Mera Ghar Essay in Hindi: घर सभी लोगों के लिए बहुत जरूरी होता है, परंतु किसी के पास घर होता है, किसी के पास नहीं होता। हम यहां पर मेरा घर पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में मेरा घर के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
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मेरा घर पर निबंध | Mera Ghar Essay in Hindi
मेरा घर पर निबंध (250 शब्द)
घर हमारी सबसे पहली जरूरत होती है क्योंकि हमें रहने के लिए घर की आवश्यकता होती है। हम खुले में नहीं रह सकते हैं, परंतु यह अवसर सभी को नहीं मिलता है। कुछ लोग सड़क पर भी रहते हैं, तो उन्हें पता है कि घर की अहमियत क्या होती है? इसीलिए जिनके पास घर है, उन्हें उसकी कदर करनी चाहिए और ध्यान रखना चाहिए।
घर और मकान यह सब प्रेम स्नेह इन सब रिश्तो से बनता है या यह भी कह सकते हैं कि मकान पत्थरों का ईटो का मिट्टी का झोपड़ी का किसी का भी बन सकता है। परंतु इन वस्तुओं से हम घर नहीं बना सकते हैं। घर हमेशा प्रेम, स्नेह, शांति, समझदारी इन सभी को साझा करके बनता है। अगर आपके घर में प्यार सम्मिलित हैं, तो वह आपका घर कहलाता है। अगर यह सब चीज सम्मिलित नहीं है, तो वह सिर्फ मकान बन जाता है।
मेरे माता-पिता, मेरी बड़ी बहन, मेरी छोटी बहन, मेरा भाई, मेरे दादा दादी, ताऊ जी, ताऊ जी, चाची, चाचा, इन सब से मिलकर मेरा घर बनता है क्योंकि वहां पर सब प्यार प्रेम शांति के साथ रहते हैं। बड़े हमें धार्मिक और नैतिक बातें सिखाया करते हैं और सभी को प्रेम से रहने की सीख भी देते हैं।
मेरे भाई बहन भी बहुत प्यारे हैं। हम सब साथ में खेला करते हैं। कहानियां सुना करते हैं। खाना पीना खाया करते हैं। पढ़ाई किया करते हैं। एक दूसरे से नई-नई बातें जानते हैं और अपनी जिंदगी को एक साथ मिलकर बड़े ही प्यार और प्रेम के साथ जीते हैं।
वास्तव में यही सब चीजें हमारे मकान को हमारा घर बनाती हैं। अगर यह सब चीजें किसी भी मकान में सम्मिलित हो जाए, तो वह प्यार भरा घर बन जाता है।
मेरा घर पर निबंध (800 शब्द)
प्रस्तावना
घर हमारी मूल आवश्यकताओं में से एक बहुत ही जरूरी आवश्यकता है। जिसे हमें पूरी करने के लिए बहुत ही परिश्रम और मेहनत करनी पढ़ती है। घर के बिना हमारा गुजारा नहीं है। कहते हैं मकान ईट, पत्थर की इमारत है। लेकिन घर प्रेम, प्यार, समझदारी इन सब से बनाया जाता है। घर के बिना किसी के जीवन में कुछ भी नहीं है इसीलिए हमारे लिए घर होना बहुत ही जरूरी है।
मेरे घर का विचार
हमें घर की आवश्यकता हर उम्र में महसूस होने लगती है। अगर हम पढ़ाई के लिए कई घर से दूर जाते हैं, तो हम यह सोचते हैं कि कब हमारी पढ़ाई हो पूरी हो और हम अपने घर जाएं क्योंकि जो सुख सुविधाएं हमें घर में मिलती है। वह हमें बाहर हॉस्टल या होटल में रहने पर नहीं मिलती है। इसी तरह से जैसे जैसे इंसान की जरूरत है, बढ़ने लगती हैं वैसे वैसे ही इंसान अपनी जिम्मेदारियों को जरूरतों को पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं।
मेरे विचार से घर का निर्माण बहुत ही समझदारी और सोच विचार कर करना चाहिए। क्योंकि घर का निर्माण हमारी जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार ही किया जा सकता है। अगर हम किसी नए घर का निर्माण करते हैं, तो हम यह चाहते हैं कि इसमें हमारी जरूरत की सभी सुख सुविधाएं प्रदान की जाए फिर चाहे घर बड़ा हो या छोटा हम उसी हिसाब से उसको मैनेज करते हैं।
