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आतंकवाद पर निबंध

Atankwad par nibandh: आतंकवाद आजकल एक वैश्विक समस्या बन चुका है। दुनिया के लगभग सभी देश उनके खौफ नीचे जी रहे है। आतंकवादी नरफत के लिए बिना किसी कारण लोगों की जान ले रहे है। इस आर्टिकल में हम आपको आतंकवाद पर निबंध (Aatankwad Par Nibandh) अलग – अलग शब्द में बताएंगे। आपके लिए यह निबंध हर परीक्षा में उपयोगी साबित होगा।

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आतंकवाद पर निबंध | Atankwad Par Nibandh

आतंकवाद पर निबंध ( 250 शब्द ) 

यह एक प्रकार की हिंसा हैं। आतंकवाद एक गैर-कानूनी प्रवृति हैं। लोगों को गैर कानूनी और अन्य प्रकार से डराने के लिए एक विधि है। इसको अगर बड़े स्तर पर देखे तो यह एक अन्तराष्ट्रीय स्तर पर काफी फैला हुआ हैं। हम अक्सर कई घटनाएं सुनते हैं, जिस में यह कहा जाता हैं की बेगुनाह लोगों को बेवजह मारा जा रहा हैं। कही स्कूल, संस्थाओं में बम गिराया जाता हैं, जिस में बेवजह लोग मारे जाते हैं। 

वर्तमान समय में आतंकवाद एक अंतराष्ट्रीय मुद्दा हैं, जो अपनी जीत को सुनिच्चित करने के लिए मानव का इस्तेमाल कर रहा हैं। लोगों को डराकर उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहा हैं। लोगों को आतंकवाद की चपेट में लेकर उन्हें भी हिंसावादी व्यक्ति बना रहा हैं। वर्तमान में आतंकवाद पर जीत पाने के लिए हर कोई यानी हर राष्ट्र कोशिश कर रहा हैं। 

मानव को इस आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करने के बारे में सोचना चाहिए। आतंकवाद धीमे – धीमे इसे एक संगठन बना रहा हैं। कुछ देशो में तो आतंकवाद को स्थानीय सरकार भी सपोर्ट करती हैं। देश को कमजोर बनाने के लिए आतंकवादी तानाशाही सरकार का चुनाव करने पर जोर दे रहा है। 

आतंकवाद को ख़त्म करने के बाद ही मानव बच पायेगा और मानव का विकास हो पाएगा। आतंकवाद एक हिंसात्मक घटना हैं, जिसे कई देशो में फैलाया जा रहा हैं। इसे हमें रोकने की जरुरत हैं। देश और दुनिया में आतंकवाद के खतरे को समाप्त करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

आतंकवाद पर निबंध ( 800 शब्द ) 

प्रस्तावना

आतंकवाद एक ऐसी समस्या हैं, जिससे भारत नही ही अपितु पूरा विश्व परेशान हैं। विश्व में कई देश ऐसे हैं जो इस हिंसात्मक घटना से परेशान हैं। आतंकवाद के सम्बन्ध में जब हम भारत की बात करते हैं तो भारत भी आतंकवाद की चपेट में कई बार आ चूका है।

भारत में कई आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसमें पुरे देश को झकझोर के रख दिया। फिर चाहे वो 26/11 का हमला हो या दिल्ली की संसद पर हुआ हमला या फिर पुलवामा पर हुआ हमला। ऐसे कई हमले देश में हुए हैं जिससे देश की सम्पत्ति और मानवता को काफी बड़ा नुक्सान हुआ हैं। 

खूंखार आतंकवाद के हमले से कई देश और कई लोग परेशान हुए हैं। आतंकवाद की घटनाओ से कई घरों के चिराग बुझ गये, कई लोग अनाथ हो गये हैं। आतंकवाद एक वैश्विक और खतरनाक बीमारी हैं। 

आतंकवाद क्या है ? 

