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मोटू और पतलू की कहानी

नमस्कार दोस्तों, कहानी के क्रम में आज हम आपके बीच लेकर आये हैं मोटू पतलू की कहानी। आपने बचपन में इन कहानियों के विषय मे जरूर पढ़ा होगा। यह बहुत सी चर्चित कहानियों में से एक है। साथ ही साथ इस कहानी पर आधारित फिल्म और डेली टी वी शोज बन चुके है। आप इसे अंत तक जरूर पढ़िएगा।

एक बार एक शहर में दो व्यक्ति रहा करते थे, जिनमें से एक का नाम मोटू तथा दूसरे का नाम पतलू था। दोनों एक ही घर में रहा करते थे। दोनों में बहुत प्रेम था, एक दूसरे के बगैर रह नहीं सकते थे। मोटू थोड़ा अलसी किस्म का था। मोटू को समोसे खाने का बहुत शौक था। वह समोसे को देखकर एकदम पागल हो जाता तथा मानो समोसा उसके लिए अमृत हो। समोसे के लिए उसने कई बार बहुत बड़े-बड़े जोखिम उठाए हुए थे।

मोटू को समोसा खाने से बहुत ताकत मिलती है। इसके बाद गए बड़े से बड़े ताकतवर आदमी को आसानी से हरा देता था और मोटू के समोसे के चक्कर में बेचारा पतलू भी कई बार मार खा चुका होता। लेकिन पतलू मोटू से बहुत प्रेम करने के कारण व उसकी हर गलती को माफ कर देता है। लेकिन पतलू मेहनती किस्म का था। घर के सारे काम पतलू ही किया करता है।

क्योंकि वह जानता था कि अगर मैंने मोटू से खाना बनाने के लिए और कुछ काम करने के लिए बोला तो मोटू उस काम का उल्टा ही करेगा और मेरे लिए बहुत काम बढ़ा देगा। जिसके कारण पतलू मोटू से कोई काम नहीं करवाता था। एक बार इनके शहर में मेला लगा। मोटू पतलू मेला देखने के लिए शाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन पतलू को अंदर-अंदर एक बात बहुत सता रही थी कि कहीं मोटू मेले में अत्यधिक वस्तुएं न खरीद ले।

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देखते ही देखते जब शाम हुई तब मोटू और पतलू दोनों तैयार होकर मेला देखने के लिए गए। जैसे ही वह दोनों मेले के अंदर पहुंचे तो मोटू और पतलू ने अपने चारों तरफ बहुत बड़े-बड़े झूले देखें और बहुत सारी खाने की वस्तुएं देखी, जिसको देखकर मोटू ने पतलू से कहा पतलू आज तो मेंला तो बहुत ही जबरदस्त लग रहा है और फिर मोटू ने पतलू से कहा चलो हम लोग भी झूला झूलने चलते हैं।

जिसके बाद मोटू पतलू को लेकर झूला झूलने चला गया। मोटू और पतलू ने बहुत सारे झूले झूले। जब मोटू और पतलू झूला झूल कर बाहर आए तब तो बहुत जोरों से भूख लगने लगी, जिसके बाद दोनों खाने के लिए कुछ चीजें ढूंढने लगते हैं। थोड़ी देर में वह अपनी मनपसंद चीज खाने लगते हैं। जैसे ही मोटू खाना खाकर उठता है तो वह पतलू से कहता है कि पतलू मैं बहुत थक गया हूं, अब मैं यहां थोड़ा आराम करूंगा।

मैं यहां से अब कहीं नहीं जाऊंगा, जिसके बाद पतलू मोटू से कहता है ठीक है, तुम यहीं पर थोड़ा आराम कर लो और दोनों बैठ कर आराम करने लगते हैं। थोड़ी देर गुजर जाने के बाद मोटू और पतलू अपने चारों ओर सभी को भागते हुए देखते हैं। तभी मोटू एक व्यक्ति को पकड़ कर पूछता है तुम लोग ऐसे भाग क्यों रहे हो क्या हो गया। तभी वह व्यक्ति मोटू से बताता है कि यहां पर चोरी हुई है और चोर पता नहीं कौन है, जिसके बाद मोटू पतलू से कहता है कि चलो हम लोगों को उनकी मदद करनी चाहिए।

