स्वतंत्रता हर व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार होता है। आजादी का महत्व उस व्यक्ति से पूछो, जो लंबे समय तक किसी का गुलाम रहा हो।
दुर्भाग्यवश हमारा देश भी ब्रिटेन का गुलाम रहा और सदियों तक ब्रिटिश यहां पर शासन करते रहे। उन्होंने करीबन 200 साल से भी अधिक सालों तक भारत के ऊपर शोषण किया।
सोने की चिड़िया कहा जाने वाला भारत अंग्रेजों के शोषण का शिकार हो गया। लेकिन इस धरती पर अनेकों ऐसे वीरों ने जन्म लिया, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए बहुत संघर्ष लिए। हमारे देश में कई क्रांतिकारी हुए, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।
वैसे हम सभी भारतीयों को देश के आजाद होने का वह स्वर्णिम दिन के बारे में पता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत को आजादी किस तरह मिली, वह कौन सा दिन था और आखिर भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 को ही क्यों मिली?
इन तमाम रहस्यों से पर्दा आज के इस लेख में हम उठाएंगे। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Bharat Kab Azad Hua Tha
भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ और भारत का हर बच्चा बच्चा इस तारीख को जानता है।
लेकिन वास्तव में देश की आजादी 15 अगस्त को ना होकर एक दिन पहले 14 अगस्त के मध्य रात्रि को ही हो गई थी।
आखिर इसके पीछे ऐसा क्या कारण था कि आजादी 15 अगस्त के बजाय 1 दिन पहले हुई?
दरअसल देश के आजादी के समय भारत अंधविश्वास की जंजीर में फंसा हुआ था। भारत के पंडितों ने देश की आजादी के लिए इस तारीख को अशुभ बताया और पंडितों की बात पर हमारे देश के नेता भी प्रभावित हुए।
चुंकी हिंदू कैलेंडर के अनुसार एक नए दिन की शुरुआत सूर्य के उगने के साथ ही होती है। ऐसे में 15 अगस्त से पहले यानी कि 14 अगस्त की आधी रात को ही भारत की आजादी घोषित कर दी।
इस तरह हिंदू मान्यताओं के अनुसार भारत को 1 दिन पहले आजादी मिली जबकि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ।
देश की आजादी के लिए 15 अगस्त का चुनाव क्यों किया गया?
भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ लेकिन 15 अगस्त के दिन ऐसा क्या खास था कि इसी तारीख को देश की आजादी के लिए चुना गया?
माना जाता है कि भारत की आजादी के तारीख के पीछे ब्रिटिश सरकार की कूटनीति थी। दरअसल सुभाष चंद्र बोस के द्वारा हिंद फौज की स्थापना की जाने वाली थी, जिसमें जापान सुभाष चंद्र बोस की सहायता कर रहा था।
ऐसे में अंग्रेज चाहते थे कि जापान भारत के प्रति घृणा की भावना रखे। ऐसे में भारत के प्रति उनमें घृणा की भावना जगाने के लिए उन्होंने 15 अगस्त का दिन तय किया।
क्योंकि आजादी के 2 वर्ष पहले 15 अगस्त 1945 को जापान द्वितीय विश्वयुद्ध हार गया था। यहां तक कि अमेरिका ने जापान के नागासाकी और हिरोशिमा पर परमाणु बम भी फेंका था, जिसके कारण जापान के लिए वह तारीख उनके इतिहास का सबसे बुरा दिन था।
ऐसे में अंग्रेज इस बात के लिए खुश थे कि एक ओर भारत 15 अगस्त को अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न मनाएगा और दूसरी ओर जापान अपने इतिहास के दुख भरे दिन को याद करके उदासी में डूबा रहेगा।
ऐसे में दोनों देशों के बीच मनमुटाव होगा और सुभाष चंद्र बोस हिंद आजाद फौज की स्थापना नहीं कर पाएंगे।
हालांकि वास्तव में देश की आजादी जून महीने में होने वाली थी। लेकिन अंग्रेज इस कूटनीति के कारण देश की आजादी के लिए काफी जल्दबाजी दिखा रहे थे। जिसके कारण देश की आजादी के लिए 15 अगस्त का तारीख तय हो गया।
देश की आजादी के दिन माहौल
देश को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं। हर साल 15 अगस्त को देश अपनी आजादी के वर्षगांठ को बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाता है।
इस दिन चारों तरफ जश्न का माहौल रहता है। लोगों के हाथों में तिरंगा और जुबां पर जय हिंद का नारा रहता है, चारों तरफ भारत का तिरंगा लहराता हुआ नजर आता है।
देश को आजाद हुए जब इतने साल होने के बाद भी देश की आजादी की शुभ तारीख को लोगों के अंदर इतना हर्ष और उल्लास रहता है तो जिस दिन देश आजाद हुआ होगा, वह संध्या देश के लिए यादगार समय रहा होगा।
ऐसा पल रहा होगा जब हमारे देश के पूर्वज पहली बार आजाद मुल्क में सांस ले रहे होंगे और अंग्रेजी शासन के खौफ से पीछा छुड़ाकर खुद के पैरों पर खड़े हो रहे हुवे होंगे।
आजादी की पहली सुबह हर भारतीयों के लिए नए जीवन की शुरुआत करने के बराबर रहा होगा।
FAQ
भारत 15 अगस्त 1947 के दिन आजाद हुआ था।
भारत को आजादी मिलने के पीछे हजारों और लाखों की संख्या में स्वतंत्रता सेनानी, आंदोलनकारी, क्रांतिकारी और विद्रोहियों का बलिदान है। अनेक सारे लोगों ने अपना बलिदान दिया था और तरह तरह के कष्ट सहे थे तभी जाकर भारत को आजादी मिली है।
निष्कर्ष
भारत को 15 अगस्त 1947 के दिन आजादी मिली थी, जिसके बाद अब तक हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जाता है।
इस दिन ध्वजारोहण करके राष्ट्रगान गाया जाता है और आजादी के लिए लड़ने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानी एवं वीर योद्धा को नमन किया जाता है, याद किया जाता है।
आज इस आर्टिकल में हमने भारत कब आजाद हुआ था? इसके बारे में विस्तारपूर्वक माहिति प्रदान की है।
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