Anushasan ka Mahatva: हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन की एक अहम भूमिका होती है। यह शिक्षा और विकास के क्षेत्र में विशेष महत्व रखता है। साथ ही हर नए आयाम तक पहुँचाने में अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार होता है।
एक सफल व्यक्ति के पीछे अनुशासन ही होता है। यह व्यक्ति को नियमित और संगठित बनाता है। साथ ही अनुशासन समय का सही प्रयोग, स्वयं से नियंत्रित करने में और लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग करता है।
अनुशासन हर किसी के जीवन में कई प्रकार से योगदान देता है। अनुशासन का महत्त्व हर किसी के जीवन में विशेष होता है। यहां पर अनुशासन का महत्त्व पर निबंध शेयर कर रहे हैं, जो बहुत ही सरल शब्दों में लिखा गया है।
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अनुशासन का महत्त्व पर निबंध | Anushasan ka Mahatva Esaay in Hindi
अनुशासन का महत्व पर निबंध 100 शब्दों में
हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन का बहुत ही महत्व होता है। यदि किसी के जीवन में अनुशासन नहीं और वह व्यक्ति अनुशासनहीन है तो वह कभी अपने जीवन में सफ़लता हासिल नहीं कर सकता है।
हर सफ़ल व्यक्ति के पीछे उसके अनुशासन का बहुत महत्व होता है। किसी भी काम को समय पर पूरा करना और सही ढंग से करना हमारे अनुशासन को दर्शाता है। एक छात्र के जीवन में अनुशासन का होना बहुत ही जरूरी है।
अनुशासन के बिना हमारा पूरा जीवन अस्त-व्यस्त बना रहता है। हमें अपने जीवन में अनुशासन का महत्व को समझना चाहिए और पूरे जीवन में अनुशासन बनाएं रखना चाहिए।
अनुशासन का महत्व पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on Discipline 150 Words)
हर साधारण व्यक्ति और विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन बहुत ही महत्व रखता है। अनुशासन व्यक्ति को आज्ञाकारी बनाता है। अनुशासन से ही व्यक्ति सफलता तक पहुंचता है। अनुशासन जो विद्यार्थी बनने से लेकर बड़े होने तक व्यक्ति के साथ रहता है।
अनुशासन में हम ऐसे कह सकते हैं कि मैं रहते हुए आपको अपने माता-पिता अपने शिक्षकों और अपने से बड़ों का आदर और सम्मान करना चाहिए और उनके कही हुई बात को पूरा करना चाहिए। यही अनुशासन का प्रतीक है।
अनुशासन के तौर पर और भी कई कार्य होते हैं। जैसे सुबह उठ कर फ्रेश होना, अपने दांत को साफ करना, नहाना, उसके बाद नाश्ता करना और फिर स्कूल के लिए जाना होता है।
अपनी दिनचर्या के आधार पर जीवन को व्यतीत करना भी एक अनुशासन है और यही अनुशासन का महत्व है। जो व्यक्ति को उसकी जीवन में हर ऊंचाई हासिल करने की क्षमता पैदा करता है। अनुशासन ही व्यक्ति को अपने आसपास और खुद की स्वच्छता और सफाई रखने के लिए प्रेरित करता है।
अनुशासन ही व्यक्ति को हमेशा बड़ों के साथ आदर के साथ पेश होने की आदत डालता है और अनुशासन विद्यार्थी को यूनिफॉर्म में और समय पर स्कूल जाने के लिए प्रेरणा देता है। अनुशासन हर किसी के जीवन मुख्य इकाई मानी जाती है।
अनुशासन पर निबंध हिंदी में 200 शब्द
यदि आपको अपने जीवन में सफ़ल होना है तो आपके जीवन में अनुशासन का होना बहुत ही जरूरी है। आप बिना अनुशासन के अपने जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते और इसके बिना आप अपने सुखी जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।