जिसके बाद मोटू और पतलू उस स्थान पर पहुंच जाते हैं, जहां पर चोरी हुई होती है। वहां जाकर मोटू और पतलू देखते हैं एक दुकान से बहुत सारी वस्तुएं गायब है। तब मोटू और पतलू दुकानदार से पूछते हैं कि तुमने चोर को देखा है क्या, वह कैसा दिखता है और वह चोर चोरी करके किस तरफ भागा है। जिसके बाद दुकानदार मोटू और पतलू को बताता है कि मैंने ना ही उसकी शक्ल देखी है और ना मैंने यह देखा है कि वह किस ओर भागा है। तभी मोटू और पतलू दुकानदार को आश्वासन देते हैं हम लोग जल्दी चोर को पकड़ लेंगे।

जिसके बाद मोटू और पतलू चोर को पकड़ने के लिए मेले में घूमने लगते हैं। मेले में घूमते-घूमते काफी देर हो जाने के बाद एक बार फिर से अपने चारों तरफ देखते हैं तो उनको दिखाई देता है कि एक दुकान के पास बहुत अफरा-तफरी हो रही है, जिसके बाद मोटू और पतलू तुरंत भागकर उस दुकान के पास जाते हैं तो मोटू पतलू देखते हैं कि वह दुकान से भी वैसे ही वस्तुएं गायब है जैसे पहली दुकान से गायब हुई थी।

जिसके बाद मोटू और पतलू दुकानदार से पूछते है कि तूने चोर को देखा है। तो इस बार भी दुकानदार मोटू और पतलू से कहता है कि नहीं मैंने चोर को नहीं देखा है। तभी मोटू पतलू से कहता है कि अगर हम लोगों ने जल्द ही कुछ नहीं किया तो यह बहुत बड़ी गड़बड़ हो जाएगी। जिसके बाद मोटू और पतलू चोर को ढूंढने के लिए अपनी जी जान लगा देते हैं।

थोड़ी देर में मोटू को एक व्यक्ति नजर आता है, जो देखने में कुछ अजीब लग रहा होता है। जिसको देखकर मोटू उसके पास जाता है। जैसे ही मोटू उस व्यक्ति के पास पहुंचता है तो वह बहुत जोरों से भागने लगता है, जिसको देखकर मोटू समझ जाता है कि यही चोर है और वह तुरंत भाग कर उस चोर का पीछा करता है। थोड़ी दूर दौड़ने के पश्चात मोटू उस चोर को पकड़ लेता है और की जमकर धुनाई करना शुरू कर देता है।

थोड़ी देर में पतलू भी दौड़ कर उस चोर के पास पहुंच जाता है। फिर मोटू और पतलू दोनों मिलकर उस चोर की जमकर पिटाई करते हैं और उस चोर से सारा सामान लेकर दोनों दुकानदारों को दे देते हैं। जिसके पास सभी लोग मोटू पतलू को अपने सिर पर उठा लेते हैं और जोर-जोर से हवा में उछाल ना शुरू कर देते हैं।

जिसके बाद मेले में सभी झूले वाले मोटू पतलू की इस बहादुरी से खुश होकर उनको फ्री में झूला झूलने के लिए कहते हैं कि तुमको इस मेले में कोई भी झूला झूला हो, तुम फ्री में झूल सकते हो। जिसके बाद मोटू और पतलू यह सुनकर बहुत खुश हो जाते हैं और एक एक करके सभी झूला झूलना प्रारंभ कर देते हैं। झूला झूलने के बाद मोटू और पतलू अपने घर वापस जाने लगते हैं।

तभी मोटू पतलू से कहता है कि आज हम लोगों ने कितना बड़ा काम किया है, जिसके कारण हम लोगों को आज पूरे मेले में बहुत सम्मान मिला। सभी ने हम लोगों को कितना प्रेम किया है। यहां तक हम लोगों को फ्री में झूला झूलने दिया। इससे ज्यादा गर्व की बात हम लोगों के लिए और क्या हो सकती है और फिर मोटू और पतलू बात करते-करते अपने घर पहुंच जाते हैं।

उम्मीद करते हैं आपको यह कहानी रोचक लगी होगी। ऐसे बहुत ही कहानियां है, जो हमारी वेबसाइट में उपलब्ध हैं, आप इन्हें पढ़ सकते हैं और अपने बच्चों आदि को पढ़ा कर उनका मनोरंजन करवा सकते हैं। इस कहानी को साझा कर हमारा हौसला अफजाई जरूर करें।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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