Love Psychology Facts in Hindi: प्यार जिसे प्रेम और अंग्रेजी में Love कहते हैं। यह बहुत ही सुंदर भावना होती है, जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। लेकिन हर कोई प्यार को महसूस कर सकता है।
हर व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई एक व्यक्ति बहुत ही विशेष होता है, जिससे वह बहुत ज्यादा प्यार करता है। लेकिन प्यार भी विभिन्न तरीके के होते हैं।
यह सुपर कॉम्प्लिकेटेड होता है लेकिन काफी आकर्षक और अद्भुत होता है। प्यार मस्तिष्क और हृदय की मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रिया है। बहुत बार हम प्यार और लगाव को एक समझ लेते हैं।
ऐसे में इस लेख में हम लव साइकोलॉजी फैक्ट्स इन हिंदी लेकर आए हैं। यहां प्यार के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य जानने के साथ ही प्रेम और आकर्षण के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्यों, प्यार के बारे में शारीरिक तथ्य आदि के बारे में जानेंगे।
प्यार के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य
love मनोविज्ञान तथ्यों के बारे बात करने तो जब प्यार का अहसास होता है तो कई जीवन में कई प्रकार के बदलाव महसूस होते हैं, जिनमें कुछ मुख्य है:
प्यार में व्यक्ति जुनूनी हो जाता है
आपने देखा होगा कि जब भी किसी व्यक्ति को किसी से सच्चा प्यार हो जाता है और वह प्यार अगर नहीं मिलता है तो वह सुसाइड तक कर लेता है। प्यार को लेकर इस तरह का जुनून होना बहुत आम है।
क्योंकि जब भी हम किसी के प्रति आकर्षण महसूस करते हैं, हमें उससे प्यार होता है। हमारा दिमाग इसे हमारे ब्रेन के रिवॉर्ड सेक्शन से जोड़ता है, जो खुश होने पर बढ़ जाता है। ऐसे में हम स्वाभाविक रूप से जुनूनी हो जाते हैं।
प्यार कॉम्प्लिकेटेड होता है
प्रेम सही में कॉम्प्लिकेटेड होता है। क्योंकि यह मन का केवल एक भाव नहीं होता है बल्कि प्रेम वासना, मोह और आकर्षण यह तीन अलग-अलग भावनाओं का मेल होता है।
इन तीनों भावनाओं में से केवल एक भावना को हम प्यार नहीं कह सकते हैं। प्यार में केवल आकर्षक नहीं होता या प्यार में केवल वासना नहीं होता।
प्यार में यह तीनों ही भाव होते हैं और इन तीनों भावनाओं को एक साथ जोड़ना आसान नहीं होता है। अगर इन तीनों भावनाओं को अच्छी तरीके से ना संभाला जाए तो कई सारी दिक्कतें खड़ी हो सकती है।
अटैचमेंट प्यार नहीं होता
हम इंसान बहुत सोशियल होते हैं। हम अगर किसी के साथ लंबे समय तक रहने लगे तो हमें उस व्यक्ति से अटैचमेंट होने लगता है और फिर लगता है कि हमे उससे प्यार हो गया हैं लेकिन यह हकीकत नहीं होता।
अटैचमेंट हमें पशु, पंछी, जानवर किसी से भी हो सकता है। सभी के साथ होने वाले अटैचमेंट को हम प्यार नहीं कहते हैं।
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प्यार अन्य चीजों के प्रति आकर्षण कम कर देता है
जब तक हमें किसी से प्यार नहीं होता हमें हर एक चीज सुंदर लगती है। लेकिन अगर आपको किसी एक व्यक्ति से प्यार हो जाए तो आपको दुनिया का सबसे सुंदर व्यक्ति वही लगेगा।
क्योंकि जब हमें किसी से प्यार होता है तो धीरे-धीरे सुंदर चीजों के प्रति हमारा आकर्षण कम होने लगता है और हमारा सबसे ज्यादा झुकाव हमारे पार्टनर के प्रति होने लगता है।
