बाल दिवस पर भाषण
बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत भर में बाल दिवस मनाया जाता है। जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। यह हर साल 14 नवंबर को भारत
बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत भर में बाल दिवस मनाया जाता है। जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। यह हर साल 14 नवंबर को भारत
हमारे भारत देश में बाल दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह विशेष रूप से बच्चों का मनचाहा त्यौहार है। हम यहां पर बाल दिवस पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में बाल दिवस के
जवाहरलाल नेहरू किसी भी परिचय के मोहताज नहीं है। वह एक जानी-मानी हस्ती है और बहुत ही प्रसिद्ध शख्सियत है। जवाहरलाल नेहरू भारत देश के एक कट्टर देशभक्त और महान राजनीतिक नेता के रूप में उभरे थे। उन्होंने अपने जीवन
देश के जाने-माने नेताओं में पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम शामिल है। आजादी की लड़ाई में भी पंडित जवाहरलाल नेहरू का मुख्य योगदान रहा है। हम यहां पर पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में
छठ पूजा हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। सामान्यतयः यह त्योहार बिहार, झारखण्ड और पूर्वी उत्तर-प्रदेश में मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में बहुत ही धूमधाम से मनाई जाने वाली छठ पूजा महापर्व घोषित कर दी
भारत त्योहारों का देश है। यहां पर अलग-अलग तरह के त्यौहार अलग-अलग तरीके से मनाए जाते हैं। दिवाली, रक्षाबंधन, नवरात्रि, होली इसके साथ और भी अनेक से त्योहार मनाए जाते हैं। यह त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। ऐसा
यहां पर भाई दूज पर निबंध (Essay on Bhai Dooj in Hindi) शेयर कर रहे है। इस निबंध में भाई दूज के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेयर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए
भारतीय सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। यह पर्व दीपावली का ही एक हिस्सा है। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। यह पूजा का पर्व सदियों से चला आ रहा है। आमतौर पर हम
भाई बहन का रिश्ता दुनिया का सबसे पवित्र एवं प्यार का रिश्ता होता है। यह रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है, जिसके धागे को कोई नहीं तोड़ सकता। एक भाई की कामना यही होती है कि उसकी बहन हमेशा सुरक्षित
नव वर्ष का अर्थ होता है साल का अंत होने के बाद नए साल की शुरुआत। भारत में ज्यादातर लोग ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल करते हैं और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल 1 जनवरी को आता है। लेकिन भारत