स्नो व्हाइट और सात बौनों की कहानी (स्नो वाइट की कहानी) | Snow White And The Seven Dwarfs In Hindi | Snow White ki Kahani
एक समय की बात है। एक राज्य में राजा और रानी रहते थे। वे अपने राज्य की जनता से बहुत प्रेम करते थे और उनकी हर जरूरत का ध्यान रखते थे। राजा और रानी के पास सब कुछ था लेकिन सिर्फ एक ही कमी थी, वह यह कि उनके कोई संतान नहीं थी और ये बात सोचकर रानी अक्सर उदास रहती थी। रानी की हमेशा से ही इच्छा थी कि उनकी कोई प्यारी और सुंदर सी बेटी हो।
कुछ साल बीतते है और फिर रानी की यह इच्छा पूरी होती है। रानी ने एक प्यारी और सुंदर बच्ची को जन्म दिया। राजा और रानी अपनी संतान को पाकर बहुत ही खुश थे। उन्होंने अपनी बेटी का नाम स्नो व्हाइट रख दिया। स्नो व्हाइट की वहज से पूरे राज्य में खुशी का माहौल था लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक पाई।
एक दिन राजा और रानी दोनों जंगल मे घूमने निकलते है, उसी जंगल मे एक जादूगरनी रहती थी। उसने बेचारी रानी को मौका देखकर एक चिड़िया में बदल दिया और पिंजरे में बंद कर दिया।
राजा के बहुत ढूंढने पर भी उसे अपनी रानी कही नहीं मिलती है। तब वह उदास होकर वापस महल में चला जाता है। राजा ने दुःखी मन से स्नो व्हाइट की देखभाल और माँ के प्रेम के लिए दोबारा शादी करने का फैसला लिया।
लेकिन वह जिससे शादी करता है असल में यह वही जादूगरनी थी, लेकिन राजा को यह बात पता नहीं थी। जादूगरनी ने सुंदर महिला का रूप धारण करके राजा से शादी की थी।
एक दिन स्नो व्हाइट अपनी सौतेली माँ के पास उस छोटी चिड़िया को देख बहुत खुश हुई और उससे खेलने के लिए माँ से मांगने लगी लेकिन स्नो वाइट को पता नहीं था कि छोटी चिड़िया उसकी असली माँ है। जादूगरनी स्नो वाइट के रूप को देख बहुत जलती थी क्योंकि स्नो व्हाइट उससे ज्यादा सुंदर थी।
उस जादूगरनी के पास एक जादुई आईना था। वह उस आईने से पूछती है कि “कौन सबसे ज्यादा सुंदर है?” तब आईना कहता कि “तुम सुंदर हो लेकिन स्नो व्हाइट तुमसे भी ज्यादा सुंदर है।”
ये सुनकर जादूगरनी को बहुत गुस्सा आया। उसने मन में सोच लिया कि स्नो व्हाइट को कैसे भी करके मारना होगा। इसलिए वह एक मंत्री को कहती है कि “तुम स्नो व्हाइट को कही दूर ले जाकर मार दो।”
ये सुनकर मंत्री चौक जाता है लेकिन फिर भी रानी की आज्ञा का पालन करता है।
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वह स्नो व्हाइट को एक जंगल मे ले जाता है, पर उसकी हिम्मत स्नो व्हाइट को मारने की नहीं हुई। मंत्री पूरी बात स्नो व्हाइट को बता देता है तो स्नो व्हाइट बहुत डर जाती है।
मंत्री स्नो व्हाइट को वहाँ से कही दूर चले जाने की सलाह देता है और वह उसे उसी जंगल मे छोड़ कर वापस महल में आ जाता है। रानी उससे पूछती है तो मंत्री कह देता है कि वह उसे मारकर आया है। रानी ये सुनकर बहुत खुश होती है।
इधर स्नो वाइट भटकती हुई घने जंगल मे जाती है तो उसे वहाँ एक झोपड़ी दिखाई देती है। वह उसमें चली जाती है। उसे वहाँ सात प्लेटे दिखती है, उनमें अलग-अलग प्रकार के व्यंजन थे।
स्नो व्हाइट को बहुत भूख लगी थी तो उसने खाना खा लिया। अब उसकी नजर सात पलंगों पर पड़ी, वह बहुत थकी हुई थी तो उस पलंग पर लेट गई। लेटे-लेटे उसे नींद आ गई। तभी थोड़ी देर बाद वहाँ सात बौने आये, उन्हें अंदाजा लग गया था कि यहाँ कोई आया है। वे सब स्नो व्हाइट की खूबसूरती देख बहुत आश्चर्य में पड़ गए।
तभी स्नो व्हाइट की आँख खुली, उसने डरते हुए पूरी बात बौनों को बताई, तो बौनों ने कहा कि “अगर तुम हमारे लिए खाना बनाओगी और इस घर की साफ-सफाई करोगी तो तुम हमारे साथ रह सकती हो।” स्नो व्हाइट उनकी बात मान जाती है और खुशी से उनका सारा काम करती है, इस प्रकार वे सब साथ मे रहने लगते है।
