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शहद के फायदे, नुकसान और उपयोग

इस पूरे ब्रह्मांड में शहद एक ऐसा प्राकृतिक मीठा खाद्य पदार्थ है, जो कि हर घरों में दैनिक भोजन में शामिल किया जाता है। शहद की शुरूआत लोग सुबह उठकर पीने वाले पानी में डालकर करते हैं। शहद में कई ऐसे गुण और पोषक तत्व पाएं जाते हैं, जो कि शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है।

shahad ke fayde aur nuksan

इसका उपयोग ना केवल खाने में किया जाता है, बल्कि इसका उपयोग करके हम अपने सौंदर्य की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। पूजा पाठ में भी शहद का उपयोग किया जाता है और आयुर्वेद में भी शहद का उपयोग किया जाता है। आज हम इस लेख के माध्यम से शहद के उपयोग, इसके फायदे , शहद के लाभ और शहद के नुकसान के बारे में जानेंगे।

शहद के फायदे, नुकसान और उपयोग

शहद क्या है?

शहद एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, जो कि मधुमक्खियों द्वारा फलों के रस को चूस चूस के एक जगह एकत्रित किया जाता है और इस शहद में कई सारे पोषक तत्व विटामिन गुण पाएं जाते हैं जो कि आपको ना केवल बाहरी रूप से फायदा पहुंचाती है बल्कि आपको आंतरिक रूप से भी फायदा पहुंचाती है। आपके घाव पर भी शहद का लेप लगा दिया जाएं तो वह घाव भी भर जाता है क्योंकि यह एंटीसेप्टिक की तरह काम करती है।

शहद के उपयोग

शहद हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है और लाखों साल पहले से इसके उपयोग और इसके महत्व को बताया जा रहा है। शहद आपके पूरे स्वास्थ्य के लिए पूरे शरीर के लिए एक अच्छा बेहतर और आसान विकल्प है क्योंकि शहद हर घर में मौजूद होती है और यह हमें बाजार में भी आराम से मिल जाती है, इसीलिए शहद का उपयोग लोग अपने दैनिक दिनचर्या में उपयोग करते हैं। शहद के विभिन्न प्रकार के उपयोग निम्नलिखित है।

शहद का उपयोग करके हम अपने वजन को कम कर सकते हैं। बहुत सारे लोग अपने वजन को संतुलित करने के लिए, कम करने के लिए शहद का उपयोग करते हैं और बहुत सारे न्यूट्रिशन ने कहा है कि, शहद में चर्बी को कम करने की गुण पाएं जाते हैं। जब आप सो रहे होते हैं तब आप सोने के पहले शहद का एक चम्मच उपयोग कर ले, तो सोते-सोते हुए भी लोग अपने वजन को कम कर सकते हैं।

डॉक्टर का मानना है कि अगर आप सुबह सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ शहद ले लेते हैं, तो इसके सेवन करने से आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ने लगता है। जो तेजी से आपकी शरीर की चर्बी को गलाने लगता है, जिससे कि तेजी से लोगों का वजन कम करने में काफी सहायता मिलती है।

शहद का उपयोग करके हम अपनी प्रतिरक्षा प्रणालि यानी कि इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। शहद में अनगिनत पोषक तत्व और औषधीय गुण होते हैं, जोकि हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और बैक्टीरिया से लड़ने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, शहद हमारे शरीर में होने वाले वायरस बैक्टीरिया के कारण फैलने वाले रोग से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।

डॉक्टरों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अनाज के मुकाबले शहद में अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाई जाती है। इसीलिए हमें शहद का उपयोग रोजाना करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह दी जाती है कि हर दिन की शुरुआत हम तो शहद से करें, ताकि हमारा पूरा दिन ऊर्जावान बना रहे और इसके लिए हमें थोड़े बहुत कसरत भी करनी चाहिए क्योंकि कसरत करने के बाद जो पसीना निकलता है वह हमारे शरीर के टॉक्सिक को बाहर निकालती है और हमारे शरीर को साफ करती है। हमें शहद का रोज उपयोग करना चाहिए, इसमें कई सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं।

इसके उपयोग करके आप अपने गले की खराश को भी प्राकृतिक रूप से जिससे कि कोई भी साइड इफेक्ट ना हो ठीक कर सकते हैं ।

शहद का उपयोग करके हम अपनी त्वचा को अपने चेहरे को सुंदर मुलायम और रोग मुक्त कर सकते हैं। शहद त्वचा के लिए बहुत ही उपयोगी है क्योंकि हमारी त्वचा को मॉइश्चराइजिंग और पोषक गुणों की आवश्यकता होती है जो कि शहद के माध्यम से पूर्ण हो सकती है।

