जगबीती शब्द में समास (Jagabeetee Mein Kaun sa Samas Hai)
जगबीती में प्रयुक्त समास का नाम क्या है?
जगबीती में तत्पुरुष समास है।
Jagabeetee Mein Kaun sa Samas Hai?
Jagabeetee Shabd mein Tatpurush Samas Hai.
जगबीती का समास विग्रह क्या है?
जगबीती का समास विग्रह जग पर बीती है।
Jagabeetee ka Samas Vigrah kya hai?
Jag par beetee
जग पर बीती का समस्त पद है?
जगबीती
तत्पुरुष की परिभाषा
तत्पुरुष समास उसे कहते है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है अर्थात प्रथम पद का महत्त्व दूसरे से कम होता है। यहां हम कह सकते है कि तत्पुरुष समास में द्वितीय पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है। जैसे आत्मविश्वास इसमें “स्वय पर विश्वास होना” में द्वितीय पद प्रधान है। प्रथम पद में बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
तत्पुरुष समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की आदि से पहचान की जा सकती है।
तत्पुरुष समास में कौन सापदप्रधान होता है?
तत्पुरुष समास में प्रथम पद प्रधान नहीं होता है। इसमें द्वितीय पद प्रधान होता है, जब किसी सभद को दो या दो से अधिक पदों से मिलाकर बनाए जाता है और उसमें द्वितीय पद प्रधान होता है, तब उसे हम तत्पुरुष समास कहते है। समासीकरण में मूल शब्दों से बने हुए नये शब्द का अर्थ भी भिन्न भिन्न होता है।
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कुछ अन्य उदहारण
- परलोकगमन: अन्य लोक में चले जाना।
- शरणागत: शरण में आया हुआ।
- आशातीत: जो आशा को लाँघकर गया हो।
- गगनचुम्बी: गगन को चूमने वाला अर्थात ज्यादा ऊंचाई पर होना।
- रथचालक: रथ को चलाने वाला।
तत्पुरुष समास का विग्रह
समस्त पद | विग्रह |
शोकाकुल | शौक से आकुल |
वाल्मीकिरचित | वाल्मीकि द्वारा रचित |
कष्टसाध्य | कष्ट से साध्य |
महत्वपूर्ण शब्दों में समास और समास विग्रह