जानवरों में भी प्यार होता है
हम मनुष्य को लगता है कि केवल हम ही किसी एक व्यक्ति से जिंदगी भर प्यार कर सकते हैं। लेकिन एक रिसर्च के अनुसार बंदर, दिमक, भेड़िया, लंगूर जैसे कई जानवर और जीव जंतु भी एकल प्यार करते हैं।
प्यार के बारे में शारीरिक तथ्य
प्यार में दो पार्टनर का दिल एक साथ धड़कता है
एक रिसर्च के अनुसार जब किसी व्यक्ति को किसी से प्यार हो जाता है और अगर वह एक दूसरे की आंखों में लगातार देखें तो महज 3 मिनट में ही दोनों के दिल एक साथ धड़कने लगता है।
प्यार, भूख और नींद भूला सकता है
जब हम किसी के गहरे प्यार में पड़ जाते हैं तो हमारे शरीर में नॉरपेनेफ्रिन और डोपामाइन हार्मोन हाई लेवल में रिलीज होने लगते हैं, जिसके कारण हम काफी उल्लास पूर्ण और गदगद महसूस करते हैं।
शरीर के यह हार्मोन हमारे प्यार को इतना ज्यादा प्रेरित कर देते हैं कि हमारा दिमाग किसी और चीजों पर जाता ही नहीं है, जिसके कारण हम अच्छा खाना-पीना और नींद लेना तक भूल जाते हैं। बस दिनभर हम अपने पार्टनर के बारे में ही सोचते रहते हैं।
प्यार दर्द को कम कर देता है
यह सही है कि प्यार आपके दर्द को कम कर देता है। क्योंकि जब हम प्यार में होते हैं तो हमारे शरीर में Oxytocin हार्मोन बहुत ज्यादा मात्रा में उत्पन्न होता है।
इस हार्मोन को कभी-कभी हम लव हार्मोन भी कहते हैं। इस हार्मोन के उत्पन्न होने से डिप्रेशन, अकेलापन या फिर सर दर्द जैसी समस्या ठीक हो जाती है।
प्यार नशा है
प्यार में होना या ड्रग्स लेना दोनों ही सेम प्रक्रिया है। क्योंकि दोनों ही दिमाग के एक समान हिस्से को प्रभावित करते हैं। जब हम प्यार में होते हैं तो हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम के हार्मोन का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण हमें नशे जैसा महसूस होता है। इसीलिए हमें प्यार में परम सुख का अनुभव होता है।
समय के साथ प्यार की प्राथमिकता बदलने लगती है
एक स्टडीज के अनुसार समय के साथ प्यार की प्राथमिकताएं बदलने लगते हैं। शुरू-शुरू में जब हमें किसी से प्यार होता है तो हममें रोमांस, एडवेंचर, उत्साह बहुत ज्यादा होता है।
लेकिन वही समय गुजारने के बाद हमारे संबंध में गंभीरता ज्यादा आ जाती है और ऐसा होने का कारण है हमारे शरीर के अंदर neurotrophin protein के स्तर में बदलाव होना।
प्यार में महिला और पुरुष का दिमाग अलग-अलग काम करता है
हमें लगता है कि पुरुष और महिलाएं दोनों एक दूसरे को प्रेमी के रूप में देखने पर उनका एक समान दिमाग काम करता होगा लेकिन ऐसा नहीं है।
एक स्टडीज के अनुसार जब कोई महिला किसी पुरुष को प्रेमी के तौर पर देखती हैं तो उनके दिमाग का याददाश्त वाला हिस्सा काफी ज्यादा एक्टिव हो जाता है।
वहीं जब कोई पुरुष महिला को प्रेमी के तौर पर देखता है तो उसके दिमाग का विजुअल प्रक्रिया वाला हिस्सा बहुत एक्टिव हो जाता है।
निष्कर्ष
इस लेख में आपने Love Psychology Facts in Hindi के बारे में जाना। हमें उम्मीद है कि इन love facts से आपको प्यार के बारे में कुछ नई बातें जानने को मिली होगी।
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