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करियर काउंसलिंग कैसे करें? (फायदे, कोर्स, कॉलेज, सैलरी)

Career Counseling Business in Hindi: वर्तमान समय में हर कोई व्यक्ति अपने भविष्य को बनाने की चिंता में इधर-उधर घूमता है। भविष्य बनाने के चक्कर में व्यक्ति कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करता है। साथ ही साथ हर व्यक्ति अपने करियर को बनाने के लिए मेहनत भी करता है।

हर कोई व्यक्ति किसी न किसी एरिया में या किसी न किसी क्षेत्र में अपने भविष्य को बनाने का प्रयास करता है। व्यक्ति को सही तरीके से करियर का चुनाव करने के लिए करियर काउंसलिंग की जरूरत पड़ती है। करियर काउंसलिंग का मतलब यह होता है कि आप जिस भी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, उसी क्षेत्र में आपको अपने कैरियर बनाने में दी जाने वाली मदद ही करियर काउंसलिंग कहलाती है।

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Image : Career Counseling Business in Hindi

इस आर्टिकल में हम करियर काउंसलिंग क्या है और करियर काउंसलिंग का बिज़नेस कैसे करें? और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी आदि के बारे में विस्तार से बताने वाले है।

करियर काउंसलिंग क्या है? (Career Counselling Kya Hai)

व्यक्ति जब अपनी शिक्षा ग्रहण करता है तो व्यक्ति के सामने अपने करियर को लेकर कोई भी टारगेट नहीं रहता है। हालांकि विद्यार्थी को अपने शिक्षा के साथ ही करियर के बारे में सोच लेना अनिवार्य है।

करियर काउंसलिंग कि अगर हम बात करें तो करियर काउंसलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से किसी भी विद्यार्थी या किसी भी व्यक्ति को स्वयं की पहचान और स्वयं को समझने में बहुत ज्यादा मदद मिलती है और उसी के बल पर व्यक्ति अपने भविष्य में सक्सेज हो जाता है।

करियर काउंसलिंग के बारे में यदि हम बात करें तो करियर काउंसलिंग शिक्षा कार्य और जीवन से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं हल करता है। विद्यार्थी अपना करियर बनाना चाहता है तो विद्यार्थी को सिर्फ यही सोच लेना काफी नहीं होगा कि विद्यार्थी को कौन से क्षेत्र में अपना करियर बनाना है।

हालांकि उस फील्ड से संबंधित विद्यार्थी को संपूर्ण जानकारी लेनी होगी और पूरे विकास कार्यक्रम के बारे में जानकारी लेना ही कैरियर डिवेलप कहलाता है। करियर काउंसलिंग के मामले में एक प्रोफेशनल करियर काउंसलिंग का नाम भी आता है।

जिसका यदि मतलब समझा जाए, तो किसी भी छात्र या किसी भी विद्यार्थी के प्रदर्शन में प्रोफेशनल करियर काउंसलिंग बड़ा सुधार लाती है। इस प्रोफेशनल करियर काउंसलिंग की मदद से व्यक्ति शारीरिक मानसिक और भावनात्मक स्तर पर अपने भविष्य का निर्माण पूरी तरीके से आजादी के साथ कर सकता है।

करियर काउंसलिंग का मतलब क्या होता है?

करियर काउंसलिंग का साधारण मतलब यदि हम समझने का प्रयास करें तो यह एक ऐसी पद्धति है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी को अपने सही कैरियर के चुनाव करने में बहुत ज्यादा सहायता मिलती है।

हालांकि कई बार आपने भी देखा होगा कि विद्यार्थी शिक्षा के पश्चात अपने परिवार जनों की दबाव में आकर गलत कैरियर का चुनाव कर लेता है और आखिर में विद्यार्थी सफल नहीं हो पाता है। ऐसे में विद्यार्थी को करियर काउंसलर के पास जाकर अपने भविष्य के लिए अच्छी सलाह लेना अनिवार्य है।

करियर काउंसलर कैसे बने? (Career Counseling Business in Hindi)

जिस प्रकार से हमने बात की है कि करियर काउंसलिंग एक ऐसी पद्धति है, जिसके माध्यम से व्यक्ति को सही कैरियर का चुनाव करने की सलाह मिलती है। करियर काउंसलिंग विधि में सही करियर का चुनाव करने की सलाह करियर काउंसलर ही रहता है।

