Mystery of Annora Petrova in Hindi: नमस्कार दोस्तों, हर व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि वह एक दिन सफल इंसान बने और छोटी सी उम्र में वह सब हासिल करें, जो उनको करना चाहिए। जैसे आज के समय मे लोग चाहते है कि इस पृथ्वी पर हर जगह पर उनको भी लोग पहचाने, लोग उनको भी फॉलो करें और उनका भी इंटरनेट पर वह एक जाना माना चेहरा हो।
हम में से बहुत से लोगों ने खुद को इंटरनेट पर सर्च भी कर चुके है। लेकिन क्या ऐसा करने से किसी को भी अच्छा परिणाम मिला सका है। क्या सोशल मिडिया पर अपना नाम खोजने से किसी की जिंदगी पूरी तरह बदल सकती है? ऐसा तो असल जिंदगी में नहीं हुआ है या न आपने सुना होगा। परन्तु दोस्तों ऐसा असल दुनिया में हुआ है भले ही आपने न सुना हो या कई लोग जानते भी होंगे।
आज इस पोस्ट के माध्यम से एक ऐसी अनसुनी कहानी के बारे में बताने जा रहे है, जो विचित्र होने के साथ रहस्यमय भी है।
अन्नोरा पेट्रोवा की डरावनी कहानी | Mystery of Annora Petrova in Hindi
यह पोर्टलैंड की घटना है, जहाँ पर एक लड़की अपने माता-पिता के साथ रहती थी। उसका नाम अन्नोरा पैट्रोवा था। उसे आइस स्केटिंग का खेल काफी पसन्द था। अन्नोरा को इस आइस स्केटिंग का पागलपन इतना था कि बहुत कम उम्र में ही उसने कई प्रतियोगिता में भाग लिया और जीता भी था।
अन्नोरा के दोस्त व उनके घर वाले उन्हें एनी कह कर पुकारते थे। अन्नोरा की जिंदगी में सब बढ़िया चल रहा था। परंतु इस कहानी में एक अजीब सी घटना घटी, जो काफी रहस्यमय थी। यह तब हुआ जब वह अपने एक महत्वपूर्ण कॉम्पिटिशन क्रिस्टल क्लासिक चैंपियनशिप से एक दिन पहले उसने खुद को सोशल मीडिया पर सर्च किया। उसे लगने लगा था कि वह कई प्रतियोगिता जीत चुकी है तो उसका भी नाम इंटरनेट पर आया होगा, जब उसने सर्च किया तो परिणाम भी आया।
कुछ देर तक देखने के बाद अन्नोरा ने एक विकिपीडिया पेज देखा, जिसमें उसके नाम के साथ बहुत-सी ऐसी बातें लिखी थी, जो सायद ही कोई जानता होगा। उस विकिपीडिया पेज अन्नोरा के जीवन के बहुत ऐसे पहलू के साथ काफी सारी जानकारी व उनके द्वारा जीती गयी प्रतियोगिता की भी सारी जानकारी दी गई थी, जो कि लगभग सही थी।
उस पेज पर अन्नोरा द्वारा प्राप्त किये गये अवॉर्ड की भी जानकारी थी। परंतु उसमें एक अजीब सी बात लिखी थी। जो इस प्रकार “सेक्शन में अन्नोरा को पोर्टलैंड क्रिस्टल क्लासिक चैंपियनशिप की विजयी” है। परंतु यह बात इतनी आश्चर्यजनक थी कि यह प्रतियोगिता तो असल में अभी हुई ही नहीं थी।
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अन्नोरा को ऐसा लगा रहा था कि शायद उनके ही पिता जी ने उनके नाम का यह पेज उनके उत्साह और कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए बनाया होगा, इस विकिपीडिया पेज को देख कर ऐसा ही लग रहा था। अगले कुछ दिनों में होने वाली क्रिस्टल क्लासिक चैंपियनशिप में अन्नोरा को विनर घोषित किया गया।
लेकिन उसे तब आश्चर्यजनक लगा जब उसने और भी प्रतियोगिता जीत ली और निरंतर उस पर पोस्ट भी आ रही थी और एक दिन अन्नोरा ने वास्तव में भी वह चैंपियनशिप फाईनल जीत लिया। लेकिन अन्नोरा जब विकिपीडिया पेज के विषय में अपने पिता से पूछा तब अन्नोरा के पिता ने जवाब दिया कि उन्होंने इस प्रकार का कोई भी पेज बनाया ही नहीं है।
फिर उसके मन मे आया कि सायद किसी दोस्त या रिस्तेदार ने ऐसा काम किया होगा। लेकिन अब जो भी उसके जीवन मे घट रहा था, वह सब इस पेज पर पहले ही लिख जाता था। अब अन्नोरा जितने भी प्रतियोगिता खेलने जाती उसके पहले वह इस विकिपीडिया पेज को अपने मोबाइल पर खोल कर जरूर देखती।
