के भजनों की विशेषता

छोटू सिंह रावणा जो भी भजन गाते हैं, उसमें राजस्थानी स्थानीय भाषा का प्रयोग किया जाता है। इनके भजनों में देवी देवताओं की महिमा गाई जाती हैं।

इन्हें भारत के क्रांतिकारी भजन सम्राट के रूप में भी जाना जाता है। क्योंकि इनके भजन में धार्मिक भावनाओं के साथ जातिवाद, अंधविश्वास, भेदभाव जैसे कई सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के भी भाव उत्पन्न होते हैं, जो इनके भजन की बड़ी खासियत है।

यह अपने भजन के माध्यम से समाज में ऐसे कुर्तियों से दबे लोगों को उसके खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। इस तरह छोटू सिंह रावणा के भजन में धार्मिक, सामाजिक सुधार और देश के स्वतंत्रता के लिए लोगों को जागरूकता करने के संदेश मिलते हैं।

इस तरह हम कह सकते हैं कि छोटू सिंह रावणा न केवल एक लोक प्रसिद्ध भजन गायक है बल्कि यह एक समाज सुधारक भी हैं।

छोटू सिंह रावणा की नेट वर्थ और कमाई

छोटू सिंह रावणा वर्तमान में एक लोक प्रसिद्ध राजस्थानी भजन गायक बन चुके हैं और इनका नाम पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध हो चुका है। ऐसे में इनकी कमाई के कई सारे जरिए बन चुके हैं।

इनकी कमाई का मुख्य जरिया है इनके द्वारा आयोजित लाइव भजन शो। ऐसे शो में जाने का यह लाखों रुपए चार्ज करते हैं।

इनके द्वारा जो भी भजन एल्बम रिलीज होती है, वह काफी ज्यादा बिकती है और कई फिल्मों में भी यह भजन गायन का काम करते हैं, जिसके कारण इनकी कमाई हर महीने  तकरीबन 2 से 3 लाख तक की हो जाती है।

बात करें अब तक के इनके कुल संपत्ति की तो साल 2022 के अनुसार इनकी कुल संपत्ति लगभग ₹50 लाख से ज्यादा है।

चूंकि इनका करियर अभी-अभी उभर रहा है ऐसे में आगे इनके पास और भी बहुत सारे अवसर आने वाले हैं तो आगे इनकी संपत्ति और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है।

FAQ

छोटू सिंह रावणा का पहला संगीत कौन सा था?

छोटू सिंह रावणा का पहला भजन “म्हार म्हार गांव बाड़मेर” था, जो साल 2012 में रिलीज हुआ था।

छोटू सिंह रावणा ने अपने करियर की शुरुआत कब की?

छोटू सिंह रावणा ने साल 2011 में अपने दोस्तों के साथ संगीत बैंड “बनेगी ले जिंदगी” के साथ काम करके अपने करियर की शुरुआत की थी।

छोटू सिंह रावणा कहां तक पढ़े हैं?

छोटू सिंह रावणा ने स्नातक की डिग्री हासिल की है।

छोटू सिंह रावणा के परिवार में कितने सदस्य हैं?

छोटू सिंह और राणा के परिवार में इनके माता-पिता के अतिरिक्त दो भाई और दो बहन है।

निष्कर्ष

उपरोक्त लेख में आपने लोक प्रसिद्ध राजस्थानी भजन गायक छोटू सिंह रावणा के जीवन परिचय (Chotu Singh Rawna Biography in Hindi) के बारे में जाना।

इस लेख के माध्यम से छोटू सिंह रावणा की प्रारंभिक जीवन, इनका परिवार, इनकी शिक्षा और इनके भजन गायन के करियर बारे में बताया।

हमें उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको छोटू सिंह रावणा से जुड़े सभी प्रश्नों का उत्तर मिल गया होगा। यदि यह लेख आपको पसंद आया हो तो इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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Rahul Singh Tanwar
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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