Speech on Success in Hindi: नमस्कार दोस्तों, हम सब अच्छी तरह जानते है कि सफलता जीवन का वह आखरी पड़ाव है, जिसके लिए मनुष्य दिन रात मेहनत करता है और यह उसको ही मिलती है, जो इसके पीछे भगता रहता है। अर्थात निरन्तर प्रयास और संघर्ष मांगती है ये सफलता।
कुछ विद्यार्थियों के लिए मोटिवेशनल स्पीच (Success Speech in Hindi) नीचे दिए गए है, जिन्हें आप अपने स्कूल, कालेज में वार्षिक उत्सव जैसे गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गाँधी जयंती इत्यादि पर्व पर आप कह सकते है।
सफलता पर भाषण | Speech on Success in Hindi
सफलता पर भाषण (400 शब्द)
सभी सम्मानित गण शिक्षक और आये हुऐ अथिति गण और मेरे प्यारे दोस्तो को मेरा नमस्कार!
आज इतना पावन पर्व है, जिससे चारो तरफ खुशी का माहौल है और इस माहौल को बनाने में हमारे कुछ महापुरुषों का योगदान रहा है। जिनसे हमें आदर्श सीखना चाहिए और उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चल कर हमें उस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिये। जिसकी तलाश में हम दिन रात एक कर देते है, मैं उन सभी महापुरुषों को एक बार फिर से प्रणाम करना चाहता हूं, जिहोंने हम लोगों को सफलता की राह बतायी है।
आज इस पर्व पर मुझे सभी गुरुजनों और आये हुए आथितिगण को सम्बोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ है, सबसे पहले तो मैं सबका धन्यवाद करता हूँ कि प्रतिवर्ष वर्ष की तरह आज फिर से हम वार्षिक महोत्सव मनाने के लिए एक जुट हुए है और मुझे फिर इस अवसर पर कुछ पंक्तिया बोलने का मौका मिला है।
आज के दिन भोजन, मिष्ठान, नृत्य इत्यादि की व्यवस्था भी है और यह दिन हमारे जीवन का सबसे ख़ूबसूरत दिन होगा। क्योंकि यह साल हमारे इस कॉलेज का आखरी साल है और आज के बाद आप लोगो मे से सायद ही कभी मिल पाएंगे हम।
आज इस मंच पर आपके साथ सफलता के रहस्यमय बातों की चर्चा व विचार करने के लिए उपस्थित हूँ। सफलता कक्षाओं में अनुपस्थिति, किताबों को पढ़कर उनके लेखक के बारे में जानना, सेमेस्टर में पास होना, कॉलेज में टॉप करना, प्लेसमेंट लेना इत्यादि तक सफलता नहीं है। सफलता मात्र एक कदम तक नहीं है।
हमारा जीवन बहुत बड़ा है और संसार उससे भी बड़ा है। हमें अपने आप को इस संसार के अनुरूप ढालना होगा, संसार के तौर तरीकों को सीखना होगा, इस संसार में वह सब हासिल करना होगा, जो वास्तव में दैनिक जीवन मे आवश्यक है।
कुछ लोगों को सफलता पाने का अर्थ है अच्छा घर, अच्छी गाड़ी, बैंक बैलेंस और समाज मे कीर्ति, सबके अपने अलग-अलग उद्देश्य हो सकते है।परन्तु सफलता का वास्तविक अर्थ है “परम् खुशी” और “संतुष्टि”।
परंतु यह भी मत्वपूर्ण है कि जीवन मे सफलता के लिए धन होना आवश्यक है तो आज अपने प्यार प्रेम को पाने के बदले अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में अपनी क्षमता लगाए तो सफलता जरूर हासिल होगी।
मैं जानता हूं कि आप लोगों में से कई लोग अपने भविष्य के बारे में सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। आप में से कुछ लोग आगे पढ़ाई करना चाहते हैं, ऊंची डिग्री लेना चाहते हैं और कुछ लोग प्लेसमेंट लेकर अपना घर चलाना चाहते हैं और कुछ लोग अपने घर के व्यवसाय में शामिल होना चाहते हैं। परंतु आपको निरंतर प्रयास की जरूरत है आप हार कभी मत माने और निरंतर प्रयास करते रहे। यकीन मानिए कि आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
मैं अपनी वाणी को समाप्त करने से पहले 2 लाइनें और बोलना चाहता हूं कि सफलता आपके पास खुद चलकर नहीं आएगी जब तक आप उसके पास नहीं जाते। तो मेहनत करिए और सपनों में अपने लक्ष्य को बाण से भेदिये और अपना ध्यान लक्ष्य की ओर केंद्रित करिए। यह ब्रह्मांड भी आपको सफलता पाने में मददगार होगा।
धन्यवाद
सफलता पर भाषण (400 शब्द)
सुप्रभात मित्रों!