हमारे लिए शहद सबसे अच्छा और प्राकृतिक मॉइश्चराइजिंग है और जिसकी त्वचा रूखी होती है उसे भी इसे रोज लगाना चाहिए और शहद आपको आसानी से मिल जाता है।

कच्चा शहद ना सिर्फ हमारे चेहरे के रोम छिद्रों को खोलता है बल्कि जिसकी त्वचा रूखी है उसको भी सुंदर और मुलायम करने में हमारी मदद करता है।

सर्दियों के दौरान हमारे होंठ पर शहद लगा कर होंठ को ठीक कर सकते हैं और बहुत लोगों का मानना है कि शहद एक स्किन टोन की तरह कार्य करता है। एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक होने के कारण केवल शहद के हमारे चेहरे को काफी सुंदर और खिला-खिला साफ सुथरा बना देता है।

शहद का उपयोग हम अपने घाव या कहीं कट जाने या जल जाने या खरोच पर लगाने से दूसरे संक्रमण से अपने घाव को बचा सकते हैं। चमकदार त्वचा के लिए घरेलू चेहरे के लिए पैक बनाने में शहद का उपयोग विशेष ही लाभकारी है। कई लोग शहद को बेसन में मिलाकर लगाते हैं, दही में शहद डालकर चेहरे पर लेप लगाते हैं, मुल्तानी मिट्टी में शहद को लगाकर मिलाकर चेहरे पर लगाते हैं। जिससे कि चेहरे पर एक अलग ही रौनक आ जाती है और शहद का इस्तेमाल बहुत सारे लोग अपने बालों को भी सुंदर और चमकीला बनाते है।

शहद का उपयोग करके हम अपनी याददाश्त की शक्ति को भी बढ़ा सकते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शहद में कई सारे गुण पोषक तत्व पाएं जाते हैं और यह पोषक तत्व हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे दिमाग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है।

जो लोग मानसिक रूप से बीमार है, उन्हें भी शहद का उपयोग कराया जाता है। जब व्यक्ति बुढ़ापे में प्रवेश करता है तो उसका मानसिक स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर हो जाता है, तो उसे ठीक बनाए रखने के लिए उन्हें शहद का रोज उपयोग करना चाहिए।

शहद का सेवन करके हम अपने तनाव को भी कम कर सकते हैं क्योंकि इसमें मेटाबॉलिक तत्व पाए जाते हैं जो कि मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है और खुद को शांत रखने के लिए यह तत्व बहुत ही महत्वपूर्ण है।

शहद का उपयोग करके हम खांसी के उपचार में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अक्सर जब लोगों को खांसी होती है या फिर सूखी खांसी होती है या गीली खांसी होती है, तो उसके लिए सबसे पहले घरेलू उपचार में शहद एक प्रमुख विकल्प माना जाता है और बहुत सारे शोध से पता चला है कि एक चम्मच शहद पीने से गले में जलन कम हो जाती है, जिसे की खांसी में कमी आती है, यह खांसी के लिए एक लोकप्रिय प्राकृतिक उपचार है। खासकर के बच्चों के लिए क्योंकि यह खांसी को दूर करने में मदद करती है और अच्छे से गहरी नींद लाने में भी सहज बहुत ही अच्छी भूमिका निभाती है।

रूसी को कम करने के लिए भी शहद का उपयोग करके प्राकृतिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि शहद इतना फायदेमंद है जो कि आप सोच भी नहीं सकते हैं, यह बालों के के लिए एक सबसे अच्छा और प्राकृतिक उपचार है।

यह ना केवल बालों से रूसी को हटाता है बल्कि बालों को पोषक तत्व प्रदान करता है जिससे कि बाल मुलायम चमकीले हो जाते हैं, बालों को झड़ने से रोकने के लिए भी आप ग्रीन टी के साथ शहद और लैवेंडर का घोल बनाकर बालों में लगा सकते हैं और कुछ देर ही बालों पर लगाकर आप अपने बालों को खूबसूरत बना सकते हैं।

आपको बस इतना करना होगा कि 2 बड़े चम्मच शहद में वनस्पति का तेल मिला है और इसे बालों में लगाएं और इसे एक शेयर मास की तरह 15 मिनट ही लगा रहने दे, उसके बाद आप ठंडे पानी या शैंपू से अपने बालों को धो लें इसके बाद आपके बाल चमकीले और सुंदर बन जाते हैं।

अनिद्रा आजकल एक सबसे बड़ी समस्या हो गई है और इसके लिए प्राकृतिक रूप से नींद लेना हो तो शहद का उपयोग किया जाता है। यह एक ऐसा प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है जो कि आपके सोने में हो रही परेशानी को ठीक करती है। इसके लिए आपको बस इतना करना होगा कि सोने से पहले आप गर्म दूध में थोड़े से शहद को मिलाकर पी लें और उसके बाद सो जाएं, आपको बहुत ही अच्छी नींद आएगी।

