माध्यक किसे कहते है (Madhyak Kise Kahate Hain), माध्यक की परिभाषा, माध्यक का फार्मूला (Madhyak ka Formula) एवं उदाहरण को आज के लेख में सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया गया है।
गणित के विभिन्न अध्याय में सांखिकी एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसमें माध्यक के बारे में जानकारी दी जाती है। अगर आपको किसी चीज का आंकड़ा दिया गया है तो उन आंकड़ों के बीच एक ऐसी संख्या होती है, जिसे हम माध्यक शब्द से संबोधित करते है।
सांखिकी मुख्य रूप से कक्षा 6 से कक्षा 10 के बीच पढ़ाया जाता है। इसमें अलग-अलग भाग होते है। इसमें एक महत्वपूर्ण भाग माध्यक होता है, जिसके जरिए हम आंकड़ों के मध्य बिंदु के बारे में पता करने का प्रयास करते है।
माध्यक किसे कहते हैं (Madhyak Kise Kahate Hain)
बहुत सारे आंकड़ों को दो बराबर हिस्सों में विभाजित करने के लिए माध्यक निकाला जाता है। इसे निकालने का मुख्य उद्देश्य बहुत सारे आंकड़े के “मध्य में कौन सा आंकड़ा है” यह पता करने के लिए किया जाता है।
आमतौर पर यह वास्तविक मूल्य से भिन्न होता है। माध्यक के बारे में आठवीं कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक पढ़ाया जाता है, जिसके बाद उच्च शिक्षा में इसका इस्तेमाल किया जाता है। मुख्य रूप से अध्ययन के दौरान इस अध्याय का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
माध्यम के बहुत सारे आंकड़ों के अध्ययन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हम इससे एक अनुमानित आंकड़े को ढूंढ सकते हैं, जो बहुत सारे आंकड़ों के मध्य में मौजूद होगा। इसी प्रतियोगिता परीक्षा के दौरान भी इस अध्ययन से जुड़े प्रश्न आते हैं। इस वजह से आपको माध्य फार्मूला के बारे में पता होना आवश्यक है।
माध्यक का सूत्र (Madhyak ka Sutra)
जैसा कि अब तक आप समझ गए होंगे माध्यक एक बहुत ही महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसके बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए। अगर आप किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो इस तरह के फार्मूला आपके परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।
फार्मूला बताने से पहले हम आपको बता दें कि माध्यक तीन अलग-अलग परिस्थिति में प्राप्त किया जाता है। पहला जब आपके समक्ष विषम संख्या की श्रृंखला मौजूद हो, जब आपके समक्ष है सम संख्या की श्रृंखला मौजूद हो, जब वर्गीकृत वितरण तरीके से संख्या मौजूद हो।
- जब n विषम संख्या हो तो
मध्यिका (M) = {(n+1)/2}वाँ पद
- जब n सम संख्या हो तो
मध्यिका M = [(n/2)वाँ पद + {(n/2)+1}वाँ]/2
- वर्गीकृत वितरण की मध्यिका
Median = [l + {(n/2 – cf)/f} X h]
यहां
l = मध्यक वर्ग की निम्नसीमा
n = प्रेक्षकों की संख्या
CF = मध्यक वर्ग से ठीक पहले वाले वर्ग की संचयी बारंबारता
f = मध्यक वर्ग की बारंबारता
h = वर्ग अंतराल की लम्बाई
FAQ
जब बहुत सारी संख्या की श्रृंखला आपके समक्ष मौजूद हो और उसमें से मध्य में कौन सी संख्या है?, इसे प्राप्त करना हो तो इसकी प्रक्रिया प्रणाली को माध्यक कहते हैं।
विभिन्न प्रकार की संख्या की श्रृंखला में मध्य में कौन सी संख्या है या विभिन्न प्रकार के आंकड़ों के अध्ययन के लिए हम माध्यक प्राप्त करते हैं।
माध्यक एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल है, जिस से जुड़े विभिन्न प्रकार के प्रश्न आपको प्रतियोगिता परीक्षा, बोर्ड परीक्षा और भी विभिन्न प्रकार के जगहों पर पूछे जाएंगे। मुख्य रूप से इन सवालों का इस्तेमाल अध्ययन की पढ़ाई के दौरान किया जाता है।
माध्यक प्राप्त करने के तीन विभिन्न फार्मूला मौजूद है। मगर उनमें से सबसे प्रचलित फार्मूला Median = [l + {(n/2 – cf)/f} X h] है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस लेख में माध्यक फार्मूला, परिभाषा एवं उदाहरण के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी मैथमेटिकल से संबंधित आप लोगों के लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल और यूज़फुल साबित हुई होगी।
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