अनुशासन हमारे जीवन का मूल मन्त्र है। यदि हमारे जीवन में अनुशासन होगा तो हम कभी किसी काम को सही तरीके से और कभी समय पर नहीं कर पाएंगे। आज जो भी सफ़ल व्यक्ति है, आप उनकी जीवनियां उठाकर देख लें सभी के अपने जीवन में अनुशासन का महत्व समझा है।
महात्मा गाँधी अपने जीवन में समय का और दिनचर्या का बहुत ही कठोरता से पालन करते थे। अंग्रजों की सेना बहुत कम थी लेकिन उन्होंने भारत पर अधिक समय तक शासन किया। इसके पीछे उनका अनुशासन ही है।
उन्होंने अनुशासन का अच्छे से पालन किया। भारत के द्वारा किया गया पहला स्वतंत्रता संग्राम भी आपसी तालमेल और अनुशासन नहीं होने के कारण ही सफ़ल नहीं हो पाया था। इसलिए हमारे जीवन में अनुशासन बहुत महत्व रखता है और हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन होना जरूर होना चाहिए। अनुशासन से ही एक सफ़ल जीवन की कल्पना की जा सकती है।
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अनुशासन पर निबंध हिंदी में 250 शब्द
हमारे शरीर दिमाग और आत्मा को नियंत्रित रखने का काम अनुशासन का होता है। अनुशासन ही हमें परिवार में बड़ों की आज्ञा को मानना माता पिता और शिक्षकों की आज्ञा को मानना तथा उनके द्वारा बताए गए कार्य को करना इन सभी में मदद करता है।
अनुशासन जो व्यक्ति के खुद के जीवन में कुछ नियम और कानून बनाता है और उन्हें नियम और कानून के बलबूते पर विद्यार्थी जीवन से लेकर व्यक्ति अंत तक अपना जीवन यापन करता है।
जो विद्यार्थी अनुशासन से रहता है, वह विद्यार्थी आगे जाकर सफल इंसान बन जाता है। जिस प्रकार के सूरज रोजाना अपने समय पर ऊग जाता है और समय पर अस्त हो जाता है, उसी प्रकार के मनुष्य को अपने हर कार्य को करने के लिए एक अनुशासन होना जरूरी है। अनुशासन मनुष्य के विकास के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।
यदि मनुष्य अनुशासन के साथ अपना जीवन यापन करता है तो वह अपने भविष्य को सुखद और उज्जवल बना सकता है। मनुष्य के द्वारा अनुशासन में रहते हुए किया गया। हर कार्य उसे सफलता की ओर ले जाता है। अनुशासन के द्वारा मनुष्य अपने आप को सफल बना सकता है।
विद्यार्थी के जीवन में भी अनुशासन बहुत ही ज्यादा महत्व रखता है। विद्यार्थी जब स्कूल जाता है तो उसे अनुशासन की कई बातें सिखाई जाती है और विद्यार्थी अपने सामान्य जीवन में उन बातों का ध्यान भी रखता है।
अनुशासन का महत्व निबंध 350 शब्दों में (Anushasan ka Mahatva Nibandh)
हमारे जीवन में अनुशासन का बहुत बड़ा महत्व होता है। एक खुशहाल जीवन के लिए हमारे जीवन में अनुशासन होना जरूरी है। अनुशासन से हम अपने जीवन में कई नई-नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। ये हमेशा हमें एक सही राह की ओर ही ले जाता है।
हमारे जीवन ऐसे कई काम है, जो हम उसे उसके नियमों से करते हैं। ये एक अनुशासन का ही उदाहरण है। स्कूल या फिर अपने कार्यलय समय पर जाना हमारे में कितना अनुशासन दर्शाता है। यदि हमारे जीवन में अनुशासन नहीं होगा तो हमारे जीवन में कई सारी परेशानीयों का आना जाना बना रहता है।