ऐसे में यदि कोई भी व्यक्ति करियर काउंसलर बनना चाहता है तो व्यक्ति को सर्वप्रथम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात साइकोलॉजि सोशल वर्क और सोशियोलॉजी इत्यादि विषयों का अध्ययन करना होगा। इस प्रकार के विषयों का अध्ययन करने के पश्चात व्यक्ति किसी भी इंसान को उसके कौशल के आधार पर सही सलाह दे पाएगा।

करियर काउंसलर के लिए व्यक्ति को उसके पास आने वाली अन्य व्यक्तियों की शिक्षा कौशल और ज्ञान के बारे में जानकारी लेकर भविष्य में उसे क्या करना चाहिए। इसके बारे में सही सलाह देना या सही रास्ते का चुनाव करने में मदद करना होता है। इस प्रकार का सलाहकार जिसे करियर काउंसलर के नाम से पहचाना जाता है।

करियर काउंसलिंग के लाभ

जब कोई भी व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर सही फैसला लेने में हिचकी जाता है। कहने का मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति जो अपने भविष्य को लेकर सही फैसला लेने में असमर्थ है तो ऐसे में व्यक्ति को करियर काउंसलिंग की जरूरत पड़ती है। करियर काउंसलिंग की सहायता से व्यक्ति को कई प्रकार के फायदे हो सकते हैं।

जो भी विद्यार्थी करियर काउंसलिंग की सहायता लेता है तो ऐसे में करियर काउंसलर विद्यार्थियों की कई परीक्षाएं लेता है। जिससे विद्यार्थियों को अपने बौद्धिक क्षमता का पता चल जाता है और उस आधार पर विद्यार्थी अपने भविष्य का चयन कर सकते हैं।

साथ ही साथ जो विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित है। तो ऐसे में अपने भविष्य को सही समय पर चुनने के लिए आपको करियर काउंसलर की जरूरत पड़ती है, जो आपके कंफ्यूजन को दूर करके आपको सही भविष्य का रास्ता दिखा सके।

करियर सलाहकार जो हमेशा विद्यार्थी को स्पष्ट और सही मार्गदर्शन करता है, जिससे विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर कई प्रकार की समस्याओं से आसानी से दूर हो सकते हैं। करियर काउंसलर हमेशा किसी भी व्यक्ति को कैरियर का रास्ता चुनने के लिए दबाव में नहीं डालता है। वह सिर्फ व्यक्ति की इच्छा ज्ञान और शिक्षा के आधार पर भविष्य की सलाह देता है।

करियर काउंसलिंग के माध्यम से हर कोई व्यक्ति के दिमाग की कई गलतफहमियां दूर हो जाती है और इससे व्यक्ति अपने करियर को लेकर स्पष्ट हो जाता है। करियर काउंसलिंग के माध्यम से व्यक्ति अपने अंदर की कमजोरियां और अपने अंदर की ताकत को आसानी से पहचान पाता है, जिससे भविष्य में अपने करियर को लेकर सही निर्णय ले पाता है।

करियर काउंसलिंग की जरूरत क्यों पड़ती है?

जब भी कोई व्यक्ति शिक्षा पूरी करने के पश्चात अपने भविष्य अपने करियर को लेकर विचलित रहता है तो ऐसे में व्यक्ति को अपने करियर की सही सलाह के लिए करियर काउंसलिंग की आवश्यकता पड़ती है।

करियर काउंसलिंग के माध्यम से जो करियर काउंसलर होता है, वह व्यक्ति का ज्ञान और व्यक्ति की रूचि के आधार पर उसे भविष्य की सलाह देता है। ताकि व्यक्ति अपने करियर में बेहतर सफलता हासिल कर सके और व्यक्ति के मन में गलतफहमीयों को भी करियर काउंसलर दूर करता है। इसके अलावा जब व्यक्ति को अपने आप पर भरोसा नहीं होता है।

तब भी करियर काउंसलिंग की जरूरत पड़ती है। ताकि व्यक्ति अपने अंदर की मजबूती या अपने अंदर का टैलेंट जिसके बारे में अवगत हो सकता है और अपने भविष्य को लेकर सही रास्ता चुन सकता है।

यह भी पढ़े: नेटवर्क मार्केटिंग क्या है और कैसे शुरू करें?