आज शिक्षक दिवस डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्मदिन है और मै सबका धन्यवाद करना चाहूंगा, इस अवसर पर मुझे बुलाने के लिए। आज मैं आपको सफलता के रहस्य के बारे में बताऊंगा। यदि मुझसे कोई पूछे कि सफलता की परिभाषा क्या है तो मेरा उत्तर यह रहेगा कि सफलता आलस्य की दुश्मन और कड़ी मेहनत और सच्ची लगन की परम मित्र, अर्थात सफलता आलस्य को संबोधित नहीं करती। सफलता पाने के लिए मनुष्य को कड़ी मेहनत और सच्ची लगन करनी पड़ती है और वर्षों के बाद उस मनुष्य को सफलता हासिल होती है।
सफलता के अलग-अलग मार्ग विद्यार्थियों को सफलता एक अच्छी नौकरी लगती है। वह बेहतर जीवन पाने के लिए नौकरी को अपना लक्ष्य मानते हैं। कुछ लोगों को अपनी कंपनी में सर्वोच्च स्थान सफलता लगता है। कुछ लोगों को अपने व्यवसाय में अत्यधिक लाभ सफलता लगता है, कुछ लोगों को अपना प्रेम पाने में सफलता लगती है, कुछ लोगों को कीर्ति और प्रसिद्धि पाने में सहायता लगती हैं और विद्यार्थियों को अपनी कक्षा में अच्छे नंबर पर टॉप करने में सफलता लगती है। सफलता के अनेक मार्ग और हम यह कह भी सकते हैं। हमें अपनी इच्छा के अनुसार पाया गया लक्ष्य ही सफलता है।
कुछ लोगों को कहना है कि सफलता कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से मिलती है। लेकिन यह सत्य भी है कि अवसर आने पर ही हमें सफलता प्राप्त हो तो क्या हम अवसर आने तक इंतजार करें। आराम से सो जाएं और सफलता आकर निकल भी जाए।
इसीलिए हमें निरंतर अभ्यास करना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। क्योंकि अवसर हमारे हिसाब से नहीं आते है। यदि हम तैयार नहीं रहेंगे और अवसर हमे मिला तो सायद सफलता हमें न मिल पाएंगी।
आप अपने कौशलों को मजबूत करते रहें, जिससे मौका मिलने पर आप अपने लक्ष्य को भेज दें। यह सत्य है कि सफलता 1 दिन में नहीं मिलती। हमें वर्षों लग जाते हैं सफलता को प्राप्त करने में परंतु वह समय जरूर आता है। यदि हम निरंतर लगे रहे।
यदि आप अपनी उर्जा और क्षमता को खर्च करके सफलता को प्राप्त नहीं कर पाते तो यह एक पहलू हैं। अधिकांश लोगों को लगता है कि सफलता किस्मत वालों को मिलती है, जिनके भाग्य में या उनकी हाथों की लकीरों में सफलता लिखी रहती है तभी सफलता उनको मिलती परंतु सफलता कहती है। मैं उसकी प्रेमिका हूं, जो कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से मेरे पीछे भागता है।
जो लोग भाग्य व किस्मत पर विश्वास करते हैं, वह निडर नहीं होते। कुछ दुर्घटना घटने पर बे अपने भाग्य को कोसते हैं और कुछ अच्छा होने पर भाग्य की बड़ाई करते है।
अपने शब्दों के अंत करने में, मैं आपको दो लाइनें और बताना चाहूंगा कि बहुत से लोग भावनात्मक होती एक बार असफल हो जाने के बाद सफलता पाने का प्रयास छोड़ दें। यह चीज हमें जानना चाहिए कि सफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जैसे दिन और रात। सफलता कोई वंशानुगत चीज नहीं है। यहां तक कि जिस इंसान को अपने घर व्यवसाय को चलाने की जिम्मेदारी मिलती है, वह उसी स्थिति में बनाए रखने के लिए उस इंसान को भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
जितने भी महापुरुष हुए हैं, उन्होंने इस जीवन में गरीबी भुखमरी इत्यादि चीजें देखी है तब जाकर कहीं सफलता उन्हें मिली है। मैं अपने आदर्श डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम सर का उदाहरण लेकर आपको समझाना चाहूंगा। इन्होंने अपने बचपन में अखबार बेच कर अपना जीवन यापन करते थे और आज दुनिया इन्हें मिसाइल मैन के नाम से जानती हैं। यह भारत के राष्ट्रपति पद पर भी रह चुके हैं। इनके जन्म दिन को विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो 15 अक्टूबर को होता है।
धन्यवाद
सफलता पर भाषण (400 शब्द)
प्रिय मित्रों और प्यारे साथी!
