भारत में भ्रष्टाचार की तरह ही आतंकवादी गतिविधियां भी काफी ज्यादा होती रहती है, जो देश के विकास में बाधा उत्पन्न करती है, देश में डर का माहौल पैदा करती है। अब तक भारत में कई खतरनाक आतंकवादी गतिविधियां हो चुकी है, जिसमें साल 2008 का मुंबई का आतंकवादी हमला प्रख्यात है।
भारत में विभिन्न प्रकार के गुनाह को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा और राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की एजेंसी और संगठन बनाए गये है, जो भारत में होने वाले विभिन्न प्रकार के क्राइम को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इसी तरह एनआईए जिसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी कहते हैं, यह भारत में शांति बनाए रखने और आतंकवादी हमलों को रोकने और आतंकवादी गतिविधियों का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एजेंसी केंद्र सरकार के अधीन रहकर आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखती हैं। यह एजेंसी बिना राज्यों के विशेष अनुमति के राज्यों में आतंक संबंधित अपराधों से निपटने के लिए सशक्त रहती है।
शायद आप में से कई लोग इस एजेंसी के बारे में जानते होंगे, जो लोग इस एजेंसी के बारे में नहीं जानते हैं तो वे इस लेख को अंत तक पढ़े। क्योंकि इस लेख में हमने राष्ट्रीय जांच एजेंसी क्या है, यह किस तरह कार्य करती है, इसका गठन किस तरह हुआ और इसमें नौकरी किस तरह पा सकते हैं इत्यादि संबंधित आवश्यक जानकारी दी है।
एनआईए (NIA) क्या है? (गठन, कार्य, फुल फॉर्म, अधिकार, सैलरी और आवेदन प्रक्रिया)
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन कब और कैसे हुआ?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन साल 2009 में हुआ। साल 2008 में मुंबई पर आतंकी हमला होने के बाद केंद्रीय सरकार को भारत के खिलाफ हो रहे आतंकी गतिविधियों का सामना करने के लिए एक एजेंसी को गठन करने की जरूरत महसूस हुई, जिसके बाद 31 दिसंबर 2008 को भारत की संसद द्वारा राष्ट्रीय जांच एजेंसी विधेयक 2008 पारित किया गया और इस तरीके से साल 2009 में इस संस्था का गठन किया गया।
उस समय इस संस्था के महानिदेशक राधा विनोद राजू थे, जो 2010 तक इस पद पर कार्यरत रहे। उसके बाद शरद चंद्र सिन्हा को इस पद का कार्यभार दिया गया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी को गति देने के लिए तीन अलग-अलग हिस्सों में विभाजित किया गया है: इन्वेस्टिगेशन डिवीजन, पॉलिसी रिसर्च एंड कोऑर्डिनेशन डिविजन और एडमिनिस्ट्रेटिव डिविजन।
वैसे तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी का मुख्य कार्य और उद्देश्य आतंकवाद का मुकाबला करने से संबंधित है। लेकिन इसके अतिरिक्त यह जाली मुद्रा, नशीले पदार्थ, अपहरण, संगठित अपराध, एनआईए मानव तस्करी, डब्ल्यूएमडी अधिनियम के उल्लंघन और परमाणु ऊर्जा अधिनियम से संबंधित अपराध को भी सुलझाने का कार्य करता है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है, लेकिन इसकी शाखाएं भारत के अलग-अलग शहरों में भी है। एनआईए का विभिन्न शाखाएं लखनऊ, मुंबई, रायपुर, जम्मू, कोलकाता, कोच्चि हैदराबाद, गुवाहाटी में भी स्थित है।
यह संगठन पूरी तरीके से केंद्र सरकार के प्रति जिम्मेदार है, इसीलिए इसमें राज्य सरकार किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। इसके अतिरिक्त एजेंसी को कई विशेष अधिकार भी दिए गए हैं।
एनआईए का क्या कार्य है?
