Agneepath Yojana Kya Hai: 14 जून 2022 को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जल, थल और वायु तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में एक नई सैनिक भर्ती जिसका नाम अग्निपथ योजना रखा गया है और इसका ऐलान किया गया।
मंत्रिमंडल समिति की बैठक में इस योजना को मंजूरी मिल जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मीडिया के समक्ष इस योजना के बारे में बताया, जिसके बाद लोगों में इस योजना के बारे में जानने की उत्सुकता और भी बढ़ गई है।
यदि आप भी इस नई योजना के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। क्योंकि इस लेख में हम बताने वाले हैं कि सरकार के द्वारा शुरू की गई यह अग्निपथ योजना क्या है? और इस योजना का क्या उद्देश्य है? साथ ही इस योजना की कुछ खास बातें भी जानने वाले हैं।
अग्निपथ योजना क्या है? (Agneepath Yojana Kya Hai)
अग्नीपथ एक नई भर्ती योजना है, जो सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है। इस नई भर्ती योजना के तहत युवाओं को आर्मी में सेवा देने का अवसर मिलेगा। इस योजना में शामिल सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा। इस योजना से सशस्त्र बलों को एक युवा प्रोफाइल पहचान करेगी।
थल सेना के नए प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अग्निपथ योजना के बारे में बताया कि इस योजना का उद्देश्य सशस्त्र बलों में भर्ती में आमूलचूल परिवर्तन लाना है। इस योजना के जरिए भारत की सुरक्षा को और भी मजबूत करने का उद्देश्य है।
वही नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने इस अग्निपथ योजना के बारे में कहा कि यह योजना सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए व्यापक प्रतिभा संचय सुनिश्चित करेगी। एक और नई अग्निपथ योजना का उद्देश्य तीनों सेवाओं के वेतन और पेंशन के खर्चे को भी कम करना है।
अग्निपथ योजना की विशेषता
- सबसे पहले अग्निपथ योजना को “टूर ऑफ ड्यूटी” नाम दिया गया था।
- अग्निपथ में सेनाओं की भर्ती शुरू में 4 साल की अवधि के लिए होगी और इस योजना के तहत भर्ती हुए सेनाओं को अच्छी सैलरी भी मिलेगी। इस योजना के तहत अग्निवीरों को 3 सालों तक ₹30000 प्रति माह की सैलरी मिलेगी। वहीं चौथे साल में ₹40000 प्रति माह तक का सैलरी मिलेगी।
- 4 साल के बाद इस योजना के तहत भर्ती हुए आर्मियो के लिए सेवा निधि का भी प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही 25% अग्निवीरों को केंद्रीयकृत व पारदर्शी प्रणाली के आधार पर नियमित संवर्ग के रूप में चुना जाएगा।
- अग्निपथ योजना के अंतर्गत नियुक्त होने वाले युवाओं को हाय स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वह प्रशिक्षित एवं अनुशासित बन सके।
- अग्नीपथ योजना के कारण अधिक से अधिक लोगों को देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा और हर 4 वर्ष में नई युवा नए जौश के साथ सशस्त्र बल में शामिल होंगे।
- रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अग्निपथ की योजना के तहत आदमियों के 4 साल की कार्य अवधि पूरी होने पर एकमुश्त ‘सेवानिधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा और यह इनकम टैक्स से मुक्त रहेगा।
- अग्नीपथ योजना के अग्नि वीरों को ग्रेच्युटी और पेंशन जैसा कोई भी लाभ नहीं दिया जाएगा।
- अग्नीपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्नि वीरों का उनके सेवा के दौरान उन्हें जो कौशल और अनुभव प्राप्त होंगे। उससे उन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में रोजगार भी प्राप्त होगा। इस तरह अग्निपथ योजना से रोजगार के अवसर भी बढ़ जाएंगे।
- अग्नीपथ योजना का ऐलान सरकार ने आज किया लेकिन इस योजना के बारे में विचार विमर्श 2 सालों से ही किया जा रहा था।
- अग्निपथ पथ योजना भले ही 4 साल के लिए होगी लेकिन इसमें 4 साल की अवधि के पूरा होने के बावजूद कुछ अग्निवीरों को बरकरार रखा जाएगा। लेकिन कुछ को रिटायरमेंट दे दिया जाएगा।
- वर्तमान में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत 10 सालों के शुरुआती कार्यकाल के लिए युवाओं की भर्ती सेना करती है लेकिन इसे अब 14 साल तक बढ़ाए जाने की संभावना है।
चार साल बाद भी अग्निवीरों को मिलेंगे रोजगार के अवसर