क्योंकि इस पर उस प्रतियोगिता से सम्बंधित जानकारी आ जाती थी और होने वाले प्रतियोगिता में वह विजयी भी हो जाती थी। तभी अन्नोरा इस पेज को हर कार्य के पहले देखती थी। सभी प्रतियोगिता में लगातार सफल हो जाने के कारण अन्नोरा के मन में एक उपाय ने जन्म लिया, जो सायद उसके लिए भारी पड़ने वाला था।
अन्नोरा ने उस विकिपीडिया पेज पर प्रतियोगिता से जुड़ी और ओलंपिक्स से संबंधित बातों को एडिट करने की कोशिश की लेकिन अन्नोरा ऐसा कर न सकी। अब उस पेज को एडिट करने का फैसला गलत साबित हुआ, उसकी यह सबसे बड़ी गलती सबित हुई, जिसने उसके जीवन की दिशा ही बदल दी।
ऐसा करना उसे भारी पड़ गया। अब उसके जीवन की कहानी ही बदल गयी अर्थात अब तक जो उसके साथ हो रहा था, वह अचानक उसके विपरीत होने लगा। जो खुद अब उसे समझ नहीं आ रहा था। कुछ देर बाद उस पेज पर एक पोस्ट आई और उसमें लिखा था अन्नोरा एक सेल्फिश लड़की है और अब उसके जीवन में वही मिलेगा, जो वह पहले से चाहती है। इस पेज पर लिखा था कि अन्नोरा अनाथ है, उसके माता-पिता एक एक्सीडेंट में बहुत पहले मर गए थे।
अन्नोरा पूरी तरह से घबरा गई थी, वह इतना डर गई थी कि उन्होंने अपने माता-पिता को फोन लगाया। परंतु फोन नहीं लगा और अगली ही सुबह उसके पास एक फोन आता है। तब उसे पता चला कि उसके माता-पिता का एक्सीडेंट कल शाम को हो गया था, जिसकी वजह से वह इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। यह सब सुनकर अन्नोरा अंदर से टूट गयी थी। वह बेहद उदास हो गई और उसका मन खेल में भी नहीं लग रहा था।
उसने इस पेज को डिलीट करने की कई कोशिशे की। लेकिन वह ऐसा करने में सफल न हो सकी। उसके बाद स्केटिंग में मिल रही लगातार असफलता और माता-पिता के मृत्यु के बाद वह दु:खी रहने लगी, जिसके कारण अन्नोरा एक गहरी सोच में डूबने में कारण डिप्रेशन की अवस्था में चली गई।
लगभग 6 महीने तक उसका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चला और अब उसका स्वास्थ्य पहले से काफी हद तक ठीक हो गया था। अन्नोरा ने अपने आपको सम्भला और फिर से एक बार स्केटिंग के लिए अभ्यास में करना चाहती थी। जिससे उसने बहुत जल्द अभ्यास शूरू कर दिया और फिर एक दिन अन्नोरा ने अंतिम बार उस विकिपीडिया पेज़ को देखा। अबकी बार उस पेज पर लिखा था कि अन्नोरा पेट्रोवा एक अमेरिकन जूनियर स्केटिंग वीनर थी। इस अनाथ लड़की की मृत्यु लालच और अनाथ होने की वजह से हुई है।
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कुछ दिनों के बाद पुलिस कर्मचारियों के द्वारा जांच के दौरान अन्नोरा की लाश उसके घर में मिली। अपने कंप्यूटर के मेज पर पड़ी अन्नोरा कई दिनों पहले ही मर चुकी थी। इसके पूरे केस के मामले में पुलिस ने जाँच के दौरान बताया कि अन्नोरा ने अपने माता-पिता को उस रात कॉल नहीं किया था और उसने न ही किसी भी प्रकार की विकिपीडिया पेज के विषय में कोई कंप्लेन की थी।
पुलिस कर्मचारियों को अन्नोरा के लैपटॉप में एक लेख लिखा मिला था, जो उसने अपने दोस्त को लिखा था। जिसमें उसने उसके साथ घटे सारे घटनाओं का वर्णन किया था। लेकिन इस लेटर को अन्नोरा ने कभी अपने दोस्त को भेजा ही नहीं था।
तो आखिरकार इस घटना का क्या मतलब था? क्या अन्नोरा द्वारा यह सब काल्पनिक दृश्य था, जो उसने अपने आप इस कहानी को बनाया था?, क्या अन्नोरा किसी प्रकार की बीमार हो गयी थी? या यह सब उसके साथ कुछ अकाल्पनिक घटना घटित हो रही थी?
जो कुछ भी था सच बहुत रस्यमय और आश्चर्यजनक था। अन्नोरा नामक इस मिस्ट्री को आज भी कोई हल नहीं कर पाया है।
अंतिम शब्द
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