यदि हमें एक सफ़ल जीवन जीना है तो उसके लिए हमारे जीवन में अनुशासन बहुत ही जरूरी है। इसके बिना हम एक सफ़ल जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
अनुशासन का सिर्फ ये ही मतलब नहीं होता कि सभी काम समय पर ही पूरा करना इसका मतलब ये भी होता है कि आप उस काम को कितना सही तरीके से करते हैं और उसे कितने मन से करते हैं। हर काम पीछे आपका अनुशासन दिखाई पड़ता हैं। इसलिये आप जो भी काम करे पूरे मन और अनुशासन के साथ करें। हमें Anushasan ka Mahatva समझान चाहिए।
हमारी प्रकृति भी अनुशासन के साथ चलती है तभी इसके किसी भी काम में कोई गड़बडी नहीं आती है। दिन-रात सही समय पर होना, सूर्य और चाँद का सही समय पर उदय होकर अस्त होना। ये सभी हमारे जीवन में अनुशासन के महत्व को दर्शाते है।
हमारे पूर्वज समय के पालन को लेकर बहुत ही सजग रहा करते थे, उनका हर काम समय से हुआ करता था। आज के समय में आप सफ़ल लोगों के जीवन के बारे में पढेंगे तो उन्होंने सभी को अनुशासन का सन्देश ही दिया है और खुद ने भी अनुशासन का ही पालन किया है।
हमारे जीवन में अनुशासन का विशेष महत्व होता है। हम बिना अनुशासन के किसी काम में सफ़ल नहीं हो सकते है। इसलिए हमें अपने जीवन में अनुशासन रखना चाहिए और सभी को इसके महत्व के बारे में बताना चाहिए।
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अनुशासन पर निबंध (500 शब्द)
प्रस्तावना
व्यक्ति चाहे छोटा हो या बड़ा सभी के जीवन में अनुशासन एक मुख्य भूमिका निभाता है, अनुशासन के बिना जीवन बेकार हो जाता है। अनुशासन ही विद्यार्थी और व्यक्ति को कार्य को सही तरीके से करने और कार्य को करने की रणनीति बनाने में मदद करते हैं।
अनुशासन की जरूरत हर जगह पड़ती है। अनुशासन ही व्यक्ति को हर कार्य को आसान करने में मदद करता है और अनुशासन व्यक्ति के जीवन में बहुत सारे अवसर उत्पन्न कर देता है।
व्यक्ति को सफलता तक पहुंचने में अनुशासन की मुख्य भूमिका होती है और सफल व्यक्ति को भी अनुशासन का पालन करना चाहिए।
मनुष्य के जीवन में अनुशासन का महत्व
अनुशासन का महत्व हर व्यक्ति के जीवन में है। व्यक्ति को सही तरीके से जीना अनुशासन ही सिखाता है। अनुशासन ही हर कदर और कायदे से व्यक्ति को परिचित कराता है और मान सम्मान से अवगत करवाता है।
मनुष्य को अपने से बड़ों से किस प्रकार से बात करनी है। अपने माता-पिता से किस प्रकार से बात करनी है और अपने शिक्षकों के साथ किस प्रकार से बात करनी है यह सब अनुशासन ही सिखाता है।
माता-पिता और अपने शिक्षकों आज्ञा का पालन करना उनका सम्मान करना यह सारी बातें अनुशासन से ही मनुष्य को सीखने को मिलती है। अनुशासन मनुष्य के हर कार्य को आसान कर देता है।
मुश्किलों को कम कर देता है और मनुष्य को सफलता की राह तक पहुंचाने के लिए अनुशासन कई रास्ते उपलब्ध करवा देता है, जिससे मनुष्य आसानी से सफलता तक पहुंच सके।
इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन को अनुशासन के साथ जीना चाहिए। अपने जीवन पर आपको खुद को नियम बनाने अनिवार्य है और उन्हीं नियमों के आधार पर आपको जीना चाहिए।
विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का महत्व