अग्निवीर योजना में युवाओं को केवल 4 वर्षों के लिए ही रोजगार दिया जाएगा। हालांकि 4 वर्ष के बाद रिटायर हुए सैनिकों को टूर ऑफ ड्यूटी स्कीम के अंतर्गत दोबारा सेवा का मौका दिया जाएगा। इस स्कीम के तहत रिटायर हो गए सैनिकों को दोबारा परमानेंट रूप से नियुक्त कर दिया जाता है और अग्नि वीर योजना के अंतर्गत नियुक्त होने वाले युवाओं में 25% युवाओं को इस स्कीम के तहत उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए रिटायरमेंट के बाद फिर से परमानेंट रूप से सेवा करने का मौका दिया जाएगा।
लेकिन बाकी बचे 75% युवाओं का क्या होगा यह प्रश्न लाजमी है। इस प्रश्न पर सरकार का कहना है कि रिटायरमेंट के बाद भी केंद्रीय एवं राज्य द्वारा संचालित अन्य उपकरणों में एवं निजी कंपनियों में उन्हें वरीयता दी जाएगी।
4 वर्ष के बाद जब युवा रिटायर हो जाएंगे तो उन्हें अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा और यह प्रमाण पत्र उन्हें राज्य बलों के भर्ती में एवं सीएपीएस एंव असम राइफल्स के भर्ती में प्राथमिकता दिलाएगी।
यहां तक कि अग्निवीर के अंतर्गत नियुक्त होने वाले सेनाओं को डिप्लोमा एवं अन्य डिग्री कोर्स भी करने का मौका दिया जाएगा ताकि रिटायरमेंट होने के बाद वे इन कोर्स का इस्तेमाल करके अपने लिए रोजगार के नए स्त्रोत बना सके।
इतना ही नहीं अग्नि वीरों के लिए सेवा निधि पैकेज का भी प्रावधान किया गया है, जिसके तहत अग्नि वीरो के पहले महीने की सैलरी से उनकी कुल सैलरी का 30 फ़ीसदी रकम जमा होगा। जिसमें उतना ही रकम सरकार भी उस फंड में जमा करेगी और इस तरीके से 4 साल के बाद तकरीबन 11 से 12 लाख रुपए उन्हें रिटायरमेंट के तौर पर दिए जाएंगे।
इतनी बड़ी रकम को वे बिना टैक्स दिए ही एक बार में निकाल सकते हैं और इतनी बड़ी रकम से वे चाहे तो कोई नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं या अच्छे जगह पर निवेश कर सकते हैं।
अग्निवीरों को किसी ऑपरेशन के दौरान कुछ होने पर मिलेगा मुआवजा?
अग्नीपथ योजना के अंतर्गत नियुक्त होने वाली सैनिकों में से किसी को यदि ऑपरेशन के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो ऐसे में सरकार उनके परिवार वालों को करीबन 48 लाखों रुपए इंश्योरेंस के तौर पर देगी और जितने समय की सर्विस बची होगी, उतने समय की मासिक वेतन भी उनके परिवार वालों को दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त यदि किसी ऑपरेशन के तहत सैनिक घायल हो जाते हैं और वे दुबारा सेना में काम करने के लायक नहीं रह जाते तो उन्हें उनकी विकलांगता के आधार पर 15 से 44 लाख के बीच एक बार में भारी आर्थिक सहायता मिलेगी।
FAQ
अग्निपथ योजना भारत के सुरक्षा बल को और भी ज्यादा मजबूत करने के लिए सरकार के द्वारा लाई गई एक नई आर्मी भर्ती योजना है। अब भारत के तीनों सेनाओं में आर्मी की भर्ती इसी योजना के तहत होगी। इस तरह यह योजना वायु सैनिकों, नाविकों और सैनिकों के नामांकन केलिए एक अखिल भारतीय योग्यता आधारित भर्ती योजना है।
हां, दरअसल वायु सेना के प्रमुख ने अग्नीपथ योजना के बारे में बताते हुए कहा कि अब सारी आर्मी की भर्ती अग्निपथ स्कीम के तहत होगी। इसका मतलब कि जिन युवाओं ने एयर मैन का एग्जाम देकर 2 सालों से भर्ती का इंतजार कर रहे थे, अब उनका रिजल्ट घोषित नहीं किया जाएगा। अब उन्हें अग्निपथ स्कीम के तहत फिर से एग्जाम के लिए आवेदन करना पड़ेगा और दोबारा एग्जाम देना पड़ेगा।
अग्नीपथ योजना के तहत 4 सालों के लिए अग्निवीरों की भर्ती होगी। 4 साल की अवधि पूर्ण होने के बाद उन्हें रिटायरमेंट पैकेज देकर सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। हालांकि कुछ अग्नि वीरों को 4 साल की अवधि के बाद भी बरकरार रखा जाएगा।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने सरकार के द्वारा मंगलवार 14 जून 2022 को सरकार के द्वारा घोषित की गई नई सैनिक भर्ती योजना अग्निपथ योजना के बारे में बताया। इसके अतिरिक्त हमने अग्निपथ योजना से जुड़ी अन्य कई महत्वपूर्ण तथ्य भी बताएं।
हमें उम्मीद है कि इस लेख के जरिए आपको सरकार की इस नई योजना के बारे में पता चल गया होगा। यदि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ हो तो इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि हर किसी को सरकार की इस नई योजना के बारे में पता चले और युवाए इस योजना का लाभ ले सके। लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो कमेंट में लिखकर जरूर बताएं।
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