मेरे घर का विवरण इस प्रकार है
मैं बहुत ही साधारण परिवार से हूं। मेरा घर एक गांव के क्षेत्र में है। मेरे पिताजी सरकारी नौकर थे इसीलिए हमें शहर में एक 2 रूम सेट मिला हुआ था। लेकिन जब मेरे पिताजी रिटायर हुए, तो हमें वापस गांव की ओर रुख करना पड़ा। अब हम गांव में ही रहते हैं, वहां पर हम पूरी सुख सुविधाओं के साथ रहते हैं।
मेरे घर की विशेषताएं
मेरे घर में 6 कमरे हैं, एक रसोई घर है, दो बाथरूम और एक बहुत बड़ा बरामदा है। शहरों की तुलना में हमारा घर बहुत ही अच्छा और सुविधा पूर्वक है। जिसमें हम बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से रहते हैं और वहां का माहौल भी बहुत स्वच्छ रहता है। ताजा हवा है, सामने एक बगीचा भी है। जिसमें हम बहुत सारी सब्जियां भी उगाते हैं और उन्हीं सब्जियों को पका कर खाते हैं। मेरे घर में हमारी जरूरत की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं और यही हमारे जीवन को आनंद से भर देती हैं।
सपनों का घर
मैं अपने घर में जरूर रहती हूं, लेकिन मेरे सपनों का घर भी मेरे सपनों में जरूर है। मैं अपने सपनों के घर में बहुत सी सुविधाएं चाहती हूं जो कि इस प्रकार हैं;-
- हवादार और खाली जगह होनी चाहिए
मैं यही चाहती हूं कि मेरे घर में प्राकृतिक हवा आने के लिए अच्छी तरह से व्यवस्था होनी चाहिए। घरों के चारों तरफ ऐसी जगह हो, जहां से स्वच्छ और ताजा हवा आ सके क्योंकि कितनी स्वच्छ और हवा हमें सुरक्षित रखती है, उतनी और कोई चीज नहीं रखती।
- मेरे हिसाब से बगीचा
मैं अपने सपनों के घर में एक जगह बगीचे की रखना चाहती हूं क्योंकि पेड़ पौधे हमारे लिए बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि यह में ऑक्सीजन देते हैं और ऑक्सीजन सभी के लिए बहुत जरूरी है। इससे हमें सकारात्मक वातावरण भी मिलता है। जब हमारे सामने हरियाली छाई रहेगी, तो हमारे विचारों में भी हरियाली और समझदारी बनी रहेगी।
- मेरे कमरे में एक बालकनी
मैं चाहती हूं मेरे कमरे में एक बालकनी होनी हो। जिसमें मैं अकेले खड़े रहकर शुद्ध हवा ले सकूं और वहां का खूबसूरत नजारा देख सकूं और अकेले रहकर अपने भविष्य के लिए सोच सकूं।
- वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी होना चाहिए
मैं चाहती हूं, मैं अपनी छत पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी रखूं। जिससे वहां पर मैं बारिश का पानी संग्रहित कर सकूं क्योंकि वर्षा भी हमारे लिए बहुत जरूरी है। जितना पानी हमारे लिए जरूरी है और हम जितना पानी वेस्ट करेंगे, तो हमारे भविष्य के लिए उतना ही खतरा बढ़ेगा।
निष्कर्ष
हमारा घर हमारे माता-पिता की बहुत ही सुंदर संरचना है, जो कि हमारे लिए बहुत ही आवश्यक है। जिस तरह से मैं अपने घर से बहुत प्यार करती हूं, उसी तरह से सभी लोग अपने घर से जरूर प्यार करते होंगे। हमें अपने परिवार को प्रेम से रखना चाहिए, क्योंकि परिवार किस्मत वालों को ही मिलता है। इसीलिए हमें इसे संभाल कर रखना चाहिए।
अंतिम शब्द
आज के आर्टिकल में हमने मेरा घर पर निबंध ( Essay on My House in Hindi)के बारे में बात की है। मुझे पूरी उम्मीद है की हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल में कोई शंका है। तो वह हमें कमेंट में पूछ सकता है।
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