सर्दियों में भी लोग इसे अपने पेय पदार्थ में डाल कर पीते हैं और सोने के पहले भी इसका उपयोग करते हैं। जिससे कि उसे आसानी से और प्राकृतिक रूप से गहरी और अच्छी नींद आती है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों को साइनस की समस्या है, उनके लिए भी एक अच्छा विकल्प है। बढ़ते प्रदूषण और धूल के कारण इन दिनों बहुत सारे लोग साइंस से संबंधित बीमारियों से पीड़ित हो गए हैं। साइनस में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जो श्वास नली के द्वारा एलर्जी और संक्रमण को फैलाते हैं और इसके लिए शहद ही बहुत अच्छा विकल्प है क्योंकि शहद का उपयोग करके हम संक्रमण से पीड़ित वायरस को रोकते हैं। हवा और बलगम में फंसा हुआ जीवाणु जो कि हमें परेशानी करता है तो हम शहद का उपयोग करे क्योंकि साथ एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल है, जो संक्रमण को दूर करता है और सूजन को कम करने में भी हमारी मदद करता है।

स्वस्थ मसूड़ों के लिए दांतो के लिए भी हनी का उपयोग किया जाता है। अगर आपको मसूड़ों से संबंधित कोई भी बीमारी है तो आप वहां पर शहद को लगा सकते हैं क्योंकि शहर एंटीबैक्टीरियल और इंफेक्शन से आपके भाव का उपचार करती है। दांत और मसूड़ों के रोग जैसे मसूड़ों की सूजन दांतों से खून का आना, पट्टिका का काफी हद तक बढ़ जाना इन सभी के लिए शहद एक अच्छा प्राकृतिक उपचार है। शहद मे एंटीसेप्टिक हाइड्रोजन पेरोक्साइड रिलीज करता है, जिससे कि जो कि एक एंटी माइक्रोबियल एजेंट का कार्य करता है जिससे कि बैक्टीरिया विकास होना बंद हो जाता है।

विशेषज्ञ माने तो कच्ची शहद को पानी के साथ मिलाकर अगर आप रोज सुबह माउथ वास करते हैं तो यह आपके मसूड़ों के सूजन से तुरंत आराम देती है और यह अन्य दांतों संबंधी बीमारी से भी आप को राहत देती है। तो दांत के संबंधी बीमारी के उपचार के लिए शहद एक बहुत ही अच्छा विकल्प है और इससे आपके दांत भी स्वस्थ हो जाते हैं।

शहद का उपयोग प्राकृतिक ऊर्जा पर के रूप में भी किया जाता है। शहद का उपयोग करके हम सुबह-सुबह एक प्राकृतिक ऊर्जा पर के रूप में उपयोग करते हैं क्योंकि यह प्राकृतिक चीनी है जिसे की रक्त प्रवाह में तेजी आती है और यह हमारे अंदर ऊर्जा को बढ़ाती है।

जब कोई व्यक्ति कसरत करता है तो वह जब शहद पीता है, तो उसके अंदर एक अलग ही शक्ति उत्पन्न होती है और व्यक्ति लंबे समय तक कसरत कर सकता है और उसके अंदर लंबे समय तक ऊर्जा बनी रहती है, जिससे कि वह ज्यादा अभ्यास कर पाता है।

शहद का इस्तेमाल करके खुजली, एक्जिमा जैसे त्वचा की बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है क्योंकि शहद एक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाएं जाते हैं। जिससे कि आप किसी भी घाव खुजली एग्जिमा को नियंत्रित कर सकते हैं।

एग्जिमा एक ऐसा त्वचा रोग है जो कि लाल खुजली वाली पदार्थ बच्चा बना देती है जो कि लोगों के लिए काफी कष्टदायक होती है यह विशेषकर वैसे जगह पर होती है जहां पसीना ज्यादा आता है और बच्चों को हो जाए तो उन्हें भी काफी परेशानी होती है, तो इसके लिए आपको कच्चे शहद के साथ ऑलिव ऑयल का मिश्रण बनाकर त्वचा में लगाना चाहिए जिससे कि जल्द से जल्द स्वयं के रोग से आपको मुक्ति मिल सके।

शहद बहुत ही अच्छा क्लींजर का काम करता है। यह त्वचा में पड़ी गंदगी को दूर कर देती है, जिससे कि त्वचा साफ और चिकनी हो जाती है और यह मृत कोशिकाओं को भी हटा देती है। इसलिए रोग जल्दी ठीक हो जाता है। शहद का नियमित उपयोग करके लोग त्वचा रोग, जैसे गंभीर बीमारी एग्जिमा, खुजली इन सभी से ना केवल राहत पाती है बल्कि वह दुबारा होने का चांस भी कम हो जाता है।