एनआईए का मुख्य उद्देश्य देश से आतंकवाद को खत्म करना है। आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखना है और उसे रोकना है। एनआईए के तहत विभिन्न पदों पर कर्मचारी अपनी जान को जोखिम में डालकर देश विदेश में भारत के खिलाफ बनाए जा रहे आतंकवादी प्लान और गतिविधियों की इन्वेस्टिगेशन की जाती है और उनके प्लान को फेल करने के लिए विभिन्न प्रकार के मिशन आयोजित किए जाते हैं।
भारत सरकार द्वारा इस जांच एजेंसी को कई विशेष अधिकार भी दिए गए हैं, जिसके तहत वे आतंकवादी गतिविधियों में सम्मिलित पाए जाने वाले लोगों पर ठोस कार्यवाही करके उनकी संपत्ति को जप्त कर लिया जाता है और उस व्यक्ति को और उसके संगठन को आतंकवादी घोषित कर दिया जाता है।
इस प्रकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी भारत में शांति बनाए रखने में और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके तहत विभिन्न पदों पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को भारत के आर्मियों की तरह ही सम्मान दिया जाता है। यह बहुत ही प्रतिष्ठित पद होता है क्योंकि यह कर्मचारी देश की सेवा के लिए एनआईए में कार्य करते हैं।
सीबीआई और एनआईए में क्या अंतर है?
सीबीआई और एनआईए दोनों ही भारत के प्रमुख जांच एजेंसी है, जिस कारण बहुत से लोग इन दोनों को लेकर काफी ज्यादा कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर इन दोनों के कार्यों में क्या भिन्नता है और यह किस तरीके से देश की सेवा करते हैं।
बता दें कि यह दोनों भले ही जांच एजेंसी हो, लेकिन दोनों के कार्य में काफी अंतर है। सीबीआई जिसका फुल फॉर्म क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो होता है, वहीं एनआईए का फुल फॉर्म नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी होती है। दोनों ही एजेंशिया भारत सरकार की एजेंसियां है, जिसमें राज्य सरकार कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
एनआईए का गठन साल 2009 को हुआ लेकिन सीबीआई का गठन 1964 में किया गया था।
सीबीआई का मुख्य कार्य देश में विभिन्न प्रकार के अपराध जैसे कि भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराध, आयात और निर्यात का उल्लंघन, तस्करी, अपहरण बैंक धोखाधड़ी, बम विस्फोटक पदार्थ बनाना, अपराधिक अंडरवर्ल्ड इत्यादि संबंधित अपराधों की जांच करती है।
लेकिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी नेशनल लेवल पर देश-विदेश में भारत के खिलाफ हो रहे आतंकी गतिविधियों की जांच करती है, उसका पता लगाती है और उसके मिशन को फेल करती है। इस तरीके से राष्ट्रीय जांच एजेंसी का मुख्य उद्देश्य भारत के खिलाफ अन्य देश के द्वारा होने वाले आतंकी हमले को रोकना है, वहीं सीबीआई का मुख्य उद्देश्य देश के अंदर हो रहे क्राइम को रोकना है।
NIA में काम कैसे करें?
जो युवा देश सेवा करना चाहता है और उसमें चुनौतीपूर्ण, मिशन आधारित और जोखिम भरे काम करने की रूचि है तो वह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी में अपना करियर बना सकते हैं। यह क्षेत्र युवाओं को एक अच्छा करियर के साथ ही साथ प्रतिष्ठा भी दिलाता है, क्योंकि यह देश से संबंधित पद होता है।
जिस तरह आर्मी इस देश की रक्षा में अपना योगदान देते हैं, ऐसे ही एनआई के विभिन्न पदों पर नियुक्त ऑफिसर देश से आतंकवाद को मिटाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। हर साल नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी विभिन्न पदों के लिए वैकेंसीज निकालती है।
इन वैकेंसी की जानकारी कोई भी व्यक्ति https://www.nia.gov.in/recruitment-training.htm ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर पता कर सकता है। यही नहीं बल्कि Sarkariresult.com करके भी एक ऑनलाइन पोर्टल है, इस वेबसाइट पर भी हर दिन तरह-तरह के निकलने वाली सरकारी वैकेंसी की जानकारी दी जाती है।
यहां से भी एनआईए के किसी भी पद का रिक्रूटमेंट निकलता है तो पता लगा सकते है। बता दे एनआईए में विभिन्न पदों के लिए भर्ती स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के द्वारा ही किया जाता है।
NIA में चयन किस तरह होता है?