इस प्रकार इस उत्सव का होना आप सबको आश्चर्यजनक होना लाजमी है। यह समारोह हमारे उन भाइयों और मित्रों को अलविदा करने के लिए रखा गया है, जिनका अंतिम वर्ष है और इस साल वह हमारे कॉलेज में वह हमारे साथ पढ़कर अलविदा हो जाएंगे। इसलिए वरिष्ठ संकाय अपनी अगली कक्षा में जाने से पहले कुछ रोचक और आकर्षक बातें करना, हमारे भाइयो और मित्रों के लिए इस अवसर का होना मत्वपूर्ण था।
आपको बता दें कि आज का जो विषय रखा गया है वह “सफलता” है। क्योंकि अभी तक हम जिस क्षेत्र में रह रहे थे, वह एक छोटा सा तालाब था। लेकिन अब आने वाला क्षेत्र इससे बड़ा होगा जैसा कि समुद्र अर्थात मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि स्कूली जीवन से काफी अधिक विस्तृत कालेज लाइफ होगी, जिसमें विषय का भी विस्तार होगा पढ़ने का तरीका भी बदलेगा, शासन अनुशासन भी बदल जाएगा, आगे शिक्षा का स्तर विस्तृत हो जाएगा।
दोस्तों आपको बताना है कि जीवन आगे और भी कांटों से भरा होगा। परंतु उनका काटों पर चलकर हमें सफलता प्राप्त करनी होगी। आगे का जीवन उतना ही कठिन होगा, जितना कि एक समुद्र में चल रही नाव को, उसको भी आगे बढ़ने पर एक नई लहर और एक नई तूफान का सामना करना पड़ता है।
हम सभी को सफलता चाहिए परंतु हम अपने आलस्य और निंदा से बाहर नहीं निकल पाते हैं। लेकिन हमें यह छोड़कर अपने लक्ष्य की ओर अग्रेषित होना चाहिए।
यह सत्य है कि कई लोग अपने करियर को लेकर निर्णय नहीं ले पाते और वह अंत समय तक टूट जाते हैं। मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि आप लोगों को अपने करियर को लेकर भी अत्यधिक चिंता होगी। कोई आगे जाकर डॉक्टर बनना चाहेगा, कोई इंजीनियर बनना चाहेगा, कोई पॉलिटिक्स में जाएगा तो कोई अपना व्यवसाय शुरू करेगा तो कोई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करेगा। लेकिन मित्रों आप जिस भी क्षेत्र में जाएं, उस क्षेत्र को कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से भर दें।
हम सब सफलता पाने के लिए तब और उत्साहित होते जब हमारे आस पास के लोगों द्वारा सफलता को प्राप्त कर लिया जाता है और वे एक सम्मानित व्यक्ति का उदाहरण बन जाते हैं। बहुत लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं परंतु किसी पेपर में असफलता प्राप्त होने पर वे निराश हो जाते हैं और प्रयास करना छोड़ देते हैं।
लेकिन यह बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान नहीं है। यदि इंसान असफल नहीं होगा तो उसे सफलता का राज कैसे पता चलेगा, मेरा कहना तो यह है कि असफलता में होने वाली गलतियों से सीख कर अगले पेपर में उन गलतियों को दोहराएं ना तभी सफलता प्राप्त हो सकती है।
अपने उस खराब वक्त का निडर होकर सामना करें, बार-बार असफल होने के बाद यकीन मानिए सफलता 1 दिन जरूर आपको मिलेगी।
इस स्पीक समारोह का रखने का उद्देश्य था कि आपको बताया जाए कि सफलता वाकई में कैसे प्राप्त करना है और आने वाले जीवन में कठिनाइयों का सामाना कैसे करना है। आपको उन बातों से परिचित कराया, जो आपको इस स्कूली जीवन के बाद मिलेंगी।
आप अभी से तैयारी करें उन कठिन परिस्थितियों का सामना करने की, जो आपके जीवन में आगे आने वाली है, मित्रों आप समझने की कोशिश करें कि जीवन कठिनाइयों से भरा है और हमें इन कठिनाइयों का सामना करके अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होना। रास्तों में आने वाली बाधाओं से लड़ना और हर कदम बड़े साहस के साथ बढ़ाना। आपको निरंतर कठिन मेहनत करनी होगी और अंत में सफलता आपको अवश्य मिलेगी।