विद्यार्थी के जीवन में भी हर पल अनुशासन की जरूरत होती है। बचपन से ही माता-पिता के द्वारा बच्चों को अनुशासन सिखाया जाता है और उसके अगले चरण में बच्चों को विद्यार्थी जीवन के रूप में अध्यापकों और माता पिता के द्वारा अनुशासन सिखाया जाता है।
अनुशासन विद्यार्थियों की जड़ों को मजबूत करने और विद्यार्थियों के लिए हर कार्य को आसान करने के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। विद्यार्थी को दिनचर्या के साथ जीवन यापन करने के लिए भी अनुदेशन की प्रेरणा देता है। अनुशासन विद्यार्थी को सुबह उठना, व्यायाम करना, समय पर स्कूल पहुंचना, यूनिफॉर्म में स्कूल पहुंचना इत्यादि बातों को ध्यान रखने के लिए मदद करता है।
अनुशासन के फायदे
अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन बेकार है। अनुशासन के फायदे मनुष्य के जीवन में अनगिनत है। अनुशासन की जरूरत हर व्यक्ति को हर पल रहती है। अनुशासन के मुख्य फायदे कुछ इस प्रकार से है।
- अनुशासन व्यक्ति को कदर और कायदे के साथ-साथ मान और सम्मान सिखाता है।
- हर व्यक्ति और विद्यार्थी को दिनचर्या के साथ जीवन यापन करने में अनुशासन की भूमिका होती है।
- बड़ों की आज्ञा का पालन करना और उनके द्वारा कहे गए कार्य को करना यह भी अनुशासन की वजह से ही होता है।
- अनुशासन के साथ जीवन यापन करने वाले व्यक्ति को सफलता जल्दी मिलती है।
- सफलता हासिल करने के पीछे अनुशासन का हाथ होता है, जो व्यक्ति अनुशासन की पालना नहीं करते हैं। उनको सफलता बहुत मुश्किल से या बिल्कुल ना के बराबर मिलती है।
उपसंहार
बच्चा जब पैदा होता है, उसके पश्चात माता-पिता के द्वारा उसे अनुशासन सिखाया जाता है। आगे जाकर विद्यालय में अनुशासन सीखता है और उसके बाद भी अनुशासन के साथ जीवन जीना मनुष्य के लिए जरूरी है।
जीवन में अनुशासन का महत्व 800 शब्दों में (Jivan Mein Anushasan ka Mahatva)
प्रस्तावना
हमारे जीवन को खुशहाल बनाये रखना हमारे जीवन की अहम जिम्मेदारी है। इसके लिए हमारे जीवन में अनुशासन होना बहुत ही जरूरी है। अनुशासन हमारे जीवन का एक महत्पूर्ण हिस्सा है।
ये हमारे जीवन का आधार है, जो जीवन को एक सही पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता है। इस कारण इसका पालन करना और इसका महत्व समझना मनुष्य जीवन में बहुत ही जरूरी है।
अनुशासन का अर्थ (Meaning of Discipline)
अनुशासन का अर्थ होता है कि नियमों से पालन करना इसको अंग्रेजी में Discipline कहा जाता। है अनुशासन संस्कृत की शास धातु से बना हुआ है। शास का अर्थ होता है, नियमों का सही से पालन।
अनुशासन का अर्थ होता है कि हमें दी गई सभी आज्ञायों का सही से और नियम से पालन करना और उसका उलंघन करने पर उसके लिए दिए गये दण्ड को आज्ञापूर्वक स्वीकार करना। ये ही अनुशासन का सही अर्थ और मतलब होता है।
अनुशासन का महत्व (Importance of Discipline in Hindi)
हमारे जीवन में अनुशासन का महत्व बहुत ही जरूरी है। अनुशासन हमारे जीवन में सभी कार्यों को क्रमबद्ध और संयमित तरीके से करने के एक महत्वपूर्ण विधि है। यदि हम अपने जीवन में नियमित दिनचर्या का पालन करते हैं तो हमारा जीवन में काफी सुधार आ सकता है।
जिन लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त होती है, उनके जीवन में कभी अनुशासन नहीं होता और उनका हर दिन व्यर्थ के कार्यों में ही चला जाता है।
यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में अनुशासन से हट जाता है तो वह चरित्रहीन, दुराचारी और निंदनीय हो जाता है और उसका फिर कहीं पर ही सम्मान नहीं होता। अनुशासन से ही हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।
अनुशासन विद्यार्थी के जीवन में बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि विद्यार्थी जीवन में हम जो कुछ भी सीखते है, वह हमारे पूरे जीवन साथ रहता है।
अनुशासन में छोटो से प्यार, बड़ो का आदर, अपने शिक्षकों का सम्मान, समय का आदर और सम्मान आदि आते हैं जो हर किसी के जीवन में जरूरी है। खेल में अनुशासन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। एक अनुशासित खिलाडी ही खेल को अच्छी तरह से जीत सकता है।
दैनिक जीवन में अनुशासन
हम अनुशासन का सही मतलब तभी समझ सकते हैं, जब हम अपने जीवन में अनुशासन से रहना शुरू करेंगे। इसके लिए अपने परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों को सम्मान के साथ पुकारे और इनका सम्मान करना करें। खुद को ताजा रखने के लिए हमेशा योग का सहारा लें और व्यायाम करें।
सुबह के समय नाश्ता करने से पहले अपने मुंह को अच्छी तरह से साफ़ करें और ब्रश करके ही नाश्ता करें। जब भी कहीं बाहर काम पर या विद्यालय जाये तो बिना भोजन के नहीं जाएं। हर काम को करने से पहले उसके बारे में अच्छी जानकारी लें और उसे अच्छे तरीके से संपन करें।
बड़ो द्वारा दिए गये काम को समय पर पूरा करें और उनका अपमान नहीं करें। आप ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे कि वह आपसे नाखुश हो जाये, सभी का आदर सत्कार करना चाहिए।
अनुशासनहीनता एक अभिशाप (About Discipline in Hindi)
एक अनुशासनहीन व्यक्ति का जीवन पूरी तरह से असफलता, आलस्य और हार आदि से हमेशा के लिए घिरा हुआ रहता है। इसका समाज और परिवार में कोई मान-सम्मान नहीं होता।
व्यक्ति में अनुशासन नहीं होने के कारण झगड़े आदि होते है। दुर्भाग्यवस आज हमारे समाज, अधिकारी, कर्मचारी और प्रशासन आदि में अनुशासनहीनता बढ़ती ही जा रही है।
अनुशासित रहने के तरीके (Lines on Discipline in Hindi)
हम अपने जीवन को अनुशासित बनाने के लिए नीचे दिए गए बिन्दुओं का सहारा ले सकते हैं:
- अपने किसी भी कार्य को आज ही पूरा करना, कल के लिए नहीं छोड़ना।
- एक सही और अच्छी दिनचर्या का पालन करना।
- अपने हर कार्य को पूरी लग्न और मेहनत से करना।
- हमेशा बुरी आदतों और बूरे कामों से दूर रहना।
- हमारे जीवन में बहुत से कार्य व्यर्थ होते हैं, उनसे दूरी बनाना।
उपसंहार
अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा होता है। हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन होना बहुत ही जरूरी होता है। अनुशासन ही हमारे सफ़लता की कुंजी है। हमारे जीवन में इसका बहुत महत्व होता है।
इसके अनुसार ही हमारे जीवन का भविष्य तय होता है। इसलिए हमें अपने जीवन में अनुशासन को महत्व देना चाहिए और एक अनुशासित जीवन जीना चाहिए।
अनुशासन का महत्त्व पर निबंध (1000 शब्द)
प्रस्तावना
अनुशासन जिसका मतलब होता है, नियमों के अनुसार अपने जीवन को यापन करना। अनुशासन के बारे में बात करें तो अनुशासन मानव मानव के लिए लक्ष्य और प्रगति की ओर ले जाने वाला एक मूल मंत्र होता है। अनुशासन के अंदर मनुष्य की सारी शक्तियां अंकित होती है।
