Kalicharan Maharaj Biography in Hindi: कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें मध्यप्रदेश के भोपाल के भोज मंदिर में एक भगवा रंग पहने साधु शिव तांडव मंत्र का जाप करते हुए नजर आ रहे थे। उस साधु की आवाज में इतना दिव्य कंपन था कि उस आवाज को सुन हर कोई मंत्रमुग्ध रह गया।
शिव तांडव मंत्र का जाप करते हुए उनका किसी ने वीडियो रिकॉर्ड किया और इंटरनेट पर अपलोड कर दिया। जिसके बाद वे सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गए। जिसके बाद से उनके बारे में लोगों ने जानने की इच्छा प्रकट की और सर्च इंजन पर लोगों ने उन साधु के बारे में ढूंढना शुरू कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद सेलिब्रिटी बन गए और कई सारे न्यूज़ चैनल पर उन्होंने साक्षात्कार दिए।
बता दें उस साधु का नाम कालीचरण महाराज है, जो हाल ही में गांधीजी के खिलाफ अपशब्द बोलने के कारण विवाद में घिरे हुए हैं। हालांकि अभी भी बहुत से लोगों को पता नहीं है कि कालीचरण महाराज कौन है और उनके बारे में।
यदि आप भी कालीचरण महाराज के बारे में जानना चाहते हैं तो लेख को अंत तक पढ़ें। क्योंकि इस लेख में हम आपको कालीचरण महाराज कौन है और उनकी जीवनी के बारे में बताएंगे।
कालीचरण महाराज का जीवन परिचय | Kalicharan Maharaj Biography in Hindi
कालीचरण महाराज के बारे में संक्षिप्त जानकारी
वास्तविक नाम | कालीचरण महाराज |
उपनाम | महाराज |
पेशा | संत |
जन्म स्थान | अकोला, महाराष्ट्र |
जन्म तारीख | 1973 |
पिता का नाम | धनंजय राव |
माता का नाम | सुनीता देवी |
ऊंचाई | 173 सेंटीमीटर |
वजन | 65 किलोग्राम |
राशि | चक्र चिन्ह |
शिक्षा | आठवीं तक |
ज्ञान | वेद और उपनिषद का ज्ञान |
बालों का रंग | काला |
आंखों का रंग | काला |
प्रसिद्ध वीडियो | शिव तांडव स्त्रोत तम का दान करता हुआ वीडियो |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
आयु | 49 वर्ष |
कालीचरण महाराज कौन है?
कालीचरण महाराज भारत के एक सन्यासी हैं, जो महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। जब से उनकी शिव तांडव स्त्रोतम मंत्र का जाप करने वाला वीडियो वायरल हुआ तब से ये काफी प्रसिद्ध हो गए। कालीचरण महाराज भगवान शिव और मां काली के बहुत बड़े भक्त हैं।
उनका कहना है कि बचपन में जब इनकी दूसरे दोस्त बच्चे देवी काली से डरते थे तब इन्होंने मां काली के प्रति प्रेम और भक्ति विकसित की और इन्होंने छोटे से उम्र से ही वेद और उपनिषदों का अध्ययन करना शुरू कर दिया। इन्हें वैदिक संगीत में काफी रुचि है।
उनकी आवाज में भी काफी मधुरता है, जो इनकी शिव तांडव मंत्र के जाप करने वाली वीडियो में देखा जा सकता है। कालीचरण महाराज ने बचपन से ब्रम्हचारी बनने का फैसला लिया और अपना पूरा जीवन भगवान के प्रति समर्पित कर दिया है।