शहद के फायदे

हम सभी जानते हैं कि यह एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, जो कि मधुमक्खियों द्वारा बनाया गया एक प्राकृतिक मीठा पदार्थ है। जो कि लोग शहद कई वर्षों से अपने भोजन में मिलाकर खाते आए हैं और इससे ना केवल भोजन स्वादिष्ट बनता है बल्कि वह पोषक तत्व से भी भर जाता है, जिससे कि व्यक्ति एक अच्छा पोषक तत्व वाला भोजन ग्रहण कर पाता है।

यह एक स्वीट खाद्य पदार्थ है, जो कि लोगों को बहुत ही पसंद है क्योंकि लोगों को मीठा खाना बहुत पसंद है और इसमें कई सारे औषधीय गुण भी पाएं जाते हैं तो, यह बच्चों को भी काफी लोकप्रिय है और यह सभी वर्ग के लोगों के लिए एक लोकप्रिय दैनिक यूज़ में आने वाला एक स्वीट खाद्य पदार्थ है और यह हमारे स्वास्थ्य को भी काफी लाभ पहुंचाता है।

शहद हमारी त्वचा को काफी लाभ पहुंचाता है, इससे हमें सुंदर और चमकदार साफ-सुथरी त्वचा मिलती है। बाल भी चमकदार कोमल और घने होते हैं लंबे होते हैं और बहुत तरह के रोगों में भी शहद का उपयोग करके हम रोगों से निजात पा लेते हैं।

शहद में कैलोरी, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, चीनी जैसे बहुत सारे खनिज पदार्थ होते हैं, कुछ विटामिन होते हैं, लोहा, जस्ता, पोटैशियम, मैग्निशियम, एंटीऑक्सीडेंट, anti-bacterial, इस तरह के कई सारे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक हैं।

शहद एक एंटीऑक्सीडेंट खाद पदार्थों से भरपूर होता है जो कि शरीर में होने वाली सूजन से भी लोगों की रक्षा करता है। सूजन भी कई तरह के स्वास्थ संबंधी बीमारियों को उत्पन्न करती है, जैसे कि हृदय रोग कैंसर और भी अन्य तरह के रोगों से, शहद का इस्तेमाल करके हम निजात पा सकते हैं।

शहद में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो कि रक्त प्लाज्मा के लिए बहुत ही इंपॉर्टेंट है। इसीलिए शहद खाने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की गति बढ़ जाती है। शहद एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो कि एक सुरक्षित भोजन की तरह है।

शहद से होने वाले नुकसान

जब ज्यादा खांसी या सर्दी होती है तो प्राकृतिक रूप से शहद का उपयोग करना सही होता है लेकिन प्राकृतिक उपचार के भरोसे नहीं रहना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे कि खांसी से जल्द से जल्द राहत मिले।

शहद को कम से कम 1 साल के उम्र वाले बच्चे को ही देनी देनी चाहिए। उसे कम उम्र के बच्चे को शायद नहीं देनी चाहिए, क्योंकि शहद में कई सारे धूल के कण भी शामिल हो जाते हैं, जो कि बच्चों को हानि पहुंचा सकते हैं।

नवजात शिशु में कई रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है इसलिए वह बहुत जल्दी बीमार हो सकते हैं। बच्चों के लिए खाना पकाने में शहद का प्रयोग भी सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि गर्मी में ज्यादातर बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और इससे शहद में होने वाले पोषक तत्व कम हो जाते हैं।

जिन लोगों को एलर्जी का खतरा होता है उन्हें शहद खाने में सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि शहद एलर्जी से दुर्लभ होते हैं लेकिन सहज मधुमक्खी के पराग के कारण होता है। मधुमक्खी के पराग मधुमक्खी के पाचन एंजाइमों का मिश्रण होता है। यह एक गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया को बढ़ाती है। कुछ लोगों का कहना है कि स्थानीय शहद खाने से उसमें मौसमी एलर्जी में सुधार होता है।

ध्यान दें: यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए बताई गई है। इसमें बताई गई किसी भी सलाह को अपनाने या फिर उस पर अमल करने का निर्णय स्वयं का व्यक्तिगत निर्णय होगा। इसके निष्कर्ष तक पहुँचने से पहले एक बार विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

निष्कर्ष

माना कि शहद एक प्राकृतिक मीठा पदार्थ है और शहद के उपयोग भी काफी बेशुमार है लेकिन हमें शहद का उपयोग सोच समझकर करना चाहिए। किसी भी चीज़ का अतिरेक उपयोग हमें शरीर और स्वास्थ दोनों के लिए हानि पंहुचा सकता है।

इस आर्टिकल में हमने आपको शहद के फायदे, नुकसान और उपयोग के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है। आर्टिकल पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें और आर्टिकल के सम्बंधित कोई भी सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरुर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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