यदि कोई भी मनुष्य अपने जीवन का हर कार्य अनुशासन में रहकर करता है तो ऐसे में मनुष्य के समय की बहुत अधिक बचत होती है। साथ के साथ हर मनुष्य के जीवन में इधर-उधर की बातें बहुत ज्यादा होती है। अनुशासन की वजह से बहुत सारी इधर-उधर की बातें खत्म हो जाती है।
अनुशासन का हर व्यक्ति के जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। अनुशासन के आधार पर व्यक्ति यदि अपना जीवन यापन करें तो व्यक्ति को जल्द से जल्द सफलता मिल सकती है। साथ ही साथ व्यक्ति अपने जीवन के हर कार्य को पूरी तरह से सिस्टमैटिक कर सकता है।
प्रकृति और अनुशासन
हमारे वायुमंडल में अनुशासन का सबसे बेहतरीन उदाहरण देखा जाए तो चंद्रमा और सूर्य जो अपने अनुशासन में बंधे हुए हैं और अनुशासन के हिसाब से चलते हैं। यदि इन दोनों को अनुशासन में नहीं बांधा होता तो आज के समय में दिन और रात का यह समय निर्धारित नहीं होता।
प्रकृति के द्वारा मनुष्य को उसके जीवन के लिए पूरी छूट दी गई है। ऐसे में मनुष्य अनुशासन का ध्यान ना रखते हुए सारे काम करता है और मनुष्य अपने जीवन के सभी रास्तों को भटक जाता है या फिर उसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए मनुष्य को अधिक समय लगता है।
मनुष्य यदि अनुशासन में रहकर कोई भी कार्य को संपन्न करें तो उसे सफलता जल्दी हाथ लगती है। पुराने जमाने का एक और उदाहरण देखा जाए तो अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था। अंग्रेजों की सेना बहुत कम थी।
लेकिन फिर भी उन्होंने भारत पर इसलिए राज किया क्योंकि उनका पूरा अनुशासन था और पूरी फौज अनुशासन पर चलती थी। इसीलिए भारत की पूरी जनसंख्या के सामने अंग्रेजों की छोटी सी फौज भारी पड़ी और भारत पर उन्होंने कब्जा कर लिया।
अनुशासन का अर्थ
अनुशासन शब्द जो दो शब्दों से मिलकर बनता है। अनु + शासन के मिलने से अनुशासन शब्द का निर्माण होता है। अनुशासन शब्द का अर्थ होता है कि नियमों का पालन करना। चाहे वह अपनी जिंदगी हो, चाहे बाहरी वातावरण हो। हर जगह पर मनुष्य को अनुशासन का पालन करना चाहिए और अनुशासन में रहना सीखना चाहिए।
मनुष्य की शारीरिक और मानसिक क्रिया विधि में विकास करने के लिए नियम का निर्माण करना बहुत ही जरूरी है। मनुष्य के द्वारा शारीरिक व मानसिक रूप से किए जाने वाले सभी कार्य को यदि नियमित रूप से किया जाए तो मनुष्य के द्वारा कार्य क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है।
अनुशासन किसे कहते हैं?
मनुष्य के अपने खुद के विकास के लिए जो नियम निर्धारित की जाती है, उसी नियम को रोजाना पालन करना चाहे वह नियम आपको अच्छे लगे या अच्छे नहीं लगे। फिर भी उन नियमों का रोजाना पालन करना ही अनुशासन कहलाता है। अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है।
उदाहरण के रूप में देखा जाए तो बिना तेल की सब्जी खाना पूरी तरह से व्यर्थ है। उसी प्रकार से अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन भी व्यर्थ है। मनुष्य को अपने जीवन में खुद के द्वारा कुछ नियम बनाने जरूरी होते हैं और उन्हीं नियमों की पालना करते हुए अपने जीवन को गुजारना भी जरूरी होता है।
अनुशासन की प्रेरणा कहां से लें?