कुछ दिनों बाद वह जादूगरनी रानी फिर आईने से पूछती है कि “सबसे सुंदर कौन है।” जादूगरनी को इस बार विश्वास था कि आईना अब उसी का नाम लेगा।
लेकिन आईना कहता है कि “तुम सुंदर हो लेकिन स्नो व्हाइट तुमसे भी सुंदर है।”
ये सुनकर रानी को गुस्से के साथ आश्चर्य भी होता है कि मंत्री ने तो कहा था कि उसने स्नो व्हाइट को मार दिया है। रानी समझ गई कि मंत्री ने उससे झूठ बोला था। वह जादुई आईने से स्नो व्हाइट के बारे में पूछती है तो आईना उसे बताता है कि “स्नो व्हाइट जंगल मे एक झोपड़ी में सात बौनों के साथ रहती है।”
यह सुनकर जादूगरनी स्नो व्हाइट को मारने की एक तरकीब निकालती है और एक बूढ़ी महिला का रूप धारण कर जंगल मे जहरीले सेब बेचने जाती है।
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स्नो व्हाइट महिला को देख उसके पास सेब खरीदने आ जाती है।
जादूगरनी रानी- “सेब ले लो।”
स्नो व्हाइट- “मुझे भी सेब ख़रीदने है।”
जादूगरनी कहती है कि “हा जरूर ये लो, लेकिन खरीदने से पहले तुम इसे चख लो।”
ये सुनकर स्नो व्हाइट बिना सोचे समझे जहरीला सेब खा जाती है। जैसे ही वह सेब खाती है वह बेहोश होने लगती है और जादूगरनी अपने असली रूप में आती है उसे देख स्नो व्हाइट को बहुत दुःख और पछतावा हुआ।
जादूगरनी जोर-जोर से हँसने लगती है और कहती है कि “अब मुझसे ज्यादा सुंदर कोई नहीं हो सकता है।” और स्नो व्हाइट हमेशा के लिए गहरी नींद में चली गई।
कुछ देर बाद वहाँ पर बौने आ जाते है वे स्नो व्हाइट को इस तरह देख बहुत हताश और उदास हु गए। अब स्नो व्हाइट उन्हें छोड़कर हमेशा के लिए चली गई थी। उन्होंने स्नो व्हाइट को दफनाने की सोची लेकिन उनका मन नहीं माना, इसलिए उन्होंने उसे एक शीशे की पेटी में सुला दिया।
फिर एक दिन एक राजकुमार वहाँ आता है वह स्नो व्हाइट को देख बहुत दुखी होता है। वह बौनों से स्नो व्हाइट के बारे में पूछता है तो बौने पूरी बात राजकुमार को बताते है। राजकुमार कहता है कि “क्या मैं इसे अपने साथ ले जा सकता हूँ।”
राजकुमार अच्छा इंसान लग रहा था इसलिए बौने उसे इजाजत दे देते है। जैसे ही राजकुमार पेटी खोलकर स्नो व्हाइट के हाथ को चूमता है तो स्नो व्हाइट की नींद टूटी जाती है। स्नो व्हाइट को इस तरह देख राजकुमार और बौने बहुत खुश हुए। स्नो वाइट ने अपनी सौतेली माँ की पूरी सच्चाई सबको बताई कि कैसे उसने जादूगरनी बनकर उसे सेब खिलाया था।
अब बौने समझ गए थे कि यह सब उस जादूगरनी का किया हुआ है। बौने जादूगर बनकर महल में जाकर उस जादूगरनी को सबक सिखाना चाहते थे। सब बौने जानते थे कि महिला को खूबसूरत दिखने का कितना शौक है। वे राजा और जादूगरनी को बहला फुसलाकर महल से बाहर लाते है और कहते है कि हम जादू से आपको बहुत सुंदर बना सकते है।
महल के बाहर बहुत धूप थी। जैसे ही जादूगरनी पर सूरज की किरणें पड़ी, वह अपने असली रूप में आ गई। रानी से जादूगरनी के रूप में देखकर राजा को बहुत आश्चर्य हुआ की उसने एक जादूगरनी से शादी की थी।
जब जादूगरनी की शक्तियां खत्म हुई तो पिंजरे वाली चिड़िया पर से भी जादू खत्म हो गया और चिड़िया वापस रानी बन गई। राजा अपनी असली रानी को देख बहुत खुश हुआ।
इतने में राजकुमार स्नो व्हाइट को वहाँ लेकर आ गया। स्नो व्हाइट को देख राजा और रानी बहुत खुश हुए और अपनी प्यारी बेटी को गले से लगा लिया। अब राजा ने उस जादूगरनी को हमेशा के लिए कैद करवा दिया और उसे सजा दिलवाई।
इसके बाद राजा ने अपनी बेटी स्नो व्हाइट की शादी राजकुमार से कराने का फैसला लिया। अब स्नो वाइट खुशी-खुशी राजकुमार के साथ उसके राज्य में जाकर रहने लगी।
सीख: कभी भी बाहरी सुंदरता के कारण धोखा नहीं खाना चाहिए बल्कि हमेशा आंतरिक सुंदरता को तराशना चाहिए।
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