Aung San Suu Kyi Biography in Hindi: आज हम आप सभी लोगों को आंग सान सू की के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने वाले हैं। यदि आप इसके पहले आंग सान सू की के बारे में नहीं जानते रहे होंगे तो आप इस लेख के माध्यम से आंग सान सू की के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर पाएंगे और उनके जीवन से काफी प्रेरित भी होंगे।
आज आप सभी लोगों को इस लेख के माध्यम से आंग सान सू की कौन है? आंग सान सू की का जीवन परिचय? आंग सान सू की का राजनीतिक कैरियर? और आंग सान सू की को प्राप्त पुरस्कार? इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हो जाएगी। यदि आप आंग सान सू की के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया मेरे द्वारा लिखे गए इस महत्वपूर्ण लेख के साथ अंत तक अवश्य बने रहे।
आंग सान सू की का जीवन परिचय | Aung San Suu Kyi Biography in Hindi
आंग सान सू की के बारे में संक्षिप्त जानकारी
नाम | आंग सान सू की |
जन्म | 19 जून 1945 |
जन्म स्थान | रंगून |
उम्र | 76 वर्ष |
शिक्षा | राजनीति विज्ञान में स्नातक |
विश्वविद्यालय | लंदन एसओएस विश्वविद्यालय |
माता का नाम | खिन की |
पिता का नाम | आंग सान |
कार्यक्षेत्र | राजनीति |
आंग सान सू की कौन है?
आंग सान सू की म्यांमार की एक राजनेता है। आंग सान सू की को म्यांमार की सबसे बड़ी राजनेता के नाम से जाना जाता है। आंग सान सू की को लोग प्यार से सू की के नाम से जानते हैं। सुन की को पूरे में मानवाधिकार के परोपकार की देवी कहा जाता है।
आंग सान सू की म्यांमार की राजनीति में काफी उलटफेर किया था और म्यांमार को राजनीतिक तौर पर काफी उच्च विकास प्राप्त कराया था। इस बीच सू की को म्यांमार की सबसे बड़ी राजनेता की उपाधि भी प्राप्त की गई थी।
आंग सान सू की का जन्म
आइए अब हम जानकारी प्राप्त करते हैं आंग सान सू की के जन्म और उनके जन्म स्थान के बारे में। आंग सान सू की का जन्म म्यांमार के रंगून में हुआ था। आंग सान सू की का जन्म 19 जून 1945 को हुआ था। आंग सान सू की ने अपने जन्म से लेकर अब तक बहुत से अच्छे काम किए। आंग सान सू की म्यांमार के देशवासियों के लिए अनेकों बार छोटी छोटी अवधि के लिए जेल भी गई है।
आंग सान सू की का परिवारिक संबंध
आंग सान सू की का पारिवारिक संबंध काफी अच्छा था। आंग सान सू की की माता का नाम खीन की था और आंग सान सू की के पिता का नाम आंग सान था। आंग सान सू की के पिता आंग सान 13 फरवरी 1915 से लेकर 19 जुलाई 1947 ईस्वी तक बर्मा के स्वतंत्रता सेनानी और एक कुशल राजनेता थे।
आंग सान इसी बीच वर्ष 1946 से वर्ष 1947 तक अंग्रेज शासित बर्मा के 5वे शासन अध्यक्ष थे। आंग सान सू की के पिता आंग सान को म्यांमार के राष्ट्रपिता की उपाधि प्राप्त है। आंग सान सू की कुल चार भाई बहन थे, जिसने से एक वह स्वयं थी और इनके अलावा आंग सान ओ, आंग सान चिट और आंग सान लिन है।
आंग सान सू की को प्राप्त शिक्षा
आंग सान सू की ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कॉन्वेंट ऑफ जीएसएस एंड मैरी से प्राप्त किया था। इसके बाद आंग सान सू की ने अपने कॉलेज की शिक्षा दिल्ली में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से प्राप्त किया। इसके बाद इन्होंने वर्ष 1960 से 1964 तक lady Shri ram college for women से प्राप्त किया।
