टोपी बेचने वाला और बंदर की कहानी
टोपीवाला और बंदर की कहानी | Cap Seller Story in Hindi एक बार की बात है, एक टोपी बेचने वाला जंगल से होते हुए एक गाँव जा रहा था। यह गर्मियों के दिनों कि बात है, इसलिए उसने एक पेड़
टोपीवाला और बंदर की कहानी | Cap Seller Story in Hindi एक बार की बात है, एक टोपी बेचने वाला जंगल से होते हुए एक गाँव जा रहा था। यह गर्मियों के दिनों कि बात है, इसलिए उसने एक पेड़
लोमड़ी और अंगूर की कहानी | Lomdi Aur Angoor ki Kahani लोमड़ी और अंगूर की कहानी इन हिंदी (The Fox And The Grapes Story In Hindi): छोटे बच्चों के लिए लोमड़ी और अंगूर की कहानी एक प्रसिद्ध कहानी है। यह कहानी
नली का कमाल (तेनालीराम की कहानी) | Nali Ka Kamaal Tenali Rama ki Kahani एक बार राजा कृष्णदेव राय अपने मंत्रियों के साथ कुछ चर्चा कर रहे थे। चर्चा करते समय अचानक ही कोई चतुराई की बात सामने आई तब
सुनहरा पौधा (तेनालीराम की कहानी) | Sunahara Paudha Tenali Rama ki Kahani प्राचीन समय में विजयनगर नाम का एक नगर था। उस नगर के महाराजा का नाम कृष्णदेव राय था। महाराज के मंत्रिमंडल में एक मंत्री थे जिनका नाम तेनाली
तेनालीराम स्टोरी इन हिंदी (Story of Tenali Rama in Hindi): भारत एक ऐसा देश है, जहां पर कई महान और बुद्धिमान व्यक्तियों ने जन्म लिया है और इनकी बुद्धि का लोहा सबने माना है। इन महान लोगों के चतुराई और
Cinderella ki Kahani: एक समय की बात है। एक शहर में बहुत अमीर व्यापारी रहता था। उसकी एक सुंदर बेटी थी, जिसका नाम ‘एला’ था। एला की माँ नहीं थी लेकिन उसके पिता उसको बहुत प्यार-दुलार करते थे। एला के
सबसे खूबसूरत बच्चा (अकबर बीरबल की कहानी) – Sabase Khubsurat Bachha बहुत समय पहले की बात है। राजा अकबर के घर एक सुंदर बच्चे का जन्म हुआ था। राजा अकबर अपने शहजादे से बहुत प्रेम करते थे। एक दिन उनके
दूज का चांद (अकबर बीरबल की कहानी) – Duj ka Chand बीरबल को दूसरे देश की संस्कृति, दूसरे राज्य की संस्कृति आदि जानने में बहुत उत्सुकता रहती थी। इसलिए बीरबल इराक जाने के लिए काफी उत्सुक था। सुबह-सुबह बीरबल कुछ
आधी धूप आधी छाँव (अकबर बीरबल की कहानी) – Aadhi Dhoop aadhi chaaon एक समय बात है। बादशाह अकबर को बीरबल की कोई बात बहुत ग़लत लगती हैं। तो बादशाह अकबर ने बीरबल को गुस्से में आकर राज्य से जाने
सबसे अच्छा शस्त्र (अकबर बीरबल की कहानी) -Sabse achha sashtra बादशाह अकबर महान राजा होने के साथ-साथ बहुत ही मनोरंजक प्रवृति के व्यक्ति भी थे, अपने मंत्री और दरबारियों के साथ मसखरी करने के लिए अक्सर वे उनसे प्रश्न पूछा