कालीचरण महाराज की जन्म और परिवार
कालीचरण महाराज का जन्म महाराष्ट्र के अकोला जिले में 1973 में हुआ था। चूंकि अकोला विदर्भ क्षेत्र में स्थित है, इसीलिए महाराज मध्यप्रदेश से अधिक जुड़े हुए हैं। हालांकि उनकी भाषा में मराठी टच का महसूस होता है। महाराज के पिता का नाम धनंजयराव है और माता का नाम सुनीता देवी है।
कालीचरण महाराज को काली पुत्र के नाम से भी जाना जाता है। कालीचरण महाराज का परिवार एक मध्यम वर्ग का परिवार है, जिन्हें हमेशा सही दो वक्त का खाना इकट्ठा करने में भी समस्या होती थी। परिवार की हालत अच्छी ना होने के कारण महाराज कुछ समय के लिए इंदौर अपनी मौसी के यहां रहने चले गए थे।
उनके पिता आज भी अकोला में मेडिकल स्टोर में काम करते हैं। हालांकि इंटरनेट पर इनके परिवार संबंधी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है क्योंकि इन्होंने कोई भी जानकारी ज्यादा शेयर नहीं किया है।
कालीचरण महाराज की शिक्षा
कालीचरण महाराज ने अपनी बुनियादी शिक्षा महाराष्ट्र के किसी निजी विद्यालय से पूरी की। बचपन से भगवान के प्रति भक्तिभाव में रुचि होने के कारण इन्होंने आठवीं तक की ही पढ़ाई की। उसके बाद इन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और फिर पवित्र धार्मिक पुस्तकें और वेदों, उपनिषदों के अध्ययन में लग गए।
कालीचरण महाराज की पत्नी
जब से कालीचरण महाराज की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई और जब से विवादों में घिरे हैं। तब से लोग कालीचरण महाराज के बारे में जानने को उतावले हैं। सोशल मीडिया पर इतनी अच्छे से इनके बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है।
कुछ लोगों का उनके विवाह की स्थिति पर भी प्रश्न है लेकिन जानकारी के अनुसार कालीचरण महाराज ने बचपन से ब्रह्माचार्य को अपनाया है इसीलिए वे जिंदगी भर शादी नहीं करेंगे। शादी के बारे में ये विचार तक नहीं करते। उनका पूरा जीवन भगवान को समर्पित है। यें बस जीवन भर मां काली के भक्त बन कर रहना चाहते हैं।
क्यों कालीचरण महाराज को कालीपुत्र कहा जाता है?
कालीचरण महाराज काली पुत्र के नाम से भी प्रसिद्ध है। वे खुद अपने आप को काली पुत्र बताते हैं क्योंकि उनका मानना है कि बचपन में एक बार ये किसी दुर्घटना के शिकार हो गए थे, जिसके कारण उनका पैर 90 डिग्री तक घूम गया था।
लेकिन बाद में मां काली ने इन्हें दर्शन दिया और उनके पांव को ठीक कर दिया। तब से वे अपने आप को काली पुत्र बताते हैं हालांकि अपने परिवार को जब इसके बारे में इन्होंने बताया तो उन्होंने विश्वास नहीं किया। लेकिन इन्हें अपने मां काली पर बहुत विश्वास है और इनके अनुसार मां काली आज भी इन्हें दर्शन देतीं हैं।
कालीचरण महाराज की वीडियो को अनुपम खेर ने क्यों शेयर किया?
