भारत के प्रधानमंत्री की सूची और कार्यकाल
Bharat ke Pradhanmantri Kaun Hai: हमारे भारत देश के आजाद होने के बाद से लेकर अब तक हमें कुल 15 प्रधानमंत्री देखने को मिल चुके है। जैसे कि आप सब को तो पता ही है कि हमारे देश के पहले
Bharat ke Pradhanmantri Kaun Hai: हमारे भारत देश के आजाद होने के बाद से लेकर अब तक हमें कुल 15 प्रधानमंत्री देखने को मिल चुके है। जैसे कि आप सब को तो पता ही है कि हमारे देश के पहले
हिंदी साहित्य के इतिहास को कई महत्वपूर्ण काल में विभाजित किया गया है और इस वर्गीकरण में भक्ति काल (Bhakti Kaal) का द्वितीय स्थान रहा है। Bhakti Kaal तेरहवीं से सौलवीं शताब्दी के बीच का काल रहा है, जिसके दौरान
अगर कभी भी आपने 5s के बारे में सुना है तो निश्चित ही आपके मन में प्रश्न होगा कि आखिर 5s क्या होता है? (5s in hindi) और 5s का मतलब क्या होता है? वैसे यह एक जापानी तकनीक है।
आज के समय में शिक्षा का महत्व कितना ज्यादा है, वह तो आप भली-भांति जानते हैं। क्योंकि आज हर एक क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए शिक्षा का प्रमाण मांगा जाता है। आप कितना शिक्षित है, कहां तक पढ़े हैं
भारत में कई तरह की जातियां निवास करती है, जिसमें से कुछ जातियों के समूह को एससी और कुछ जातियों के समूह को एसटी में सम्मिलित किया गया है। SC – ST को हिंदी में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति
हिंदी साहित्य में एक से एक लेखक हुए हैं। उनमें से एक प्रचलित लेखक तुलसीदास हैं। तुलसीदास ने रामायण और महाभारत की एक बेहतरीन प्रतिलिपि लोगों के समक्ष प्रस्तुत की है। तुलसीदास को महर्षि वाल्मीकि का अवतार माना जाता है।
भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से 7वां और जनसंख्या दृष्टि से दूसरा बहुत बड़ा देश है। विश्व से सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश चीन है, जहां पर 141 करोड़ के अधिक जनसंख्या है। उसके बाद भारत का नम्बर आता है। भारत
भूगोल में रुचि रखने वाले लोग बेशक शुक्र ग्रह के बारे में (Venus Planet Hindi) जानते होंगे। शुक्र ग्रह जो हमारे सौरमंडल के नौ ग्रहों में से एक है। सौर मंडल के अन्य ग्रहों की तरह ही शुक्र ग्रह से
कहानी और उपन्यास दोनों ही साहित्य के अंग है। Kahani Aur Upnyas Mein Antar हैं तथा यह दोनों ही मिलकर साहित्य को अत्यधिक मजबूत और आकर्षक बनाते हैं। हमारा भारतीय साहित्य कहानी और उपन्यास के आधार पर ही स्थित है।
डायनासोर धरती के सबसे विशालकाय जीव में से एक थे, जिनकी प्रजाति अब अस्तित्व में नहीं है। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन के दौरान यह पाया है कि आज से हजारों साल पहले धरती पर इंसान अस्तित्व में नहीं थे, उस