विपरीत परिस्थिति में आपके पैर डगमगाए न और अपनी इच्छा शक्ति को और भी ताकत वर बनाये और इसकी तैयारी आज से ही आपको करनी होगी और अंत में यदि आपको सफलता प्राप्त करनी है तो आपको अपने लक्ष्य की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाना होगा इसी बाणी के साथ में विराम लेता हूं।
धन्यवाद
सफलता पर भाषण (400 शब्द)
सर्वप्रथम सभी सम्मानित शिक्षक गण और आए हुए अतिथि और मेरे प्यारे भाई और बहनों को मैं नमस्कार कहना चाहूंगा।
मैं बहुत खुश हूं कि आज इस पर्व पर मुझे सफलता पर कुछ शब्द बोलने का मौका मिला है। मैं आज इस मंच का उपयोग करके सफलता के बारे में अपने विचार को आपके संग साझा करूंगा। मैं अपने शब्दों को शुरू करने से पहले कुछ पंक्तियां आपके समक्ष रख रहा हूं। यदि पसंद आए तो तालियों से अभिनंदन जरूर करिएगा।
“इतिहास वही बनाता है जिनके सपनों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है “
इन पंक्तियों से साफ जाहिर है कि किसी को घर बैठे सफलता प्राप्त नहीं होती। यह सफलता ऐसी चीज है, जो भी मेहनत करता है या उसकी दीवानी हो जाती है और इतिहास गवाह है कि जिन्होंने इसे चाहा है, सफलता ने उसे धोखा कभी नहीं दिया। हमें प्रयास करना नहीं छोड़ना चाहिए चाहे जितनी कठिन परिस्थितिया आये। लेकिन हमें अपने मार्ग से तनिक भी विचलित नहीं होना है और निरंतर अपने लक्ष्य की और अग्रसर रहना है।
हम आपको बता दें कि सफलता एक प्रयास में कभी नहीं प्राप्त होती। इसके लिए अनेकों प्रयास करने पड़ते हैं तब जाकर सफलता में हासिल होती हैं। कुछ लोग एक या दो प्रयास के बाद अपने आप को कोसने लगते हैं। असफल समझने लगते हैं परंतु ऐसा नहीं करना चाहिए, उन्हें अपने मार्ग से कभी विचलित नहीं होना चाहिए। उन्हें अपने लक्ष्य की ओर निरंतर बढ़ना चाहिए तभी उन्हें सफलता प्राप्त हो सकती है।
आज के युवा जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनका एक या दो पेपर उनका पूरा जीवन निर्धारित नहीं करता और वे निराश होकर आत्महत्या कर लेते है। परंतु ऐसा नही करना चाहिए अभी तो सारा जीवन पड़ा है। पेपर देने को अभी तो जीवन की किताब का पहला पन्ना खुला है।
अलग-अलग लोगों को अलग-अलग सफलता के मार्ग दिखते हैं जैसे कि हम बात करने विद्यार्थियों की 2 विद्यार्थियों का जीवन सफलता प्राप्त करने का लगता है। अपने कार्य को पूरा करना क्लास में सबसे अधिक अंक लाना अच्छे कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त करना या अच्छी से अच्छी नौकरी प्राप्त करना और कुछ लोगो को अपने व्यवसाय और कुछ लोगों को अच्छा संगीतकार इत्यादि बनने को ही सफलता प्राप्त करना समझते है। परन्तु सफलता का मूल अर्थ है शांति और खुशी प्राप्त करना।
इस संसार में कोई भी नहीं चाहता कि वह असफल रहे। सफलता प्राप्त करने के लिए सभी लोग प्रयास करते हैं परंतु सबका तरीका अलग अलग होता है लेकिन सफलता वही प्राप्त करता है, जो अंत तक डटा रहता है और निरंतर आगे बढ़ता रहता है।
मैं अपने शब्दों को विराम देते हुए बस यही कहना चाहूंगा कि यदि आप सफलता पाना चाहते हैं तो निरंतर प्रयास और अभ्यास करते रहिए। यकीन मानिए सफलता एक दिन जरूर आपको मिलेगी।
धन्यवाद
निष्कर्ष
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख सफलता पर भाषण (Speech on Success in Hindi) पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
यह भी पढ़े