लम्बोदर शब्द में समास (Lambodar Mein Kaun sa Samas Hai)
लम्बोदर में प्रयुक्त समास का नाम क्या है?
लम्बोदर में बहुब्रीहि समास है।
Lambodar Mein Kaun sa Samas Hai?
Lambodar Shabd mein Bahuvrihi Samas Hai.
लम्बोदर का समास विग्रह क्या है?
लम्बोदर का समास विग्रह लम्बा है उदर जिसका अर्थात् गणेश है।
Lambodar ka Samas Vigrah kya hai?
Lamba hai udar jiska arthath ganesh
लम्बा है उदर जिसका का समस्त पद है?
लम्बोदर
लंबोदर में से कोई भी एक पद प्रधान नहीं है एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद कि और इशारा कर रहे हैं। हम जानते हैं कि गणेश भगवान का उदर अर्थात् पेट के बड़ा होता है। दोनों पद मिलकर भगवान गणेश की तरफ इशारा कर रहे हैं। हम यह भी जानते हैं कि जब दोनों पद प्रधान नहीं होते तो वहां बहुव्रीहि समास होता है।
बहुब्रीहि समास की परिभाषा
बहुव्रीहि समास ऐसा समास होता है जिसके समस्तपदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं होता एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं, वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है।
बहुब्रीहि समास के कुछ अन्य उदाहरण
- मुरलीधर: मुरली धारण करने वाला (कृष्ण)
- दशानन: दस हैं आनन जिसके (रावण)
- निशाचर: निशा अर्थात रात में विचरण करने वाला (राक्षस)
बहुव्रीहि समास के बारे में विस्तार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें बहुव्रीहि समास (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
परीक्षा में यह भी पूछे जा सकते हैं
- प्रतिदिन में कौन सा समास है?
- चक्रपाणि में कौन सा समास है?
- पीताम्बर में कौन सा समास है?
- यथाशक्ति में कौन सा समास है?