अब इसके बाद उन्होंने वर्ष 1964 से लेकर 1967 तक st hugh’s collage में पढ़ाई किया और बाद में उन्होंने लंदन के soas university से शिक्षा प्राप्त किया। आंग सान सू की ने दिल्ली के श्री राम कॉलेज ऑफ वूमेन से राजनीति विज्ञान में स्नातक किया।
आंग सान सू की का व्यक्तिगत जीवन
आंग सान सू की ने वर्ष 1972 ईस्वी में माइकल एरिश नाम के एक व्यक्ति से विवाह कर लिया। विवाह के बाद इन्हें 2 पुत्र की प्राप्ति हुई, जिनका नाम Alexander Aries और Kim Aries है।
आंग सान सू की का राजनीतिक करियर
अपने प्रारंभिक जीवन में आंग सान सू की एक लेखिका थी। आंग सान सू की लेखिका होने के साथ-साथ म्यांमार की राज नायिका थी। बाद में उन्हें म्यांमार की राजनीति में भारी गिरावट को देखते हुए वर्ष 1960 ईस्वी में नेपाल और बर्मा के मध्य राजदूत के रूप में नियुक्त हो गई।
इसके बाद धीरे-धीरे आंग सान सू की ने अपने राजनीतिक करियर को और अधिक बढ़ावा देना चाहा, जिसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे एक से एक ऐसे काम किए, जिसके कारण उन्हें राजनीति में स्थान मिलता गया। आंग सान सू की म्यांमार की एक कुशल राजनेता बनना चाहती थी।
इसके कारण उन्होंने म्यांमार के बहुत से लोगों की आवश्यकता थी, जिसके लिए उन्हें म्यांमार के नागरिकों का विश्वास जीतना था। आंग सान सू की म्यांमार के नागरिकों का विश्वास जीतने के लिए सदैव उनके पक्ष में कार्य करती थी।
धीरे-धीरे आंग सान सू की को म्यांमार में एक अच्छी खासी फैन फॉलोइंग प्राप्त हो गई। अब आंग सान सू की ने अपने राजनीतिक करियर को और बढ़ावा देना चाहा। धीरे-धीरे आंग सान सू की वहां होने वाले चुनाव में हिस्सा लेती गई और जीत की गई क्योंकि उनकी फैन फॉलोइंग या यूं कहें कि उनके कार्य की प्रणाली लोगों को इतनी अच्छी लगती थी कि वे उन्हें सदैव विजेता बनाते थे।
आंग सान सू की ने धीरे धीरे राजनीति में अपना एक अहम स्थान बना लिया और अब आंग सान सू की को म्यांमार की सबसे बड़ी राजनेता का पद प्राप्त हो गया। आंग सान सू की सदैव म्यामार की प्रगति और वहां के नागरिकों की भलाई के लिए ही कार्य करती है। आंग सान सू की कई बार छोटी अवधि के लिए जेल भी गई है।
आंग सान सू की को प्राप्त पुरस्कार
आंग सान सू की को सबसे पहले वर्ष 1991 में शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके बाद आंग सान सू की को प्राप्त पुरस्कार का विवरण नीचे कुछ इस प्रकार से है:
पुरस्कार | वर्ष |
ओलोफ पाम प्राइस | 2005 |
कांग्रेसनल गोल्ड मेडल | 2008 |
वालेनबर्ग मेडल | 2011 |
भगवान महावीर वर्ल्ड प्राइस | 2012 |
म्यांमार की सबसे बड़ी राजनेता।
आंग सान।
खिन की।
माइकल एरीज।
Alexander Aries aur Kim Aries।
1991
निष्कर्ष
हम उम्मीद करते हैं कि आपको आंग सान सू की के जीवन के विषय पर लिखी गई यह बायोग्राफी काफी पसंद आई होगी। यदि आपको यह बात काफी पसंद आई हो तो कृपया इसे अवश्य शेयर करें और अगर आपके मन में किसी प्रकार का सवाल है तो कमेंट बॉक्स में अवश्य शेयर करें।
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