चक्रपाणि शब्द में समास (Chakrpaani Mein Kaun sa Samas Hai)
चक्रपाणि में प्रयुक्त समास का नाम क्या है?
चक्रपाणि में बहुब्रीहि समास है।
Chakrpaani Mein Kaun sa Samas Hai?
Chakrpaani Shabd mein Bahuvrihi Samas Hai.
चक्रपाणि का समास विग्रह क्या है?
चक्रपाणि का समास विग्रह चक्र है पाणि (हाथ) में जिसके -विष्णु है।
Chakrpaani ka Samas Vigrah kya hai?
Chakr hai paani (Haath) mein jiske – Vishnu
चक्र है पाणि (हाथ) में जिसके – विष्णु का समस्त पद है?
चक्रपाणि
चक्रपाणि में से कोई भी एक पद प्रधान नहीं है एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर इशारा कर रहे हैं। हम जानते हैं कि विष्णु भगवान विष्णु के हाथ में चक्र होता है और ये दोनों पद मिलकर भगवान विष्णु की तरफ इशारा कर रहे हैं। हम यह भी जानते हैं कि जब दोनों पद प्रधान नहीं होते तो वहां बहुव्रीहि समास होता है।
बहुब्रीहि समास की परिभाषा
बहुव्रीहि समास ऐसा समास होता है जिसके समस्तपदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं होता एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं, वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है।
बहुब्रीहि समास के कुछ अन्य उदाहरण
- गजानन: गज से आनन वाला (गणेश)
- चतुर्भुज: चार हैं भुजाएं जिसकी (विष्णु)
- त्रिलोचन: तीन आँखों वाला (शिव)
बहुब्रीहि समास के बारे में विस्तार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें बहुव्रीहि समास (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
परीक्षा में यह भी पूछे जा सकते हैं
- प्रतिदिन में कौन सा समास है?
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