सुरेखा सीकरी बायोग्राफी (Surekha Sikri Biography in Hindi): सुरेखा सीकरी को आज फ़िल्मी और टेलीविजन के जगत में हर कोई जानता है। यह आज टेलीविज़न जगत की मशहूर कलाकर में से एक है। जिन्होंने अपनी कला के दम पर 70 के दशक से लेकर 80 के दशक तक कई बड़े और जाने माने एक्ट्रेस और बड़े लोगों के संग काम किया और लोगों के बीच में अपनी पहचान बनाई।
सुरेखा सीकरी का जीवन परिचय | Surekha Sikri Biography in Hindi
सुरेखा सीकरी की जीवनी एक नजर में
नाम | सुरेखा सीकरी |
जन्म और स्थान | 9 अप्रैल 1945 अलमोर (उत्तराखंड) |
पेशा | अभिनेत्री |
पति का नाम | हेमंत राजे |
बच्चे | राहुल सिकरी |
निधन | 16 जुलाई 2021 (मुंबई) |
सुरेखा सीकरी का जन्म और शिक्षा
सुरेखा सीकरी का जन्म 9 अप्रैल 1945 अलमोर, उत्तराखंड में हुआ था। उनकी मृत्यु ह्रदय घात के कारण 16 जुलाई 2021 को मुंबई में हुई। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत एक भारतीय थिएटर, फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री के रूप में की।
उन्होंने GEC अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से कॉलेज की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने टीवी और फ़िल्मों में आने की सोची। उनकी शादी हेमंत राजे से हुई, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। उनका एक लड़का है, जिसका नाम राहुल सिकरी है। वह अभी मुंबई में रहता है।
सुरेखा सीकरी कॅरियर
सुरेखा सीकरी हिंदी रंगमंच की एक अनुभवी कलाकार रही है, उन्होंने कई टीवी शो में काम किया है और टीवी जगत में अपना नाम कमाया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1978 राजनीतिक ड्रामा फिल्म किस्सा कुर्सी से की थी। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी और मलयालम फिल्मों में सहायक भूमिकाओं में भी काफी काम किया है। भारतीय टीवी धारावाहिकों और फ़िल्मों में काम करने के चलते उन्हें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और एक फिल्मफेयर पुरस्कार सहित कई पुरस्कार मिले हैं।
सबसे ज्यादा लोकप्रियता उन्हें बालिका वधू में उनके काम के लिए 2008 में मिली थी, इसमें उन्होंने एक सास का किरदार निभाया था, जिसके बाद उन्हें घर-घर में एक नई पहचान मिली थी। इस शो में उन्होंने एक नकारात्मक भूमिका में किरदार निभाया था।
इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए इंडियन टेली अवार्ड से सम्मानित किया गया और 2011 में बालिका वधु नाटक के लिए सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का इंडियन टेली अवार्ड द्वारा भी उनका सम्मान किया गया।
उनकी कुछ बेहतरीन फिल्मों में 1986 में आई ‘तमस’, 1991 में ‘नजर’, 1996 में ‘सरदारी बेगम’, 1999 में ‘सरफरोश’, साल 2004 में आई फिल्म ‘तुमसा नहीं देखा’ शामिल हैं। इसके साथ ही कई बेहतर टीवी नाटकों में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है। हिंदी रंगमंच में उनके योगदान के लिए 1989 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार जीता। उनकी आखरी फिल्म 2018 में आयी बधाई ही थी, जिसे दर्शको द्वारा काफी पसंद किया गया था।
सुरेखा सीकरी पुरुस्कार
सुरेखा सीकरी को अन्य अभिनेत्री की तुलना में तीन बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार उन्हें तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) में अपनी भूमिकाओं के लिए दिया गया था। इसके साथ ही उन्हें अन्य प्रशंसाओं में एक फिल्मफेयर पुरस्कार, एक स्क्रीन पुरस्कार और छह भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार शामिल हैं।
सुरेखा सीकरी द्वारा की गयी कुछ खास फ़िल्में
- किस्सा कुर्सी का (1978)
- अनादि अनंत (1986)
- तमस (1986)
- सलीम लंगड़े पे मत रो (1989)
- परिणीति (1989)
- नज़र (1990)
- करामाती कोट (1993)
- लिटिल बुद्धा (1993)
- मैमो (1994)
- नसीम (1995)
- सरदारी बेगम (1996)
- जन्मदिनम (1998, मलयालम फिल्म)
- सरफरोश (1999)
- दिल्लगी (1999)
- कॉटन मैरी (1999)
- हरि-भरी (2000)
- ज़ुबैदा (2001)
- देहम (2001)
- काली सलवार (2002)
- मिस्टर एंड मिसेज अय्यर (2003)
- रघु रोमियो (2003)
- रेनकोट (2004)
- तुमसा नहीं देखा (2004)
- जो बोले सो निहाल (2005)
- हमको दीवाना कर गए (2006)
- देव.डी (2009)
- सूंघ (2017)
- बधाई हो (2018)
- शीर कोरमा (2020)
- भूत कहानियां (2020 फिल्म)
टेलीविजन
- एक था राजा एक थी रानी (2015-2017)
- परदेस में है मेरा दिल इंदुमती लाला मेहरा (2016-2017)
- बालिका वधू (2008-2016)
- माँ एक्सचेंज
- महाकुंभ (2014-2015)
- सात फेरे (2006-2009)
- बनेगी अपनी बात
- केसर सरोज के रूप में
सुरेखा जी के बारे में कुछ विशेष जानकारियां
- सुरेखाजी की पहचान टीवी पर एक कड़क सास तो एक चुलबुली दादी के रूप में थी।
- उन्होंने कई बड़े बॉलीवुड कलाकारों के साथ काम किया था।
- सिनेमाजगत में लगभग 50 साल तक काम करने के बाद सुरेखा ने टीवी पर डेब्यू किया।
- उन्हें सबसे जयदा पहचान ‘बालिक वधू’ सीरियल से मिली, जिसमें उन्होंने एक कड़क सास का रोल निभाया था।
- ‘बालिका वधू’ के अलावा शो ‘एक था राजा एक थी रानी’, ‘परदेस में है मेरा दिल’ में कड़क सास का रोल प्ले किया।
- अपनी जीवन में हिट फिल्में और सीरियल देने के बाद भी सुरेखा सिकरी एक वक्त पर आर्थिक तंगी से गुजर रही थीं।
- साल 2018 में रिलीज हुई कॉमेडी फिल्म ‘बधाई हो’ उनकी आखरी फिल्म थी, जिसमें आयुष्मान की दादी दुर्गा देवी कौशिक का किरदार निभाया था।
सुरेखा सीकरी की मृत्यु
सुरेखा सीकरी के बारे में एक दुखद खबर है कि उनकी 16 जून 2021 को ह्रदयघात के चलते उनका निधन हो गया। वह 76 वर्ष की थी, वह काफी सयम से ब्रेनस्ट्रोक बीमारी से भी पीड़ित थी। उन्होंने 16 जून को अंतिम सास ली। फिल्म और टीवी जगत में उनके लिए काफी शोक संवेदनाये है।
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