पशु कौन सी संज्ञा है (Pashu Kaun si Sangya Hai)
पशु कौन सी संज्ञा है?
पशु जातिवाचक संज्ञा हैं।
Pashu Kaun si Sangya Hai?
Pashu Jativachak Sangya Hai.
“जो शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की संपूर्ण जाति का बोध कराते हैं, उन शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।”
पशु जातिवाचक संज्ञा है, क्योंकि यहां किसी विशेष पशु की बात ना करके सिर्फ पशु की बात की जा रही है। यहां पशु शब्द का प्रयोग एक जाति के रूप में किया जा रहा है।
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जातिवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण
पशु-पक्षी: पशु पक्षियों से गाय, घोड़ा, कुत्ता आदि सभी जाति का बोध होता है।
वस्तु: ‘वस्तु’ से मकान कुर्सी, पुस्तक, कलम आदि का बोध होता है।
नदी: ‘नदी’ से गंगा यमुना, कावेरी आदि सभी नदियों का बोध होता है।
पहाड़: ‘पहाड़’ कहने से संसार के सभी पहाड़ों का बोध होता हैं।
मनुष्य: ‘मनुष्य’ कहने से संसार की मनुष्य-जाति का बोध होता है।
स्थान: उसी प्रकार स्थान कहने पर जैसे विद्यालय, हॉस्पिटल आदि का नाम लेने पर जाति का बोध हो रहा है।
उपर्युक्त उदाहरण से स्पष्ट है कि यदि पशु पक्षी का नाम लिया जा रहा है तो इस शब्द से पशु पक्षी की सभी जातियों का बोध हो रहा है, अतः पशु जातिवाचक संज्ञा है।
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