आतंकवाद की कोई परिभाषा नही हैं परन्तु जितना हम इसके बारे में समझते हैं तो इसे ऐसे शब्दों से परिभाषित करते हैं की यह एक हिंसात्मक घटना हैं। अगर कोई व्यक्ति विशेष या कोई संगठन अपने निजी स्वार्थ और फायदे के लिए लोगों पर निशाना साधे और उन्हें कमजोर बनाने की कोशिश करे वह घटना आतंकवाद की घटना कहलाती हैं। 

गैर सरकारी संगठनो द्वारा अपने राजनितिक और सामाजिक फायदे के लिए किये गये कार्य आतंकवाद की श्रेणी में आते हैं। अब इसके तहत गैर-कानूनी हिंसा को भी आतंकवाद में शामिल कर लिया गया है। अगर इसी प्रकार की गतिविधि आपराधिक संगठन चलाने या उसे बढ़ावा देने के लिए की जाती है तो सामान्यतः उसे भी आतंकवाद माना जाता है। यद्यपि, इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है। कुछ मतों के अनुसार आतंकवाद पन्थ से नही जुडा है। यह सही है दुनिया के अधिकतर से देश आतंकवाद से ग्रसित है। 

आतंकवाद एक वैश्विक खतरा

आतंकवाद हमारे लिए एक वैश्विक खतरा हैं। विश्व का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी आतंकवाद का शिकार हो चुका है। 11 सितम्बर 2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ओसामा बिन लादेन ने आतंकवादी हमला करवाया था। जिसके चलते अमेरिका को काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। यह दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी हुमला माना जाता है ।

यह पूरी मानवता पर खतरा हैं। मानवता को बचाने के लिए हम आतंकवाद से बचना जरुरी हैं। आतंकवाद से बचने के लिए हमें और देश की सरकार को प्रयास करने चाहिए। इस वैश्विक खतरे से बचने के लिए आज पूरी दुनिया को एकजुट होना ही पड़ेगा और हिम्मत के साथ उसका सामना करना पड़ेगा। हर साल दुनियाभर में 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है

आतंकवाद के नुकसान

आतंकवाद से हमे कई तरह के नुक्सान होते हैं। हम इस बात को तो जानते हैं की आतंकवाद एक कुकृत्य हैं। इससे हमें कोई फायदा तो एक प्रतिशत भी नही होता हैं। यह हमारे लिए बेहद ही घातक कृत्य हैं। आतंकवाद से होने वाले नुक्सान। 

  • जिस देश में आतंकवाद का बोलबाला रहता हैं उस देश की आर्थिक स्तिथि दिन – बे – दिन बद्दतर होती जाती हैं। उस देश में कोई विदेशी पर्यटक जाना पसंद नही करता हैं। आतंकवाद गृसित देशो में विकास की स्तिथि न के बराबर होती हैं। 
  • आतंकवाद से लोगों ने मन में इस बात का डर बैठ जाता हैं की हम अब कब तक जिन्दा रहेंगे। यह हमारे लिए बेहद ही खतरनाक बात है। 
  • आतंकवाद से मानवता को बड़ा खतरा हैं। हर देश में, जिस देश में आतंकवाद का बोलबाला ज्यादा हैं उस देश में लोगों को घूमने की आजादी नही होती हैं। बेसक यह एक अमानवीय घटना हैं जिससे हर कोई परेशान हैं। 
  • जिस देश में आतंकवाद रहता हैं उस देश में कोई भी विदेशी कंपनी निवेश नही करती हैं। इस बात की कोई जिम्मेदारी नही की भविष्य में भी कोई विदेशी कंपनी या कोई अन्य देश उस आतंकवाद गृसित देश में निवेश करेगा। 
  • छोटी उम्र के बच्चों को गलत शिक्षा देकर उन्हें आतंकवादी बनने के लिए मजबूर किया जाता है। 

निष्कर्ष

आतंकवाद हमारे लिए एक बड़ा खतरा हैं। हमे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए। इसके साथ हमारी देश की सरकार को भी इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए। हमें संगठित होकर ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए। पूरी दुनिया को एक होकर आतंकवाद को ईट का जवाब पत्थर से देना होगा।

अंतिम शब्द  

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