उन्हीं नियमों के आधार पर रोजाना की दिनचर्या को डालना होगा। अनुशासन को सीखने के लिए सबसे पहले आपको अपने जीवन पर कुछ जरूरी नियमों का निर्माण करना होगा। उदाहरण के रूप में आप रोजाना प्रकृति को देख सकते हैं।
जिस प्रकार से सूर्य रोजाना नियमित समय पर ऊगता हैं और नियमित समय पर ही अस्त हो जाते हैं। उसी प्रकार से आपको भी अपने जीवन में एक समय सीमा और नियमों का निर्धारण करना जरूरी होता है।
अनुशासन का महत्व
जीवन में अनुशासन बहुत जरुरी है। अनुशासन के माध्यम से व्यक्ति अपने सभी कार्य को क्रमबद्ध तरीके से कर सकता है या फिर कह सकते है कि अनुशासन जो की जीवन में जितने भी कार्य है, उनको व्यवस्थित तरिके से करने की विधि है।
अनुशासन के महत्व की बात करें तो हर किसी इंसान के लिए यह जरुरी है। बड़े-बड़े उद्योगपति भी अपने काम को अनुशासन से करते है ताकि काम सही तरिके से सम्पन्न हो सकता है और समय भी कम लगता है।
जो लोग अनुशासन को नहीं मानते है, उन लोगों का हर दिन ऐसे ही व्यर्थ चला जाता है। वे लोग अपने जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते है। उनकी जिंदगी पूरी तरिके से अस्त-व्यस्त रहती है। उनके जीवन में कोई भी नियम और कानून नहीं होते है।
जब कोई भी व्यक्ति अनुशासन की रह से दूर हट जाता है तो वह व्यक्ति चरित्रहीन भी बन सकता है। अनुशासन के बाहर रहने वाला व्यक्ति बड़ो की इज्ज़त नहीं करता है। साथ ही अनुशासनहीन व्यक्ति का व्यवहार अलग ही होता है। अनुशासन में रहकर व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक बना सकता है।
अनुशासन में रहकर व्यक्ति जो बाते सीखता है, वह व्यक्ति के जिंदगी भर साथ चलती है। विधार्थी जीवन के लिए भी अनुशासन बहुत जरुरी होता है और स्कूल में विधार्थियो को अनुशासन में रहना सिखाया जाता है।
दैनिक जीवन में अनुशासन का महत्व
जीवन के हर मोड़ पर अनुशासन जरुरी है। अनुशासन के तहत व्यक्ति छोटों से प्यार और बड़ों के साथ सम्मान बाट सकता है। दैनिक जीवन में भी अनुशासन बहुत जरुरी है। जैसे व्यक्ति सुबह उठकर सबसे पहले माता पिता और बड़ों को प्रणाम करके उनका आशीर्वाद लेता है।
उसके बाद ब्रश करता है, उसके बाद स्नान करता है। बाद में चाय नास्ता करके अपने काम के लिए निकल जाता है। यही नियम रोजाना पालन करने जरुरी होते है।
उपसंहार
अनुशासन जो मनुष्य के जीवन की महत्वपूर्ण इकाई होती है। अनुशासन के तहत रहकर व्यक्ति अपने जीवन को सवार सकता है। हर व्यक्ति के लिए अनुशासन जरुरी होता है। अनुशासित व्यक्ति की अल ही पहचान दिखाई देती है।
निष्कर्ष
हमने यहां पर विभिन्न शब्द सीमा में अनुशासन का महत्व हिंदी में निबंध लिखे हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह अनुशासन का महत्त्व पर निबंध (Anushasan ka Mahatva in Hindi) पसंद आयेंगे। इन्हें आगे शेयर जरूर करें।
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