जैसे हमने आपको ऊपर पहले ही बताया कि जब भी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी में विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी निकलती है तो उसकी जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर जारी की जाती है, जिसके बाद कोई भी युवा जो इस क्षेत्र में जाने के लिए इच्छुक हैं, वह इसके लिए आवेदन कर सकता है।
एनआईए के विभिन्न पदों का चयन अलग-अलग तरीके से होता है और सब में शैक्षणिक योग्यता को देखा जाता है। जिस भी पद की वैकेंसी निकलती है, उसके नोटिफिकेशन में उस पद से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी जैसे किस तरीके से और कितने भागों में परीक्षा होने वाली है, क्या-क्या सिलेबस रहेंगे, उस पद की सैलरी कितनी रहेगी, कहां कहां पर सेंटर मिल सकता है, कौन-कौन से दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी इत्यादि सभी जानकारी दी गई होती है।
वैसे एनआईए के अधिकांश पदों की रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में सबसे पहले तो परीक्षा होती है। इसके बाद आवेदकों को साक्षात्कार से गुजारना पड़ता है और फिर एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है, जिसके बाद उन्हें उस पद के लिए चयन कर लिया जाता है।
एनआईए के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होती है?
यदि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की तरफ से इसमें किसी भी पद के लिए वैकेंसी निकलती है तो उसके लिए आवेदन बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। आपको जिस भी वेबसाइट में एनआईए के किसी पद की वैकेंसी के बारे में मालूम पड़ती है, उसे वेबसाइट पर आप इसके नोटिफिकेशन में जाकर इस पद से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यह जानकारी एनआईए के ऑफिशियल वेबसाइट पर भी दी जाती है। आप चाहे तो यूट्यूब वीडियो पर भी एनआईए के आवेदन की प्रक्रिया देख सकते हैं। आवेदन करने के लिए आपको एनआईए के ऑफिशियल वेबसाइट पर ही जाना पड़ेगा।
जहां पर आपको आवेदन करने की प्रक्रिया की सारी जानकारी उसके नोटिफिकेशन में दी गई होगी, उसे फॉलो करके आप बहुत ही आसानी से एनआईए के किसी भी पद की वैकेंसी के लिए आवेदन दे सकते हैं।
एनआईए के विभिन्न पदों की सैलरी
एनआईए के तहत विभिन्न पदों पर कर्मचारी कार्य करते हैं और विभिन्न पदों पर नियुक्त कर्मचारियों का वेतन अलग-अलग होता है। यह सैलरी उन्हें सातवें वेतन आयोग के तहत दिया जाता है, इन्हें सैलरी के अतिरिक्त कुछ भत्ते भी दिए जाते हैं।
- Inspector: 9300-34800 + ग्रेड पे 4600/- रुपये
- Sub Inspector: 9300-34800 + ग्रेड पे 4600/- रुपये
- Crime Scene Assistant: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
- Cyber Forensic Examiner: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
- Stenographer: 9300-34800 + ग्रेड पे 4200/- रुपये
- Assistant: 9300-34800 + ग्रेड पे 4200/- रुपये
- Photographer: 9300-34800 + ग्रेड पे 4200/- रुपये
- Technical Forensic Psychologist: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
- Superintendent of Police: 15600-39100 + ग्रेड पे 7600/- रुपये
- Additional Superintendent of Police: 15600-39100 + ग्रेड पे 6600/- रुपये
- Accountant: 9300-34800 + ग्रेड पे 4200/- रुपये
- Explosive Expert: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
- Deputy Superintendent of Police: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
- Biology Expert: 15600-39100 + ग्रेड पे 5400/- रुपये
FAQ
एनआईए जिसका फुल फॉर्म नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी होती है, जो नेशनल लेवल पर देश-विदेश कहीं भी जाकर भारत के खिलाफ अपराध, आतंकवादी से जुड़े मामलों की जांच करता है और भारत में आतंकी हमले होने से रोकता है। इस तरह भारत में शांति बनाए रखने और आतंकवाद को खत्म करने में अहम भूमिका निभाता है, जो एक निश्चित मिशन और चुनौतीपूर्ण काम होता है। एनआईए के तहत कार्य कर रहे ऑफिसरो की जान हमेशा जोखिम में रहती है लेकिन वे देश की रक्षा के लिए जान जोखिम में डालकर कार्य करते हैं।
