तुरंत ₹5000 का लोन कैसे लें?, पूरी प्रक्रिया
आज के समय में बहुत बार छोटी-छोटी जरूरतें व्यक्ति की सैलरी से पूरी नहीं हो पाती है। ऐसे में उनके पास सबसे अच्छा उपाय लोन का होता है और लोन लेने के लिए सबसे प्रमुख जरिया बैंक होता है। लेकिन
आज के समय में बहुत बार छोटी-छोटी जरूरतें व्यक्ति की सैलरी से पूरी नहीं हो पाती है। ऐसे में उनके पास सबसे अच्छा उपाय लोन का होता है और लोन लेने के लिए सबसे प्रमुख जरिया बैंक होता है। लेकिन
विश्व में जितने भी देश है, उन सभी देशों की खोज किसी न किसी वैज्ञानिक के द्वारा की गई है। विश्व के सभी देशों को अलग-अलग लोगों के द्वारा खोजा गया है। अमेरिका देश आज के समय में बहुत ही
एक समय ऐसा था जब देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में लोगों के पास साइकिल हुआ करती थी। जिस तरह से आज के समय में सभी के पास गाड़ियां है ठीक उसी तरह से आज से कुछ वर्षों पूर्व
यह सवाल सुनने में कितना छोटा लगता है कि दुनिया में सबसे पहले कौन आया था? (duniya mein sabse pahle kaun aaya) मगर इसके बारे में अगर आप गौर से सोचेंगे तो परेशान होकर रह जाएंगे। कुछ धर्म आपको देवी
मापन इकाई 1 फीट में कितने इंच होते हैं? यह जानना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि कभी भी हमें इस चीज की जरूरत पड़ सकती हैं। फिट नाम काफी प्रचलित है क्योंकि आमतौर पर हमें यह शब्द सुनने को मिलता है।
सोना किलो की बजाय तोला में तोला जाता है क्योंकि यह एक अत्यंत महंगी धातु है, जिसे शायद ही कोई दूसरी वस्तुओं के समान आधा किलो, 1 किलो, 5 किलो आदि की तरह से लेता होगा। बल्कि सोने को आमतौर
चांद यह एक ऐसा शब्द है, जिसे हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं। बचपन में बड़े बुजुर्गों द्वारा हमें चंद्रमा से संबंधित कहानियां सुनाई जाती थी। चंदा मामा की लोरी सुनाते थे लेकिन विज्ञान ने इतनी तरक्की कर
28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 13वीं सदी में चोल साम्राज्य के द्वारा बनी एक प्राचीन परंपरा को दोबारा दोहराई गई। संसद भवन में नरेंद्र मोदी के द्वारा “सेंगोल”
भारत को विश्वासों की भूमि, आस्था की भूमि कहा जाता है। भारत एक सांस्कृतिक देश है। यहां हर एक राज्य में आपको सैकड़ों मंदिर देखने को मिल जाएंगे। लेकिन कुछ मंदिरों का इतिहास काफी पुराना है और कुछ मंदिर ऐसे
भारत में नदियों का बहुत ही महत्व है। हालांकि नदियों का महत्व तो हर एक देश में है, लेकिन भारत ही ऐसी एकमात्र देश है, जहां पर लोग नदियों की भी पूजा करते हैं और नदियों को पवित्र समझकर समस्त