Home > Hindi Quotes > मुंशी प्रेमचंद के अनमोल विचार

मुंशी प्रेमचंद के अनमोल विचार

मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के श्रेष्ठ कहानीकार तथा उपन्यासकार है। मुंशी प्रेमचंद का स्थान हिंदी साहित्य में उपन्यासकार के रूप में सबसे ऊपर है।

मुंशी प्रेमचंद अपनी रचनाओं को बड़ी ही मेहनत और लगन के साथ लिखा करते थे।

ऐसा भी कहा जाता है कि मुंशी प्रेमचंद जब अपनी रचनाओं को लिखना प्रारंभ करते थे तो वह उस किरदार में स्वयं को मान लेते थे और फिर अपनी रचनाओं की विशेषता प्रकट करते थे।

Premchand Quotes in Hindi
Image: Premchand Quotes in Hindi

उनके इसी विशेषता के कारण उन्हें हिंदी साहित्य में सर्वश्रेष्ठ उपन्यासकार और कथाकार के रूप में ख्याति प्राप्त है। यहां पर हम मुंशी प्रेमचंद के अनमोल वचन (Premchand Quotes in Hindi) जानेंगे।

मुंशी प्रेमचंद के अनमोल विचार | Premchand Quotes in Hindi

प्रेमचंद कोट्स

कुल की प्रतिष्ठा भी विनम्रता और सदव्यवहार से होती है,
हेकड़ी और रुआब दिखाने से नहीं।

कुल की प्रतिष्ठा भी सदव्यवहार और
विनम्रता से होती है,
हेकड़ी और रौब दिखाने से नहीं।

जिस तरह सूखी लकड़ी जल्दी से जल उठती है,
उसी तरह क्षुधा (भूख) से बावला मनुष्य
ज़रा-ज़रा सी बात पर तिनक जाता है।

अन्याय में सहयोग देना,
अन्याय करने के ही समान है।

मन एक भीरु शत्रु है जो सदैव पीठ
के पीछे से वार करता है।

Read Also: उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद का जीवन परिचय

मुंशी प्रेमचंद के विचार

सोने और खाने का नाम जिंदगी नहीं है,
आगे बढ़ते रहने की लगन का नाम जिंदगी हैं।

लिखते तो वह लोग हैं, जिनके अंदर कुछ दर्द है,
अनुराग है, लगन है, विचार है। जिन्होंने धन और
भोग-विलास को जीवन का लक्ष्य बना लिया,
वह क्या लिखेंगे?

स्त्री गालियां सह लेती है,
मार भी सह लेती है,
पर मायके की निंदा उससे नहीं सही जाती।

चापलूसी का ज़हरीला प्याला आपको तब
तक नुकसान नहीं पहुँचा सकता जब तक
कि आपके कान उसे अमृत समझ कर पी न जाएँ।

जिस बंदे को दिन की पेट भर रोटी नहीं मिलती,
उसके लिए इज्‍जत और मर्यादा सब ढोंग है।

बूढ़ों के लिए अतीत के सुखों और वर्तमान के
दुःखों और भविष्य के सर्वनाश से ज्यादा
मनोरंजक और कोई प्रसंग नहीं होता।

विपत्ति से बढ़कर अनुभव सिखाने वाला
कोई विद्यालय आज तक नहीं खुला

Premchand Quotes in Hindi

आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी
अपने घर की याद आती है।

अन्याय होने पर चुप रहना,
अन्याय करने के ही समान है।

इतना पुराना मित्रता-रूपी वृक्ष
सत्य का एक झोंका भी न सह सका।
सचमुच वह बालू की ही ज़मीन पर खड़ा था।

सौभाग्य उसी को प्राप्त होता है,
जो अपने कर्तव्य पथ पर अविचलित रहते हैं।

मुंशी प्रेमचंद कोट्स इन हिंदी

जिस प्रकार नेत्रहीन के लिए दर्पण बेकार है
उसी प्रकार बुद्धिहीन के लिए विद्या बेकार है।

कार्यकुशल व्यक्ति की सभी
जगह जरुरत पड़ती है।

वह प्रेम जिसका लक्ष्य मिलन है
प्रेम नहीं वासना है।

मुंशी प्रेमचंद कोट्स

डरपोक प्राणियों में सत्य भी गूंगा हो जाता है।

न्याय और नीति लक्ष्मी के खिलौने हैं,
वह जैसे चाहती है नचाती है।

निराशा सम्भव को असम्भव बना देती है।

Read Also: मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियां

प्रेमचंद के अनमोल वचन

हमें कोई दोनों जून खाने को दे,
तो हम आठों पहर भगवान का जाप ही करते रहें।

दौलत से आदमी को जो सम्मान मिलता है,
वह उसका नहीं, उसकी दौलत का सम्मान है।

अपनी भूल अपने ही हाथों से सुधर जाए तो
यह उससे कहीं अच्छा है कि कोई
दूसरा उसे सुधारे।

जीवन का वास्तविक सुख,
दूसरों को सुख देने में है;
उनका सुख छीनने में नहीं।

Premchand Quotes in Hindi

मासिक वेतन तो पूर्णमासी का चाँद है,
जो एक दिन दिखाई देता है
और घटते-घटते लुप्त हो जाता है, ऊपरी

सफलता में दोषों को मिटाने की विलक्षण शक्ति है।

क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात नहीं कहता,
वह केवल दूसरों का दिल दुखाना चाहता है।

munshi premchand quotes in hindi

न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं।
इन्हें वह जैसे चाहती है, नचाती है।

दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते।

Read Also

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

Related Posts

Leave a Comment