Kanya Bhrun Hatya Par Nibandh: बालक और बालिकाओं में भेदभाव वर्तमान में काफी घातक बनता जा रहा है। आज के समय में कन्या-जन्म को लोग खोटी किश्मत का परिणाम बताते हैं। हमारे देश में यह एक सामाजिक प्रथा बन गई हैं तो आने वाले कल के लिए एक बड़ा खतरा का अंदेशा हैं।
इस निबंध में आपको कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध अलग-अलग शब्द में बताने जा रहे हैं। यह निबंध आपके लिए हर परीक्षा के लिए उपयोगी साबित होंगा।
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कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध | Kanya Bhrun Hatya Par Nibandh
कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध (250 शब्द)
एक लड़की के जन्म के पहले उसको उसकी माँ की कोख में ही हत्या कर देना उसे कन्या भ्रूण हत्या कहलाता हैं। हमारे देश में यह एक अपराध है, जिसके लिए कानून और नियम भी बने हुए हैं। इसके बावजूद देश के कई हिस्सों में इस प्रकार की घटनाएं की खबरें सुनने को मिलती हैं।
हमारे देश के मेडिकल में 1990 में एक नई तकनीक का विकास हुआ था, जिसे अल्ट्रासाउंड नाम दिया गया था। इसके बाद यह पता लगाना आसन हो गया था कि होने वाला बच्चा लड़का है लड़की। हालाँकि इस तकनीक का विकास काफी धीमे गति से हो रहा था।
साल 2000 के बाद इस पद्धति का विकास काफी तेजी से हुआ और मुख्य रूप से गाँवों में काफी तेजी से फैलने लगा। इसके बाद सरकारी आंकड़ों का आंकलन किया गया कि लड़कियों की कमी हो रही हैं। इस आंकलन के आंकड़े काफी चौंकाने वाले थे।
इस रिसर्च में पता चला कि 1990 से 2000 के बीच 10 मिलियन लड़कियों को तो कोख में ही मार दिया गया यानी उनकी कन्या भ्रूण हत्या कर दी गई। हालाँकि कन्या भ्रूण हत्या तो प्राचीन काल और मध्यकालीन से ही काफी चर्चा में था। उस समय में लोग मानते थे कि लड़की हो उससे अच्छा तो लड़का हो जाए तो वो हमारे वंश को आगे बढ़ाएगा।
कन्या भ्रूण हत्या को रकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना बेहद जरुरी बन गया है। देश में इसके लिए विशेष रूप से कानून भी बने हैं। गर्भ से पहले यह पता करना कि लड़का होगा की लड़की, यह एकदम गैर कानूनी हैं।
कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध (800 शब्द)
प्रस्तावना
गर्भ के परिक्षण के बाद लड़की को कोख या गर्भ में ही मार देना कन्या भ्रूण हत्या कहलाता हैं। लड़का पाने की इच्छा में लडकियों को उसके जन्म से पहले ही मार दिया जाता हैं। अपने घर में बुजुर्गों की लड़का पाने की इच्छा को पूरा करने के लिए लोग इस पाप को करनी पर उतर जाते हैं। बच्चे को जन्मे देने वाली माँ पर यह प्रक्रिया घरवालों द्वारा, मुख्य रूप से ससुराल पक्ष द्वारा दी जाती हैं। हालाँकि यह घटना हर घर में नहीं होती, बल्कि कुछ घरों में होती हैं।
प्राचीन समय से चल रही इस प्रथा का अंत करना बेहद ही जरुरी है। देश के कुछ हिस्सों में इस प्रथा का विनास पूर्ण रूप से होने लगा हैं। लोगों का मानना हैं कि लड़के वंश आगे बढ़ाते हैं, परन्तु यह उनके दिमाग का एक भ्रम हैं। उनको समझना चाहिए कि शिशु को जन्म केवल एक लड़की ही दे सकती हैं, लड़का नहीं।
कन्या भ्रूण हत्या का मतलब
कन्या भ्रूण हत्या सामान्य तौर पर एक जगंन्य अपराध है। इस अपराध में मुख्य रूप से महिला पीड़ित होती हैं। महिला जो बच्चे को जन्म देती हैं, उसकी कोख में अगर कोई बच्ची पल रही हैं तो समाज से कुछ दुराचारी लोग उसे जन्म से पहले ही मार देते हैं। वही सामान्य भाषा में कन्या भ्रूण हत्या कहलाता हैं।
महिला के गर्भ में ही लिंग परिक्षण कर जन्म लेने वाले बच्चे को जन्म से पहले ही मार देना वर्तमान में भारत में गैर कानूनी है। इस घिनोना अपराध को करने के लिए लड़की को महिला के ससुराल पक्ष द्वारा उकसाया जाता है। यह एक सामाजिक अपराध हैं, जिसे रोकना हमारा ही हक है। इस अपराध को रोके और समाज को अच्छा बनाने में मदद करें।
कन्या भ्रूण हत्या का कारण
हमारे देश में प्रथा का विकास क्यों हो रहा हैं। यह भी जानने की जरूरत है ताकि इस प्रथा को रोका जा सके और नन्हीं शिशु को दुनिया में आने दिया जा सके।
- हमारे देश में महिलाओं की शिक्षा की कमी होना कन्या भ्रूण हत्या का सबसे मुख्य कारण हैं। भारत के ग्रामीण आँचल में कही न कही शिक्षा की काफी कमी देखने को मिलती हैं, जिस वजह से लोग लड़कियों के जन्म से थोडा सा हिचकिचाहट करते हैं।
- लोगों के दिमाग की सबसे बड़ी मानसिकता तो इतनी गंदी हैं कि वे सोचते हैं कि लड़के ही केवल मात्र कमाई का स्त्रोत हैं और लड़कियां उपभोग मात्र का, ऐसा आज के समय में नहीं हैं। आज के समय में लड़कियां भी देश के बड़े पदों पर विराजमान हैं।
- गैर-कानूनी लिंग परीक्षण और बालिका शिशु की समाप्ति के लिये भारत में दूसरा बड़ा कारण गर्भपात की कानूनी मान्यता है।
- बढती तकनीक ने भी कही न कही कन्या भ्रूण हत्या को बढ़ावा दिया हैं।
कन्या भ्रूण हत्या के प्रभाव
देश में कन्या भ्रूण हत्या के कई कारण हैं, जिसकी वजह से हमारे देश में इसके कई प्रभाव पड़ रहे हैं और भविष्य में यह काफी खतरनाक हो सकते हैं।
- कन्या भ्रूण हत्या के कारण देश में कई जघंन्य अपराधों की श्रृखंला ने जन्म लिया हैं।
- पिछले कुछ सालों में लडकियों का जन्म में कमी आई हैं। यही कारण हैं कि आज के समय में लड़के के शादी के लिए वधु नहीं मिलती हैं। वंश को आगे बढाने में एक लड़की का सबसे महत्वपूर्ण रोल होता हैं।
- लड़कियों की कमी से कई लड़कियों की बचपन में ही शादी की जा रही हैं, जो कि एक बुरी सामाजिक प्रथा हैं।
निष्कर्ष
कन्या भ्रूण हत्या एक अनैतिक सामाजिक प्रथा है। इसके साथ ही यही एक अपराध भी हैं। देश में इस प्रकार की समस्या गावों में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। इस बुरी प्रथा को भी हमे रोकने की जरुरत हैं।
अंतिम शब्द
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