अनुपम खेर बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने कलाकार है, जो सोशल मीडिया पर अक्सर अच्छी वीडियो शेयर करते रहते हैं। जिससे उनके फैंस को कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है। कुछ महीने पहले अनुपम खेर ने भी अपने सोशल मीडिया पर कालीचरण महाराज की वीडियो शेयर की थी, जो 2 मिनट 22 सेकंड की थी।
उस वीडियो में कालीचरण महाराज भगवा रंग के लिबास में शिव तांडव स्त्रोततम का गान कर रहे थे और उनके सामने बड़ी सी शिवलिंग थी। शिव स्त्रोतम का गान करते हुए उनका हाथ कांप रहा था। वह समय सावन मास का था जब शिव भक्तों के लिए यह महीना खास होता है।
कालीचरण महाराज शिव तांडव स्त्रोतम के गान में पूरी तरीके से लिप्त हो चुके थे। अनुपम खेर के फैंस ने कालीचरण महाराज की बहुत तारीफ की। उसके बाद तो जो लोग कालीचरण महाराज को नहीं जानते थे, उन सभी लोगों ने कालीचरण महाराज के बारे में इंटरनेट पर सर्च करना शुरू कर दिया।
कालीचरण महाराज पर विवाद
कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ के रायपुर में धर्म संसद में कालीचरण महाराज मौजूद थे, जहां पर उन्होंने भाषण के दौरान महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द बोले।
उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोगों को अपने धर्म की रक्षा करनी चाहिए और उन्हें इसे सरकार का नेतृत्व करना चाहिए, जो एक कट्टर हिंदू नेता हो।
इसके बाद तो कई लोगों ने इन पर राजद्रोह का मुकदमा चला दिया। उनके द्वारा दिए गए इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ और बहुत से लोगों ने उनका विद्रोह किया।
कालीचरण महाराज से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- कालीचरण महाराज हर दिन मां देवी काली की पूजा करते हैं क्योंकि ये मां देवी के अपार भक्त हैं।
- कालीचरण महाराज को पशुओं के प्रति काफी प्रेम है, इसीलिए में हमेशा गायों और कुतों को खाना खिलाते हैं।
- कालीचरण महाराज को गुरु भय्यू महाराज पर काफी विश्वास है। क्योंकि जब वे अपने मौसी के साथ इंदौर में रहा करते थे तो अक्सर वे भय्यू महाराज के आश्रम जाया करते हैं और उनके प्रवचन को सुना करते थे।
- कालीचरण महाराज ने कई सारे समारोह पर धार्मिक भाषण दिए हैं।
- कालीचरण महाराज ने अपनी शिक्षा केवल आठवीं क्लास तक ही पूरी की हैं।
- कालीचरण महाराज को वेदों और उपनिषदों का बहुत अच्छा ज्ञान है।
- कालीचरण महाराज बहुत अच्छे से हिंदी और मराठी भाषा बोलते हैं।
- कालीचरण महाराज को मां काली बहुत बार दर्शन देती है।
- कालीचरण महाराज की इंस्टाग्राम पर आधिकारिक अकाउंट भी बना हुआ है, जिसे उन्होंने 19 जुलाई साल 2020 को बनाया था।
- इंस्टाग्राम के अतिरिक्त इनका आधिकारी यूट्यूब चैनल भी है, जिस पर इनके द्वारा दिए जाते प्रवचन, उपदेश की वीडियो अक्सर शेयर की जाती है।
FAQ
कालीचरण महाराज एक भारतीय संत है, जो मां काली और शिव के भक्त हैं।
कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला नामक स्थान से हैं।
कालीचरण महाराज कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द बोलने के कारण विवादों में घिरे हुए हैं।
कुछ महीने पहले कालीचरण महाराज की शिव तांडव स्त्रोतम का गान करता हुआ। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब वे प्रसिद्ध हुए।
निष्कर्ष
कालीचरण महाराज की शिव तांडव की वीडियो सोशल मीडिया पर इतना ज्यादा वायरल हुई थी कि करोड़ों लोगों ने उनके वीडियो को देखा, उसके बाद तो हर कोई इनके बारे में जानकारी ढूंढने लगा। इसीलिए यह लेख हम लेकर आए थे ताकि आपको कालीचरण महाराज के जीवन परिचय से अवगत करा सकें।
हमें उम्मीद है कि आपको इस लेख से कालीचरण महाराज की जीवनी के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा।हालांकि इंटरनेट पर जितनी जानकारी उपलब्ध थी, हमने अपना पूरा प्रयास करके कालीचरण महाराज के बारे में सब कुछ बताने का प्रयास किया।
हमें उम्मीद है कि लेख आपको अच्छा लगा होगा। लेख को जरुर शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग कालीचरण महाराज के जीवन परिचय (Kalicharan Maharaj Biography in Hindi) को जान सके।
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