सुलग रही है रेत लगी है प्यास, कहीं मिल जाये ठंडी छाया बस यही है म्हारी आस।
अगर राजस्थानी वाले कोई पत्थर मारे, तो उसका जवाब Ak- 47 से देते है
कस्टमर केयर आळी छोरी, म आपकी क्या सेवा कर सकती हूँ, Me- यार एक काम कर मेरी माँ पीहर गएड़ी है, दो दिन पोठा गेर द म्हारा
तपती धरती ढ़ळतो सूरज हिवडे में है मरूगीत, बाटां जोवे गोरी री नजरा कद आवे म्हारे परदेसी प्रीत।
शेरो के घर से शेर ही पैदा होते है करोड़ो के बीच राजस्थानी की अलग ही पहचाने जाते है।
मरुस्थल मन में उठे शीतल जल की धार, जिंदगी ऐसे जियो कि जीवन में रहे प्रेम का विस्तार।
राजस्थानी छोरे ATTITUDE बहुत दिखाते है देख बेटा इश्वेर कि देन है ऊपर से राजस्थानी है छिपायेगे थोड़ी..
इंसान सिर्फ आग से नहीं जलता, कुछ लोग तो RJ – 18 के नाम से भी जल जाते हैं
टाबर डोकरा शायरी आयो दिन खुशियों गो छोड़ो भेदभाव और अभिमान, सगला कूदो, नाचो गाओ चाहे हो बच्चा, बूढा या जवान।
राजस्थानी शायरी इन हिंदी (rajasthani shayari in hindi)
लोग सिर्फ आग से नहीं जलते..कुछ लोग तो राजस्थानी वालो के नाम से भी जल जाते हैं
पार्क मै बैठ कै कुरकुरा खानियां न के बेरो, खेत मै बैठ कै चूरमो खाण को स्वाद….
दिल तो आशिको के पास होता है, राजस्थान आळा कन तो लठ होव ह…
राजस्थानी वाले छोरे तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी, में तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगा मेरी जान..
तुम मेरे दिल में रहो इतना ही बहुत हैं,.. क्योकि म्हार घर म तो मेरी मां तन बड़न कोनी दे…
मारवाड़ी राजस्थानी शायरी (shayari marwadi)
धोरे माथे झूंपड़ी शायरी धोरे माथे झोपड़ी रमे बैठा टाबर नैना, मिट्टी का बनावे घर मिट्टी ही उनका खिलौना।
राजस्थानी संस्कृति पर शायरी (Rajasthani Shayari)
काल मेरली सैटिंग पिळो सूट पहर राख्यो मन वीडियो कॉल करके कह How I am Looking.. म कहयो You Looking जम्मा टांटिया ब्रांड
कौन कहता हैं की औरत केवल रसोई में शोभा देती हैं, पधारो हमारे राजस्थान में, बाईसा तलवार से धड़ अलग करना भी बखुबी जानती है।
राजस्थानी भाषा की भील शायरी मन मेरा हिंदुस्तानी है बोली मेरी राजस्थानी है, जो की किसी ने गड़बड़ याद उसको दिलानी नानी है।
आज म सब्जी की दुकान प जाके बोल्यो, भाईजी 5 किलो प्याज तोल दयो, कन खड़ी एक लुगाई मेर कानी देख के आप क पत्ती न बोली है ओ आपरली छोरी खातर ओ टाबर ठीक लाग्यो मन तो..||
एक तो तू साँवळी, अर ऊपर हूं ईयां बावळी
पधारो सा म्हारे देश हिवड़ो रंगियो प्रीत सूं सज सौले सिणगार, पधारो म्हारे देश करो खुशियां रो इजहार।
यदि कोई मनुष्य आपसे इर्ष्या या घृणा करता है तो, हाथ पग तोड़ के माचलिए म गेर दयो, इसा को कोई ठा कोनी क़द के कर दे,
के जस मिळगो तने करिया गलत काज, जो जस लेके घूमे है तू जाणे, के है बीरो राज कब तक लेर घुमेला तू, लेर सर झूठो ताज इया दुसरो ने धोखो देर कब तक करलेगो नाज!
छोरी को काका – मारी छोरी घूंघटो कोनी काढ़ैली” लड़के का काका – कोई बात कोनी घूंघटो म्हें काढ़ लेस्यां, थै ब्याव तो करो
भुरियो एक्स-रे करवाण गयो डॉक्टर. आपके एक्स-रे मे आपकी हड्डी टूटी हुई है भुरियो.भगवान को भलो है ठीक रहयो एक्स-रे म ही टूटी जेसाँची म हीटूट ज्याची तोबोळा रिपिया लागण न जग्याहो ज्याती..
मार्क जकरबर्ग और मुकेश अंबानी उ ज्यादा तो ए ट्रेक्टर ट्रॉली आळा Busy होरया है सार दिन तूड़ी ढोव
राजस्थानी संस्कृति शायरी
आज म माँ न कहो, माँ आपान कुत्तों पाळल्या के माँ बोली क्यूँ ? तू घर छोड़ के जा है के यार हर बात प बेइज्जती
Rajasthani Shayari
घर म लुगाई को घूंघट और दादोसा को साफों राजस्थान की शान मानी ज है
रावणकितो भी पापी और बुरो हो पर बोकदे मंदोदरी न ईयाकोनी कहो, मेले बाबू ने खाना खाया क्या ?
पुठरी लुगाई Is Like A Trophy और कोई लेज्या तो रिस बेज्या आव
जो भाई राजस्थानी जाट के Status को Like नहीं कर सकता कृपया मिञसूची निकल जाए
शौक से कौन शेर बनता हैं भाई कौम ही ऐसी है राजस्थानी जाटों वाली है
मारवाड़ी शायरी लिखी हुई (marwadi shayari in hindi)
उस की वफा मेरी ओकात से बाहर की बात थी इसी लिए उसकी बेवफाई ही मेरी वफा खरीद पाई
हार जाओ कोई बात नही..लेकिन राजस्थानी मीणा कभी बिकता नही..
वोई चीजां आपनी पिछाण बनने हे जिका प्रति आपना लोग वफादार रवां हं ।
rajsthani sayri
राजस्थानी मीणा कभी किसी का दिल नही दुखाते.. क्योंकि अगर उसने सब्र करके रब पर छोड़ दिया तो तुम्हारे लिए जहर बन जायेगा
होरे हाल तो हाथ आउ नी कटे जाऊ रियो हु आ वात भी वताउ नी रोवती म्हारे लारे फर्जे मति ऊंडी देखे ने कटी मरजे मति
राजस्थानी मीणा परमात्मा के प्रेम में आंखों से जो आंसू गिरते हैं उसे बिन बादल की बारिश भी कहते है।
नीयत से ईश्वर खुश होते हैं और दिखावे से इंसान, ये आप पर निर्भर करता है की आप किसे खुश रखना चाहते हैं
धोरिया की रेत को सो स्वभाव है राजस्थानी को तो एक मिंट म गर्म तो दूसरी मिंट म ठंडा