करियर काउंसलर बनने के लिए बेहतरीन कॉलेज

यदि कोई व्यक्ति अपने भविष्य में करियर काउंसलर बनकर लोगों को करियर के बारे में बेहतरीन सलाह देना चाहता है तो ऐसे में विद्यार्थी को सर्वप्रथम करियर काउंसलिंग कोर्स करवाने वाली कॉलेज में एडमिशन लेना होगा और उन कॉलेज के माध्यम से करियर काउंसलर का सर्टिफिकेट लेना होगा।

यह सर्टिफिकेट लेने के पश्चाताप करियर काउंसलर बन सकते हैं। भारत में करियर काउंसलिंग के कई कॉलेज हैं, जो नीचे निम्नलिखित रुप से दिए गए हैं।

  • दिल्ली विश्वविद्यालय
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • राजीव गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट आफ यूथ डेवलपमेंट
  • भारतीय विश्वविद्यालय
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय इत्यादि

करियर काउंसलर का वेतन

कोई भी व्यक्ति करियर काउंसलर बनकर अच्छा पैसा कमा सकता है। करियर काउंसलर बनकर व्यक्ति ₹25000 से लेकर ₹30000 प्रति महीना आसानी से कमा सकता है। इसके अलावा व्यक्ति को करियर काउंसलिंग के फील्ड में बेहतरीन अनुभव है।

तो ऐसे में व्यक्ति ₹40000 से लेकर ₹60000 प्रति महीना भी आसानी से कमा सकता है। साथ ही साथ व्यक्ति करियर काउंसलर बंद कर अपना खुद का ऑफिस या करियर काउंसलिंग सेंटर खोल सकता है। ऐसा करने पर व्यक्ति को और अधिक पैसा कमाने का अवसर प्रदान हो सकता है।

उदाहरण के तौर पर आपने संदीप महेश्वरी जैसे मोटिवेशनल स्पीकर का नाम तो अवश्य सुना होगा। संदीप महेश्वरी भी एक तरह से करियर काउंसलर ही है और वर्तमान में अपने अनुभव के आधार पर बेहतरीन पैसा कमा रहे हैं।

FAQ

करियर काउंसलर बनने के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता क्या है?

यदि आप करियर काउंसलर बनना चाहते हैं तो ऐसे में आप को न्यूनतम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। उसके पश्चात करियर काउंसलिंग विश्वविद्यालय में एडमिशन लेकर करियर काउंसलर का कोर्स करना होगा।

करियर काउंसलर की सैलरी कितनी होती है?

करियर काउंसलर की सैलरी उसके अनुभव के आधार पर निर्धारित होती है। हालांकि न्यूनतम व्यक्ति करियर काउंसलर ₹25000 से ₹30000 तक आराम से कमा सकता है। अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। व्यक्ति अपने अनुभव के आधार पर लाखों रुपए प्रति महीना भी कमा सकता है।

क्या भविष्य के लिए करियर काउंसलर बनना एक बेहतरीन अवसर माना जा सकता है?

जी हां, दोस्तों वर्तमान में हर कोई व्यक्ति शिक्षा तो ग्रहण कर लेता है। लेकिन उसके पश्चात भविष्य में क्या करना है। इसके बारे में सही निर्णय नहीं ले पाता है और वर्तमान में व्यक्ति करियर काउंसलर से सलाह लेना भी काफी पसंद करता है। ऐसे में यदि आप करियर काउंसलर बनना पसंद करते हैं तो यह आपके लिए भविष्य का एक सुनहरा अवसर हो सकता है।

करियर काउंसलर को कैसे पता चलता है कि आपको भविष्य में क्या करना चाहिए?

करियर काउंसलर आपके ज्ञान आपकी शिक्षा और आपकी रूचि के आधार पर ही आपको भविष्य में क्या करना चाहिए इसके बारे में सही रास्ता दिखाता है।

करियर काउंसलिंग की जरूरत क्यों पड़ती है?

जब कोई भी व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर विचलित रहता है तो ऐसे में व्यक्ति को करियर काउंसलिंग की आवश्यकता पड़ती है। ताकि व्यक्ति अपने करियर को लेकर सही रास्ता चुन सके।

निष्कर्ष

आज का हमारा यह आर्टिकल जिसमें हमने करियर काउंसलिंग क्या है?, करियर काउंसलर कैसे बने? और करियर काउंसलिंग का बिज़नेस कैसे करें? (Career Counseling Business in Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है।

हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको बेहतरीन लगी होगी। यदि आपका इससे जुड़ा कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने का जल्द से जल्द प्रयास करेंगे।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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