पिछले ही साल सरकार ने पंजाब कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी का अध्यक्ष बनाया गया। 31 मार्च 2024 तक ये इस पद पर कार्यरत रहेगें।
एनआईए आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जांच एजेंसी है, जिसका फुल फॉर्म राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण है और अंग्रेज़ी में National Investigation Agency है।
साल 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमले होने के बाद भारत सरकार को आतंकवाद के विरुद्ध लड़ने के लिए एक केंद्रीय एजेंसी की जरूरत महसूस हुई, इसीलिए एनआईए का गठन किया गया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी में विभिन्न प्रकार के पद होते हैं और विभिन्न पदों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की सैलरी अलग-अलग होती है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी में कार्य कर रहे कर्मचारियों की वार्षिक औसतन वेतन आठ से नौ लाख के बीच होती हैं।
एनआईए में विभिन्न प्रकार के पद होते हैं जैसे कि इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, टेक्निक फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट वरिष्ठ लोक अभियोजक वरिष्ठ निजी सचिव, उप कानूनी सलाहकार सार्वजनिक अभियोक्ता क्राइम सीन असिस्टेंट, साइबर फॉरेंसिक एग्जामिनर, वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, एक्सप्लोसिव एक्सपर्ट, बायोलॉजी एक्सपर्ट, फोटोग्राफर अकाउंटेंट, आशुलिपिक असिस्टेंट, पुलिस उप अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक इत्यादि।
जो भी कैंडिडेट एनआईए ऑफिसर बनना चाहता है, उसकी न्यूनतम आयु 20 साल और अधिकतम आयु 30 साल होनी चाहिए। उसके पास स्नातक की डिग्री होनी जरूरी है। विभिन्न पदों के अनुसार और भी कुछ आवश्यक योग्यता की आवश्यकता पड़ सकती है।
एनआईए ऑफिसर बनने के लिए भारत का स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के तहत सीजीएल का एग्जाम पास करना होता है।
एनआईए ऑफिसर की नियुक्ति के लिए 4 चरणों में परीक्षा होती है। Tier1, Tier2, Tier3 और Tier4। Tier1 और Tier2 कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम होता है, वहीँ Tier3 में लिखित परीक्षा होती है, जिसमें किसी एक विषय पर निबंध लिखना होता है। Tier4 में कंप्यूटर probability टेस्ट होता है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने भारत की एक प्रमुख जांच एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी के बारे में बताया, जो भारत के खिलाफ आतंकी हमले को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस लेख में आपने राष्ट्रीय जांच एजेंसी से संबंधित कई प्रकार की जानकारी प्राप्त की जैसे कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी क्या है, इसका गठन कब हुआ, यह किस तरीके से कार्य करता है और इसी के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी में किस तरीके से कार्य करें यह भी आपने जाना।
हमें उम्मीद है कि आज का यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि हर कोई भारत के इस प्रमुख जांच एजेंसी के बारे में जान सके, जिन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं है। लेख से संबंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न या सुझाव हो तो कमेंट में लिखकर हमें जरूर बताएं।
यह भी पढ़े
शीतयुद्ध किसे कहते हैं? उत्पत्ति, चरण, कारण और परिणाम
आचार संहिता क्या होती है और ये कब लगाई जाती है?
101+ कम खर्च और अधिक मुनाफे वाले बिजनेस
इंटरनेट क्या है? (इतिहास, प्रकार, फायदे, लाभ और नुकसान)